भाभी देवर की मालिश करते हुए हुई गरम

अब मुझसे रहा नही जेया रहा था. कुछ दिन बाद मेरी कमर में हल्का दर्द हुआ, तो मैने बोला-

मैं: भाभी मेरी कमर में दर्द है. मैं पाईं गेल लेकर आता हू.

फिर मैं बाहर से गेल लेकर आया, तो खुद से ही लगा रहा था खड़े हो कर. भाभी ने देखा और कुछ बोला नही. ना ही मैं बोल सकता था की आप लगा दे.

फिर भाभी ने पूछा: अब दर्द कैसा है?

मैने कहा: कुछ ज़्यादा फराक नही है. 3-4 दफ़ा के बाद शायद सही हो.

भाभी: तुमने खुद ही लगाया?

मैने कहा: हा, हाथ पीछे करके लगा लिया.

भाभी कुछ बोली नही. फिर नेक्स्ट दे शाम में मैं अगेन गेल लगा रहा था तो शी साइड-

भाभी: तोड़ा सा हाथ उपर करके लगाओ.

मेरी कमर उनके सामने थी, तो वो फिंगर रख के मुझे बता रही थी की यहा तक लगाओ. लेकिन ना उन्होने कुछ बोला, ना मैने की आप लगा दे. फिर दर्द भी ठीक हो गया. कुछ दिन बाद अगेन दर्द हुआ तो मैं फिर गेल लेकर आया.

भाभी ने कहा: सही नही हुआ अब तक?

मैने कहा: नही, दर्द अगेन हो रहा है.

तो उन्होने कहा: अब जब लगाना हो तो मुझे बता देना.

मैने कहा: ठीक है.

लेकिन मुझे अजीब लग रहा था उनको बोलते हुए. नेक्स्ट दे रात को भाई बच्चो को बाहर लेकर गये, और घर में कोई नही था. मैने जान-बूझ कर गेल निकाला, और खुद से लगाने लगा, और वेट करता रहा की वो रूम से बाहर आए. जब वो आई तो बोली-

भाभी: मैने कहा था मुझे बता देना. मैं लगा दूँगी.

मैने कहा: नही भाभी, अछा नही लग रहा, आंड फिर भाई भी पता नही क्या सोचेंगे.

भाभी: थप्पड़ मारूँगी अगर ऐसी बात की तो. लाओ मैं लगती हू.

मुझे तो मौका मिल गया. मैने अपना ट्राउज़र नीचे किया हाफ हिप्स तक, और शर्ट से धक दिया, ताकि जब वो शर्ट उपर करे तो उनको ऐसा फील ना हो की मैने जान के नीचे किया था. फिर मैं उल्टा हो कर लेट गया.

भाभी आई, शर्ट उपर करी, और लगाने लगी. जैसे ही उन्होने लगाना स्टार्ट किया, मज़े में मेरे मूह से आ निकल गयी.

भाभी: दर्द हो रहा है?

मैने कहा: जी.

फिर वो दबा कर चेक करने लगी. तो जहा से स्पाइनल कॉर्ड स्टार्ट होती है हिप्स की साइड से, मैने कहा यहा से दर्द हो रहा है. वो वही मसाज करने लगी. वो हिप्स तक लगा रही थी, और मुझे मज़ा आ रहा था.

15-20 मिनिट उन्होने किया, देन कहा: अब तुम एसी ऑफ कर देना, और कुछ देर बाद ओं करना. ताकि गरम रहे.

मैने कहा: जी भाभी, थॅंक योउ.

भाभी: कोई बात नही.

वो फिर हॅंड वॉश करने चली गयी. मुझे ज़िंदगी में पहली बार इतना मज़ा आया था. उस रात मैने दो दफ़ा मूठ मारी. नेक्स्ट मॉर्निंग उन्होने पूछा-

भाभी: दर्द कैसा है?

मैने कहा: बहुत फराक है.

शी साइड: देख मैने कहा था सही हो जायगा.

मैने कहा: जी भाभी.

तो वो कहने लगी: रात को फिर लगा दूँगी.

ई साइड: ओक भाभी, थॅंक योउ. रात हो गयी, लेकिन आज भाई बाहर ही नही गये. मैं कामन रूम में टीवी देख रहा था, और वेट कर रहा था. काफ़ी देर हो गयी थी. मैं समझा भाभी सो गयी. फिर मैं भी अपने रूम में चला गया. रात को 2 बजे भाभी ने मेरा रूम खटखटाया आंड पूछा-

भाभी: दर्द कैसा है?

मैने कहा: भाभी कल ख़तम हो गया था बिल्कुल. आज सुबह से फिर है.

भाभी: लाओ मैं गेल लगा डू.

मैने कहा: बुत भाई है.

भाभी: वो गहरी नींद में है.

फिर मैं उल्टा लेट गया. आज मैने ट्राउज़र नीचे नही किया था. और वो आज मेरी साइड पे खड़ी हो कर लगा रही थी. मुझे मज़ा आ रहा था. आज मुझे फील हो रहा था भाभी हॉर्नी हो रही थी. क्यूंकी वो दबा-दबा के कर रही थी मसाज. देन कुछ देर बाद वो बोली-

भाभी: शर्ट उतार दो, खराब हो रही है.

मैने कुछ बोला नही और उतार दी. वो शोल्डर से नेक तक करती रही.

फिर उन्होने कहा: हाथ उपर की साइड करो.

जैसे ही हाथ उपर की साइड किए, उनको मेरी बगल दिखने लगी, जिसमे में बहुत बाल थे. बाल देख के उनका हॅंड प्रेशर बढ़ गया. मैं समझ गया उनको मर्दों के बॉडी हेर पसंद थे. वो कुछ नही बोली, और मैने भी कोई रेस्पॉन्स नही किया.

फिर वो बोली: बस मैं तक गयी तुम्हारी मालिश करते-करते. मेरे हाथ में दर्द हो गया.

अब तोड़ा हॉंसला बढ़ चुका था.

मैने बोला: मैं आपका हाथ दबा देता हू.

शी साइड: हा दब्ाओ, तुम्हारी वजह से ही दर्द हुआ है.

और वो लेट गयी. मैने शर्ट पहनी और उनका हाथ उठा कर दबाने लगा. उनकी लोंग लूस त-शर्ट इतनी लूस थी की हाथ उपर करे तो पूरा शोल्डर दिख जाए. मैं स्लीव्स की साइड से अंदर देखने लगा. मुझे उनकी हाफ ब्रेस्ट साइड दिख रही थी. मेरा तो लंड पूरा खड़ा हो गया.

फिर मैने और हाथ उपर किया तो भाभी का आर्म्पाइट मुझे दिखा. उनकी बगल में बाल भरे हुए थे. ये देख मेरा तो लिक्विड आना शुरू हो गया. भाभी बहुत ही ज़्यादा गोरी है. मैने फर्स्ट टाइम किसी के हेर देखे थे. मेरा तो लंड बैठ ही नही रहा था.

भाभी: बस करो, तक जाओगे.

ई साइड: नही ठीक है.

भाभी: चल अब मैं सोने जेया रही हू.

मैने कहा: ओक.

बस जैसे ही वो गयी, मैने मूठ मारना शुरू कर दिया. 20 सेकेंड में ही माल निकल गया, क्यूंकी मैं बहुत गरम हो चुका था. फिर अगेन मैने मूठ मारी, तब जेया कर मैं कुछ ठंडा हुआ.

नेक्स्ट दे तो मैने प्लान कर लिया था की अब इतना सब हो रहा था, तो अब भाभी मुझमे इंटेरेस्ट ले रही थी. फिर नेक्स्ट नाइट मैने सोचा ये अगर आज जल्दी नही आई तो लाते आएगी, और जैसे ही ये आएगी मैं मूठ मारना शुरू कर दूँगा. मैं उनको लंड दिखना चाहता था.

फिर भाभी आई, और उन्होने मुझे मूठ मारते देख भी लिया. लेकिन कुछ बोली नही और चली गयी. कुछ देर बार वो दोबारा आई और बोली-

भाभी: सोए नही?

मैने कहा: नही बस सोने जेया रहा था.

भाभी: मसाज कर डू?

मैं: जी.

खैर फिर उन्होने मेरी मालिश करी.

वो बोली: आज पसीना क्यूँ आ रहा है?

मैं कहा: पता नही, शायद गेल गरम है.

फिर भाभी जल्दी से मालिश करके चली गयी. मुझे लग रहा था की वो भी अपनी छूट में फिंगरिंग करने लगी थी.

आयेज की कहानी अगले पार्ट में.

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