बहन-भाई ने पढ़ा सेक्स का पहला पाठ

तो दोस्तों कैसे हो आप सब? उमीद करता हू आचे ही होंगे. तो ये मेरी कहानी का 4त पार्ट है, और अगर अपने पहले के पार्ट्स नही पढ़ने है, तो वो ज़रूर पढ़े. फिर उसके बाद इस कहानी का लुत्फ़ उठाए.

तो जैसे की आपने पढ़ा, घर के बडो ने प्लॅनिंग कर ली थी स्वापिंग की, और छ्होतों सेक्स एजुकेशन देने की. अब आयेज-

तो हमने पूरा दिन बस होटेल के रूम में आराम किया, और आस-पास की जगह पर घूम आए. उस रात खाना खाने के बाद हम सभी एक रूम में बैठ कर पहले तो बातें करने लगे. हमारे पेरेंट्स बेड पर बैठ कर बात करने लगे. मैं और सोनू टीवी देखने लगे.

विवेक: तो गाइस, प्लान क्या है?

विकास: यार हमे क्या पता. आज तक हमारी चली है? इन्हे जो सही लगे.

निराल: अछा जी, सुबह तो राज़ी हो गये थे स्वापिंग वाली बात पर. अब ऐसा बोल रहे हो जैसे आप दोनो का मॅन ही ना हो, और हम ज़बरदस्ती कर रहे है.

मोना: क्यूँ जीजू? आपको मैं हॉट नही लगती क्या?

विकास: मोना किसने कहा तुम हॉट नही हो? ई मीन, तुम खूबसूरत तो हो (डिप्लोमॅटिक आन्सर देते हुए क्यूंकी आप सोचो खुद का छ्होटा भाई और उसका हज़्बेंड, उसके सामने कोई किसी की बीवी को कैसे जवाब दे सकता है).

विवेक: हा निराल भाभी. आप दोनो ही बहुत सेक्सी है. लेकिन अब हमारा रिश्ता ही ऐसा है की क्या बताए.

निराल: देखो मुझे और मोना को तो कोई ऐतराज़ नही है, और अगर आप दोनो मान चुके हो की हमे ये करना है, तो शरम किस बात की?

मोना: हा सच में. यार तोड़ा बेशरम होते है ना. और देखने वाला कों है हमे? जो है हम ही तो है

विवेक: शायद तुम भूल रही हो, ये लोग यही है (हमारी तरफ इशारा करते हुए).

निराल: ओफफो. तो उन्हे भी तो सेक्स सीखना ही है.

मोना: एक काम करते है. दोनो मेरे हिसाब से तो वर्जिन ही होंगे. तो हम इन्हे आपस में पहले सेक्स करा देते है. फिर ये हमे देख कर और सीखेंगे.

निराल: लेकिन डाइरेक्ट सेक्स कैसे करेंगे? आंड फॉर सोनू इट वुड बे वेरी पेनफुल.

मोना: इसलिए तो. पहली बार में उसकी वर्जिनिटी टूटेगी. उसे दर्द होगा, तो उसके बाद उन्हे रेस्ट करने का मौका मिलेगा. तब तक वो हमे देखेंगे. और उसके बाद वो नॉर्मल हो चुके होंगे.

विकास: तो उसके बाद हम 3 लड़के 3 लड़कियाँ एक साथ सेक्स करेंगे?

विवेक: फक भैया. मतलब मा बाप चाचा चाची बेटा बेटी सब एक साथ सेक्स करेंगे? एक दूसरे के सामने?

निराल: यार बच्चो को एक-दूसरे को अपने पार्ट्नर्स को खुश कैसे करना है वो सीखना चाहिए.

मोना: और सब से इंपॉर्टेंट, दोनो की मर्ज़ी कहा-कहा और क्या होती है, ये उन्हे पता होना चाहिए. ताकि फ्यूचर में उन्हे सही-ग़लत की समझ हो.

निराल: तो चलो बच्चो को बुलाते है फिर.

मोना: हहा एस. सोनू बेटा, यहा आना.

निराल: राहुल, तुम भी यहा आओ.

हम दोनो बेड पे अपने-अपने मम्मी के पास बैठ गये, और उन्होने हमे गले से लगा लिया.

मोना: अछा बच्चो, आज हम तुम दोनो को बहुत ज़रूरी चीज़ सीखने वाले है. ये बडो के करने की चीज़ है, लेकिन तुम्हे सीखना ज़रूरी है.

निराल: सो इट इस कॉल्ड सेक्स एजुकेशन. तुम्हे पता है सेक्स क्या होता है?

राहुल: नो मुम्मा.

सोनू: एस चाची. माले या फीमेल होते है वही ना?

मोना: करेक्ट. लेकिन एक ब्फ और गफ़ के बीच या हज़्बेंड वाइफ के बीच भी सेक्स होता है. जिसे प्यार से किया जाता है, दोनो की मर्ज़ी से.

निराल: और अगर एक भी मर्ज़ी ना हो, तो तुरंत रुक जाना चाहिए. और ये बात लड़का-लड़की दोनो के लिए ज़रूरी है, ठीक है?

राहुल: ओके मुम्मा.

मोना: अवव सो स्वीट राहुल बेटा. स्टिल आ मुम्मा’स बॉय? तो तुम दोनो रेडी हो सीखने के लिए?

सोनू: एस मम्मी.

निराल: गुड. तो सब से पहले एक लड़का और एक लड़की के बॉडी पार्ट्स को जानना ज़रूरी है. तो ये कैसे पता चलेगा?

राहुल: फोटो से?

मोना: नही, तुम दोनो यहा बीच में आओ, और अपने-अपने कपड़े उतारो.

सोनू: लेकिन मुम्मा, आपने ही तो कहा था. अब बड़ी हो रही हू, कॉलेज में हू, तो अकेले में कपड़े चेंज करने चाहिए.

मोना: हा बच्चा. लेकिन ये सीखने के लिए और करने के लिए एक लड़का और एक लड़की को कपड़े उतारने पड़ते है.

विवेक: चल सोनू बेटा. देखो, अभी तुम्हे सीखने के बाद हम सब तुम दोनो के सामने करके भी दिखाएँगे सेक्स, की कैसे होता है. ताकि तुम्हे आचे से समझ आए

विकास: और देखने के बाद तुम दोनो को करके भी दिखना पड़ेगा ठीक से सीखे या नही.

निराल: और फिर हम सब मिल कर सेक्स कर सकते है.

राहुल: लेकिन मम्मी मेरी तो कोई गफ़ या वाइफ नही है

निराल: हा तो अभी प्रॅक्टीस के लिए तुम और सोनू करोगे सेक्स.

मोना: ओके ना सोनू बेटा? और पूरा टाइम हम सब रहेंगे तुम्हारे साथ, तो डरने की कोई बात नही है. बस चिल करो, ज़्यादा सवाल नही, और जैसा हम बोलते है वैसा करते जाओ.

निराल: नाउ कम ओं बच्चो, जल्दी-जल्दी कपड़े उतरो.

तो ये सुन कर हम दोनो एग्ज़ाइटेड तो थे की आज ये सब काफ़ी खुश नज़र आ रहे थे, और हमारे साथ इतने प्यार से बात कर रहे थे. पहली बार मम्मी पापा पढ़ाई के अलावा कुछ और सीखने की बातें कर रहे थे.

फिर मैं बेड पे बीच में खड़ा हुआ, और अपनी त-शर्ट उतार दी. फिर अपनी जीन्स का बटन खोल कर मैने अपनी पंत भी उतार दी. मैने अंदर येल्लो कलर की कार्टून वाली अंडरवेर पहनी थी, जिसे देख कर सोनू हस्स पड़ी.

सोनू: राहुल, तू अभी भी कार्टून वाली अंडरवेर पहनता है? कॉलेज में हो कर भी? हम तो छ्होटे थे तब पहनते थे.

राहुल: हा तो तुझे क्या? तू दिखा तूने कों सी अंडरवेर पहनी है?

मोना: राहुल बेटा, लड़की की अंडरवेर को पनटी कहते है. और लड़के के अंडरवेर को अंडरवेर ही कहते है.

राहुल: ओके चाची.

सोनू ने भी अपनी त-शर्ट और ब्रा उतार दी. उसके बूब्स ज़्यादा बड़े नही थे. उसकी कमर पे ब्लॅक धागा बँधा हुआ था, और उसकी वाइट स्किन पे काला धागा बहुत खूबसूरत लग रहा था. फिर उसने अपनी नी लेंग्थ वाली स्कर्ट भी उतार दी, और उसने अंदर पिंक कलर की सिंपल कॉटन वाली पनटी पहनी हुई थी.

सोनू: देख राहुल, मैने तो नॉर्मल वाली ही पहनी है. ऐसे कार्टून वाली नही हहे.

मोना: राहुल लुक्स सो क्यूट निराल.

निराल: एस आक्च्युयली दोनो क्यूट लग रहे है. वैसे तुम दोनो इननेर्स नही उतरोगे?

राहुल: ये भी उतारना है?

सोनू: हमें लगा सिर्फ़ उपर के कपड़े उतारने है.

मोना: हमने कहा की ये रहने देना? उतरो बच्चो, कम ओं.

फिर हम दोनो ने अपनी अंडरवेर और पनटी उतार दी. अब हम दोनो को एक-दूसरे को ऐसे देख कर शरम आ रही थी.

मोना: अर्रे शरमाओ मत. एक-दूसरे की देखो ठीक से.

मोना: सोनू बच्चा नीचे बैठो.

सोनू नीचे नीस पे बैठ गयी, और मोना चाची ने मेरे बम्स पे पुश देकर सोनू के ठीक सामने खड़ा कर दिया. उन्होने उनका हाथ मेरे बम्स पर ही रखा था, जो बहुत ही नाज़ुक था.

मोना: देखो सोनू, ये जो आयेज है, उसे नुणु कहते है. यहा से लड़के सस्यू करते है. क्यूँ राहुल? सस्यू के अलावा कुछ और करते हो?

राहुल: नही चाची. सस्यू के अलावा क्या?

निराल: अभी पता चलेगा बेटा.

और सोनू बेटा, ये जो नुणु होता है ना, इसके उपर स्किन होती है, जो हल्के हाथो से आयेज-पीछे करनी होता है. देखो करके बताती हू.

फिर मम्मी ने मेरा नुणु हाथ में लिया, और फिर अपनी 2 उंगलियों से मेरे नुणु की स्किन को पीछे किया, जो मुझे काफ़ी अछा लग रहा था. क्यूंकी अभी तक मैने ये कभी किया ही नही था. फिर मम्मी ने 2-4 बार स्किन आयेज करके फिर पीछे की.

मोना: सोनू तुम्हे ट्राइ करना है?

सोनू: एस मुम्मा.

मोना: लेकिन एक-दूं हल्के हाथो से. ज़ोर से बिल्कुल नही. कम ओं ट्राइ इट.

फिर सोनू अपनी उंगलियों से मेरे नुणु की स्किन को आयेज-पीछे करने लगी. मुझे भी काफ़ी अछा लग रहा था. चाची ने अपने हाथ अभी भी मेरे बम्स पे ही रखे थे, और वो बीच-बीच में उसे सहलाती, प्रेस करती.

निराल: मोना, तू राहुल की गांद तो छ्चोढ़.

मोना: यार देखो ना भाभी, इसके सेक्सी बूम को. मॅन करता है किस कर लू.

निराल: एवव रिंजोब? तू करती है?

मोना: हा भाभी. कभी-कभी करती हू इनको रिंजोब.

विकास: अर्रे वाह फिर तो मैं एक्सपीरियेन्स करना चाहूँगा आज.

मोना: ज़रूर भैया. लेकिन अगर पूरी सॉफ हुई तो.

विकास: उसमे क्या, कर लेंगे सॉफ.

विवेक: हा, शी आक्च्युयली लाइक्स इट इफ़ इट इस ऑलरेडी क्लीन.

मोना: श, मेरा ध्यान मत भटकाओ. वेरी गुड सोनू, योउ अरे डूयिंग गुड. सी ऐसा करने से हर लड़के का नुणु बड़ा होने लगता है. जैसे राहुल का नुणु हो गया है.

सोनू: हा मम्मी, पहले उसने अंडरवेर उतरी तो छ्होटा था. अभी तोड़ा बड़ा हुआ है.

निराल: ये एक उमर तक बढ़ता है, और उसके साथ-साथ मोटा भी होता है बेटा. खैर लड़कों के लिए यही मैं पार्ट होता है.

मोना: एस सोनू, तुम अभी उठ जाओ. आंड राहुल, अब तुम नीचे बैठो.

राहुल: ओके चाची.

फिर मैं उनके कहने के मुताबिक, नीस पे बैठा और इस बार सोनू ठीक मेरे सामने आ कर खड़ी हुई. मैने उसकी तरफ देखा तो वो बहुत गोरी थी अंदर से. मैने उसे उपर से देखना शुरू किया तो उसके निपल्स बहुत डार्क थे और मोटे. फिर मैं नीचे देखने लगा, तो उसकी नाभि काफ़ी सेक्सी थी.

उसने अपनी पतली कमर पे एक काला धागा पहना हुआ था, जो बहुत सुंदर लग रहा था उस पर. क्यूंकी वो बिल्कुल बिना कपड़ों के खड़ी थी मेरे सामने. फिर मैने नीचे गया, तो मैने उसकी छूट देखी. आज पहली बार छूट देखी थी. मैं फिर चाची को देखने लगा.

निराल: बेटा, ये लड़की की बॉडी होती है. जो तू देख रहा है, उसे छूट कहते है. और ये लड़की के सस्यू करने की जगह होती है. सी सोनू बेटा की छूट कितनी प्यारी है.

मोना: और बेटा, लड़की को चेस्ट नही ब्रेस्ट होती है. सोनू की ब्रेस्ट अभी छ्होटी है. एक बार पूरी तरह बड़ी हो जाए, तो उसके बूब्स का साइज़ हमारे जैसा हो जाएगा.

मैने मों और चाची के बूब्स को कपड़ों के उपर से ही इमॅजिन कर रहा था, और मों के तो कमरे में सब से ज़्यादा बड़े लग रहे थे.

विवेक: राहुल, जैसे सोनू ने तुम्हारे नुणु को अपनी उंगलियों से सहलाया ना, वैसे हम लड़के लड़की की छूट को चाट-ते है.

राहुल: एवव चाचू. लेकिन ये तो सस्यू करने वाली जगह है. ये कैसे कोई चाट सकता है?

विकास: बेटा, यही सब सीखने के लिए तो आज हम यहा बैठे है. कम ओं, हाथ आयेज बाधाओ, और सोनू बेटी की छूट पे उंगली रखो.

फिर चाची ने मेरा हाथ अपने हाथ में लिया, और मैने उनके हाथो के सपोर्ट से सोनू की छूट पे उंगली रखी. अब चाची मेरी उंगलियों की मदद से छूट को सहला रही थी. मुझे तोड़ा अजीब लगा शुरू में, क्यूंकी ये सब मेरे लिए नया था, और सोनू भी बहुत हिचकिचा रही थी.

खैर कुछ मिनिट बाद सोनू की छूट में उंगली करने के बाद मुझे महसूस हुआ की उसकी छूट थोड़ी स्टिकी और गीली हो गयी थी. चाची की उंगली अभी भी मेरे साथ ही थी, तो उन्होने हम दोनो की उंगली बाहर निकली और सीधा मेरे मूह में डाल दी. मैने फिर बिना कुछ सोचे मेरी उंगली, और चाची की उंगली जो सोनू की छूट से निकली थी, उसे चूसना शुरू किया.

सोनू: यक मुम्मा! इट’स सो बाद.

मोना: बेटा, सेक्स ऐसे ही होता है. शुरू-शुरू में सब अजीब और गंदा लगता है. लेकिन जैसे-जैसे तुम करने लगॉगे तो मज़ा आने लगेगा.

निराल: और सबसे बड़ी बात, तुम्हे समझ आएगा की सेफ सेक्स और कन्सेन्सुयल सेक्स क्या होता है. ये लड़का और लड़की दोनो के लिए बहुत ज़रूरी है. समझे राहुल?

विकास: निराल, वो कैसे बोलेगा? मोना उसके मूह से उंगली तो निकालो.

मोना: श एस-एस. सॉरी वो इतना आचे से चूसने में बिज़ी था, तो मैने सोचा उसे करने देती हू. (उंगली बाहर निकलते हुए) सो राहुल, हाउ वाज़ थे टेस्ट?

राहुल: चाची ये बहुत स्टिकी था, और पता नही कुछ अजीब सा. स्मेल तोड़ा सस्यू जैसा और टेस्ट तोड़ा सॉल्टी. पता नही क्या था.

विवेक: एस राहुल, सो योउ नो नाउ हाउ पुसी टेस्ट्स. आंड मेरी गुड़िया सोनू? तुम्हे कैसा लग रहा है?

सोनू: पापा ई आम फीलिंग क्वाइट रिलॅक्स्ड. कुछ सेकेंड्स के लिए ऐसा लगा जैसे सारी थकान उतार गयी हो.

मोना: चलो तो ई थिंक, तुम दोनो ये समझ गये होंगे की सेक्स की शुरुवत कैसे होती है? आंड ये हमेशा याद रखना, ये हमेशा दोनो की मर्ज़ी से होता है. अगर किसी भी एक ने माना किया, तो वही रुक जाना चाहिए.

तो दोस्तों आपको यहा तक की कहानी कैसी लगी? मुझे कॉमेंट्स में और मेरी मैल ई’द पे मैल करके ज़रूर बताए.

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