बेटे ने मा को पैसे लेके रंडी बनते देखा

मम्मी: आ छोड़ रे मेरे राजा.

चाचा: हा रंडी, तेरे को आज बहुत छोड़ने वाला हू.

कुछ देर ये चलता रहा, और फिर दोनो शांत हो गये. फिर दोनो बातरूम जाके फ्रेश हुए. रात भर सेक्स ही चलता रहा उन दोनो का. और मैं सो गया रूम में आके. मम्मी उठाई मुझे, और मैं नींद में था, तो सर दर्द का बोल के सो गया.

मम्मी ठीक है बोल के, काम करके खुद भी सो गयी. फिर 2 पीयेम को आंटी आई, पद्मा आंटी. मम्मी और पद्मा बातें कर रहे थे कल रात की.

तो आंटी बोल रही थी: वाह, तेरा सब अछा हो रहा है.

फिर आंटी बोली: एक आदमी है. उसके साथ करोगी क्या? पैसे भी देगा वो तेरे को.

मम्मी: वैसे ऐसा कभी सोची नही मैं.

आंटी: तो वो राकेश भी तो दूसरा आदमी ही है ना.

मम्मी: हा, बुत मालूम है उस आदमी के बारे में.

आंटी: एक बार ट्राइ करे? और तू उसको पसंद भी आई है.

मम्मी: कों है वो, और मुझे कैसे जानता है?

आंटी: मेरे आदमी का दोस्त है. उसने तेरी फोटो देखी तो अची लगी बोल रहा था. एक बार करना है बोल रहा था.

मम्मी: कों है वो, और मेरी फोटो किसी को भी दिखा देती हो तुम क्या?

आंटी: अर्रे कुछ भी नही होता. मैं हू ना. और तेरे को आचे पैसे भी देगा वो.

मम्मी: मैं पैसे के लिए नही करती. और किसी के साथ भी कैसे करू तू ही बोल? और मुझे दर्र भी लगता है किसी के साथ जाने को. किसी ने देख लिया तो मेरा नाम खराब हो जाएगा. मैं किसी को मूह दिखाने लायक नही रहूंगी पकड़ी गयी तो.

आंटी: तू कल रात क्या करी, किसी को मालूम हुआ क्या, तू ही बोल? वैसे ही तू मेरे घर पे कर लेना. वैसे भी मेरे रूम पे कोई भी आता नही. तेरे को तो मालूम ही है.

मम्मी: मैं सोचती हू इसके बारे में. और कों है वो, और किसी को कुछ भी नही बोलता ना इसके बारे में?

आंटी: मैने आज तक तेरे को कुछ होने दिया क्या? ट्रस्ट कर मेरे पे, किसी को कुछ भी नही बोलता.

फिर उसने उस आदमी की फोटो दिखा दी मम्मी को.

मम्मी: हा जानती हू तेरे को. बस किसी को कुछ भी नही मालूम होना चाहिए (और ये कहते हुए मम्मी फोटो देखती है आदमी की).

आंटी: ये आदमी है अब्बास.

मम्मी: क्या, ये आदमी के साथ?

आंटी: हा बस एक बार. उसके बाद नही बोलूँगी मैं तुझे.

मम्मी: लास्ट टाइम है फिर.

फिर दोनो प्लान रेडी करते है, और वो दिन भी आ जाता

है. आंटी पूरा प्लान सेट कर दी थी, और उस आदमी को फोन करके बोल दिया था. मम्मी रेडी हो गयी थी नॉर्मल जैसे.

मैं कॉलेज का झूठ बोल के आंटी के 4 फ्लोर पे जाता हू. क्यूंकी उस टाइम आंटी मार्केट को गयी थी कुछ लाने को.

वाहा एक रूम था उसके उपर वेस्ट समान पड़ा था. मैं वाहा चादर बिछा के बैठ गया. वाहा से अंदर का सब दिख रहा था विंडो से. फिर 12:30 को आते है आंटी और मम्मी रूम पे. मम्मी थोड़ी दररी सी थी ये सब करने को. फिर आंटी को कॉल आया और वो आदमी आया घर पर. अब दोनो सोफा पे बैठ गये. आंटी ने दोनो को पानी दिया.

अब्बास: फोटो में तो और अलग दिखती हो, रियल में अलग.

आंटी: हा ज़्यादा गोरी है ना इसलिए फोटो से अलग लगती है.

अब्बास: मस्त लगती है (और पॉकेट से पैसे निकाल के दे दिए 10000 रुपय).

उसने पैसे मम्मी को दिए थे, और बोला-

अब्बास: ऐसी मस्त औरत को छोड़ने में तो बहुत मज़ा आएगा.

मम्मी दररी हुई थी. उसने पैसे लिए, और आंटी को पास कर दिए. फिर आंटी उन दोनो को उधर ही छ्चोड़ करे चली जाती है बाजू वाले रूम में.

अब्बास हग करता है मम्मी को, और फिर किस करता है लिप्स तो लिप्स. मम्मी आयेज-पीछे हो रही थी. अब्बास फिर उनके बूब्स को प्रेस करता है, और बोलता है-

अब्बास: क्या मस्त है तेरे बूब्स.

मम्मी गरम हो रही थी, और आहह आ करने लग गयी. फिर दोनो अलग हो जाते है. मम्मी अब उसके लंड को हाथ लगती है और बोलती है-

मम्मी: काफ़ी बड़ा है तुम्हारा.

अब्बास: तेरा जिस्म ही ऐसा है, अभी और भी बड़ा होने वाला है.

मम्मी फिर लंड को हाथ में लेके आयेज-पीछे करती है, और मूह में ले लेती है. अब्बास आहह आह करने लगता है. फिर दोनो किस करते है, और मम्मी उसका पूरा साथ दे रही थी. जब मम्मी कॉंडम का पॅकेट निकाल रही थी तो अब्बास ने कहा की उसको बिना कॉंडम करना था.

मम्मी ने फिर कॉंडम साइड में रख दिया, और दोनो ने हग कर लिया. फिर अब्बास ने मम्मी की छूट चाटनी शुरू कर दी. मम्मी आ आ उम्म की आवाज़े निकाल रही थी. फिर अब्बास ने अपना लंड मम्मी की छूट पर सेट किया, और अंदर डालने लगा. मम्मी आ आ कर रही थी. फिर मम्मी को लगा की उसका पूरा लंड छूट में चला गया तो उसने पूछा-

मम्मी: पूरा गया क्या.

अब्बास: अभी पूरा कहा गया, अभी तो आधा गया था.

ये कहते हुए अब्बास ने ज़ोर का शॉट मारा, और पूरा लंड अंदर घुसा दिया.

मम्मी: आह आ धीरे कर सेयेल, मेरी छूट फाड़ दी.

अब्बास: ऐसे ही रंडी को छोड़ने में मज़ा आता है.

मम्मी: छोड़ ना, कों रोका है तेरे को. बस तोड़ा धीरे कर.

बेड पूरा हिल रहा था इतनी ज़ोर से वो छोड़ रहा था. मम्मी भी पूरा साथ दे रही थी, और गालियाँ भी दे रही थी.

मम्मी: छिनाल के बच्चे, क्या खाया है तू जो ऐसे छोड़ रहा है मुझे?

अब्बास: रंडी तुझको कब से छोड़ने का प्लान था. आज आई है मेरे पास.

मम्मी: आह छोड़ा रे.

फिर अब्बास मम्मी की छूट से लंड निकाल कर नीचे लेट गया, और मम्मी उसके उपर आ गयी. अब मम्मी उसके उपर उछाल रही थी, और मम्मी के के बूब्स उपर-नीचे हो रहे थे.

कुछ देर ऐसे ही उछालने के बाद मम्मी तक गयी, और उसके उपर से उतार गयी. फिर अब्बास ने मम्मी को घोड़ी बना लिया, और डॉगी पोज़िशन में उसको छोड़ने लगा. वो पीछे से मम्मी के बूब्स प्रेस कर रहा था.

मम्मी पूच रही थी की उसका हुआ या नही, लेकिन वो छोड़ते जेया रहा था. आधे घंटे तक उनकी चुदाई चलती रही, और फिर उसने अपना माल मम्मी के उपर निकाल दिया. फिर वो बाहर आया और आंटी को बोला-

अब्बास: मज़ा आ गया पद्मा.

मम्मी: हा मुझे भी.

आंटी: देखा ना बोल रही थी, उसने मज़ा दिया ना. उससे बढ़िए किया ना?

अब्बास: उससे किससे?

आंटी: इसका देवर करा था इसकी चुदाई.

अब्बास: उससे पहले भी चूड़ी है किसी से.

मम्मी: बस, और किसी के साथ नही. देवर, और उसके बाद तुम.

अब्बास: नेक्स्ट टाइम बूलौँगा तो आओगी?

मम्मी: देखूँगी, पक्का नही कह सकती.

अब्बास: चल मैं कुछ मस्त प्लान करता हू.

इसके आयेज की कहानी अगले पार्ट में. अनुश्कुमार1816@गमाल.कॉम

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