ब्फ और डेलिवरी ने एक सस्ती रंडी बना दिया

जैसी की आपने पिछली कहानी मे पढ़ा, समीर ने मेरे मूह की चुदाई करके 2 बार जाध दिया था और वो अब सोफा पे बेत्के रेस्ट कर रहा था और मे भी पास मे ही बेती थी और हम दोनो अभी भी नंगे. इतना मूह छुड़ाने के बाद अब मेरे मूह मे तोड़ा दर्द हो रहा था और आवाज़ भी बेत गयी थी.

अब वो हुआ जो ना मैने कभी सोचा था ना तय किया था. मेरा ब्फ रूम से बाहर आया हॉल मे और उसे देखके मे और समीर दोनो ही शॉक्ड. समीर तो अपने कपड़े लेके पहनने लगा तभी ब्फ ने उसे रोका और बोला की दर मत. ये आइडिया मेरा ही था और तू मेरी गफ़ को कैसे भी कितनी भी बार छोड़े मुझे कोई दिक्कत नई.

उसने फिर समीर को बताया की वो उसकी फॅंटेसी है. वो मुझे प्यार करता है और शरीर को प्यार से अलग मानता है. उसकी सोच वही है की सेक्स जितना, जिससे मिले लेलो और सॅटिस्फाइ रहो हमेशा.

मेरे ब्फ ने उसे ऑफर दी की तूने इसके मूह का कमाल देखा. क्या तू उसके छूट का मज़ा नही लेगा? समीर के मूह पे मैने जो चमक देखी वो पहले देखी नही थी. उसकी तो लॉटरी लग गई थी बिना पैसे दिए मेरे जैसे रंडी का मूह छोड़ा अब और छूट मिलेगी. तुरंत ही वो रेडी हो गया.

और फिर मैने ब्फ मेरी और देखा. मेरे नज़दीक आके चूमने लगा और फिर दो उंगलिया मेरी छूट के अंदर डाल के मुझे पूछने लगा की क्या रंडी बनेगी तू हम दोनो के लिए?

मैने मोन करते हुए अववव हाआन्न कहा. उसने फिर से पूछा की क्या चाहिए तो तुझे वो बता, अपना रणदीपन दिखा मुझे. मैने कहा मुझे तुम दोनो के लंड मेरी छूट गांद और मूह मे बरी बरी चाहिए प्लीज़ देव जल्दी.

मेरा ब्फ अपने साथ रस्सी लेके आया था और उसने रस्सी से मेरे हाथ मेरे पीछे बाँध दिए. अब मुझे बालो से पकड़ के समीर के सामने घुटने पे खड़ा करके ऑर्डर दिया की मूह मे लेके इसका लंड खड़ा कर अब कुटिया.

2 बार जड़ने के बाद समीर का कला मोटा लंड अभी सॉफ्ट और जांतो के बीच च्छूप गया था. मैने फिर भी कोशिश की मूह मे लेके उसकी बॉडी को टच करके लंड को जगौ लेकिन लंड उठा ही नही.

मैने पूरा लंड और उसके 2 बॉल्स मूह मे ले लिए फिर भी वो हार्ड नही हुआ. ब्फ ने फिर मेरी गांद पे स्पॅंक करते हुए कहा की जब तक तू उसे खड़ा नही करेगी मे स्पॅंक करता रहूँगा.

मैने कुछ और ट्राइ करने का सोचा और समीर को अपनी टाँगे हवा मे उठाने का बोला. उसने वही किया और उसकी बालो से भारी गांद मेरे मूह के सामने आ गयी. मैने तुरंत उसकी गांद के च्छेद पे ठुका और चाटने लगी.

जैसे मेरी जीभ उसकी गांद छत रही थी, मेरा नाक उसी गांद की गंदी स्मेल का मज़ा ले रहा था. समीर मोन करते करते बोल रहा था ये कभी किसी ने नही किया मेरे साथ करती रह रंडी. अब धीरे धीरे लंड जाग रहा था उसका.

अब वो नीचे लेट गया और मुझे अपने मूह पे बेत्ने का इशारा किया. और मेरी छूट को मस्त भूखे इंसान की तरह चाटने का लगा, चूसने लगा, काटने लगा. मेरा ब्फ अपना लंड लेके मेरे मूह को छोड़ने लगा.

कुछ देर बाद समीर ने मुझे ऑर्डर दिया की अपनी छूट उसके लंड पे रख के छुड़वाने लग. और मे एक अची रंडी की तरह वो करने के लिए उसके लंड पर बेत गयी. मेरा ब्फ अभी भी मेरा मूह छोड़ रहा था. उसका लंड समीर से छ्होटा था लेकिन मोटा बहोट था तो चुदाई मे मज़ा आता था मुझे.

अब वो सोफा पे जाके बेत गया और मुझे उसके लंड पे छुड़वाने के लिए आने का इशारा किया. और मे उसकी कुट्टिया की तरह जाके बेत गयी. मेरा ब्फ अब मेरी गांद छत रहा था, बड़े ही आचे से थूक लगा लगा करके चटा.

फिर तुरंत ही अपना लंड मेरी गांद मे डाल दिया. मेरी चीख निकल गयी ज़ोर से. मैने अनल तो बहोट बार किया था लेकिन कभी ड्प नही तो ये बहोट दर्द भरा लेकिन प्लेशरिंग भी था. मेरी चीखे दर्द के साथ मज़ा भी दिखा रही थी.

फिर उन दोनो ने पोज़िशन चेंज की और समीर ने अपना 8 इंचा का मोटा लंड मेरी गांद मे डाला तो मुझे और ज़्यादा दर्द होने लगा. उसने साथ मे मुझे स्पॅंक करना शुरू कर दिया. मे दर्द और खुशी से बहोट चिल्ला रही थी. मेरा ब्फ का लंड छूट मे, उसका मूह मेरे चुचो पे. समीर का लंड गांद मे और हाथ मुझे स्पॅंक करता हुआ.

मेरी गांद पूरी लाल करदी स्पॅंक कर करके. फिर मेरे ब्फ ने मेरे हाथ खोले और मुझे ऑर्डर किया की कुत्टो की तरह चार पैरो से चलने के लिए हाथ पैर दोनो ज़मीन को टच करले.

फिर मुझे ऐसे ही चलते हुए बातरूम मे ले गया. पहले वाहा ले जाके उसने मुझसे अपनी गांद चटवाई और समीर को मेरी गांद छोड़ने को बोला. मेरा ब्फ डॉगी पोस्टीओं मे जहा मे उसका गांद छत रही थी डॉगी मे ही बेत के जहा पीछे से समीर मेरी गांद छोड़ रहा था.

ब्फ को मेरी हर किंक के बारे मे पता है. मुझे मूत पीना बहोट पसंद है. काई बार मे उसका या मेरा मूत ग्लास मे भर के रखती थी और सेक्स करते वक़्त पिया करती थी. अगर उस वक़्त कोई मूत ना पाए तो.

फिर वाहा मुझे बिता कर मेरा मूह खोलने को कहा. और फिर उसने मेरे मूह मे मुतना शुरू कर दिया. मुझे मूत पीना बहोट पसंद है तो मैने हो सके उतना सारा मूह मे ही रखा और फिर पी गयी पूरा. फिर समीर ने भी सेम ही किया लेकिन उसने बेटर वे मे लंड मेरे मूह मे ही रखके मूटा जो काफ़ी रफ और डॉमैनेटिंग था.

अब मेरी पूरी बॉडी मेरे गॅग, थूक और इन दोनो के मूत से कवर्ड हो चुकी थी. एक सस्ती रॅंड का हर च्छेद छोड़ा हो बहोट बुरी तरह से रफ और डॉमैनेटिंग वे मे ऐसा मेरा हाल था.

फिर उन दोनो ने बारी बारी मेरे मूह मे अपना लंड अंदर घुसा के रखके ही जाध दिया. ताकि उनका माल सीधा मेरे गले से होके अंदर पेट मे चले जाए.

तो दोस्तो मुझे बताना आपको कैसी लगी मेरी ये दो स्टोरीस. मेरा एमाइल है

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