बेहन के साथ रात भर मस्ती

फिर मायने अपने हाथ उसकी टॉप मे डाल कर उसके बूब्स ब्रा के उपर से हे ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा. वो धीरे धीरे आहे भर रही थी. बट सुबा हो गयइ थी और कोई भी हमे देख सकता था कंबल के अंदर. तो मायने उसे को बोला कोई देख सकता ह. तो बोली भाई ई लव यू मुझे तुम्हारा ये लंड चाहिए बस मुझे नही पता.

मे बोला सबर रख आराम से दूँगा. उतने मे मेरा पानी निकालने वाला था मई बोला मेरे निकालने वाला है उसने जल्दी जल्दी हाथ चला कर मेरा पानी निकल दिया उस दिन पहली बार मेरा पानी निकला. उस ने अपना हाथ चादर से पोंचा और मेरे कान मै बोली रात को रेडी रहना वापस अओ गी. अंड मेरे को किस कर के चले गयइ.

मे यही सोचता रहा क्या से क्या हो गया हम दोनो के बिच. फिर पूरा दिन हम दोनो एक दूसरे को देखते रहे और मुस्कुराते रहे.

शादी मे सब बिज़ी थे तो काम की वजह से मे थक गया पूरा. मे एक रूम मे आके सो गया. जा पहले से कोई सो रा था. मैने ध्यान नही दिया और उनके बाजू मे सो गया.

मेरी आँख लगी हे थी की मेरे को मेरे कंबल के अंदर हरकत महसूस हुई. मैने देखा तो वो और कोई नही मेरे तौजी की लड़की थी जो मेरे कंबल मे आ गयइ और मेरे कान मे बोली क्यू हीरो आ गया आज तो मे तेरे को कचा खा जाो गी और मेरे को किस करने लगे.

कभी गले मे कभी कान मे कभी लिप्स पे मे भी साथ देने लगा और अपना हाथ उसके बूब्स पे रखा तो पता चला उसने ब्रा न्ही पहनी मे मज्जे से उसके बूब्स दबाने लगा. और वो मेरे हाथ पे अपना हाथ रख के बोली ज़ोर से दबा. मे उसके बूब्स ज़ोर से दबाने लगा और उसके निपल खींचने लगा. वो लगातार आहे भर रही थी. आअहह आअहह और ज़ोर से आअहह भाई और ज़ोर से उसने मेरे कान मे कहा इनको चूसो ना.

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मे तोड़ा नीचे हुआ और उसके बूब्स उसकी टॉप से निकलके चूसने लगा. क्या मज्जा आ रहा था. वो मेरे सिर को अपने बूब्स पे दबा रही थी और बोल रही थी और ज़ोर से भाई और ज़ोर से. मे उसके निपल को अपने दाँत से दबाता तो वो छटपटा जाती और मेरे बाल खींचने लग जाती. मायने उसके बूब्स को चूस चूस के लाल कर दिया और वो लगातार गरम आहे भर रही थी. मे तो जन्नत मे था.

फिर 15 मिंट बूब्स चूसने के बाद मे उपर आया और मैने बोला अब तुम्हारी बारी वो मेरे लंड को हाथ मेई लेके हिलने लगी आंड फिर मेरी जीन्स के हुक खोल के मेरे लंड को बाहर निकल के ज़ोर ज़ोर से दबाने लगी और मेरी गोटियो को मसलने लगी. मे लगातार उसके बूब्स को दबाए जा रा था उसके निपल को ज़ोर से दबाता उतनी ज़ोर से वो मेरे लंड को.

फिर अचानक से कंबल के अंदर घुस के मेरे को लंड को मूह मे ले लिया. मे तो जैसा जन्नत मे पहुँच गया. वो मेरे लंड को गले तक उतार के चुस्स रही थी. मेरी हालत कराब होने लगी. मेरे मूह से लगातार आहे निकल रही थी. पहली बार किसी लड़की के मूह मे मेरा लंड था. उसके मूह की गरमी मुझे पागल कर रही थी. जब भी वो जीभ मेरे लंड पे घूमती तो मे तो बावला हो जाता. अब मे छूटने की कगार पे था मायने उसका सिर पकड़ा और मे धीरे धीरे उसका मूह चोदने लगा.

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मेरा लंड उसके मूह मे ऐसा लग रा था जैसे मूह उसकी चूत चोद रा हू. मेरे आनंद की कोई सीमा नही थी. मे सोच रहा था ये पल यू हे रुक जाए और मे ऐसे हे उसका मूह चोद्त राहु. बट फिर मेरा लंड उबाल पे आया और मे उसके मूह मे हे झाड़ गया. 12-13 लगातार पिचकारी उसस्के मूह से उसके गले मे उतरने लगा. और फिर एकदम बेजान सो हो गया. वो बाहर निकली और अपने मूह को पूछती हुई बोली भाई तेरे लंड मे तो बहोत जान ह मज्जा आ गया. जिस दिन ये मेरी चुत मे जाए गा मे तो मार हे जायगी.

मैने उसको गले लगाया और आराम करने लगा मै तो संतुष्ट हो गया बट वो प्यासी थी. वो मेरे हाथ को अपने बूब्स पे रख के बोली भैया कुछ करो मई मार रही हू. मेरी चूत मै बहोत खुजली हो रही ह. आयेज की कहानी मे बताऊंगा हम ने बाद मे क्या किया और कैसे मैने उसको चुदाई करी. तब तक के लिए बाइ. आप मुझे मेल करके बताए मेरी कहानी कैसी लगी

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