हेलो ड्के रीडर्स. मेरी कहानी का ये दूसरा पार्ट है. पहले पार्ट में बहुत लोगों की मेल्स आई. और कितनो को कहानी अची भी लगी. तो अब चलिए आयेज की कहानी की तरफ.
मैं और मेरी भाभी एक-दूं मदहोश हो गये थे. फिर उन्होने मेरी आँखों में देख कर मुझे अंदर के रूम में चलने को कहा. पहले वो चली गयी, और बाद में मैं भी चला गया.
अंदर जाते ही मैने देखा की वो उल्टा मूह करके खड़ी थी बेड के पास. मैने अंदर जाते ही पीछे से उनको पकड़ लिया. जैसे ही मैने उनको पकड़ा कमर से, उनके तो मूह से आह सस्स निकल गया. पहले तो मैने उनकी कमर को पकड़ा, और और ज़ोर से मैने उनके गर्दन पर किस किया.
वो तो आहें भर रही थी. उनकी गर्दन और माथे पे तोड़ा पसीना भी आ गया था. वो तो एक-दूं कामवासना की देवी लग रही थी. और मुझे वो उनकी वासना मैं जला कर भसम करने वाली थी.
मैं उनके गले पर किस करे ही जेया रहा था. वो सिसकियाँ ले रही थी सस्स्सस्स स सस्स आहह अहः ऐसे. मैं तो तरबतर हो गया था, और मेरा लंड तो उनकी गांद की दरार में फ़ासस रहा था. साथ-साथ मैं पीछे से धक्के भी मार रहा था, और वो भी मेरे लंड पर अपनी मोटी गांद रग़ाद रही थी.
पाँच मिनिट ऐसे ही मस्त रोमॅन्स किया और वो फिर आयेज मूड गयी, और मुझे बाहों में ले लिया, जैसे वो मुझे आज सब कुछ दे देना चाहती हो. मैने फिर उनके लिप्स पर किस की. वो मेरा पूरा साथ दे रही थी. मुझे बाहों में भर रही थी, और मुझे उनके होंठो का रस्स पीला रही थी.
मैं तो पूरा उनका रस्स पी गया. आ मज़ा आ गया. उन्होने येल्लो कलर की सारी पहनी थी, और बूब्स तो बाहर आ रहे थे. मैने उनके पल्लू को पकड़ कर गिरा दिया, और उनके पेट पर किस करने लगा. वो तो जैसे बेहोश हो गयी, और पुर मज़े ले रही थी. मैं तो भूल गया था की ये मेरी भाभी थी, और वो भी पागल हो गयी थी.
फिर मैं बेड पर बैठ गया, और उनको मेरे उपर बिताया. धीरे-धीरे मैने उनका ब्लाउस खोल दिया, और उनके पुर बूब्स बाहर निकल गये. मैं तो बूब्स देख कर पागल हो गया. इतने बड़े. मैं तो हाथ में ले कर उनका दूध पीने लगा कभी इस साइड तो कभी उस साइड से.
बहुत ज़ोर से दबा भी रहा था. आहह क्या मज़ा आ रहा था. मैने उनका पूरा ब्लाउस निकाल कर नीचे फेंक दिया. अब वो खाली पेटिकोट में थी. फिर मैने उनको डाइरेक्ट पीछे घुमा दिया, और उनको कान में कहा की डॉगी बन जाओ. वो भी समझ गयी और एक मदहोश मुस्कान दी धीमी सी.
मैने उनको डॉगी बनाया और फिर उनका पेटिकोट उठाया. यार क्या गांद थी, मैं तो पागल हो गया था इतनी बड़ी गांद देख कर. मैने तो जैसे ही देखा तो पहले गांद पर किस करी. फिर ज़ोर से उनकी गांद पर लात मारी. उनकी तो आहह निकल गयी, और वो तड़प उठी.
वो अपनी गांद हिला रही थी, और पीछे आ रही थी. मैं समझ गया की अब घोड़ी चूड़ने के लिए फुल तैयार थी. मैने भी मेरी पंत नीचे कर दी, और लंड तो मेरा पानी-पानी हो गया था. मैने लंड पकड़ कर उनकी छूट पर रखा. पास जेया कर मैने उनकी छूट की खुश्बू भी ली. क्या खुश्बू थी, मादक वाली.
फिर मैने लंड छूट पर रख कर पहले टोपा अंदर डाला. वो तो चूड़ने के लिए बेताब हो रही थी. मैने तोड़ा धक्का मारा की मेरा पूरा का पूरा लंड उनकी छूट में चला गया. क्या क्रीमी छूट थी. मेरा पूरा लंड उनके पानी से भीग गया था. मेरा लंड अंदर जाते ही वो सस्सस्स सस्स की आवाज़ मूह से निकली, और उनकी तो आँखें बाहर निकल गयी. उन्होने होत को दाँत से काट लिया एक बार.
फिर मैने ऐसे ही धक्के मारे, और वो भी रंडी की तरह अपनी गांद उछाल-उछाल कर मुझसे छुड़वा रही थी. थोड़ी देर बाद तो छाप-छाप की ज़ोर से आवाज़ आने लगी छूट में से. क्यूंकी उनकी पूरी छूट पानी-पानी हो गयी थी. क्या मज़ा था यार. मैं तो पूरा पसीने में भीग गया था, और एक हाथ से उनको लात भी मार रहा था.
वो भी पुर मज़े ले रही थी. 20 मिनिट छोड़ने के बाद वो तो झाड़ गयी, और गांद से पच पच पच की आवाज़ आ रही थी. अब मैं भी झड़ने वाला था. मैं तो पागलों की तरह छोड़ रहा था अंदर-बाहर करके.
मुझे लगा की अब मैं झड़ने वाला था. मैने ज़ोर-ज़ोर से धक्के लगाने चालू कर दिए, और वो भी चिल्लाने लगी अया अया आअहह. मैं जब झड़ने वाला था तो पीछे से उनके बालों को पकड़ा, और एक-दो बार ज़ोर से झटके मारे. फिर धीरे से उनके कान में जेया कर बोला-
मैं: ऐसे कभी भैया ने छोड़ा है कभी?
तो वो आँखें बंद करके बोली: नही, कभी नही.
फिर ऐसे ही टीन-चार झटकों में मैं तो झाड़ गया, और मेरे मूह से आहह आअहह आहह की आवाज़ निकल गयी ज़ोरो से. इस वक़्त मैने कॉंडम पहना था, तो कॉंडम पूरा पानी से भर गया था. फिर मैने लंड निकाल कर ज़ोर से गांद पर लात मारी, और उनकी भी आहह निकल गयी.
उसके बाद वो सब कुछ सही करने के लिए बातरूम में चली गयी, और मैं बाहर जेया कर सोफे पर बैठा गया. वो थोड़ी देर में आई और बोली-
वो: छाई पियोगे ना?
मैं: हा ज़रूर पिएँगे. आपके हाथ की छाई को भला कों माना कर सकता है. प्यार से पिलाएँगी तो हम ज़हर भी पी जाएँगे. ये तो बस छाई है.
वो हस्सी और छाई बनाने चली गयी. फिर थोड़ी देर में उन्होने छाई बना कर पिलाई मुझे मस्त वाली. उसके बाद फिर थोड़ी ही देर में मैं घर जाने के लिए निकल गया.
ये मेरी सॅकी कहानी है. अगर आप लोगों को पसंद आई हो तो मुझे मेरी मैल पर बताना ज़रूर. मेरी मैल ईद है.