बेटे ने किया मा के सामने प्यार का इज़हार

अमन: मम्मी होटेल स्टाफ बोल रहा है की हीटर आज नही है. कल से अवेलबल हो पाएगा.

सुजाता: अछा ठीक है. ऐसा कर तू सोजा, मैं अपने रूम में ही सो जौंगी.

अमन: नही-नही मम्मी, यही साथ में सो जाते है. अकेले कैसे सोग़ी आप?

सुजाता: नही-नही मैं सो जौंगी. चल गुड नाइट.

मैं अपने बेटे के रूम से चली गयी, और अपने रूम में आ गयी. कुछ देर तक मैं वही सब सोचती रही, की मेरा बेटा मुझे सोच कर हिलता है? मुझे बड़ा अजीब लग रहा था. तभी मेरा डोर किसी ने नॉक किया. मैने दरवाज़ा खोला तो मेरा बेटा सामने खड़ा था.

अमन: मम्मी अकेले बड़ा अजीब लग रहा है, मैं आपके रूम में ही सो जाता हू.

अब मेरे पास हा कहने के सिवाए और कोई ऑप्षन नही था.

सुजाता: ठीक है, यही सोजा.

हम दोनो बिस्तर में आ गये और दोनो एक-एक साइड हो कर लेट गये. मगर मुझे तो नींद आ ही नही रही थी. तभी मुझे ठंड और तेज़ लगने लगी, और मेरी ठंड से हालत देख कर मेरा बेटा मेरे पास आया और उसने कहा-

अमन: मम्मी तोड़ा पास-पास सोते है. इससे ठंड दोनो को कम लगेगी.

मेरा बेटा मेरे पास आया और उसने हाथ मेरी कमर में रख दिया. फिर मुझसे चिपक कर सो गया. मुझे समझ नही आ रहा था की उसके मॅन में क्या चल रहा था. मगर ठंड ज़्यादा होने की वजह से मैं भी उससे चिपक गयी. अब धीरे-धीरे मेरे बेटा मेरे और पास आने लगा, और मुझसे छिपकने लगा. ठंड ज़्यादा होने की वजह से मैं उससे पूरी लिपट गयी.

सुजाता: बेटा यहा बहुत ज़्यादा ठंड है.

अमन: हा मम्मी, मुझे भी बहुत ठंड लग रही है.

अमन ने कस्स कर मुझे पकड़ लिया, और हम सोने लग गये. तभी अमन ने कहा-

अमन: मम्मी अगर नींद नही आ रही तो हम दोनो मूवीस देख सकते है.

सुजाता: हा ऐसा ही करते है.

फिर मेरा बेटा और मैं साथ में लेट कर मूवीस देखने लगे. रूम में लो लाइट थी, जिसमे हम एक-दूसरे को हल्का-हल्का देख रहे थे. उसने कॉमेडी मोविए लगाई जिसमे एक जोक सुन कर मैं बहुत हस्सी.

सुजाता: हाहहहहाहा यार इस कॉमेडी से तो मेरा पेट दुख गया हस्स-हस्स कर.

अमन: मम्मी आपकी स्माइल कितनी प्यारी है. आप जब खुल के हस्ती हो तो कसम से बहुत प्यारी दिखती हो.

मैं तोड़ा कन्फ्यूज़ हो गयी, की कैसे रिक्ट करू. अगर मैने अपने बेटे के लॅपटॉप में सब कुछ देखा नही होता तो सब नॉर्मल था.

सुजाता: थॅंक योउ बेटा.

अमन: मम्मी आपकी फेवोवरिट जगह कों सी है?

सुजाता: गोआ.

अमन: जब मैं पैसे कमाने लग जौंगा, तो मैं आपको गोआ लेकर जौंगा. क्यूंकी पापा के चक्कर में आपको हर बार ठंड के इलाक़े में घूमना पड़ता है.

सुजाता: अछा बेटा, इतना सोचता है अपनी मम्मी के बारे में?

अमन: मगर मम्मी आप बुढ़ापे में गोआ जेया कर क्या करोगी? वाहा तो यंग लड़कियाँ होती है. उनकी ड्रेस पता है ना कैसी होती है? आप इस उमर में कहा घूमोगी वाहा?

सुजाता: क्या कहा बुढ़ापा? मैं बुद्धि हू?

अमन: अगर बुद्धि नही होती तो आप भी जवान लड़कियों जैसे कपड़े पहन कर आचे-आचे पोज़ में फोटोस क्लिक करती.

सुजाता: रुक बेटा बहुत बुद्धि बोल रहा है ना मुझे. तुझे अभी दिखती हू.

मैने गुस्से में अपने फोन में अपने बेटे को अपनी हॉट ड्रेसस में फोटोस दिखाई, जिसे देख कर वो शॉक हो गया.

अमन: मम्मी आप ये सब रोज़ क्यूँ नही पहनती?

सुजाता: क्यूंकी तेरे पापा कहते है इस उमर में लोग मज़ाक बनाएगे. वरना मैं यहा भी लेकर आई हू ये ड्रेस.

अमन: मम्मी प्लीज़ आप वो ड्रेस पहनो प्लीज़ प्लीज़.

मेरे बेटा ज़िद्द करने लगा, और सजने सवारने का शौंक तो मुझे भी था. तो मैने मौका देख कर बाग से हॉट ड्रेस निकली, और बातरूम में पहन कर बाहर आई.

अमन: मम्मी कसम से कोई नही सोचेगा की आपका एक जवान बेटा भी है. ऑम्ग आप इतनी मस्त लग रही हो. रूको मैं आपकी फोटोस लेता हू

सुजाता: नही, तू मेरी फोटोस नही लेगा. उसके बाद तू मेरी फोटोस को आई से न्यूड…

इतना कह कर मैं चुप हो गयी. मेरे बेटे का मूह उतार गया.

अमन: मम्मी आप ये क्या बोल रही हो?

सुजाता: देख मैं ये बात तुझसे कभी नही करने वाली थी. मगर अब बात निकल ही गयी है तो पूरी कर देती हू. मैने तेरे लॅपटॉप में सब देख लिया है. तुझे शरम नही आती?

अमन: मम्मी जब से मैं बड़ा हुआ हू, आप ही मेरे आस-पास सबसे ज़्यादा होती हो. तो मुझे आपको हर तरह से देखने का मॅन होता है. मेरे लिए आप ही दुनिया में सबसे खूबसूरत हो.

सुजाता: बेटा मगर आपको खुद पे कंट्रोल करना आना चाहिए. मुझे ही देख ले. मैं भी तो कितना कंट्रोल…

अमन: हा मम्मी आज जब बात निकल ही चुकी है, तो आप भी खुल कर बोल सकती हो.

सुजाता: मुझे कुछ नही कहना. बस तू जल्दी से अपने मॅन में काबू कर ले, क्यूंकी मैं तेरी मा हू, और तुझे मेरी इज़्ज़त करनी चाहिए.

अमन: किसने कहा मैं आपकी इज़्ज़त नही करता? क्या मम्मी के बारे में प्यार वाली चीज़े फील करने से इज़्ज़त कम हो जाती है? मैं आपकी इज़्ज़त पूरी करता हू मम्मी, और प्यार भी.

मेरा बेटा उठ कर मेरे पास आया, और मेरा हाथ पकड़ कर सीधे मेरे लिप्स को किस कर लिया. मैने उसे धक्का दिया-

सुजाता: अमन! तू पागल हो गया है क्या?

अमन: मम्मी सॉरी. वो आप इतनी खूबसूरत लग रही हो की मुझसे रहा नही गया.

मैं सर पकड़ कर बेड में बैठ गयी. एक तो ठंड से मेरी हालत खराब हो रही थी, उपर से मेरे बेटे की बातों से.

सुजाता: हे भगवान! इस लड़के को क्या हो गया है? ये बात किसी को बाहर पता चलेगी तो थूकेंगे लोग हम पे.

अमन: कैसे पता चलेगी? आप बताओगे?

सुजाता: जैसे मैने तेरे लॅपटॉप में देखा वैसे ही.

अमन: मैने जान-बूझ कर बिना पासवर्ड लगाए रखा था, ताकि आपको पता चले मैं आपके लिए कितना पागल हू मम्मी.

मेरा बेटा मेरा हाथ पकड़ कर मुझे शीशे के सामने लेकर गया और उसने कहा-

अमन: इतनी खूबसूरत औरत मेरे घर में रहेगी, तो क्या जवान लड़के को उससे प्यार नही होगा? जिस बेटे की मम्मी इतनी खूबसूरत हो, उसे बाहर कोई लड़की कैसे पसंद आ सकती है मम्मी?

सुजाता: बेटा ये सब बेकार की बातें है. चल सो जाते है. इन बातों को आज ही भूल जाएँगे.

मेरे बेटे ने मुझे टाइट हग कर दिया और कहा-

अमन: कार जब खराब हुई थी आपने कितनी देर तक हग किया. आपने सोचा नही की आपके इतने मोटे बूब्स के टच से मेरा क्या हाल होगा?

सुजाता: अमन अब तू लिमिट क्रॉस कर रहा है बेटा.

अमन: मम्मी वो तो मैं मेरे दिल में कब की क्रॉस कर चुका हू. यहा तक की जब पापा और आप अंदर सेक्स करने की कोशिश कर रहे थे मैं बाहर दरवाज़े से आपकी सिसकियाँ सुन कर फील कर रहा था.

सुजाता: बेटा तू अपने होश खो चुका है क्या? तू ऐसा क्यूँ करता है?

मेरा बेटा मेरी बॅक में हाथ फेरने लगा और कहा-

अमन: मम्मी मैं हर वक़्त बस आपको ही इमॅजिन करता हू. आज भी आप इतनी खूबसूरत लग रही हो. अगर अकेली बाहर जाओगी तो कोई ना कोई लड़का आपको प्रपोज़ कर देगा.

सुजाता: बेटा अब बस कर. मुझे नींद आ रही है.

इसके आयेज की कहानी अगले पार्ट में. फीडबॅक के लिए सुजतासिंघ0036@गमाल.कॉम पर मैल करे.

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