भाभी देवर की ओरल सेक्स की मस्त कहानी

अगर इसके पहले वाला पार्ट नही पढ़ा तो ज़रूर पढ़िए. आयेज बढ़ते है कहानी में.

तो जैसा की आप सब जानते है की भाभी ने मुझे ऑफीस से छुट्टी लेकर उनके साथ टाइम स्पेंड करने को कहा. सुबा जैसे मेरी नींद खुली मैने देखा की भाभी मेरे सामने नंगी खड़ी अपनी छूट सहला रही थी. सुबा-सुबा भाभी ने मुझे उनकी सेक्सी छूट के दर्शन करवाए. फिर मैने भाभी को मेरी तरफ खींचा, और मैं उन्हे किस करने लगा.

भाभी: बेबी, ऑफीस से छुट्टी ली? विवेक तो ऑफीस चले गये है. आज मुझे तुम्हारे साथ पूरा टाइम नंगे बिताना है.

मे: अभी बात करता हू. पहले आपके होंठ तो चूस लू.

भाभी: पहले छुट्टी लो. फिर पूरा दिन जो चूसना है चूस लेना.

मे: ओके, बेबी.

मैने अपने बॉस को कॉल लगाया और कहा: आज मुझे छुट्टी चाहिए, मेरी तबीयत ठीक नही है.

बॉस ने पहले बहुत माना किया, पर आख़िर मैने उनको माना लिया, और छुट्टी ले ली.

मे: जान, छुट्टी मिल गयी है.

भाभी (खुश होते हुए): आज बहुत मज़े करेंगे.

मे: हा जान.

फिर मैने भाभी को बोला: मैं नहाने जेया रहा हू.

और मैं बातरूम में चला गया. पर मेरे पीछे-पीछे भाभी भी आ रही थी. हम दोनो बातरूम पहुँचे, और एक-दूसरे को चूमने लगे. वैसे ही हम नंगे थे, तो हमारे बदन एक-दूसरे को छूने की वजह से और तड़प रहे थे. चूमते-चूमते भाभी मेरा लंड भी सहला रही थी, और एक हाथ से मेरी छाती पे नाख़ून मार रही थी.

हम दोनो काफ़ी गरम हो चुके थे, और वो हमारी सांसो से पता चल रहा था. फिर मैने अपने होंठ हटते हुए कहा-

मे: भाभी पता नही तुम में ऐसा क्या है, तुम्हे देखते ही मेरे मॅन में बस सेक्स करने का ख़याल आता है.

भाभी: बातें छ्चोढो, और पास आओ ना मेरे, और इस आग को बुझाओ.

फिर भाभी ने मुझे उनकी तरफ खीचा और फिरसे मेरे होंठ चूसने लगी. करीब 10-15 मिनिट्स हमने बहुत वाइल्ड किस्सिंग की. काई-काई बार तो भाभी ने मेरे होंठ इतने ज़ोर से काटे, की मुझे तोड़ा-तोड़ा खून भी आने लगा था, और भाभी का भी कुछ यही हाल था.

भाभी मुझसे डोर हुई और कहा: बेबी, आज तुम्हारी झांतो की शेविंग करते है, और बगल के बाल की भी.

मे: आपको पसंद नही है क्या?

भाभी: ऐसी बात नही है. बुत बिना झाँत वाले लंड से चूड़ने का मज़ा ही अलग है.

मे: ठीक है.

फिर भाभी रेज़र और क्रीम ले आई, और नीचे बैठ कर मेरी झांतो पे क्रीम लगाने लगी. वो एक हाथ से लंड हिलने लगी. मेरा लंड तो रुकने का नाम ही नही ले रहा था. क्रीम लगा कर भाभी ने मेरे लंड को चूसना शुरू किया, और करीब 5-7 मिनिट्स बाद मेरी झांतो को रेज़र से शेव कर दिया. जब मेरी झाँत एक-दूं सॉफ हो गयी, तो भाभी ने वाहा पे पानी डाला और पूरा आचे से सॉफ किया.

फिर मेरी झाँत वाले एरिया पे चूमते हुए खड़ी हुई, और लंड हिलाते-हिलाते मुझे चूमने लगी. मुझे बहुत ही ज़्यादा एग्ज़ाइट्मेंट हो रही थी, और मज़ा भी आ रहा था. मैं भी भाभी को चूमते-चूमते उनकी छूट में उंगली कर रहा था. कभी मैं उनकी गांद पे हाथ फेर रहा था.

भाभी सिसकियाँ निकालने लगी, और बोली: बेबी ऐसे ही करते रहो. आज बिना लंड के ही पानी निकाल दो. आज ओरल सेक्स करने का बहुत मॅन है.

मे: जैसा आप कहो जान.

भाभी: लेकिन अभी तुम्हारी बगल सॉफ करना तो बाकी है. उसके बाद आज सुबा सिर्फ़ ओरल सेक्स ही करेगे.

फिर मैने अपना एक हाथ उपर उठाया, और भाभी ने पहले उसे छाता. फिर क्रीम लगा कर उसको सॉफ किया, और पानी से धोया. ऐसा उन्होने दोनो तरफ किया. जब मेरी दोनो बगल आचे से सॉफ हो गयी तो भाभी ने मेरी दोनो बगल चाटनी शुरू की, और बारी-बारी से उन्हे चाट रही थी. मुझे तो मानो जैसे जन्नत मिल गया हो.

भाभी ने फिर शॅमपू अपने हाथ में लिया, और मेरे पुर बदन पे लगाया. मेरे पीछे आके उनके बूब्स से मेरी बॅक पे रगड़ने लगी, और मेरा लंड भी हिलने लगी. मैने फिर पीछे मूह करके भाभी को चूमना चालू किया. थोड़ी देर बाद मैने भाभी के पुर बदन पे शॅमपू लगाया, और उन्हे चूमने लगा.

फिर भाभी ने मेरे मूह पे शॅमपू लगाया, और उनका मूह मेरे मूह से रगड़ने लगी. फिर शवर लेकर हमने एक-दूसरे को सॉफ किया. उसके बाद मैने भाभी को दीवार से सताया, और नीचे बैठ के उनकी गांद पे थप्पड़ मारे, और बाहर से चाटने लगा. भाभी भी अपनी गांद फैला-फैला के चटवा रही थी. भाभी ने मेरा पूरा मूह उनकी गांद के बीच दबा दिया, और मेरे बालों को पकड़ कर आयेज-पीछे करने लगी.

थोड़ी देर गांद चाटने के बाद मैं खड़ा हुआ, और भाभी को सीधा करके मैने उनके दोनो हाथ उपर किए, और एक हाथ से पकड़ के रखा, और भाभी के बूब्स को चाटने लगा. भाभी बहुत ही गरम हो चुके थे. मैं भी उनके बूब्स ज़ोर से चूस रहा था.

भाभी भी सिसकियाँ लेने लगी थी, और कह रही थी: जान, आज मत रुकना. आज मुझे बहुत प्यार आ रहा है तुमपे. आज मैं तुम्हे बहुत प्यार करना चाहती हू.

ये सब सुन के मुझे भी जोश आने लगा था. फिर मैने भाभी की बगल चाटनी शुरू की. मैं बारी-बारी दोनो बगल में थूकता और उसे चाटने लगता.

फिर मैने भाभी को बोला: जान, पानी अब निकालना है, या तोड़ा और तड़पना है?

भाभी: तोड़ा और तड़पाव.

फिर मैने भाभी को आयेज खीचा, और उन्हे घुटनो पे बिताया. मैं मेरा लंड उनके मूह पे रख कर इधर-उधर करने लगा.

भाभी: डेडॉ मूह में. बहुत भूख लगी है तुम्हारे इस लंड की.

ऐसा बोलते ही भाभी ने मेरे लंड को उनके दोनो हाथो में पकड़ा, और उस पर थूकने लगी, और हिलने लगी. फिर भाभी ने मेरा लंड चूसना शुरू किया. मेरा लंड चूस्टे-चूस्टे वो मेरे टॅटन से भी खेल रही थी.

भाभी मेरा लंड पूरा अंदर तक ले रही थी, और मैं भी उनके मूह की चुदाई करने लगा था. मैने अब ज़ोर से धक्के मारना चालू किया, जिससे भाभी की आँखों में पानी आने लगा. 5 मिनिट के बाद मैने भाभी को बोला की बेड पे चलते है. भाभी मान गयी और उठ के मेरे आयेज चलने लगी. बेड पे पहुँचते ही मैं उनके उपर चढ़ गया, और अपनी जीभ उनके मूह पे फेरने लगा.

फिर मैने भाभी को पूछा: भाभी, चॉक्लेट सरप है?

भाभी: हा, रूको अभी आती हू.

भाभी चॉक्लेट सरप लाई, और लेट गयी. फिर मैने भाभी की छूट पे उंगलियाँ फेरी, और सरप को खोल के तोड़ा सा भाभी की छूट के बाजू में लगाया. उसके बाद मैने सरप को छाता, और भाभी की छूट पे लगाया. ऐसा तोड़ा टाइम करते रहा.

फिर मैने भाभी की छूट में चॉक्लेट सरप डाला, और चाटने लगा. भाभी को भी ये बहुत ही अछा लग रहा था. उसने एक हाथ से कस्स कर बेडशीट पकड़ ली थी, और एक हाथ से मेरे बालों पे हाथ फिरा रही थी.

मैं भी धीरे-धीरे भाभी की छूट छत रहा था, बीच-बीच में सरप डाल रहा था. फिर मैने अपनी उंगलियों पे सरप डाला, और भाभी की छूट में उंगली डाल कर उनकी छूट मारने लगा. 10 मिनिट उनकी चॉक्लेट वाली छूट मैने छाती, और उंगली भी करता रहा.

भाभी: एस बेबी, ऐसे ही करते रहो. आ आ मज़ा आ रहा है, करते रहो. ऐसा आज तक किसी ने नही किया. आ बेबी, प्लीज़ आ, पानी निकाल दो. अब नही रहा जाता.

पर मैं वही रुक गया, और उनके उपर जाके मेरी उंगली उनके मूह में दी, और भाभी भी मेरी उंगली चूस रही थी. फिर मैने सरप भाभी के गले पे डाला, और पूरा गला चाट कर सॉफ किया. उसके बाद मैं भाभी को किस करने लगा, और एक हाथ से उनकी छूट को सहलाने लगा.

फिर मैने भाभी के बूब्स पे भी सरप डाला, और बारी-बारी से चूस्टे हुए नाभि तक पहुँचा, और नाभि पे सरप डाल के भाभी का पेट और नाभि चाटने शुरू किए. भाभी एक-दूं से तड़प रही थी, और सिसकियाँ भी ले रही थी. मैने भाभी को फिर पलट दिया और उनकी गर्दन से होते हुए उनकी गांद तक सरप डाला और चाटने लगा. और चाट कर पूरा सॉफ कर दिया.

मैने वही से भाभी की छूट भी चाटनी शुरू की. छूट चाट-ते–चाट-ते मैं उनकी गांद में उंगली डाल कर आयेज-पीछे करने लगा. भाभी भी अपना होश खोने लगी थी. मैं बहुत तेज़ी से उनकी छूट चाट रहा था. करीब 5 मिनिट बाद मैं भाभी ने मेरे मूह में झाड़ दिया, और वो लेती रही. मैं उनका सारा पानी पी गया, और उनको अपनी तरफ पलटा, और पूछा-

मे: तो भाभी कैसा लगा?

भाभी: बहुत मज़ा आया, बेबी.

इतना बोलते ही वो मुझे चूमने लगी. हमने चूमते-चूमते जगह बदल ली. अब मैं नीचे था, और भाभी मेरे उपर आ गयी थी, और मुझे पागलों की तरह चूमे जेया रही थी. उसने अपने जीभ से मेरे पुर चेहरे को छाता, और कान में बोली-

भाभी: अब मेरी बारी. फिर भाभी ने मेरे शरीर के हर एक हिस्से को चाटना शुरू किया. कभी मेरे गले को चूमती, कभी मेरे छाती को चूमती, कभी फिरसे मेरे होंठ चूस्टी.

ऐसे करते-करते वो मेरे लंड के पास पहुँची, और उसे हिलने लगी. 2-3 मिनिट बाद भाभी ने भी मेरे लंड पे सरप डाला, और पहले मेरे टोपे को चूसने लगी, और फिरसे सरप डाल के मेरे पुर लंड को चूसना शुरू किया.

भाभी ने मेरे लंड को चूस के आचे से सॉफ किया, और फिर मेरे टॅटू पे सरप डाल के चाटने लगी, और लंड को हिलने लगी. कुछ 10 मिनिट मेरे लंड से खेलने के बाद मेरे उपर आई और बोली-

भाभी: आज जब तक तुम्हारा पानी नही निकलेगा, तब तक मैं तुम्हारी गांद चाटूँगी.

मे: नही भाभी, ऐसे नही. रोज़-रोज़ क्या गांद चाटना.

भाभी ने मेरे होंठ पे उंगली रखी और बोली: जान, करने दो. मुझे बहुत मज़ा आता है. और आज तो मुझे सुबा से तुम्हारी गांद चाटनी थी. प्लीज़ बेबी आखरी बार. अगर तुम्हे पसंद ना आए तो नेक्स्ट टाइम से नही करूँगी.

मे: ओके.

फिर भाभी मेरे उपर 69 पोज़िशन में आई, और मेरे लंड को हिलाते-हिलाते मेरे टटटे चाटने लगी. थोड़ी देर टटटे चाटने के बाद वो थोड़ी और नीचे आई, और मेरी गांद के च्छेद को किस करने लगी, और उसपे थूकने लगी, और जीभ बाहर निकाल कर चाटने लगी. और मैं भी भाभी की छूट छाते जेया रहा था. भाभी मेरी गांद के च्छेद को लगातार छाते जेया रही थी, और साथ ही लंड भी हिला रही थी. फिर कुछ टाइम बाद भाभी उठी और कहा-

भाभी: बेबी, जैसे लड़की को डॉगी पोज़िशन में छोड़ते है, वैसे पोज़िशन में आ जाओ.

मैं बात मान कर उस पोज़िशन में आ गया, और भाभी ने मेरी गांद पे ज़ोरदार थप्पड़ मारा. फिर उस पर थूक कर बाहर से चाटने लगी. भाभी ने उनकी एक उंगली मेरी गांद में डाली, और उसे तेज़ी से अंदर बाहर करने लगी. वो एक हाथ से मेरे लंड को धीरे से सहलाने लगी.

फिर भाभी ने उंगली बाहर निकली, और अपना मूह मेरी गांद के च्छेद के अंदर डाल दिया, और चाटने लगी. मैं अपना लंड हिलाए जेया रहा था, और सिसकियाँ ले रहा था. क्यूंकी भाभी बहुत तेज़ी से चाट रही थी. भाभी ने मूह बाहर निकाला, और पूछा-

भाभी: कैसा लगा बेबी?

मे: अछा लगा भाभी, बहुत मज़ा आया.

भाभी: ठीक है, पर अभी तक हुआ नही है.

भाभी उठी, और एक कपड़ा लेकर आई, और कहा की लेट जाओ. फिर मेरे दोनो हाथो को बाँध दिया. फिर नीचे जाके मेरे लंड को हिला कर बोलने लगी-

भाभी: मज़ा आ रहा है बेबी? बोलो ना.

मे: हा, बहुत ज़्यादा.

भाभी ने फिर मेरे लंड पे थूका, और चूसने लगी, और नीचे जेया कर वापस मेरी गांद चाटनी शुरू की. इस बार भाभी मेरे लंड को बहुत ही ज़्यादा ज़ोर से हिला रही थी, और साथ ही साथ गांद भी छाते जेया रही थी. मुझे तो बहुत मज़ा आ रहा था. कुछ 5 मिनिट बाद मैं भाभी के हाथ में ही झाड़ गया, और तोड़ा सा मेरे झांतो वाली जगह भी मेरा विरया गिरा था.

पर भाभी ने अब तक गांद चाटनी बंद नही की थी, और अभी भी लंड को हिलाए जेया रही थी. फिर कुछ 2-3 मिनिट बाद भाभी ने मेरी तरफ देखा, और अपने बाल को एक साइड करते हुए साँस ली, और कहा-

भाभी: मज़ा आया जान?

मे: हा, बहुत मज़ा आया मेरी जान.

फिर भाभी ने मेरे लंड के उपर लगे वीर्या को चाट के सॉफ किया, और मेरे अपने

हाथ को भी सॉफ किया, और जहा-जहा मेरा वीर्या था, सब चाट के सॉफ किया. उसके बाद मैं और भाभी दोनो बातरूम में जेया कर क्लीन हुए, आंड किस करते हुए बाहर आए. बाहर आते ही मैने भाभी को बेड पे लेटने को कहा, और मैने उनके उपर चढ़ कर मेरा लंड उनके मूह में दिया, और मूह छोड़ने लगा. भाभी तोड़ा चौंक गयी, और लंड बाहर निकालते हुए पूछा-

भाभी: ये क्या था जान?

मे: भाभी मुझे मूतना है.

भाभी: ओो पहले बोलना था ना. चलो अभी डालो मूह में.

मैने अपना लंड भाभी के मूह में डाला, और अंदर-बाहर करने लगा. कुछ 2 मिनिट बाद मैने भाभी के मूह में मेरा पूरा मूट उतार दिया, और लंड अंदर ही दबाए रखा. भाभी में भी मेरा पूरा मूट पी लिया, और अपने मूह से मेरे लंड को सॉफ कर दिया.

तो ये थी हमारी ओरल सेक्स की कहानी. अब अगले पार्ट में बतौँगा की कैसे हमने एक पॅशनेट सेक्स किया. उमीद करता हू आपको पसंद आया होगा. वेट कीजिए नेक्स्ट पार्ट का.

यह कहानी भी पड़े  पड़ोस की सेक्सी भाभी की मालिश की


error: Content is protected !!