बेटी और बीवी के साथ थ्रीसम सेक्स की कहानी

हेलो दोस्तों, जैसा की आप लोगों ने पिछले पार्ट में पढ़ ही लिया की कैसे मैं और श्रेया चुदाई करने जेया रहे थे, की तभी सुषमा अचानक से घर वापस आ गयी, और मेरा लंड श्रेया के हाथो में देख के चौंक गयी. अब आयेज.

सुषमा के देखते ही श्रेया तुरंत बेड से चादर लेके खुद को कवर करने लगी. मैं भी तुरंत अंडरवेर पहनने लगा. सुषमा अचानक से श्रेया की तरफ देख के बोली-

सुषमा: तू बेशरम, कमीनी, तुझे शरम नही आई अपने ही पापा के साथ ये सब घटिया हरकत करते हुए?

और फिर मुझे कहने लगी रोते हुए: रमण और आप. आपने तो हड्द ही कर दी. अपनी ही बेटी के साथ. मुझसे आपकी ज़रूरते पूरी नही हो पा रही थी क्या (वो चिल्लाने लगी)?

तभी मैने श्रेया को बोला: जेया अपने रूम में.

फिर मैं सुषमा को समझने लगा और उसको मानने लगा. मैने उसको सारी बातें भी बता दी, की कैसे जब हम चुदाई करते थे, तो श्रेया हमे देखती थी, और फिर कैसे हम दोनो के बीच ये सब शुरू हुआ.

मैने उसको बोला: आख़िर वो मेरी बेटी है, और फिर उसकी ज़रूरतों का ख़याल रखना मेरा ही तो काम है. सेक्स ही तो है, कों सी बड़ी बात है. हम तो बस अपनी ज़रूरते पूरी कर रहे थे. कों सा मैं बाहर मूह मार रहा हू. घर की बात घर में ही रहेगी.

सुषमा ने कहा: तो मैं भी करू सम के साथ ये सब, आप को अछा लगेगा क्या?

मैं बोला: वो तो सम पे ही डिपेंड करता है, की अछा लगेगा की नही.

सुषमा मुस्कुराते हुए बोली: आप भी ना.

फिर मैं सुषमा का हाथ पकड़ के उसको श्रेया के रूमे में ले गया. श्रेया सुषमा को देख के दर्र रही थी. तो मैने उसे रिलॅक्स किया और उसके सामने सुषमा की सारी उतारने लगा. श्रेया हमे बस देखे जेया रही थी.

तभी सुषमा ने बोला: चल आजा, च्छूप के देखते हुए तो नही शर्मा रही थी तू. तो अब क्यूँ शर्मा रही है? आजा.

मैने भी अपना अंडरवेर उतार दिया, और पूरा नंगा हो गया. फिर मैने एक-एक करके सुषमा का ब्लाउस, ब्रा, पेटिकोट, और पनटी भी निकाल के पूरा नंगा कर दिया उसको. फिर सुषमा ने भी श्रेया के पुर कपड़े निकाल दिए, और बोली-

सुषमा: चल अब शुरू भी हो जेया. अब क्या शरमाना.

तभी श्रेया ने सुषमा को बोला: मा अपने बालों को खोल दो ना, मुझे देख के बहुत अछा फील होता है.

सुषमा ने श्रेया को बोला: अछा, तू बड़ी शैतान होती जेया रही है.

फिर सुषमा ने अपने बाल खोल दिए, और मेरे लंड को चूसने लगी मुझे बेड पे लिटा के. श्रेया मेरे होंठो में होंठ डाल के किस करते हुए मेरे सीने को सहला रही थी. 2 मिनिट बाद मैं सुषमा को लिटा के, अपना लंड उसके मूह में देके उसकी बर को चूसने लगा, और श्रेया सुषमा की बर को सहला रही थी.

अब सुषमा की सिसकियाँ भी निकालने लगी है थी आह आह की. और वो मेरे लंड को अपने मूह से बाहर निकाल दी. फिर श्रेया और सुषमा आपस में किस करने लगे, और मैं श्रेया की बर में जीभ अंदर-बाहर करके चाटने लगा.

करीब 3-4 मिनिट बाद मैने अपने लंड को हिलाते हुए सुषमा की गांद पे सेट करके एक हल्के झटके से अपना आधा लंड अंदर डाल दिया. गांद का च्छेद छ्होटा होने की वजह से सुषमा की चीख निकल आई-

सुषमा: उम्म मम्मी आह. रमण तोड़ा धीरे.

फिर मैने दूसरे झटके में अपना पूरा लंड डाल दिया, और ज़ोर-ज़ोर के फटके मारने लगा. सुषमा दर्द से चिल्लाने लगी, और 2 मिनिट बाद जब छूट का पानी बाहर आया, तो उसे भी मज़ा आने लगा.

वो बोली: आह उम्मह, और तेज़, और तेज़.

श्रेया भी मेरे बालों को सहलाते हुए मुझे किस कर रही थी. फिर मैने श्रेया को नीचे करके अपना लंड उसकी बर में सेट करके एक ही झटके में पूरा का पूरा लंड उसके अंदर डाल दिया. श्रेया भी चिल्लाने लगी-

श्रेया: आहह पापा आहह तोड़ा धीरे आ, आराम से.

सुषमा और श्रेया फिर एक-दूसरे की चूचियों को दबाते हुए किस कर रही थी. हम तीनो बिल्कुल अपनी चरम सीमा पे थे, और एक-दूं खुल के एंजाय कर रहे थे. तभी मैने स्पीड को पूरी तेज़ी से बढ़ा दिया, और आह आ की आवाज़ निकालते हुए बोला-

मैं: मेरा होने वाला है आहह.

और 2 मिनिट बाद मैं झाड़ गया श्रेया के अंदर ही.

तभी सुषमा बोली: अर्रे रमण ये क्या कर दिया तुमने? श्रेया के अंदर ही निकाल दिया सारा.

मैने बोला: क्या करू, जोश में हो गया.

सुषमा बोली: ठीक है, इसको एक अनवॉंटेड 72 लाके दे देना.

फिर सुषमा बोली: मेरा तो अभी भी मॅन नही भरा. एक रौंद और करते है ना.

मैने बोला: अर्रे नही बाबा, तुम दोनो ने तो आज मुझे तका दिया एक-दूं.

तभी सुषमा ने कहा: रमण अगर सम भी आ जाए तो मज़ा ही आ जाए. क्यूँ श्रेया, क्या कहती है? और फिर तुम्ही ने तो बोला रमण, की घर की बात घर में ही रहनी चाहिए ना.

रमण हेस्ट हुए बोला: ओक, आज मैं ये समझ गया की हर औरत के अंदर दूसरे मर्द की इक्चा होती है. बस वो कह नही पाती, खैर. लेकिन उसको कैसे?

सुषमा बोली: वो मैं और श्रेया संभाल लेंगे. क्यूँ श्रेया?

श्रेया: हा क्यूँ नही मा.

फिर मैं और श्रेया उसको सिड्यूस करने का प्लान बनाने लगे.

मैने श्रेया को बोला: तू उसके सामने नहाने के बाद सिर्फ़ टवल में आया कर खुले बालों में. आख़िर वो भी तो जवान है. उसका भी खून गरम होगा.

सुषमा: और मैं भी निघट्य में झाड़ू लगाने के बहाने बिना ब्रा के उसके सामने झुक कर अपनी चूचियों की क्लीवेज दिखौँगी.

बाकी आयेज की स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में. मी एमाइल ईद: रमनसींहा3674@गमाल.कॉम

जिस किसी को भी मुझसे बात करनी है, कोई टिप्स चाहिए, तो मुझे एमाइल करे. अब तो बहुत ढेर सारे लोगों के मेल्स आने लगे है. ख़ास कर औरतें. अब वो भी बिना दर्रे एमाइल करती है. और हा, जिस किसी भाभी, आंटी, चाची, औरत को चुदाई करनी है, तो मैल करे. थॅंक योउ.

यह कहानी भी पड़े  मम्मी पापा, जवान कामवाली और ड्राईवर का ग्रुपसेक्स


error: Content is protected !!