हेलो फ्रेंड्स, तो अब आयेज बढ़ते है दोस्तों. इस स्टोरी के पिछले पार्ट्स ज़रूर पढ़ लीजिए. पिछले पार्ट्स का नाम है “मों मेरी गर्लफ्रेंड बन कर चुड गयी” और “मों के साथ ग्रूप सेक्स का मज़ा”. तभी आपको ये स्टोरी समझ आएगी. स्टोरी पढ़ने के लिए मेरे यूज़र नामे पे क्लिक करिए. वाहा आपको सभी पार्ट्स मिलेंगे.
तो अब आयेज-
मों ने उस टाइम ब्राउन मिक्स कलर की सारी और ब्राउन कलर का टाइट ब्लाउस पहना था, और बहुत ही लाइट मेक उप कर रखा था. होंठो पे हल्की सी लिपीसटिक, फेस पे हल्का मेक उप, बाल बँधे हुए थे, माथे पे सिंदूर, हाथो में 4-4 चूड़ियाँ, गले में बस एक मंगलसूत्रा.
इस सब में बहुत सेक्सी और हॉट लग रही थी वो. एक तो ब्लाउस बहुत टाइट था, और उसमे उनकी बाहें भी ब्लाउस में बहुत सेक्सी लग रही थी. और बूब्स तो बहुत ही मॉट-मॉट और गांद उभरी निकली हुई थी.
मों एक-दूं टाइट माल लग रही थी. अगर आप उनका फिगर भूल गये हो तो उनका फिगर 35-30-35 है. बिल्कुल विद्या बालन जैसी है वो. मों को देख कर मैं बहुत हॉर्नी फील करने लगा. फिर मैं मों को लेकर बाहर ड्रॉयिंग रूम में आया जहा वो बुद्धा अंकल और अल्ली बैठा था.
वो दोनो मों को देखते रह गये. मों का फेस लाल हो रहा था. अंकल तो अपना लंड सहलाने लगा, और अल्ली भी मों को देखे जेया रहा था. फिर अंकल बोलते है-
अंकल: गोल्डी, क्या माल है तेरी मा.
अल्ली: सही में यार, बहुत माल छोड़े है, पर ऐसा माल पहली बार छोड़ूँगा. बहुत मज़ा आने वाला है आज.
मों का फेस लाल हो रहा था उनकी बातों से.
अंकल: फिर क्या यही पे शुरू करे.
मैं: ओह अंकल, आवाज़े मोहल्ले वाले सुन लेंगे. अंदर वाले कमरे में चलो.
अल्ली: हा अंकल, आज चीखे तो बहुत निकलेंगी.
मैं: अर्रे जब अकेले ही मैने बहुत छीके निकलवा दी, तो अब तो 2 और है.
मों एक-दूं से मेरी तरफ देखने लगी.
अंकल: चलो फिर अंदर कमरे में.
फिर हम मों को अंदर कमरे मैं लेकर जाते है, और मैं गाते लगा देता हू.
अंकल: तो फिर करे शुरू?
फिर पहले अंकल मों के पास जाते है. मों नीचे सर झुका कर खड़ी होती है. फिर अंकल मों के गाल पे हाथ फेरते है, और मों को दीवार के सहारे खड़ा कर लेते है.
वो खुद उनके सामने खड़े हो जाते है, और मों की ठुड्डी पकड़ कर फेस उपर करते है. पर मों की निगाहे अब भी नीचे की तरफ होती है.
अंकल: जान इतना मत शरमाओ. शरम छ्चोढ़ दो, आज की रात तो नंगा नाच होगा.
मों कुछ नही बोलती है.
अंकल: अर्रे बोलो ना मेरी विद्या बालन.
फिर मों बोलती है मों: प्लीज़ आप लोग आराम से करना.
और हम लोग हासणे लगते है.
अंकल: अर्रे बस इतनी बात. चलो बहुत आराम से करेंगे.
मों: ह्म, आराम से ही अछा लगता है.
अंकल: ओह, आराम से ही अछा लगता है. चलो ठीक है.
अब मों 2 बातें बोल कर तोड़ा अंकल के सामने खुल गयी. अब अंकल मों के फेस पे और माथे पे हाथ फेरने लगे. फिर मों के बालों से रबड़ हटा दी जिससे उनके बाल खुल गये. उसके बाद मों के होंठ पे अपना हाथ फिराने लगे.
फिर एक उंगली उनके मूह में डाल दी, और अंदर-बाहर करने लगे. उसके बाद वो उंगली निकली, और अपने मूह में डाल के उंगली चूसने लगे.
मों: ये क्या कर रहे हो?
अंकल: आज वो करेंगे, जो तुमने कभी नही किया होगा.
मों कुछ नही बोलती है, और अंकल फिर वो उंगली मों के मूह में डाल देते है. मों बुरा मूह बनती है. फिर अंकल मों के लिप्स पर एक चुंबन करते है, फिर गाल पे, फिर माथे पर.
उसके बाद मों का हाथ पकड़ कर अपनी पंत में डलवा लेते है. मों मजबूरन हाथ डालती है. फिर अंकल मों को जीभ निकालने को बोलते है, तो मों निकालती है. और अंकल मों की पूरी जीभ अपने मूह में ले कर चूसने लगते है.
मों अंकल की पंत में से हाथ निकालती है जल्दी से, और उन्हे धक्का देने लगती है. पर अंकल उनके हाथ पकड़ लेते है.
अंकल: ये हाथ कंट्रोल में रखो. ये तो कुछ नही, इससे भी घिनोनपन करूँगा आज तेरे साथ कुटिया.
मों कुछ नही बोलती है. वो फिर मों की जीभ चूसने लगता है और 5 मिनिट तक मों की जीभ चूस्टा है. फिर जैसे ही वो मों की जीभ छ्चोढते है, मों अपनी जीभ पोंछती है.
तो अंकल मों का मूह खुलवाते है, और अपना मूह मों के मूह में डाल देते है, और थूकने लगते है. मों को सारा थूक गताकना पड़ता है. मों की आँखों से आँसू आ जाते है.
अंकल: अब मज़ा आया?
मों तो आँसू टपका रही होती है. फिर अंकल मों के सर पे हाथ फिराते है, और अपने मूह से बहुत सारा थूक निकालते है, और मों के मूह पे लगते है. वो पुर मूह पे थूक चिपका देते है.
मों: कितने गंदे हो तुम.
अंकल: अर्रे अभी गंदपन देखा क्या है तुमने?
अब अंकल मों का पल्लू हटता है, और मों के बड़े-बड़े बूब्स ब्राउन ब्लाउस में अंकल के सामने होते है. अंकल पहले तो उन्हे दोनो हाथो से सहलाते है. फिर दोनो बूब्स को ब्लाउस के उपर से ही चुंबन करते है.
इतने में अल्ली कंट्रोल नही कर पता है, और मों के पास जाता है. और मों के पीछे जेया कर मों को कस्स के जाकड़ लेता है, और ब्लाउस के उपर से ही बूब्स कस्स के पकड़ लेता है.
फिर वो मों की गर्दन पे चूमने लगता है. मों झटपटा जाती है, और अपने हाथ से अल्ली को हटाने लगती है. तो अंकल उनके दोनो हाथ पकड़ लेते है, और अब अल्ली कस्स-कस्स के दोनो हाथो से ब्लाउस के उपर से ही बूब्स निचोढ़े जेया रहा था.
मों झटपटा रही थी, और चीखने लगी. और अब अंकल ने अल्ली का हाथ एक बूब से हटाया और उस बूब को खुद पकड़ लिया दोनो हाथो से. और अल्ली भी वो बूब मों का दोनो हाथो से निचोढ़ने लगा. अब मों और चीख रही थी. अल्ली तो मों पे जानवरो की तरह टूट पड़ा था.
आयेज की स्टोरी अगले पार्ट में. लेकिन उसको पड़ने से पहले एक बार फिर ये पार्ट ज़रूर पढ़ना, तभी मज़ा आएगा. और एक बात, कुछ लोग सोच रहे होंगे ये फॅंटेसी है. तो सुनो भाई, इन्सेस्ट रिलेशन्षिप होते है, और हर जगह होते है.
पर ये कभी घर से बाहर नही आते. खुद सोचो, और ये भी बिल्कुल रियल स्टोरी है. और ये ग्रूप फक्किंग भी बिल्कुल रियल है. मैने किया था इसलिए.
और अपनी फीलिंग्स तो सिर्फ़ ड्के पर ही शेर कर सकते है. तो गाइस एक बार फिर अगला पार्ट्स कुछ दीनो में आ जाएगा. उसको पढ़ने से पहले एक बार फिर ये पार्ट पढ़ लेना.