हेलो दोस्तों, मेरा नाम अंकुर है. मैं पुंजब से हू. मेरी उमर 32 साल है. मेरे परिवार में हम 4 लोग है, मैं, मेरी बेहन और मेरे मा-बाप.
मेरे पिता जी बिज़्नेसमॅन है, तो ज़्यादा शहर से बाहर ही रहते है. मेरी मा का नाम भावना है, और मेरी बेहन का नाम ज्योति है. ज्योति मुझसे 2 साल छ्होटी है.
ज्योति की शादी को 4 साल हो गये है, और उसके 2 बच्चे है. पहला बचा 3 साल का है, और दूसरा 1 साल 6 महीने का है. ये बात 1 साल पहले की है, जब ज्योति हमारे यहा रहने आई थी कुछ दीनो के लिए.
उस वक़्त मेरे मा बाप को किसी काम से 2 दिन के लिए अंबाला जाना पड़ा. अब मैं, ज्योति और उसके 2 बच्चे ही घर पर थे.
रात को मैं जब ऑफीस से वापस आया, तो दोनो बच्चे सो गये थे, और ज्योति ने डिन्नर बना रखा था. मैने खाना खाया, और लॉबी में बैठ के टीवी देखने लगा.
ज्योति भी कुछ वक़्त मेरे पास बैठी थी, और नॉर्मल लाइफ की बातें कर रही थी. फिर वो अपने बच्चो के पास सोने चली गयी. मैं टीवी देखता रहा. थोड़ी देर में मैने टीवी बंद कर दिया और मोबाइल देखने लगा. मोबाइल पे मैं सेक्स वीडियोस देखने लगा.
फिर कुछ देर बाद ज्योति रूम से निकल कर किचन में गयी पानी लेने. मुझे ऐसा लगा शायद उसने मेरे मोबाइल पे वो वीडियो देख लिया. फिर वो अपने रूम में चली गयी.
मैं फिरसे सेक्स वीडियोस देखने लगा. 5 मिनिट के बाद मुझे ऐसा लगा की शायद ज्योति अपने रूम के दरवाज़े के पीछे च्छूप के मेरे फोन की तरफ देख रही थी. मैं उठ के अपने रूम में चला गया.
करीब 10 मिनिट के बाद ज्योति मेरे रूम में आई, और कहने लगी-
ज्योति: भाई, क्या मैं तुम्हारे बातरूम में नहा सकती हू? मुझे नहा कर ही नींद आती है. और अगर अपने रूम में नहाई तो बच्चे उठ जाएँगे.
मैने कहा: हा नहा लो.
15 मिनिट नहाने के बाद ज्योति बातरूम से बाहर आई. वो नाइट ड्रेस में थी. घुटनो तक कॅप्री थी, और एक शॉर्ट टॉप था जिसके शोल्डर्स पे सिर्फ़ पतला सा स्ट्रॅप था. पहली बार मैने ज्योति को ऐसे कपड़ो में देखा था. बहुत हॉट लग रही थी वो. उसके हाथ में एक आयिल बॉटल थी.
उसने कहा: भाई, क्या आप मेरे शोल्डर्स पे ये आयिल लगा दोगे? मुझे सर्विकल पाईं है.
मैने आयिल लगाने के लिए हा कह दी. फिर मैं उसके पीछे खड़ा होके उसके शोल्डर्स पे आयिल लगाने लगा. बहुत सॉफ्ट स्किन थी उसकी. और मुझे बहुत अछा लग रहा था.
फिर उसने कहा: भाई, ऐसे ठीक नही लग रहा आयिल.
ये बोल के वो बेड पे बैठ गयी और उसने कहा: भाई अब आप खड़े-खड़े ज़ोर से आयिल मसाज करदो शोल्डर्स पे.
मैं आयिल मसाज करने लगा. 2 मिनिट के बाद ज्योति ने कहा-
ज्योति: भाई आचे से करो शोल्डर्स के उपर आगे और पीछे.
अब मैने तोड़ा ज़ोर से मसाज करनी शुरू की, शोल्डर्स पे, शोल्डर्स के पीछे पीठ पे, और शोल्डर्स के आयेज भी.
उसके टॉप के स्ट्रॅप्स की वजह से मसाज में प्राब्लम हो रही थी. तो मेरे बिना कहे ही उसने अपने स्ट्रॅप्स को आर्म्स की साइड पे नीचे कर लिया, और कहा-
ज्योति: भाई अब आचे से कर दो. जब उसने स्ट्रॅप्स शोल्डर्स से हटा लिए, तो अब उसका टॉप चेस्ट से तोड़ा नीचे हो गया था. अब मुझे उसकी क्लीवेज सॉफ दिख रही थी. बहुत सेक्सी क्लीवेज थी, देखते ही मेरे लंड में एक करेंट सा लगा.
अब मैं उसके शोल्डर्स पे, बॅक पे, और शोल्डर्स के आयेज चेस्ट से उपर भी मसाज कर रहा था.
मेरी नज़र बार-बार उसकी क्लीवेज पर जेया रही थी. मेरे लंड में तनाव आना शुरू हो गया था, और ये शायद ज्योति ने भी महसूस किया था. क्यूंकी मैं उसके आयेज ही खड़ा था.
उसने कहा: रूको भाई, मैं ज़रा बच्चो को देख अओ, की वो ठीक तो है.
वो अपने रूम में बच्चो को देखने गयी. मैं अपने वॉशरूम में चला गया और मूठ मारने लगा. जब मैं बाहर निकला तो देखा की ज्योति मेरे बेड पे उल्टी लेती थी.
उसने कहा: भाई अब मेरे शोल्डर्स और पीठ की आचे से मसाज करदो.
मैं मसाज करने लगा. वो लेती थी, और मैं ज़मीन पे खड़ा था, जिस वजह से मुझे ज़्यादा झुकना पद रहा था और मेरी पीठ में प्राब्लम हो रही थी.
उसने कहा: भाई, ऐसे तो आपकी पीठ में दर्द आ जाएगा. आप बेड पे बैठ के कर लो.
मैं बेड पे घुटनो के बाल बैठ गया.
ज्योति ने कहा: भाई, पूरी पीठ पे आचे से कर दो.
मैने पूरी पीठ पे आयिल लगाने के लिए टॉप के अंदर हाथ डाला, तो उसने कहा-
ज्योति: भाई, ऐसे तो मेरी टॉप खराब हो जाएगी.
तो उसने लेते-लेते ही अपनी टॉप को उपर उठा लिया अपने गले तक, और कहा-
ज्योति: अब कर लो.
अब उसकी पूरी पीठ मेरे सामने नंगी थी, और उसने ब्रा नही पहनी थी.
उसकी पूरी पीठ पे हाथ घूमते ही मेरे लंड में तनाव आना शुरू हो गया. उसके बूब्स भी मुझे साइड से दिख रहे थे, जो बहुत बड़े थे. देखते ही मेरा लंड पूरा अकड़ गया. ये शायद उसने तिरछी नज़र से देख लिया था.
फिर 10 मिनिट बाद उसने अपना टॉप ठीक किया, और सीधे लेट गयी. उसने अपना टॉप शोल्डर्स से नीचे कर लिया, और पेट से उपर कर लिया, और सिर्फ़ अपने बूब्स को कवर किया, और कहा-
ज्योति: भाई अब चेस्ट और पेट से मसाज कर दो. मुझे जन्नत का नज़ारा मिल रहा था.
मैं जब उसकी चेस्ट पे मसाज कर रहा था, तो मेरा हाथ उसकी क्लीवेज को टच हो रहा था. जब मैं उसके पेट पे मसाज करता तो मेरा हाथ उसके बूब्स के नीचे टच होता. ऐसा 10 मिनिट तक चला. अब मैं उठ के ज्योति की लेग्स पे बैठ गया, और बोला-
मैं: पीठ दुखने लग गयी है मेरी, इसलिए सीधा बैठ के मसाज करता हू.
उसने कुछ नही बोला, बस स्माइल की. ये मेरे लिए एक सिग्नल था. अब मैं उसके पेट पे मसाज करने लगा, और बार-बार उसके बूब्स के नीचे अपनी फिंगर्स टच करने लगा. ज्योति ने अपनी आँखें बंद कर ली, और उसकी सांसो की आवाज़े आने लगी.
2 मिनिट के बाद उसने अपने हाथ मेरे हाथो पे रख लिए, और मेरे हाथो से एल्बोस तक अपने हाथ घूमने लगी. ये एक ऐसा सिग्नल था, की मैं खुद को रोक ना सका और ज्योति के टॉप के अंदर हाथ डाल दिए. अब ज्योति के बड़े बूब्स मेरे हाथो में थे. वो लंबी साँसे लेने लगी.
मैने उसके बूब्स को दबाना शुरू किया. उसकी आँखें अभी भी बंद थी. 2 मिनिट बूब्स दबाने के बाद मैने उसकी टॉप को उपर उठा दिया. उसने अपना सर तोड़ा उपर उठाया, और मैने उसका टॉप निकाल दिया.
अब वो मेरे सामने उपर से नंगी थी. क्या खूबसूरत लग रही थी, और उसके बूब्स बहुत ही सुंदर थे. मैं आयेज झुका, और उसके होंठो को चूसने लगा. उसने मेरा पूरा साथ दिया. हमने टंग्स भी शेर की. फिर मैने अपने दोनो हाथो से उसके बूब्स पकड़े और कहा-
मैं: अब तो आँखें खोलो ज्योति, और इस संगम का खुली आँखों से मज़ा लो.
उसने अपनी आँखें खोली, और मेरी तरफ देख के स्माइल की. मैने उसके निपल्स को दबा दिया. उसके मूह से चीख निकली.
उसने कहा: भाई, आज मुझे जन्नत का नज़ारा चाहिए.
मैं उसके बड़े बूब्स को एक-एक करके ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा. उसने मेरा सर पकड़ के अपने बूब्स में दबा दिया. 5 मिनिट उसके बूब्स चूसने के बाद मैं उठा, और उसकी कॅप्री उतार दी.
अब वो मेरे आयेज पनटी में थी. मैने जैसे ही उसकी पनटी पकड़ी, उसने अपनी आँखें बंद कर ली. मैने उसकी पनटी उतार दी, और अब ज्योति मेरे आयेज पूरी नंगी लेती थी. ऐसी खूबसूरत थी वो, की बार्बी डॉल लग रही थी.
उसकी छूट पूरी क्लीन शेव्ड थी. अब मैं उसकी टाँगो के बीच बैठ गया, और उसकी छूट को चाटने लगा. उसने मेरा सर पकड़ के अपनी छूट में दबा दिया, और अपनी गांद उठा के अपनी छूट को मेरे मूह में दबाने लगी.
5 मिनिट ऐसा करने के बाद मैं उठा, और अपने सारे कपड़े उतार दिए. मुझे पूरा नंगा देख उसकी आँखें और खुल गयी. वो उठी, और मेरे लंड को पकड़ के मुझे अपनी तरफ खींच लिया. उसने मेरा लंड अपने मूह में ले लिया और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगी.
5 मिनिट के बाद मैने अपना लंड उसके मूह से निकाला, और बेड पे लेट गया. ज्योति बहुत समझदार थी. वो बिना कहे मेरे उपर बैठ गयी, और मेरा लंड पकड़ के अपनी छूट में डाल लिया, और खुद उपर-नीचे उछाल-उछाल कर चूड़ने लगी. मैने उसके बूब्स पकड़ लिए और दबाता रहा. वो उछालती रही.
उसकी आवाज़े ज़ोर-ज़ोर से आने लगी आ आह अफ की. 5 मिनिट के बाद वो रुक गयी. फिर मैने उसको अपने उपर से उठाया, और उसको बेड पे लिटा दिया. अब मैं उसके उपर आ गया और उसकी छूट में अपना लंड डाल दिया.
वो चीख उठी. मैने धक्के लगाने शुरू किए. उसकी आवाज़े आने लगी ऑश आ आह की. 5 मिनिट के बाद वो झाड़ गयी.
अब मैं भी झड़ने वाला था. मैं बिना कॉंडम के उसको छोड़ रहा था, तो मैने अपना लंड बाहर निकाला, और उसके पेट पे बैठ गया. मैं अपना लंड उसके बूब्स में दबा के ज्योति के बूब्स को छोड़ने लगा, और उसकी चेस्ट पे झाड़ दिया. फिर अपने हाथ से अपना सारा माल उसकी चेस्ट से उसके बूब्स पर मसल दिया.
ज्योति बहुत सुकून में थी. हम दोनो उठे, और बातरूम में नहाने चले गये. हम दोनो ने एक-दूसरे को नहलाया. फिर नहाने के बाद बिना कपड़ो के रूम में आके बेड पे एक-दूसरे को हग करके लेट गये.
हम एक-दूसरे को किस्सस करते रहे, और मैं उसके बूब्स दबाता रहा. फिर थोड़ी देर बाद ज्योति कपड़े पहन के अपने बच्चो के पास चली गयी.
अब आयेज की कहानी नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा.
अगर कोई बेहन, भाभी, या मों ज़्यादा डीटेल्स चाहते हो तो मुझे मैल कर सकते हो. मैल ईद: [email protected]