बेटे की हेल्प से टीचर ने उसकी मा को चोदा

अगले दिन मैने उद्धी सिर को सारी बात बताई, तो बहुत कुश हुए. फिर उन्होने मुझसे मम्मी का नंबर लिया.

रात को उद्धी सिर का मेसेज आया, तो मम्मी ने उनसे काफ़ी देर बातें की. मम्मी और उद्धी सिर में काफ़ी अची अंडरस्टॅंडिंग हो गयी थी.

उद्धी सिर ने एक दो दफ़ा मम्मी को बोला भी की उनको मम्मी बहुत खूबसूरत लगती है. तो मम्मी ने उनको बोला था की वो शादी-शुदा है, और वो आब उनके हाथ नही आने वाली.

ऐसे ही काफ़ी दिन गुज़र गये थे. अब मम्मी और उद्धी सिर्फ़ एक दूसरे को मिलते भी थे, और बातें भी खूब करते थे. लेकिन मम्मी उनको अपने पास नही आने देती थी.

उद्धी सिर भी जैसे मौका मिलता मम्मी के नाज़ुक से जिस्म पर हाथ फेर देते. जब भी उद्धी सिर मम्मी को टच करते, तो मम्मी हस्स कर उनको डोर हटा देती और बोलती “कहा तुम जैसा मोटा आदमी, और कहा मैं इतनी हॉट”. उद्धी सिर मम्मी की बात सुन कर कमोश हो जाते.

मम्मी को भी उद्धी सिर को टीज़ करके मज़ा आता था. वो अक्सर उद्धी सिर को कभी उनके गंजे और कभी काले होने का ताना मार्टी रहती थी.

ऐसे ही चाँद रात आ गयी. मैने जान कर मम्मी का सूट जला दिया जो मम्मी ने एईद पर पहनना था. मम्मी मुझ पर बड़ा गुस्सा हुई और बोली-

मम्मी: अब मैं किया पहनु कल?

मैं: कोई न्यू ड्रेस ले आओ.

मम्मी: आज तो इतना रश होगा, तू साथ चल मेरे.

मैं: नही आप उद्धी सिर को ले जाओ.

मम्मी: चल मैं कुछ करती हू.

फिर मम्मी ने उद्धी सिर से बात की, और उनके साथ शॉपिंग पर चली गयी. मम्मी अपने लिए कोई सलवार कमीज़ लेना चाहती थी. पर उद्धी सिर ने मम्मी को एक रेड सारी दिला दी.

मम्मी: कल एईद का दिन है, मैं ये नही पहन सकती.

उद्धी सिर: क्यूँ?

मम्मी: सब ने सलवार कमीज़ पहनी होगी, और मैने सारी.

उद्धी सिर: तुमसे मिलने कों-कों आएगा?

मम्मी: सिर्फ़ साथ वाली आंटी, और तो कोई नही इधर हमारा.

उद्धी सिर: तो पहन लो,

मम्मी: ये तो कुछ ज़्यादा ही बोल्ड है. इसमे मेरा पेट और कमर सॉफ नज़र आएगी.

उद्धी सिर: घ में ही तुमने पहँनी है, ना शरमाओ.

मम्मी: आप पता नही मुझे किया बनाएँगे.

उद्धी सिर: मुझसे मिलने कब आओगी.

मम्मी: ये सारी पहन कर आपसे मिलने अओ मैं?

उद्धी सिर: फिर मैं आ जौंगा एईद की मुबारक-बाद देने.

मम्मी: हा, आप आ जाना.

फिर मम्मी और उद्धी सिर दोनो घर वापस आ गये. अगले दिन जब मम्मी ने वो सारी पहनी, तो मम्मी काफ़ी हॉट और खूबसूरत लग रही थी. दोपहर तक 4 आंटीस मम्मी को मिलने आई, तो सब ने ही मम्मी की खूबसूरती के तारीफ की. 2 बजे मुझको उद्धी सिर का मेसेज आया.

उद्धी सिर: मैं तेरी मम्मी से मिलने आ रहा हू. तू घर से बाहर चले जेया.

मैं मम्मी को अपने दोस्तों का बोल कर चला गया. फिर कुछ देर के बाद उद्धी सिर आए, तो मम्मी ने उनको अंदर बुला लिया. उडदी सिर मम्मी को देख कर हैरान हो गये, मम्मी इतनी खूबसूरत लग रही थी.

उद्धी सिर: मुझसे एईद नही मिलॉगी?

मम्मी: मिल तो ली.

उद्धी सिर: गले नही लगावगी?

मम्मी: गले कैसे लगौ. तुम तो मेरे कंधे तक आते हो.

उद्धी सिर: चलो इधर तक आया हू, लगा लो गले.

मम्मी आयेज बढ़ी, और उद्धी सिर को एईद मिलने के लिए अपने गले लगाया. उद्धी सिर का मूह मम्मी के बूब्स तका आ रहा था. मम्मी ने जब उनको गले लगाया, तो उद्धी सिर ने अपना मूह मम्मी के बूब्स को लगा दिया.

मम्मी को करेंट लगा. उद्धी सिर ने ज़ोर से मम्मी की कमर पकड़ ली, और मम्मी की गांद पर हाथ फेरने लगे. मम्मी उनसे डोर हुई और हंसते हुए बोली-

मम्मी: आपको कितनी दफ़ा बोला है, मैं आपके हाथ नही अवँगी.

उद्धी सिर: हाथ नही लेना, तुमको अपने नीचे लेना है.

मम्मी उद्धी सिर की बात सुन कर शर्मा गयी, और दोनो सोफे पर बैठ गये. 5 मिनिट्स तक बातें करने के बाद मम्मी उद्धी सिर के लिए खीर लेकर आई, और बोली-

मम्मी: ये स्पेशल खीर आपके लिए है.

उद्धी सिर: इसको और स्पेशल बना दो अपने हाथ से खिला कर.

मम्मी हेस्ट हुए उद्धी सिर के पास आई, और उनको अपने हाथ से खीर खिलाने लगी. उद्धी सिर ने खीर को अपनी उंगली में लगाया और मम्मी के गालों पर लगा दी. मम्मी ये देख कर गुस्से से बोली-

मम्मी: अब इसको सॉफ कों करेगा?

उनकी बात सुन कर उद्धी सिर आयेज हुए, और अपनी ज़ुबान से मम्मी के गालों पर लगी खीर खाई. उनको बड़ा मज़ा आया और शरम भी. मम्मी को मज़ा लेते देख कर उद्धी सिर ने खीर अपने गालों पर लगाई, और मम्मी को खाने को बोला. मम्मी ने शरमाते हुए उद्धी सिर के गालों पर लगी खीर खाई.

अबकी बार उद्धी सिर ने खीर को अपने काले होंठो पर लगाया, और मम्मी को खाने को बोला. तो मम्मी माना करने लगी. लेकिन उद्धी सिर खुद अपना मूह मम्मी के पास लेकर गये, और मम्मी के गुलाबी होंठो पर अपने होंठ रख दिए.

मम्मी ने अपनी ज़ुबान से उद्धी सिर के काले होंठो पर लगी खीर खाई. तभी उद्धी सिर ने मम्मी की ज़ुबान अपने मूह में ले ली, और चूसने लगे. मम्मी भी सब कुछ भूल कर उद्धी सिर को किस करने लगी. 2 मिनिट्स तक किस करने के बाद उद्धी सिर ने अपना मूह मम्मी से डोर किया और बोले-

उद्धी सिर: मज़ा आ गया मेरी जान रज़िया तेरे होंठो का रस्स पी कर.

इतना बोल कर एक बार फिरसे उद्धी सिर ने मम्मी की गर्दन को चूमना शुरू कर दिया. उद्धी सिर कभी मम्मी की गर्दन पर, कभी मम्मी के गालों को चूम रहे थे. मम्मी को भी बड़ा मज़ा आ रहा था, इतने दीनो बाद किसी आदमी से प्यार करने में.

उद्धी सिर पागल हो रहे थे, और ज़ोर-ज़ोर से मम्मी को चूम रहे थे. उद्धी सिर अपना मूह उपर लाए, और मम्मी के होंठो को एक बार फिरसे अपने होंठो पर रख कर चूमना शुरू कर दिया. मम्मी ने अपना मूह खोला, तो उद्धी सिर ने अपनी ज़ुबान मम्मी के मूह में डाल दी. अब मम्मी उद्धी सिर की ज़ुबान चूस रही थी.

अब उद्धी सिर ने किस तोड़ी, और मम्मी की सारी उतार दी. मम्मी अब सिर्फ़ ब्लाउस और पेटिकोट में थी. मम्मी खुद अब जोश में आ गयी थी. उन्होने खुद ही अपने सारे कपड़े उतार दिए, और पूरी नंगी हो गयी, और खुद ही उद्धी सिर की गोद में बैठ गयी, और उनको किस करने लगी.

उद्धी सिर मम्मी को नंगा देख कर एक-दूं कुश हो गये. मम्मी के टाइट बूब्स और ब्राउन निपल उद्धी सिर को पागल कर रहे थे. 5 मिनिट्स बाद उद्धी सिर ने मम्मी को अपनी गोद से उतरा और बोले-

उद्धी सिर: क्या जिस्म है, कितनी टाइट गांद है तेरी रज़िया.

उद्धी सिर खड़े हुए, और पीछे से मम्मी के दोनो बूब्स को पकड़ कर मसालने लगे, और अपने मूह से मम्मी की गर्दन पर किस करने लगे. बूब्स मसालते-मसालते अंकल अपना हाथ नीचे लेकर गये, और मम्मी की नंगी गांद को दबाने लगे.

2 मिनिट्स के बाद उद्धी सिर ने एक दफ़ा फिरसे मम्मी को अपनी गोद में बिता लिया. इस दफ़ा उद्धी सिर मम्मी के बूब्स चूस रहे थे. मम्मी के दोनो बूब्स उद्धी सिर की थूक से गीले हो चुके थे.

5 मिनिट्स बाद उद्धी सिर ने भी अपने कपड़े उतार दिए तो उद्धी सिर का 10 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड निकल कर बाहर आ गया. मम्मी उद्धी सिर का मोटा लंड देख कर दर्र गयी. उद्धी सिर सोफे पर बैठ गये, और बोले-

उद्धी सिर: चल मेरी रानी, इसको अपने मूह में ले.

मम्मी ने ना करके सर हिलाया, तो उद्धी सिर बोले.

उद्धी सिर: चल मेरी रानी, आज छ्चोढ़ देता हू.

फिर उद्धी सिर ने मम्मी का हाथ पकड़ा, और उनको अपनी गोद में बिताया. उद्धी सिर का लोड्‍ा मम्मी की छूट पर सेट हो गया. फिर अंकल ने नीचे से एक झटका मारा, जिससे उद्धी सिर के मोटे लंड का टोपा मम्मी की छूट में चला गया. मम्मी को दर्द हुआ, और वो उद्धी सिर की गोद से उतरने लगी. लेकिन उद्धी सिर ने मम्मी की कमर को पकड़ लिया और बोले-

उद्धी सिर: मेरी जान, किधर चल दी?

मम्मी: प्लीज़, दर्द हो रहा है.

लेकिन उद्धी सिर नही रुके, और मम्मी की कमर को ज़ोर से पकड़ कर एक झटका मारा. इससे उनका आधा लोड्‍ा मम्मी की छूट में चला गया. मम्मी के मूह से एक आह की आवाज़ निकली, फिर उद्धी सिर ने एक और झटका मारा, जिससे उद्धी सिर का पूरा लोड्‍ा मम्मी की छूट में चला गया.

मम्मी के मूह से आ आ की आवाज़े निकल रही थी, और मम्मी का पूरा मूह खुला हुआ था. अब उद्धी सिर मम्मी को नीच से झटके मार रहे थे, और मम्मी उद्धी सिर के लोड पर उछाल रही थी. मम्मी के बूब्स भी उछाल रहे थे.

उद्धी सिर ने मम्मी की कमर को छ्चोढा, और मम्मी के बूब्स को पकड़ लिया, और ज़ोर-ज़ोर से मसालने लगे. 25 मिनिट तक मम्मी को छोड़ने के बाद उद्धी सिर ने एक ज़ोर का झटका मारा, और अपना पानी मम्मी की छूट में छ्चोढ़ दिया, और मम्मी को छ्चोढ़ दिया.

मम्मी और अंकल दोनो पसीने में डूब गये थे. 5 मिनिट्स बाद उद्धी सिर ने मम्मी को अपनी तरफ खीचा, और मम्मी के गाल चूम कर बोले-

उद्धी सिर: रज़िया तुम बोलती थी मेरे हाथ नही आओगी, और अब तो मेरे नीचे भी आ गयी हो.

मम्मी: आप पर तरस आ गया, वरना कों तुम जैसे बुड्ढे के पास आए?

उद्धी सिर: बुद्धा ज़रूर हू, पर तेरी एक दफ़ा चीखें निकाल दी थी.

मम्मी: तुम इंसान नही जानवर हो.

उद्धी सिर: रज़िया मैने कभी सोचा भी नही था, की तुझ जैसी खूबसूरत औरत को छोड़ूँगा.

मम्मी: हाहहहः, और मैने भी कभी नही सोचा था की मैं बुड्ढे से छोड़ूँगी.

उद्धी सिर: चल अब तो मेरी बन जेया.

मम्मी: मेरा शौहर है, और एक बच्चा भी, लोग क्या बोलेंगे.

उद्धी सिर: तू लोगो को छ्चोढ़, और मेरी बन जेया.

मम्मी: मैं अपने शौहर को छ्चोढ़ नही सकती. लेकिन आज से तुम्हारी गफ़ भी हू.

उद्धी सिर मम्मी की बात सुन कर खुश हो गये.

तो बे कंटिन्यूड…

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