हेलो दोस्तों, मेरी परिवार में चुदाई की कहानी का अगला पार्ट लेके हाज़िर हू. काफ़ी दीनो बाद अपनी सेक्स स्टोरी सीरीस कंटिन्यू की है. उमीद है बहुत सारे न्यू रीडर्स भी इस कहानी के पुराने पार्ट्स पढ़ रहे होंगे. अगर नही पढ़े है तो आप लोगों को कहना चाहूँगा की कहानी पार्ट 1 से पढ़े. वरना आप स्टोरी से कनेक्ट नही हो पाएगे. जो पुराने रीडर्स है, वो भी एक बार कहानी दोबारा पढ़ सकते है, ताकि पार्ट्स आचे से समझ आ सके.
तो चलिए शुरू करते है. लास्ट पार्ट में आपने पढ़ा की कैसे मैने टानू को घर बुलाया, और उसकी चुदाई की, और मम्मी ने हमारा सेक्स देखा.
मैं घर पहुँचा तो मम्मी भी घर पे आ चुकी थी, और किचन में काम कर रही थी. मम्मी एक-दूं शांत सी थी. इसका मतलब मेरा प्लान काम कर गया. मैं किचन में गया, और मम्मी को पीछे से टाइट हग किया, और उनको थॅंक योउ बोला. मम्मी को मेरे हग करने से अब एक अलग गर्मी मिल रही थी. मुझे याद आया की बेडशीट चेंज करनी थी, क्यूंकी उसपे ब्लड लगा हुआ था.
मैने मम्मी को बोला: मम्मी बेडशीट धो दो, उसपे खून लग गया टानू का.
मम्मी ने कहा: तू बेडशीट उतार दे मैं आती हू.
मैं रूम में गया तो देखा बेडशीट पे और बेड के साइड में ज़मीन पे खून की बूंदे गिरी हुई थी. मैने पोछा लेके फ्लोर सॉफ कर दिया, और बेडशीट उतार दी. तभी मम्मी आ गयी. मम्मी बेडशीट पे लगे खून को देखने लगी.
मैं: सॉरी मम्मी, मुझे पता नही था बेडशीट खराब हो जाएगी.
मम्मी: कोई नही बेटा, मुझे पता था इसलिए मैने ये पुरानी बेडशीट बिछा दी थी.
मैं: थॅंक योउ मम्मी, आपको तो सेक्स का सारा पता है.
मम्मी: हा इतने बड़े-बड़े बच्चे ऐसे ही थोड़ी है मेरे (हेस्ट हुए).
मम्मी: चल जाके नहा ले तू अब.
मैं: क्यूँ, सुबा ही तो नाहया था आज.
मम्मी: सेक्स किया है ना तूने. कॉंडम तो उसे किया नही. तेरे उसपे खून लगा है, सॉफ करेगा नही की उसको?
मैं: अछा, मैं तो भूल ही गया था. वैसे मम्मी आपको कैसे पता की उसपे खून लगा है?
मम्मी (हिचकिचाते हुए): वो तुम रूम में आए तब तुम्हारे उसपे लगा हुआ था.
मैं: अछा हा, सॉरी मम्मी मुझे नही पता था आप रूम में हो. वैसे आप रूम में क्या कर रहे थे? आप तो बाहर गये हुए थे ना?
मम्मी (मेरे सवालों से मम्मी और फैस्टी जेया रही थी): बेटा वो मुझे लगा तुमने सेक्स कर लिया होगा, इसलिए मैं आ गयी थी. मुझे नही पता था इतना स्टॅमिना होगा तुम्हारे अंदर. चल छ्चोढ़ ये सब बातें, मनु आने वाली है. मैं बेडशीट धो देती हू.
मम्मी को तो यही लग रहा था की मेरा फर्स्ट टाइम था, पर मैं तो दीदी को चोद-चोद के पोर्नस्तर बन चुका था.
मैं: ओक धो लो, पर एक बात पूचु मम्मी?
मम्मी: हा पूछो क्या पूछना है?
मैं: आप क्या कर रहे थे रूम में? आपकी सारी भी बिखरी हुई थी, और रूम से आवाज़ भी आ रही थी आपकी.
मम्मी: क्या? मैं क्या कर रही थी? कुछ नही. मैने तो कोई आवाज़ नही की. तेरा वहाँ होगा. और मैं सो रही थी, इसलिए सारी ठीक नही थी.
इतना कह कर मम्मी वहाँ से चली गयी बेडशीट ढोने. मम्मी बातरूम में चली जाती है, और बेडशीट ढोने लगती है. मुझे भी नहाना था, तो मैं मम्मी को बोल देता हू.
मम्मी: रुक मैं बेडशीट धो लेती हू, फिर नहा लेना तू.
मैं: मम्मी 30 मिनिट में दीदी घर आ जाएगी. उसके बाद नाहोँगा तो उनको शक हो जाएगा ना, की सुबा भी नाहया था.
मम्मी: बात तो तेरी सही है. पर बेडशीट धोनी भी तो ज़रूरी है.
मैं: मम्मी एक काम करो. आप बेडशीट धो लो, और मैं नहा लेता हू. दोनो का काम हो जाएगा टाइम रहते.
मम्मी: हा यही सही रहेगा.
मैं अपने कपड़े निकाल के अंडरवेर में नहाने लगता हू, और मम्मी भी वही बेडशीट ढोने लग जाती है. मम्मी के पास होने की वजह से मेरा लंड खड़ा ही था, पर मुझे अब लंड खड़े होने से कोई दर्र नही था.
मैं तो चाहता था की मम्मी मेरा खड़ा लंड देखे. मैने खड़ा हो जाता हू, और अपना अंडरवेर निकाल देता हू. मम्मी एक-दूं से शॉक्ड थी, और टेढ़ी-टेढ़ी नज़रों से मेरा लंड देख रही होती है. मैं पानी के सामने बैठ के मेरा लंड से खून सॉफ करने लगता हू, पर बहुत टाइम होने की वजह से खून वही जाम जाता है, तो आचे से सॉफ नही होता.
मम्मी ये सब देख रही थी, तो बोलती है: सोप लगा के धो, आचे से होगा.
मैं स्किन को पीछे खींचता हू, तो दर्द होने की आक्टिंग करने लगता हू. मम्मी को लगता है की फर्स्ट सेक्स करने की वजह से मेरी स्किन खिच गयी थी, तभी मेरे दर्द हो रहा था. मुझे ऐसे देख मम्मी कुछ देर तो सोचती है. फिर अपने हाथ से हल्की से मेरा लंड पकड़ लेती है, और सोप लगा के अपनी उंगलियों से धीरे-धीरे प्यार से सॉफ करने लगती है. मम्मी के छूटे ही मेरा लंड झटके खाने लगता है, और फुल टाइट हो जाता है.
मेरा लंड मम्मी के एक हाथ में नही आ रहा था, इसलिए वो दोनो हाथो से सॉफ करने लगी. मेरे मूह से हल्की सी आ की आवाज़ निकल गयी जो मम्मी ने सुन ली और मेरी तरफ देखने लगी. मैने सॉरी बोला, और आनंद लेने लगा. सच तो ये था की मम्मी भी गरम हो रखी थी, और लंड का नाप महसूस कर रही थी.
मैं: बस मम्मी हो गया सॉफ? मेरा पानी निकालने वाला है.
मम्मी: सॉरी बेटा मैं बेडशीट सूखा देती हू, तू निकाल ले.
मम्मी उठ के जाने लगती है.
मैं: मम्मी एक मिनिट रूको.
मम्मी: क्या हुआ राहुल?
मैं बिना कुछ सोचे समझे अपना लंड पकड़ के हिलने लगता हू. मम्मी मुझे लंड हिलाते हुए देख रही थी. तभी मेरे लंड से तेज़ 2-3 पिचकारी निकलती है, और मम्मी को एक सॅटिस्फॅक्षन की फीलिंग आती है, और वो खुश हो कर चली जाती है. थोड़ी देर में दीदी घर आ जाती है, और मैं और मम्मी नॉर्मल हो जाते है रोज़ की तरह.
मेरा मम्मी को छोड़ने का अब बहुत मॅन कर रहा था. रात होते ही मनु दीदी को मम्मी इमॅजिन करके लगातार एक घंटे तक छोड़ा. सुबा से मैं 2 बार अपना पानी निकाल चुका था, तो मैं एक घंटे तक लगातार छोड़ पाया.
दिन में 3 बार पानी निकाल के मैं बहुत तक गया था, और डीहाइड्रेशन की वजह से बहुत प्यास लगी थी. तो मैं किचन में पानी पीने चला गया. पानी पीते हुए मुझे मम्मी की सिसकियों की आवाज़ आई. मैने ध्यान दिया की आवाज़ मम्मी पापा के कमरे से आ रही थी. मुझे पता था की मम्मी पापा सेक्स कर रहे होंगे, इसलिए मैं देखना चाहता था.
घर में रात को सारी लाइट्स बंद होती है, बस एक लिविंग रूम में ज़ीरो वॉल्ट का बल्ब ओं रहता है. मैं दबे पैर रूम में देखने की कोशिश करता हू, तो बेड में पापा मम्मी को मिशनरी पोज़िशन में छोड़ रहे होते है. पापा की कमर मेरी साइड होती है. ज़ीरो वॉल्ट के बल्ब की लाइट में मुझे कुछ नही दिख रहा था, बस मम्मी का फेस और पापा की बॅक दिख रही थी.
5 मिनिट तक मैं देखने की कोशिश करता रहा, पर बस मम्मी की आवाज़ ही सुनाई दे रही थी. तभी मम्मी की नज़र गाते पे गयी, तो उन्होने मुझे झाँकते हुए देख लिया. मैं दर्र के अपने रूम में भाग गया.
अगले दिन क्या हुआ ये जाने के लिए नेक्स्ट पार्ट ज़रूर पढ़े. और अपना ओपीनियन और कॉमेंट ज़रूर शेर करे. अगर आपको मेरी फॅमिली सेक्स स्टोरी पर कोई फीडबॅक देना हो या फिर पर्सनल मेसेज करना हो, तो आप मुझे मैल सकते है.