ही दोस्तो, तो अपने मेरा पिछला पार्ट ज़रूर पढ़ा होगा और अगर नही पढ़ा है तो प्लीज़ पहले वो पढ़ लीजिए बाद में इस दूसरे पार्ट का लाभ उठाए. पिछला पार्ट पढ़ने के लिए यहा क्लिक करे – लॅडीस वाकेशन में हम बचो की हुई मों स्वापिंग-1
तो अब आगे की कहानी बताता हू. जैसा की अपने पढ़ा होगा की कैसे मैने और राज ने मिलके हमारी मम्मी और एक दूसरे की मम्मी के साथ सेक्स का लाभ उठाया और हमारी वर्जिनिटी लूस की. उस रात तो हम नंगे ही सोए थे एक दूसरे को चिपक कर.
फिर अगले दिन हम सब और दूसरी आंटीस भी रेडी होकर आई और हुँने दिन में तो खूब मज़े गये, साइट सीयिंग किए, और ढेर सारी मस्ती की. सीधे आते है मुद्दे की बात यानी रात के समय पर.
तो रात को जब हम खाना खा कर फ्री होके गार्डेन में बैठे थे रिज़ॉर्ट के अंदर, तब सारी लॅडीस ने डिस्कशन शुरू किया. इस बार हूमें साथ बिता कर बातें होने लगी.
मोना – यार दोस्तो, आज हमारी आखरी रात है. कल तो हम अपने अपने घर के लिए निकल जाएँगे. तो क्यू ना आज की रात हम पूरा मज़ा उठाए.
निकिता – जैसे की कल रात तो तुम दोनो ने उन बाप बिटो के साथ लडो खेला था ना.
और इस पर सारी लॅडीस और हम दोनो भी हास पड़े.
मोना – अरे मेरा मतलब है, की कल तो तुम्हारे बचे भी सिख गये होंगे और तुम दोनो ने उनकी जवानी का मज़ा उठाया. तो क्यू ना आज मैं और मानसी राहुल और राज के साथ सेक्स करें?
निराल – और हम सो जाए?
मानसी – अरे हम कॉल बाय्स बुक कर लेते है ना? गोआ में तो मिल जाएँगे जो बोलो जिस उमार के चाहो.निकिता – ये सही रहेगा. लेकिन हमारे बचे तुम्हारे साथ करेंगे? कल तो इनकी मम्मी साथ थी तो बचे खुश थे. आज फिर तुम अलग कमरो में. मैं निराल अलग कमरे में.
निराल – कोई बात नही पास ही में तो है कमरा. कुछ रहा तो हम आ जाएँगे.
मानसी – बताओ राहुल और राज. मेरे और मोना आंटी के साथ सेक्स करोगे?
राहुल – हा आंटी. मुझे तो कल निराल आंटी और मम्मी के साथ बोहोट मज़ा आया था. लेकिन मुझे निराल आंटी ने बोला था की आज वो मुझे अपने बम्स चाटने देंगी और मैं अपना नुणु भी उसमें दल सकता हू.
राज – हा और निकिता आंटी ने भी प्रॉमिस किया था.
मोना – तो हम है ना बचो. हमारे भी बम्स है. तुम दोनो छत सकते हो और जितनी मार्ज़ी चाहे उतना अंदर अपना लंड दल लेना.
मानसी – उसके साथ साथ हमारे दूध भी पी सकते हो बचो. ताकि तुम दोनो को ज़्यादा स्टॅमिना मिले और लंबे समय तक टीके रहो.
निराल – यार कल तो राहुल बिना दूध पिए ही इतना टिक गया था की मैं तक चुकी थी लेकिन ये बाप रे. मेरे तो पसीने छूट गये थे.
निकिता – हा और राज का तो इतना पानी निकला की मेरी छूट बहने लगी थी.
मोना – तो ये तय रहा की आज रात मैं और मानसी राहुल और राज की लेंगे. तुम दोनो के लिए कॉल बाय्स बुक कर देते है कल की तरह.
मानसी – हा लेकिन कल वेल बाप बेटे मत बुक करना. उनमें से बाप में तो फिर भी स्टॅमिना थी लेकिन उसके बेटे ने तो 2 रौंद में ही अपना दम तोड़ दिया था. कोई और बुक करो.
निकिता – निराल तू बता, किस केटेगरी में बुक करें?
निराल – केटेगरीस दिखा.
तो दोस्तो केटेगरीस में बतौ तो पहले रीजन का ऑप्षन था जिसमें इंडियन, आफ्रिकन, अमेरिकन, वगेरा चूज़ करना था और हमारी देसी लॅडीस को देसी तड़का ही चाहिए था. उसके आगे आगे केटेगरी थी जहा आप मनोगे नही, 15 – 18 की भी केटेगरी दी गयी थी उसके बाद 18 – 25, 25-35, 36- 45, 50+ जैसी केटेगरीस थी.
मेरी और राज की मम्मी की इचा थी की पहली केटेगरी वेल में से बुक करें लेकिन क्यू की उनको फिर सीखना पड़ता और संजना पड़ता, उन्होने 2न्ड केटेगरी यानी 18-25 केटेगरी वेल में से 2 लड़के बुक किए. जिनमें से एक जिम बॉडी वाला था और दूसरा निराल आंटी ने कहा की तोड़ा मोटा लड़का बुक कर दो.
तो उस हिसाब से बुकिंग हो चुकी थी, और हम उनका वेट करने लगे.
करीब 1 ह्र बाद, वो आए और हुँने उनसे मिलके अपने अपने कमरे में जाने का फ़ैसला किया.
मानसी – यार मैं क्या कहती हू, क्यू ना हम चारो आज एक ही कमरे में चुदाई करें?
मोना – आइडिया अछा है. लेकिन कमरे में करने से अछा है हम गार्डेन में ही करें. कमरे में इतनी जगह नही मिलेगी की 8 लोग चुदाई का मज़ा ले.
निकिता – फिर तो आज हम लॅडीस का दिन है उस हिसाब से हम आज लड़को को डॉमिनेट करेंगे.
निराल – हा बिल्कुल. आज की शाम हम लॅडीस और बचो के नाम.
उसके बाद सारे लोग उठे और खुशी खुशी एक दूसरे को गले लगाने लगे किस करने लगे.
मोना – तो गाइस , तुम चारो लड़के लाइन में खड़े हो जाओ और हम करेंगे सस्यू कॉंपिटेशन. जो सबसे ज़्यादा और लंबा सस्यू करेगा उसको उसके पसंद की औरत मिलेगी. बाकी जो हारेगा, वो कुछ चूज़ नही कर सकता. और हम बची हुई लॅडीस चूज़ करेंगी लड़को को. ठीक है?
मानसी – मोना तू तो बड़ी चालू है यार.
निकिता – आज राहुल और राज बोहोट मज़ा लेंगे लगता है.
निराल – निकिता हम तो बचपन में देखते थे इन्हे सस्यू करते हुए. आज इनकी जवानी में ये लिफ्ट उठाने का मौका मिलेगा.
निकिता – यार राहुल ना बचपन से ही जैसे ही गोद में उठती थी और डाइपर चेंज करने के लिए उतरती थी, तुरंत उसी वक़्त मेरे मूह पे सस्यू कर देता था.
मोना – श हो.. नॉटी राहुल..
हम दोनो शरमाने लगे और हमरे साथ दूसरे को लड़के भी हासणे लगे. फिर हुँने शुरू किया हमारा सस्यू कॉंपिटेशन. उसके हिसाब से हम चारो लाइन में बाजू बाजू में खड़े हो गये और लॅडीस के गो कहने पर हुँने हमारी पॅंट्स और अंडरवेर उतार दी थी.
फिर प्लान ये था की इंडिविजुयली एक औरत हमारे बम्स पे 3 कहने पर स्पॅंक करेगी, तब वो लड़का सस्यू करेगा. दूसरी औरत कितनी दूर तक जाता है उसकी निशानी लगाएगी. तीसरी औरत टाइम नोट डाउन करेगी.
फिर हुँने बरी बरी हमारा सस्यू ख़तम किया और विन्नर था वो मोटा लड़का. माना की उसका शरीर मोटा था लेकिन उसका लंड मीडियम साइज़ का था जो काफ़ी दूर तक गया था. नियम के मुताबिक, उसने निराल आंटी जो मेरी फॅवुरेट थी, उनको चूज़ किया. उसकी जगह मैं जीत ता तो मेरी भी वही चाय्स होती. पर खैर, बाकी लॅडीस ने अपना अपना डिसिशन सुनाया.
मोना – मैं चूज़ करूँगा जवान और कला लंड. मेरा राज. कम बेटा आजा मेरे पास. आज जी भर के छोड़ना मुझे. (जैसे ही मैं उनके पास गया उन्होने नीचे झुक कर पहले तो राज ने नुणु को स्मेल किया और एक प्यारी सी किस कर के फिर खड़ी हो गयी उसको हग कर के)
मानसी – आजा बेटा राहुल, आज तुझे मैं जन्नत दिखौँगी. तू अगली बार तेरी निराल आंटी को भूल जाएगा.
निराल – यार तू कितना भी माखन लगा ले, राहुल तो मेरी ही लेगा और मैं उसकी फॅवुरेट रहूंगी. क्यू राहुल बेटा?
राहुल – एस आंटी. लेकिन ये तो आज रात के बाद ही पता चलेगा.
सब लॅडीस ने अवववव किया और हासणे लगी.
उसके बाद बची मेरी मम्मी और उन्होने उस जिम बॉडी वेल लड़के को बुलाया और कहने लगी.
निकिता – बेटा आज पता चलेगा की जिम जाने के बाद तेरे लंड में कितना दूं है.
चलो लॅडीस तो शुरू करते है आज का सेक्स सेशन. चियर्स.. और इतना कहते ही सारी लॅडीस ने अपने अपने चूज़ किए हुए लड़को का लंड पकड़ा और दबा दिया.
फिर हम सब अपनी अपनी जगह लेकर बैठ गये जहा सारी आंटीस झुक कर हम जवान लड़को का लंड चूसना शुरू कर दिया.
मैं और राज भी चुसवाने का मज़ा लेने के साथ साथ, बाकी लॅडीस को देख रहे थे. सभी लॅडीस हमारा लंड पकड़ कर उसकी स्किन नीचे करते और फिर हमारा टॉप पार्ट पे जीभ घूमती और कुछ सेकेंड्स बाद अपने मूह से पूरा थूक और लंड का माल लंड पर थूक देती. फिर से उसे पूरी तरह चाटने लगी.
यहा मानसी आंटी लंड चूसने में प्रो लग रही थी जिसमें मुझे ज़्यादा मज़ा आ रहा था. वो बिना स्किन नीचे किए ही अपनी जीभ मेरे स्किन से अंदर की साइड्स पे घूमती और अपने जीभ से मेरे लंड के स्किन के अंदर के हिस्से पे रोल करती. थोड़ी देर बाद जब सारी लॅडीस का मूह दुखने लगा, एक एक कर के वो उठी और सभी आंटीस नंगी होने लगी. साथ साथ हम लड़के भी नंगे हो चुके थे.
हुँने एक चेर पर कपड़े रखे जहा उसके बाद सभी ने अपने कपड़े वाहा रखे. दोस्तो सोचो, इतनी हॉट 4 आंटीस उनके सारे कपड़े, उनकी ब्रा और पॅंटीस, लेगैंग्स, कुर्ता आए हाए, सोच कर ही सपने जैसा लगता है. जिसका चाहे हम उठा का स्मेल कर सकते थे, छत सकते थे.
उसके बाद जैसे जैसे लॅडीस की इचा थी उन्होने अपनी छूट चटवाने का फ़ैसला किया.
मानसी आंटी ने मुझे नीचे लेता दिया और मेरे मूह के उपर 69 पोज़िशन में लेट गयी जहा उन्होने मुझे उनकी गांद चाटने को कहा. दूसरी तरफ मोना आंटी चेर के सपोर्ट के साथ घोड़ी बन चुकी थी और राज से उन्होने भी अपनी गांद चाटने को कहा.
हम दोनो अपने अपने जगह लेकर दोनो आंटीस की गांद चाटना शुरू कर दिया जो बोहोट मज़ेदार था. और इतना छोटा सा होल होने के बावजूद भी हूमें बोहोट मज़ा आने लगा था गांद चाटने का..
दूसरी तरफ मेरे मम्मी नीचे लेट चुकी थी मेरे बाजू में जहा वो जिम बॉडी वाला लड़का उनकी छूट उनके परो के बीच बैठ कर चाटने लगा. और निराल आंटी खड़ी थी और टाँगे फैला के उनके नीचे वो मोटा लड़का अपने घुटनो पे बैठ कर निराल आंटी की छूट चाटने लगा. दोस्तो सोचो 4 लॅडीस चूत चटवा रही है लेकिन चारो अलग अलग तरीके से.
जब हम बचे छत छत के तक चुके थे, हुँने आंटीस को कहा और उन्होने कहा की ऐसे सीधे चुदाई का मज़ा नई लेने देंगे.
निकिता – यार लॅडीस, बचो का सस्यू कॉंपिटेशन हुआ, तुम को नई लगता हमारा भी होना चाहिए?
मोना – तूने तो मेरे छूट की बात चीन ली निकिता हाहाहा
और ये . ही सब हास पड़े. फिर मोना आंटी ने कहा की सारे बचो . में अपने अपने घुटनो पे बैठ जाओ.
तो हम एक एक डाइरेक्षन पकड़ कर आस पास बैठ गये लॅडीस की बाहर की तरफ मूह कर के. फिर लॅडीस ने हमारे आस पास घूमना शुरू कर दिया एक सर्कल में. और वो हमारे सर पे हाथ घूमती, कोई हमारे गाल खिचता, ऐसे वो घूमकर फिर सभी लॅडीस ने एक एक लड़का सेलेक्ट कर के उसके सामने खड़ी हो गयी.
और लॅडीस ने 3 तक काउंटडाउन लगाया और फिर पूरे प्रेशर के साथ हमारे मूह पे सस्यू करना शुरू किया. क्यू की हम सब आस पास बैठे हुए थे और हर तरफ लॅडीस थी, तो हर डाइरेक्षन से हम पर गरम गरम सस्यू की बारिश हो रही थी.
मानो ऐसा लग रहा था की हम किसी हॉट शवर के नीचे बैठे हो. और लॅडीस फिर सस्यू के बाद अपने अपने सेलेक्ट किया हुए लड़को को लेकर साइड में हो गयी जहा उन्होने चुदाई का आमंत्रण दिया.
अब आपको बतौ की क्या हमारी पोज़िशन थी.
मानसी आंटी घोड़ी बनी थी जहा मैं उनके पीछे उनकी गांद मारने को रेडी था और कुछ दूर राज और मोना आंटी भी उसी पोज़िशन में थे जहा हूमें उनकी गांद मारनी थी. मेरे बगल में निराल आंटी जो घोड़ी बनी थी जो मेरी तरफ मूह कर के थी और उनके पीछे वो मोटा लड़का जो उनकी चूत मारना शुरू कर चुके था. और उसी तरह मेरी मम्मी राज के पास. मानो किसी फिल्म का डाइरेक्षन चल रहा हो.
जैसे ही मैने मानसी आंटी के गांद के छेड़ पे लंड रखा और झटका मारना शुरू किया, तो मेरा लंड स्लाइड हो गया.
मानसी – यार तुमने इनको गांद मारना नही सिखाया क्या?
निकिता – अरे कल पहला दिन था. तू चूत बोलेगी तो देख कैसे फाटक से छूट मारेंगे हमारे बचे.
निराल – लेकिन तू चिंता मत कर मैं सिखाती हू राहुल को. निकिता तू राज को सीखा दे.
राहुल बेटा ऐसे नई मारते गांद. देखो सबसे पहले अपनी लंड की स्किन पीछे खिछो, एस वेरी गुड. अब जब भी किसी की गांद मारनी हो तो पहले (निराल आंटी ने मानसी आंटी के गांद पे थूक लगाया. और अपनी उंगली से स्प्रेड करने लगी. और फिर एक उंगली अंदर दल दी) देखा राहुल, थूक लगाने से आसानी से अंदर दल सकते है. चलो अब अपना बड़ा सा नुणु डालो मानसी आंटी की गांद में.
राहुल – आंटी, प्लीज़ तोड़ा आपका थूक मेरे नुणु पे भी डालोगे?
निराल – हाए मेरे आशिक़, इधर दिखा..
जैसे ही मैने उनके मूह के आगे लंड दिखाया, उन्होने ठीक गिराया और अपने प्यारे हाथो से मेरे पूरे लंड पे लगा के मुझे कहा की अब तू रेडी है. उसके बाद जब मैने उनकी बताई हुई बातें मानी, तो आसानी से मानसी आंटी के गांद में मेरा लंड घुस गया. तोड़ा टाइट था लेकिन अछा महसूस हो रहा था.
दूसरी तरफ राज ने भी उसी तरह मेरी मम्मी की बातें मानते हुए, मोना आंटी की गांद मारना शुरू कर दिया था. अब सीन ऐसा था की हम दोनो आंटीस की गांद मार रहे थे, दो लड़के दूसरी आंटीस की छूट मार रहे थे. हम सभी बचो को मज़ा और आंटीस को आनंद मिल रहा था.
करीब 20 25 मिनिट हम लगे रहे और कई बार हुँने पार्ट्नर्स चेंज किया जैसे की मोना आंटी मेरे लंड को लेने मेरे पास आई और मानसी आंटी राज के पास चली गयी.
फिर निराल आंटी उस जिम बॉडी वेल लड़के के पास गयी और मेरी मम्मी उस मोरे लड़के के पास आ गयी.
क्यू की हुँने कल मम्मी और निराल आंटी के साथ किया था तो हम आज की रात बाकी आंटीस के साथ लगे हुए थे. मुझे तो याद भी नही की मैने कितनी बार अपना सस्यू निकाला होगा उनके गांद में. लेकिन गांद में अपना माल निकालने का मज़ा ही अलग होता है और उपर से जब आंटीस हो तो मज़ा दुगना हो जाता है.
फिर इसी तरह हुँने आंटीस के उपर अपना अपना माल का फुवरा निकाला और वो खुशी खुशी पूरे आनंद के साथ उसका लुफ्ट उठाने लगी.
फिर हम इतने तक चुके थे की रात में कों किस के साथ सोया, किसने किसको छोड़ा रात में किसी को कुछ खबर नही थी सुबह तक. एक तरफ मुड़ते, तो उनकी छूट में लंड दल के सोते, करवट ली तो दूसरी आंटी के छूट में.
तो ऐसा था हमारा वाकेशन.
तो दोस्तो आपको ये पूरी कहानी कैसी लगी और आपकी क्या राय है मुझे अपने कॉमेंट्स और मैल द्वारा बताए. ये मेरे लिए बोहोट मायने रखता है की मुझे और स्टोरीस लिखने का मोटिवेशन मिलता है.