बहन की गांद की चुदाई

बेहन की चुदाई कहानी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा था कैसे दीप्शिखा दीदी के जॅक की मलाई खाने के बाद, चारों लंच के लिए निकल गये. फिर रेस्टोरेंट से लंच करने के बाद शाम को माल्डाइव्स में ही घूम रहे थे. वो प्लान करते है की कल सुबा एक प्राइवेट याच बुक करके पार्टी करेंगे शाम होने तक. फिर सब अपने-अपने कमरे चले आते है. अब आयेज-

जॅक: चलो आ जाओ, दोपहर वाला अधूरा काम पूरा करते है.

दीप्शिखा ये सुन के खुश हो जाती है, और जॅक की तरफ जाके उसे हग कर लेती है. दोनो अब किस करने लग जाते है. दीप्शिखा और जॅक अब पागलों की तरह किस कर रहे होते है. किस बहुत इनटेन्स हो जाती है. थोड़ी देर में जॅक अपनी टंग दीप्शिखा के मूह मैं डाल देता है.

दीप्शिखा भी मज़े से अपना मूह खोल के जॅक की टंग को अपने मूह में लेके चूसने लगती है. उसे अब जॅक के मूह का टेस्ट अपने मूह में फील होता है. दीप्शिखा दीदी को बहुत मज़ा आ रहा होता है. जॅक किस करते-करते दीप्शिखा की ड्रेस खोल देता है, और दीदी को बेड की तरफ ले जाता है. दोनो अब बेड पे लेट जाते है.

जॅक: आज तुम्हारी ऐसी चुदाई करूँगा की याद रखोगी तुम.

दीप्शिखा ये सुन के तोड़ा एग्ज़ाइट हो जाती है. जॅक अब आयेज होके फिर से किस करने लग जाता है. वो अपने हाथ पीछे ले जाके दीदी की ब्रा खोल के फेंक देता है, और दीप्शिखा की मुलायम बूब्स पे अटॅक कर देता है.

जॅक बहुत वाइल्ड तरीके से दीप्शिखा के बूब्स चूस रहा होता है. दीप्शिखा को पहली बार बहुत मज़ा आ रहा था ऐसे बूब्स चूसने और मसालने में.

थोड़ी देर ऐसे ही चूसने के बाद जॅक दीप्शिखा को पलटा देता है. अब जॅक के सामने दीप्शिखा की बॅक थी. दीप्शिखा दीदी को भी थोड़ी राहत मिलती है. जॅक अब आयेज होके छ्होटी-छ्होटी किस्सस करने लग जाता है दीप्शिखा दीदी की बॅक पे.

दीदी को गूसेबूमप्स आ जाते है. जॅक अब तोड़ा और आचे से दीप्शिखा की बॅक, शोल्डर्स, नेक पे किस्सस करने लग जाता है. वो बीच-बीच में काट भी रहा था, और लोवे बाइट्स दे रहा था. दीप्शिखा अब और एक्शिटेड होने लगती है, और एंजाय करने लगती है.

जॅक अब तोड़ा और नीचे होके दीप्शिखा की कमर पे किस करता है. उसके सामने अब दीप्शिखा की दूध जैसी गोरी गोल-गोल मोटी गांद थी. जॅक अब तोड़ा उपर होके एक थप्पड़ मारता है दीप्शिखा की गांद पे. दीप्शिखा को बड़ा मज़ा आता है, और वो खुश हो जाती है. जॅक अब फिर से गांद पे थप्पड़ मारता है, जो इस बार पहले से तेज़ होता है.

दीप्शिखा: आअहह…

जॅक को मज़ा आता है. वो 2-3 और तेज़ थप्पड़ मारता है. अब दीप्शिखा दीदी की गांद थोड़ी लाल हो जाती है. दीप्शिखा को तोड़ा दर्द होता है, पर वो से लेती है. जॅक अब धीरे-धीरे दीप्शिखा की पनटी उतार देता है. फिर वो नीचे होके दीप्शिखा दीदी के बबल बुत के चीक्स पे किस करता है, और एक बार तेज़ी से काट लेता है.

दीप्शिखा: आह, आराम से बेबी.

जॅक: क्या मस्त गांद है यार तुम्हारी.

दीप्शिखा: मारने का इरादा है क्या?

जॅक: बिल्कुल सही पकड़ी हो.

दीप्शिखा: बेशरम हो.

जॅक: तो बोलो, मार लू?

दीप्शिखा: ना बाबा ना. सिमरन बोल रही थी बहुत दर्द होता है.

जॅक: मेरी जान लेकिन छूट चुदाई से दोगुना मज़ा भी आता है.

दीप्शिखा: पागल, आपको तो माना करके कुछ फ़ायदा ही नही है.

जॅक: ट्राइ करोगी तभी तो पता चलेगा.

दीप्शिखा को ये बात ठीक लगती है. पहली बार उसे बहुत दर्द हुआ था, पर बाद में उसे छूट मरवाने में अछा लगने लग गया था. क्या पता गांद मरवाने में भी उसे मज़ा आने लग जाए.

दीप्शिखा: ठीक है. ट्राइ करते है.

जॅक खुश हो जाता है, और अपना लंड निकाल के सीधा दीप्शिखा दीदी के मूह के पास ले जाता है.

जॅक: चलो जल्दी चूस के गीला कर दो. इससे दर्द कम होगा.

दीप्शिखा दीदी अब ये सुन के जल्दी से मूह खोल के जॅक का लंड अपने मूह में लेके चूसने लगती है. जॅक बहुत एग्ज़ाइटेड था दीदी की गांद मारने के लिए. उसके लंड फुल हार्ड था.

दीप्शिखा थोड़ी देर लंड चूस्टी है. तभी जॅक फटाफट अपना लंड मूह से निकाल लेता है. फिर दीप्शिखा को उल्टा करके डॉगी पोज़िशन में ले आता है. जॅक अब अपना लंड दीप्शिखा के गांद के च्छेद पे रख देता है. दीदी को बहुत दर्र लग रहा था. वो अंदर ही अंदर प्रिपेर हो रही थी दर्द सहने के लिए.

जॅक अब लंड अंदर डालने की कोशिश करता है. दीप्शिखा दीदी का च्छेद बहुत टाइट था. उसमे इतना मोटा लंड जाना इंपॉसिबल लग रहा था, और वो दर्द की वजह से आयेज हो जाती थी.

जॅक अब अपना तोड़ा थूक दीप्शिखा दीदी के गांद पे डाल देता है, और तोड़ा रब करता है. वो तोड़ा गीला करना चाह रहा था, जिससे ईज़िली अंदर चला जाए. जॅक अब कस्स के दीप्शिखा को भी पकड़ लेता है जिससे वो भी आयेज ना हो पाए.

जॅक अब फिर से अपना लंड गांद पे रखता है, और इस बार तेज़ी से धक्के मारता है. लंड का टोपा अंदर चला जाता है.

दीप्शिखा: आ आ.

दीप्शिखा दीदी बहुत तेज़ चीखती है. उसको बहुत ज़्यादा दर्द हो रहा था. ऐसा दर्द उसे छूट मरवाने में भी नही हुआ था. वो तेज़ झटपटाने लगती है. जॅक की पकड़ से निकालने की कोशिश करती है. पर जॅक कहाँ अब छ्चोढने वाला था.

दीप्शिखा कुछ देर ऐसे ही झटपटती रहती है. फिर उसका दर्द धीरे-धीरे कम होने लगता है. ये देख के जॅक अब हल्के-हल्के धक्के देना स्टार्ट करता है.

दीदी को दर्द होता है, पर उतना नही जितना स्टार्टिंग में हुआ था. जॅक भी समझ जाता है की अब दर्द कम हो रहा था. वो अब अपने धक्को की स्पीड धीरे-धीरे बढ़ने लगता है. दीप्शिखा की चीखें अब कम हो जाती है. वो अब बस नीचे मूह करके जॅक के आयेज डॉगी स्टाइल में बैठी हुई थी.

जॅक अब तोड़ा ज़ोर लगा के और अपना लंड दीप्शिखा दीदी की गांद में डाल देता है, और धक्के मारने लगता है. धीरे-धीरे दीप्शिखा की दर्द की आवाज़ अब सिसकियों में बदलने लगती है. उसे अब तोड़ा मज़ा आने लगता है. वो अब एग्ज़ाइटेड फील करने लगती है.

जॅक के धक्को की स्पीड भी अब अची ख़ासी तेज़ हो चुकी थी. अब रूम में चीखों की जगह दीप्शिखा की मज़े वाली सिसकियाँ और जॅक के थाइस की दीप्शिखा दीदी से टकराने की आवाज़ से गूँज रही थी.

जॅक: कहा था ना मज़ा आएगा थोड़ी देर में.

दीप्शिखा: आहह, अफ, ह्म सही कहे थे. अब मज़ा आ रहा है. उफ़फ्फ़…

जॅक ये सुन के और स्पीड तेज़ कर देता है. दीप्शिखा दीदी की आवाज़ भी तेज़ हो जाती है. अब जॅक बड़े मज़े से दीप्शिखा दीदी की गांद मार रहा होता है. दीप्शिखा को भी काफ़ी मज़ा आने लग गया था. वो अब एंजाय करने लग गयी थी गांद मरवाने में. थोड़ी देर में दीप्शिखा को एक ऑर्गॅज़म भी आ जाता है.

दीप्शिखा दीदी की गांद बहुत टाइट फील हो रही थी जॅक को. उसके लंड पे बहुत टाइट ग्रिप बनी हुई थी. इस वजह से जॅक भी ज़्यादा देर टिक नही पाता. वो भी जल्दी झढ़ जाता है.

दीप्शिखा की गांद की ग्रिप इतनी टाइट थी, की वो अपना लंड बाहर निकाल ही नही पाया और स्पर्म अंदर ही छ्चोढ़ दिया. कुछ देर में जब जॅक का लंड तोड़ा ढीला पढ़ता है, तो वो अपना लंड धीरे-धीरे बाहर निकाल लेता है.

जैसे ही जॅक का लंड बाहर निकलता है दीदी जैसे चैन की साँस लेती है. साथ ही उसके गांद से बहुत सारा स्पर्म बाहर आता है. जॅक अब दीप्शिखा के बगल में लेट जाता है, और दीप्शिखा को खींच के अपने पास ले आता है.

जॅक: मज़ा आया?

दीप्शिखा: ह्म. पर बहुत दर्द हुआ.

जॅक: हाहहाहा. चलो कोई नही, अगली बार दर्द कम होगा. मज़ा ज़्यादा आएगा.

दीप्शिखा: दोबारा मुझे नही लगता मैं ये फील करना चाहूँगी.

जॅक बस हस्स देता है और फिर से किस करने लग जाता है दीप्शिखा को. दीप्शिखा को अब अछा लगता है. वो भी किस में साथ देने लग जाती है, और दोनो किस करते-करते सो जाते है.

अगले दिन सुबा इनको सी के बीच में बिज़ पार्टी करनी थी याच में. तो सभी लोग उठ के फ्रेश होते है, और रिज़ॉर्ट के लॉबी में मिलते है. जॅक और जेम्ज़ याच की बात करने चले जाते है. पीछे-पीछे दीप्शिखा और सिमरन बीच के किनारे घूमने लग जाते है. वो बहुत एग्ज़ाइटेड थे. थोड़ी देर ऐसे ही घूमने के बाद पीछे से जॅक आता है.

जॅक: आ जाओ. याच फाइनल हो गयी है चलो.

दीप्शिखा और सिमरन और एग्ज़ाइटेड हो जाते है. वो खुशी-खुशी जॅक के पीछे चलने लगते है. थोड़ी देर चल के वो अपने याच तक पहुँच जाते है. याच देख के दीप्शिखा और सिमरन की आँखें खुली रहे जाती है.

जॅक: बस देखती रहोगी क्या? या अंदर भी जाओगी?

दीप्शिखा और सिमरन अंदर जाते है. याच बाहर से जितना ब्यूटिफुल लग रही थी, अंदर से और ही ब्यूटिफुल थी. वो घूम के याच के अंदर देखते है. उन्हे बहुत पसंद आती है.

जॅक: कैसी लगी?

दीप्शिखा: मस्त है. मैने कभी सोचा नही था ऐसे कभी याच पे अवँगी.

जॅक: बस देखती जाओ. और क्या-क्या होगा तुम्हारे साथ जो तुमने सोचा नही होगा.

सिमरन: इसको चलाएगा कौन?

जेम्ज़: मैं हू ना.

सिमरन: आपको आता है चलना.

जेम्ज़: हा बिल्कुल.

दीप्शिखा: सही है. फिर तो पूरी प्राइवसी होगी हमारी.

जॅक: हा फुल प्राइवसी. कुछ भी कर सकते है याच पे.

ये बोल के जॅक दीप्शिखा को आँख मार देता है. जेम्ज़ अब याच के कॅप्टन’स रूम में चला जाता है, और सिमरन भी उसके पीछे-पीछे चली जाती है. जॅक और दीप्शिखा उपर डेक पे ही खड़े होके बातें करने लगते है.

जेम्ज़ अब याच बोट को स्टार्ट करके सी की तरफ ले जाता है. वो काफ़ी देर आयेज सी में जाते रहते है. कुछ देर में वो काफ़ी आयेज आ जाते है. उन्हे डोर-डोर तक सिर्फ़ सी ही दिख रहा था.

जेम्ज़ अब आंकर डाल के याच को एक जगह खड़ा करके उपर डेक पे चला जाता है. दीप्शिखा और सिमरन को तोड़ा-तोड़ा दर्र भी लग रहा था. वो अब उपर डेक पे खड़े होके बस इधर-उधर देख रहे थे.

जॅक: चलो तुम लोग अपना बिकिनी पहन लो. पानी में उतरते है.

दीप्शिखा आंड सिमरन: जी ठीक है.

दीप्शिखा और सिमरन अब अंदर जाके बिकिनी पहनने लग जाते है. जॅक और जेम्ज़ भी अपने शॉर्ट्स में आ जाते है. कुछ देर में दीप्शिखा और सिमरन बाहर आते है.

वाउ, क्या लग रहे थे दोनो. एक-दूं कामदेवी लग रहे थे. दीप्शिखा रेड बिकिनी पहनी थी. उसके गोल-गोल मोटे-मोटे बूब्स का पूरा शेप दिख रहा था, बस निपल्स ही ढके हुए थे बिकिनी से. बूब्स के उपरी हिस्से मस्त दो पहाड़ बन के, मस्त शेप में डीप क्लीवेज बनाए थे, एक-दूं टाइट टाइट. नीचे तो छूट के उपर छ्होटा व-शेप में कपड़ा था बस, और गांद की दरार में एक पतली सी डोरी थी. बाकी पूरी दूध जैसी बॉडी नंगी थी. जो की धूप में चमक रही थी. सिमरन भी ब्लॅक बिकिनी पहनी थी, और उसकी भी सेम ही ह्टनेस थी.

जॅक और जेम्ज़ ये दोनो को देख के तो देखते ही रह गये. उनकी हालत खराब हो रही थी ऐसे दो-दो काम की देवियों को ऐसे बिकिनी में देख के. जॅक तो दीप्शिखा को छ्चोढ़ के सिमरन को देख रहा था. और जेम्ज़ भी सिमरन की वजह दीप्शिखा को देख रहा था.

तो बे कंटिन्यूड…

आयेज क्या हुआ अगले पार्ट में जाँएंगे. दोस्तों आज के लिए इतना ही.

थॅंक योउ.

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