मेरा नामे माणिक है, और मेरी भाभी का नाम प्रिया है. उनकी फिगर कम से कम 34″ की होगी, और उनकी आगे 28 साल की है. उनकी नयी शादी हुई है. चलो सीधा कहानी पर ले चलता हू.
मैं जम्मू से हू. आपको बता डू की मेरी उमर 21 साल है, और मैं अभी कॉलेज में पढ़ाई कर रहा हू. मेरी भाभी जिनका नाम प्रिया है, बहुत ही सेक्सी है. एक दिन की बात है. वो ऑफीस के लिए जेया रही थी. भैया भी अपने ऑफीस के लिए निकल रहे थे.
वैसे तो दोनो साथ ही जाते है, लेकिन भैया को कुछ काम था, तो भैया ने मुझे बोला की तू भाभी को छ्चोढ़ कर आ.
मैने कहा ठीक है. वो जो उस दिन लग रही थी क्या बतौ. उन्होने ब्लॅक कलर की ड्रेस पहनी हू थी. कसम से बहुत सेक्सी थी. तब से मैं तान लिया था, की मैं उनको छोड़ कर रहूँगा.
मैने भाभी को ऑफीस छ्चोढा. उस दिन मैं कॉलेज नही गया, मैने घर आके मूठ मारी उनकी ब्रा लेकर. फिर जब वो शाम को घर आई, तो वो अपनी ब्रा ढूँढ रही थी. लेकिन उन्हे नही मिली. फिर वो मेरे बातरूम में आई. उधर उन्होने ब्रा देख ली.
फिर उन्होने मुझसे पूछा: ये यहा कैसे आई?
तो मैं हड़बड़ा के कुछ नही बोला. मुझे पता था मुझे दाँत पड़ेगी. फिर मैं रोज़ ऐसा करने लगा. वो रोज़ मेरा बातरूम चेक करने आने लगी.
एक दिन मैने भाभी को बोल दिया: मैं आपको छोड़ना चाहता हू.
वो थोड़ी सी स्माइल दे कर चली गयी. फिर अगली सुबा उठा. भाभी का उस दिन बर्तडे था. भैया बाहर गये थे.
भैया ने मुझे कहा: भाभी को शॉपिंग करने के लिए ले जेया.
मैने सोचा यही सही मौका था. हमने शॉपिंग की, और शाम को हमने केक काटा. सभी फ्रेंड्स आए थे भाभी के भी, और मेरे भी. आज भाभी ने ब्लॅक रंग की सारी पहनी थी. केक कट करने के बाद सब घर चले गये अपने.
फिर मैने डोर लॉक किया और भाभी के पास आया. उन्हे गिफ्ट देके मैने कहा-
मैं: सर्प्राइज़ है, बाद मीं खोलना.
वो ज़िद करने लगी.
फिर मैने कहा: खोल लो.
उसमे ब्रा और पनटी थी उनकी मॅन पसंद. मुझे ये इसलिए पता था, क्यूंकी एक दिन मैने उन्हे बात करते सुन लिया था भैया से. फिर मैने भाभी को उठा लिया, और बेडरूम में ले गया.
भाभी कहने लगी: क्या कर रहे हो?
मैने कहा: कुछ नही.
वो कहने लगी: ये ग़लत है.
मैने कहा: कुछ नही होता. प्लीज़ भाभी रिक्वेस्ट है, कर लेने दो.
फिर वो मान गयी. मैने उनके होंठो पर होंठ रख दिए. रसीले होंठ दोस्तों क्या बतौ आपको. मैं चूस रहा था होंठ भाभी के. अब वो गरम हो रही थी, और मैं भी. हम दोनो में आग लगी हुई थी. अब हम बेड पर चले गये किस करते हुए.
फिर मैने अपनी पंत खोली, और पेनिस बाहर निकाला. मैने उन्हे सक करने को कहा. 9 इंच का लंड देख कर वो कहने लगी ‘वाउ’. उन्होने चूसना शुरू किया. मैने उनकी सारी के लॉक खोल दिए. 10 मिनिट डिक चूसने के बाद मैने उनको सीधे बिताया. फिर मैने उनकी पुसी चूसनी शुरू की.
वो सिसकियाँ ले रही थी: कम ओं, फक मे बेबी!
मैने उनकी पुसी छाती. फिर वो कहने लगी मुझे छोड़ो जल्दी. मैने पहले कंबल लिया, और कंबल में चुदाई करने लगे. सर्दी का मौसम था, और हमने ज़बरदस्त चुदाई की. वो सिसकियाँ भर रही थी-
भाभी: छोड़ो मुझे तेज़, ऑश या बेबी ऊऊओ फुक्कककक मे.
और मैं छोड़ रहा था. फिर 20 मिनिट की चुदाई के बाद मेरा निकालने वाला था.
मैने उनसे पूछा: किधर गीरौ?
वो कहने लगी: अंदर ही गिरा दो माणिक राजा.
फिर मेरा निकल गया, और इतना मज़ा आ रहा था मानो जन्नत मिल गयी हो. उस बर्तडे वाली रात को चार बार छोड़ा भाभी को मैने. उसके बाद हम पूरी रात नंगे ही लेते रहे. फिर जब भी मौका मिलता, मैं छोड़ लेता भाभी को.
उसके दूसरे दिन भी हमने सेक्स किया, पर उस दिन टाई मेरी मुझे देख गयी. मैने भी उन्हे देख लिया था, जब हम सेक्स कर रहे थे. बाद में टाई को जब मैने देखा, तो वो कहने लगी-
टाई: मेरे पास आओ.
मैं गया. मैं क्या बतौ दोस्तों, वो मेरे होंठ चूसने लग गयी, और मुझे छ्चोढे ही नही. मेरे बालों को पकड़ कर किस कर रही थी. मैने टाई की कमर पर हाथ रखा, और साथ में उनके मूह पर किस करते जेया रहा था. मैने भाभी को भी बुला लिया. अभी दोनो भाभी और टाई मेरे साथ थी.
एक किस कर रही थी, और तो दूसरी मेरा लंड चूस रही थी. मैने लंड पर कॉंडम लगा लिया. आज दोनो की छूट मिल गयी थी. पहले टाई के बूब्स में लंड डाला, और छोड़ने लगा. वो साथ में सक भी कर रही थी. बूब्स छोड़ने के बाद मैने उन्हे डॉगी स्टाइल किया. मुझे डॉगी स्टाइल बहुत पसंद है.
10 मिनिट तक डॉगी स्टाइल में मैं टाई को छोड़ता रहा. वो सिसकियाँ भर रही थी. फिर मैने उनकी छूट से लंड निकाला, और भाभी को सीधा लिटा लिया. उसके बाद मैं भाभी की छूट में लंड डाल कर छोड़ने लगा. छोड़-छोड़ कर रंडी बना दिया आज अपनी भाभी को मैने. फिर अब मैने स्पीड पकड़ ली, और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा.
अब मेरा निकल रहा था. मैने अपना लंड भाभी के मूह में डाला, और अपना माल उनके मूह में ही गिरा दिया. अब वो दोनो मेरा वीर्या एक-दूसरे के मूह में डाल रही थी. मैं वीडियो बना रहा था दोनो की. अब मैं लेट गया. वो भी आ गयी साथ. फिर हम नहाए, फ्रेश हुए, और बाहर गये.
शाम को हम घर वापस आ गये. अब भैया भी आने वाले थे घर वापस. रात को हम सब ने साथ बैठ कर डिन्नर किया. डिन्नर टेबल पर बैठ कर भाभी और टाई दोनो मेरी तरफ देख कर मंद-मंद मुस्कुरा रही थी.
रात को भैया के सोने के बाद मेरी और भाभी की फिरसे चुदाई हुई मेरे कमरे में. अब जब भी भाभी या मेरा चुदाई का दिल करता है, तो हम प्लान बना लेते है. फिर जब भैया नही होते, तो हम जी भर कर चुदाई करते है. टाई भी हमे काई बार जाय्न करती है.
ज़िंदगी बढ़िया है, चुदाई की कोई कमी नही है.