ही रीडर्स, उमीद है आप सब को स्टोरी में मज़ा आ रहा होगा. मैं कारण एक न्यू स्टोरी के साथ फिर आ गया.
आज अशरफ आने वाला था मा को छोड़ने. सुबह होते ही 8 बजे उसकी कॉल आई-
अशरफ: अड्रेस भेज.
रेहान ने अड्रेस भेजा, और मुझे नींद से उठा के जाने को बोला.
मे: मा मैं जेया रहा हू. शाम तक अवँगा.
मा भी डेली सुबह 5 बजे उठ जाती थी. पर रात भर की चुदाई से अभी तक सो रही थी. मेरे कहते ही मा की नींद खुली, और वो बातरूम में फ्रेश होने और नहाने चली गयी. उनका सिर भारी सा लग रहा था, क्यूंकी वो दीवार पकड़ के चल रही थी.
मेरे जाते ही थोड़ी देर में मैं फिर मौका देख आ कर च्चिप गया. फिर अशरफ आ गया. रेहान ने उसे डोर से अंदर लिया, और उससे रूम में बैठने को बोला, जब तक मा नहा रही थी.
मा ने नहा कर अचानक बातरूम का डोर खोला. वो अपनी रेड लयका निघट्य जो उसके गीले बदन पे पूरी चिपकी हुई थी, पहन कर बाहर निकली. फिर अपने रूम में जेया कर, ड्रेसिंग के पास खड़ी हो कर, लिपस्टिक और सिंदूर लगा कर थोड़ी क्रीम से अपने शरीर को और चमका रही थी.
उसे कोई एहसास नही था की उसके डोर के पास पड़ी चेर पर अशरफ नंगा बैठा था. मा अपना मंगलसूत्रा अपने गले में डाल ही रही थी, की अशरफ मा के पीछे जेया खड़ा हो गया. एक काला, घोड़े की तरह लंबा तगड़ा लड़का देख मा का मासूम चेहरा चौंक गया. मा पीछे मूडी ही थी, की उसने अपने हाथो से उनके चुचो को मसलना शुरू कर दिया.
मा: छ्चोढो मुझे, रेहान बचाओ.
अशरफ: मैं रेहान और तेरे बेटे का दोस्त हू अशरफ.
मा: छ्चोढो मुझे, वरना अछा नही होगा.
ये सुन अशरफ को गुस्सा आ गया. उसने मा को अपनी तरफ घुमाया और उनकी गांद को अपने ताकतवर हाथो से मसालने लगा. मा अपने कोमल हाथो से उसके बदन को धक्के देके डोर करने की कोशिश कर रही थी.
मैं और रेहान दोनो ने एक-दूसरे को देखा, और डोर पर च्छूप कर ये सब देख रहे थे.
अशरफ: मुझे सब मालूम है तुम्हारे और रेहान के बीच हुई चुदाई के बारे में.
मा: छोढ़ दो मुझे प्लीज़.
अब अशरफ से ऐसी कोमल माल देखी नही जेया रही थी. उसने मा को एक थप्पड़ जड़ दिया, और उनका पूरा फेस लाल पद गया.
अशरफ: साली कब से नाटक कर रही है रंडी. उसके लंड पर उछाल कर चुड रही है. हमारे पर काँटे लगे है? तेरी छूट का भोंसड़ा बनता हू रंडी साली.
ये कह कर उसने मा को दीवार पे धक्का दे दिया, और मा की एक टाँग को उठा कर अपने कंधे पर रख दिया. इससे मा की छूट अब हमे भी दिख रही थी. मा उसके डुमदार शरीर के सामने दीवार से चिपकी थी. उनका एक टाँग उसके कंधे पर थी. फिर उसने एक हाथ से अपना लंड उनकी छूट पर सेट किया.
मा: मत करो प्लीज़.
अशरफ: साली तेरे नखरे बंद नही हो रहे.
ये कह कर उसने मा की निघट्य को पूरा फाड़ दिया. मा के चुचे अब आज़ादी से उनकी तेज़ सांसो के साथ उपर नीचे कर रहे थे. उसने अब पूरी तेज़ी में मा की छूट में अपना लंड डाला. उसका लंड 8 इंच का था, और बहुत मोटा और काला था. लंड के अंदर जाते ही मा की ज़ोर की चीख ने पहले की सारी आवाज़ो को शांत कर दिया. अशरफ का लंड अभी आधा ही गया था, और वो अटक गया.
अशरफ: साली कितनी गरम माल है तू. तुझे कोई मा नही कह सकता. कितनी टाइट है तेरी छूट. मेरा लंड घुस भी नही पा रहा.
ये कह कर उसने ज़ोर का झटका मारा, जिससे मा की आँखें खुली रह गयी और वो चीख कर दर्द के साथ तड़पने लगी. उसने ये देख अपने लंड की तेज़ी बधाई, और मा की छूट में ठप-ठप की आवाज़ निकालने लगी. वो उनकी छूट को ज़ोर-ज़ोर से मारने लगा.
मा की चीख से पूरा घर गूँज रहा था, और मा की छूट से तोड़ा-तोड़ा पानी आ रहा था. उसने 15-16 स्ट्रोक्स के बाद मा की छूट से लंड निकाला, जिसके आते ही मा के छूट से पानी के फवारे शुरू हो गये. अब वो ज़ोर-ज़ोर से हाँफ रही थी, और दर्द भारी सिसकियाँ भर रही थी, जिससे अशरफ और जोश में आ गया.
उसने मा को उल्टा घुमाया, और अपना लंड उसकी गांद की च्छेद में सहलाते हुए देखने लगा. मा की गांद गोल, बड़ी, और दूध जैसी गोरी थी. लेकिन देखने से कभी लंड लिया हुआ नही लग रहा था.
अशरफ: तूने गांद में नही लिया आज तक? साली तुझे किसी ने उसे ही नही किया आचे से.
मा (दर्द भारी सिसकियों मे): आह ह्म.
अशरफ: साली तू नही सुधरेगी
कह कर वो मा की गांद को दोनो हाथो से दबोच कर अपना लंड डालने की कोशिश करने लगा. लंड अंदर नही जेया रहा था. फिर उसने अपने हाथ से ड्रेसिंग पर से कोकनट आयिल लिया, और गांद पर डाल धीरे से मा के च्छेद में एंट्री ली.
मा: आह… मॅर गयी.
ये सुन उसने लंड पूरा अंदर दे मारा. मा की जैसे साँसे अटक गयी. पहले वो चुप रही, और फिर अचानक ज़ोर से चीखी. इसके बाद उसने मा की चीखों के साथ मा के बदन पर अपने थप्पड़ बरसाए, और मसालते हुए मा की गांद में रफ़्तार से ठप-ठप आवाज़ निकालते हुए अपना मोटा लंड ज़ोर-ज़ोर से मारे जेया रहा था.
मा की चीखों से पूरा घर गूँज रहा था. तभी उसने मा को अपनी तरफ घुमाया. मा की आँखें लाल हो गयी थी, और दर्द से बुरी तरह काँप रही थी.
उसने मा को कहा: ये रेहान तेरी चुदाई करते हुए तेरी वीडियो भेज रहा था, तब तो ना नही कर रही थी. अब मुझसे चूड़ने में ना कर रही है.
ये सुन मा चुप हो गयी. उसने ये कह कर मा को नीचे की तरफ जाने को कहा, और उनके सिर पर धक्का दिया. मा अब बैठ गयी थी. उनका मंगलसूत्रा उसके लंड पर जेया पड़ा था. वो अपना लंड मा की नाक के पास ले गया. मा की आँखें तुरंत बंद हो गयी, और वो अजीब मूह बना कर थूक फेंकने लगी.
अशरफ: साली मेरा लंड तुझे पसंद नही आ रहा, तेरी छूट फादू?
ये कह कर उसने अपना लंड धक्का मार कर मा के मूह में डाल दिया. मा की आँखें खुली रह गयी, और वो मा के मूह में लंड मारने लगा. उसने मा की मूह से जैसे लंड निकाला, मा उल्टी करने की तरह बार-बार थूक निकालने लगी.
वो मा के बालों को पकड़ उसे ज़मीन पर कुटिया की तरह चलते हुए बेड पर लाया. मा अब खड़ी हो गयी. उसका पूरा गोरा कोमल बदन काँप रहा था, और अशरफ के थप्पड़ और मसालने से लाल पद गया था. फिर मा ने टेबल से कॉंडम उठा कर अशरफ को दिया.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.