ब्फ ने बाप से बेटी की चुदाई करवाई

हेलो फ्रेंड्स, मैं अंकित गुप्ता आज आप सभी से अपनी लाइफ की सॅकी घटना शेर करने जेया रहा हू, जो मेरी गफ़ नेहा और उसके बाप नंदलाल के बीच हुई.

बात 2022 की है. मैं और मेरी गफ़ कॉलेज 1स्ट्रीट एअर में पढ़ते थे. उस टाइम हम लोगों को घूमना फिरना अछा लगता था. अचानक हम लोग सेक्स के लिए तैयार हो गये, और हम लोग ओयो एट्सेटरा होटेल्स में सेक्स करने लगे.

सब कुछ ठीक था, मगर हम दोनो पैसों के लिए घर पर ही डिपेंड थे, और हमारा ऑटो फेर्स, कोचैंग, सब जाना होता था. तो हम लोगो ने डिसाइड किया की हम नेहा के घर आके पढ़ाई के बहाने अपनी लाइफ एंजाय करेंगे.

नेहा के घर में उसका बाप नंदलाल के अलावा उसकी मा ममता भी रहती थी. पहले दिन जब मैं उसके घर गया ममता ने गाते खोला.

अंकित: हेलो आंटी.

ममता: हेलो बेटा, अंदर आओ.

नंदलाल: तुम लोग साथ में पड़ते हो?

अंकित: जी अंकल जी.

फिर हम लोग नाश्ता किए, और बातें करने लगे. ऐसे ही हम लोग घुलने-मिलने लगे और अब उनके घर मेरा आना-जाना बढ़ गया. हम लोगों के सेक्स कार्यक्रम भी बढ़ गये.

अब जब भी नेहा के मा-बाप घर नही होते थे, हम लोग सेक्स करते थे. सब कुछ ठीक चल रहा था. पर पता नही कैसे नंदलाल को मेरे पे शक हो गया, और एक दिन नंदलाल ने मुझे अकेले मिलने को बुलाया.

अंकित: अंकल आपने मुझे यहा क्यूँ बुलाया?

नंदलाल: आओ बैठो, और बिना टाइम वेस्ट किए सब बताओ. क्या चल रहा तुम लोग का?

अंकित: मैं समझा नही अंकल.

नंदलाल: ज़्यादा होशियार मत बनो. मुझे सब पता चल गया है, तुम मेरी बेटी के साथ क्या करते हो. अभी तुम्हारे घर वालो से खबर लू क्या तुम्हारी?

अंकित: सॉरी अंकल. हम बच्चे है, इस उमर में हमसे ग़लती होती है. ये आम बात है. आप मुझे माफ़ कर दीजिए.

नंदलाल: ये माफी-वाफी का नाटक यहा नही चलेगा.

अंकित: अंकल आप जो बोलॉगे मैं करूँगा. बुत मेरे मम्मी-पापा को नही बताना. हम लोग काफ़ी ग़रीब घर से है.

नंदलाल: ठीक है, फिर मेरा एक काम करो.

अंकित: जी अंकल बोलिए.

नंदलाल: एक जवान लड़की का इंतेज़ां करो मेरे लिए, बिल्कुल मेरी बेटी नेहा की तरह.

अंकित: अंकल मैं रंडी बुक कर डू आप पैसे दे देना.

नंदलाल: मैं एक फूटी कौड़ी नही दूँगा. और हा, ये बात नेहा से शेर करी तो अंजाम बुरा होगा.

अंकित: अंकल आपकी डिमॅंड के हिसाब से 20000 लेगी. मैं कहा से लौंगा इतना सारा पैसा?

नंदलाल: वो तुम समझो.

अगले दिन कॉलेज में-

नेहा: क्या हुआ बेबी, इतने उदास क्यूँ हो आज?

अंकित: तुम सुनोगी तो तुम्हारा दिमाग़ भी खराब हो जाएगा.

नेहा: क्या हुआ बताओ अब जल्दी. नाटक मत करो इतना.

अंकित: तुम्हारे पापा को हमारे बारे में सब पता चल गया है, और वो मुझसे भारी डिमॅंड कर रहे है.

नेहा: क्या! क्या डिमॅंड कर रहे है वो?

अंकित: वो कह रहे है उनको तुम्हारे जैसी एक लड़की के साथ सेक्स करना है. मैं कहा से लाउ लड़की बताओ? रंडी भी 20000 से कम नही लेगी.

नेहा: पापा ऐसे क्यूँ हो गये है यार? मम्मी में क्या कमी है?

अंकित: एक बात काहु? जिस तरह तुम्हारे पापा लड़की का कंपॅरिज़न तुमसे कर रहे है, मुझे तो लगता है वो तुमसे अट्रॅक्टेड है.

नेहा: ना-ना यार, ये तो नही हो सकता है.

अंकित: मत मानो मेरी बात. तुम वाहा रहती तो समझी.

नेहा: तो तुम क्या कहना चाह रहे हो, पापा मुझसे सेक्स करना चाह रहे है?

अंकित: एस, मेबी.

नेहा: ओक तुम बात करो. अगर उन्होने हामी भर दी, तो मैं कर लूँगी.

अंकित: क्या कह रही हो तुम?हमारा प्यार सक्चा है.

नेहा: तुम पहले उनसे पूछना क्या वो मुझसे करना चाहते है. अगर हा जवाब आया तो मैं जैसा कहूँगी वैसा प्लान से समझना.

फिर हम प्लान डिसकस करने लगे. अगले दिन मैं नंदलाल से मिलने उसके ऑफीस गया.

अंकित: अंकल आपसे बात करनी है.

नंदलाल: कुछ बात नही, पहले बोलो लड़की मिली?

अंकित: अंकल लड़की नही मिली. मगर मैं पूछना चाहता हू की आप नेहा के बारे में क्या सोचते है. ई मीन वो कैसी लगती है आपको?

नंदलाल: शी इस हॉट आंड सेक्सी. क्यूँ पूछे तुम?

अंकित: अंकल अगर आप चाहे हो तो मैं आपको नेहा से सेक्स करवा सकता. वो भी उसको पता भी नही चलेगा.

नंदलाल: अछा मगर वो कैसे?

अंकित: आप किसी बहाने से आंटी को लंबी शॉपिंग पे भेज देना, और आप कहना मैं रात में अवँगा ऑफीस जेया रहा हू. फिर मैं आपके घर जौंगा, और नेहा की आँखों में पट्टी बाँध कर ब्लाइंड सेक्स करने के लिए उसके आँखों पे पट्टी बाँध के रखुगा. फिर जैसे ही मैं आपको मेसेज करू, आप वापस बिना आवाज़ किए आ जाना, और नेहा को पता भी नही चलेगा.

नंदलाल: तुम जैसा कह रहे हो सुन के अछा लग रहा है. सच में ऐसा होगा ना, उसको पता तो नही चलेगा? मुझे उसकी मा से बहुत दर्र लगता है. एक बार मैं उसकी पनटी स्मेल कर रहा था तो उसकी मा ने पकड़ लिया और खूब सुनाया था.

अंकित: आप बस कल का शॉपिंग प्लान कीजिए, और घर के बाहर वेट कीजिए प्लान के हिसाब से शाम को.

फिर नेहा से मेरी बात हुई.

नेहा: क्या हुआ, पापा ने माना किया या मान गये?

अंकित: वो मान गये. वो पहले भी तुम्हारी पनटी स्मेल करते रहे है, और आंटी से दाँत भी सुनते रहे है

नेक्स्ट दे:-

नंदलाल: आज तुम सारी मार्केट कर लो, फिर टाइम नही मिलेगा.

ममता: आप भी चलिए.

नंदलाल: ठीक है चलो, वही से ऑफीस का काम करके सीधा शाम को घर लौटेंगे.

नेहा: ठीक है आप लोग जाओ. मैं घर पे ही रहूंगी.

फिर नंदलाल मुझे मेसेज करता है की वो निकल रहे थे.

नेहा: अंकित आ जाओ, 10 मिनिट में.

मैं नेहा के घर गया, और हम दोनो ही थे बॅया.

नेहा: कुछ समझ नही आ रहा कैसे रिक्ट करूँगी.

अंकित: तुम बस अंकित-अंकित करना.

मैने नंदलाल को मेसेज किया, और वो आने वाला था. मैने गाते लॉक खोल रखा था, और नेहा की आँखों पे पट्टी बाँध रखी थी. फिर नंदलाल आ गया.

नेहा: बेबी अब और इंतेज़ार नही हो रहा.

मैने नंदलाल को इशारा किया की मैं जो-जो नेहा को कहूँगा, आवाज़ मेरी रहेगी मगर प्ले वो करेगा. अब मैं जो-जो बोल रहा था नंदलाल वो-वो कर रहा था

नेहा: कम ओं बेबी.

अंकित: एस कमिंग. अब मैं तुम्हारी त-शर्ट उतरूँगा.

मेरे ये कहते ही नंदलाल ने नेहा की त-शर्ट और पंत दोनो उतार दी.

नेहा: अर्रे तुममे तो ज़रा भी सबर नही है.

अंकित: अब तुम ऐसे ही लेती रहो, मैं दूध पियुंगा तुम्हारे. नंदलाल फटत से ब्रा को उपर करके खोल दिया, और बूब्स चूसने लगा.

नेहा: बेबी एयेए वाउ आ.

अंकित: मज़ा आ गया. अब मुझे मेरी गुफा में घुसना है.

नंदलाल ने फटत से पनटी नीचे करी और बर चाटने लगा. लगभग 10 मिनिट के बाद नंदलाल ने कॉंडम लगाया, और नेहा की बर में अपना लंड डाल के छोड़ने लगा. नंदलाल 2 मिनिट में ही झाड़ गया. वो अपना ढीला लंड बार-बार खड़ा करने की कोशिश कर रहा था, मगर हो नही पा रहा था. नंदलाल शर्मिंदगी में था.

नेहा: क्या हुआ बेबी?

अंकित: मेरा आज खड़ा नही हो पा रहा है.

नेहा: मैं जानती हू कैसे खड़ा करना है इस उमर के लंड को.

फिर नेहा ने पट्टी हटाई, और नंदलाल के लंड को चूसने लगी.

नंदलाल: ई’म सॉरी बेटा. मगर तुमको पहले से सब पता था?

नेहा: एस पापा. मगर आपका स्टॅमिना इतना कम है, फिर भी आप यंग लड़की क्यूँ चाहते हो?

नंदलाल: ई’म सॉरी बेटा.

नेहा: पापा आज आपको जितना सेक्स करना है कर लीजिए. बुत आज के बाद मैं अंकित के सिवा किसी से सेक्स नही करूँगी, आप से भी नही.

नंदलाल: ई प्रॉमिस मैं कभी नही सोचूँगा, और तुम लोगों की शादी भी कार्ओोगा.

नेहा ने नंदलाल का लंड चूस-चूस के फिरसे उसे कैसे भी खड़ा किया.

नंदलाल: बेटी मेरे उपर अब हॉर्स राइडिंग करेंगे.

नेहा: ओक.

एक मिनिट तक नंदलाल हॉर्स राइडिंग सेक्स कर पाया. मैं भी देख के डांग रह गया.

नेहा: और कुछ पापा देख लो. कल से डॉन’त एक्सपेक्ट एनितिंग.

नंदलाल: बेटी मेरी गोद में बैठो. मैं तसल्ली से बूब्स चूसना चाहता हू. फिर नंदलाल 10 मिनिट तक बूब्स चूसा, और वो कपड़े पहन लिया.

अंकित: नाउ मी तुर्न.

मैने फिर 15 मिनिट तबाद-तोड़ चुदाई की. ये देख के नंदलाल को शरम आ गयी. फिर हम लोग फ्रेश होके खाने लगे. शाम में ममता घर आई, और हम नॉर्मल रहने लगे. फिर कभी ऐसे आज की डटे तक नही हुआ. अनफॉर्चुनेट्ली कुछ वक़्त बाद मेरा ब्रेकप हो गया, और मैं अब नेहा के बारे में कुछ नही जानता.

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