बीमार पति के लिए रंडी बन कर चुदी

मैं मेरे पति से बहुत खुश थी। वो मुझे बहुत प्यार करते थे। बैड पर भी बहुत अच्छे से मेरी चुदाई करते थे। मैं बहुत मजा लेकर चुदाई करवाती थी। हम दोनों की जिन्दगी बहुत अच्छे से चल रही थी।

पर एक दिन सब बदल गया। मेरे पति को ऑफिस में चक्कर आ गया। उनके ऑफिस वाले उनको घर ले आए। मैं अपने पति को अच्छे डॉक्टर के पास ले गई। सब टेस्ट ठीक आए, पर मेरे पति की तबीयत में कोई सुधार नहीं हुआ।

मेरे पति बैड पर ही हो गए। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, क्या करुं मैं। 3 महीने हो गए ऑफिस गए पति को, तो कंपनी वालों ने उनकी जगह किसी और को रख लिया। अब जो पैसे थे उनसे ही उनकी दवाई और घर का खर्च होने लगा।

मैं बहुत परेशान हो गई थी कि अब उनका ईलाज कैसे होगा बिना पैसे के। बस दिन रात यही सोचती रहती थी। एक दिन मुझे पति को चैक करवाने डाक्टर के पास ले जाना था, पर पैसे के बारे में ही सोच रही थी।

तभी दरवाजे की बैल बजी। मैंने दरवाजा खोल कर देखा तो दूध वाला खडा था।

उसने मुझे देखते हुए बोला: मेम साहब, बहुत दिन हो गए दूध के पैसे देदो आप।

मेरे मुँह से कुछ नहीं बोला जा रहा था। फिर हिम्मत कर के बोली-

मैं: अभी मेरे पति बहुत बीमार हैं।

मेरे पास तो उनकी दवाई और चैक करवाने तक के पैसे नहीं है। जब पति ठीक हो जाएंगे, तब पैसे दे दूंगी।

पर दूध वाला नहीं मान रहा था। तो मैं उसको अपनी एक अंगूठी देने लगी और बोली-

मैं: इसको बेच कर आपके पैसे पूरे हो जाएंगे।

दूध वाला मुझे बोला: कितने दिन ऐसे बेच कर काम चलाएगी?

मैं बोली: आप साफ बोलो।

तो दूध वाला बोला: ऐसी बात बाहर नहीं हो सकती है। मैं अंदर आ कर बताता हूं।

दूध वाला अंदर आ गया, और मैंने दरवाजा बंद कर दिया।

दूध वाले ने मुझे पकड़ लिया और बोला-

दूध वाला: मेरी बात ध्यान से सुन। मुझे पता है तेरा पति अब बिस्तर से नहीं उठने वाला। कयूं अपनी जवानी खराब कर रही है? तू अपने पति का अच्छा ईलाज करवा सकती है।

मैं बोली: आप बोलो, मैं उनके लिए सब कर सकती हूं।

दूध वाला बोला: दूसरे मर्दों को खुश कर सकती हो?

मुझे गुस्सा आ गया और मैं दूध वाले को बोली: निकल जाओ मेरे घर से।

दूध वाला जाते हुए बोलने लगा: सोच ले एक बार, नहीं तो देखती रह अपने पति को मरते हुए।

और अपना नम्बर टेबल पर रख कर चला गया। मैं पति को लेकर डाक्टर के पास चली गई। उनको दिखा कर घर आ गई।

घर आकर मेरे पति मुझे बोलने‌ लगे: पूजा तुम अपने घर चली जाओ। मैं तुम्हे ऐसी हालत में नहीं देख सकता हूं।

मैंने उनको हौसला दिया। फिर मैं उनको बोली: मैं कोई नौकरी कर लेती हूं।

मेरे पति ने हां बोल दिया।

अब समझ नहीं आ रहा था कि नौकरी कहां करुं। तभी टेबल पर मुझे दूध वाले का नम्बर दिखा। काफी देर सोचा फोन करुं या नहीं करुं। फिर मैंने फोन कर दिया। दूध वाले ने फोन उठा लिया।

मैंने उसको पूछा: मुझे कोई परेशानी तो नहीं होगी?

तो उसने बोला: कोई नहीं होगी।

मैं: काम के कितने पैसे मिलेंगे?

तो दूध वाला बोला: आज मैं आऊंगा, फिर बताऊंगा कितना मिलेगा तुम्हें। तू अपने पति के सो जाने के बाद मुझे कॉल करना।

फिर फोन कट हो गया।

पति खाना खा कर सो गए। मैं बाथरूम में नहाने चली गई। मैंने अपनी ब्रा पेंटी से मिलती हुई नाईटी पहन ली। फिर दूध वाले को कॉल कर दी।

उसने बोला: आता हूं, तू दरवाजा खोल कर रख।

मैंने दरवाजा खुला रखा।

कुछ देर बाद दूध वाला आ गया। आते ही मुझे इशारा करके पूछा कि पति सो गया। मैंने सर हिला कर हां बोल दिया। मैंने उसको दूसरे कमरे में जाने का इशारा किया। दूध वाला अंदर चला गया। मैं अपने कमरे मे पति को देखने चली गई।

फिर आकर घर का दरवाजा बंद किया और दूसरे कमरे मे चली गई। दूध वाले ने मुझे आते ही पकड़ लिया, और मेरे चेहरे को चूमने लग गया। उसके हाथ मेरे बूब्स पर आ गए। वो दोनों बूब्स को जोर-जोर से दबाने लगा।

मुझे बहुत दर्द हो रहा था। उसने मेरी नाइटी उतार दी, और ब्रा को खींच कर मेरे बूब्स पीने लगा।

उसने मेरे बूब्स चूस-चूस कर लाल कर दिये। दूध वाले ने अब अपने पूरे कपड़े उतार दिये। अब हम दोनों अंडरवियर में रह गए।

दूध वाले के अंडरवियर के ऊपर तम्बू बना हुआ था।

मुझे देखते हुए बोला: साली क्या देख रही है? चल नीचे बैठ लंड को मुँह मे लेकर चूस। आज तुझे मुझे खुश करना है समझी?

मैं नीचे बैठ गई ओर अंडरवियर नीचे कर दिया। मैं दूध वाले का लंड देख हैरान रह गई। मेरे पति के लंड से बहुत बड़ा और मोटा था। दूध वाला मेरे चेहरे पर लंड घिसने लगा। मैंने जैसे ही मुँह खोला, उसने लंड मुँह में घुसा दिया। वो मुझे सर से पकड़ कर मेरे मुँह मे लंड डालने लग गया। कुछ देर बाद उसका लंड मेरे गले तक जाने लगा। मुझे बहुत दर्द हो रहा था।

पर वो तो मेरे मुँह को चूत समझ कर लंड अन्दर-बाहर करता रहा। बहुत देर बाद उसके लंड ने अपने पानी से मेरा पूरा मुँह भर दिया। मुझे मजबूरी मे उसका पानी पीना पड़ गया। अब उसने मुझे बिस्तर पर कुतिया बना दिया।

आज पहली बार कोई मेरी गांड से लेकर चूत चाट रहा था। मुझे बहुत मजा आ रहा था। पता नहीं उसका लंड फिरसे कब खडा हो गया, और उसने मुझे कुतिया बना कर ही लंड मेरी चूत के मुँह पर लगा दिया।

फिर उसने मेरी कमर पकड़ कर एक झटका मारा, और लंड मेरी चूत फाड़ता हुआ अंदर जाने लगा। मैं दर्द से तड़प उठी। मेरी आंखो से आंसू निकल आए पर वो बिना मेरी परवाह किए मेरी चूत में लंड डालता रहा।

आज मुझे मेरी पहली चुदाई से ज्यादा दर्द हो रहा था। दूध वाला मेरी कमर पकड़ कर मेरी चूत को चोदे जा रहा था। कुछ समय बाद मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया, पर दूध वाला लगातार चोदे जा रहा था।

दूध वाले ने अब मेरी कमर को छोड़ दिया, और मुझे बालों से पकड़ कर चोदने लगा। अब मुझे दोनो तरफ से दर्द हो रहा था। 30 मिनट की चुदाई के बाद दूध वाले ने अपने पानी से मेरी चूत भर दी।

मैं भी बहुत थक गई थी, और दूध वाला भी। हम दोनों वैसे ही थोड़ी देर सो गए। फिर मेरी नींद खुली, तो मैं अपने पति को देखने चली गई। मेरे पति सो रहे थे गहरी नींद में। मैं फिरसे दूध वाले के पास आकर सो गई।

उस रात दूध वाले ने मुझे 3 बार जम कर चोदा। सुबह 5 बजे दूध वाला उठ गया। उसने मुझे 10000 रूपये हाथ में दिये, और साथ में मेरी अंगूठी भी रख दी। मैं खुश हो गई।

मुझे वो जाते हुए बोला: रात को भी तैयार रहना। तेरा ग्राहक आएगा। 20000 देगा तुझे। खुश कर देना उसको, और अपनी गांड मे लंड मत डालने देना।

मैंने हां में सर हिला दिया। दूध वाला चला गया। मैं भी कपड़े पहन कर पति के पास आकर सो गई।

आज मैं थोड़ी लेट उठी। फिर चाय बना कर अपने पति को दी। मेरी चूत मे बहुत दर्द हो रहा था, तो सोचा नहा कर फिर खाना बनाती हूं। मैं जैसे ही नहाने जाने लगी तभी दरवाजे की बैल बजी। मैंने दरवाजा खोला तो देखा दूध वाला खड़ा हुआ था।

उसने जोर से बोला: मेम साहब दूध लेलो।

मैं बोली: अभी आती हूं।

तब तक दूध वाला अंदर आ गया, और मुझे बाहों में ले लिया।

मैं उसको बोली: पति उठ गए हैं।

तो दूध वाला बोलने लगा: चुप साली, मेरा लंड तुझे बहुत याद कर रहा है।

और दूध वाले ने अपनी धोती खोल दी।‌उसका लंड पूरा खड़ा था। मैंने दरवाजा बंद कर दिया, और अपने पति को बाहर से ही बोली-

मैं: मैं दूसरे कमरे को साफ कर रही हूं। कुछ चाहिए हो तो आवाज लगा देना।

मैं अब दूध वाले को कमरे में ले गई, और उसके लंड को चूसने लगी। फिर दूध वाले ने मेरी चुदाई शुरु कर दी। अब मुझे बहुत मजा आ रहा था। उसने काफी देर तक मुझे चुदाई का सुख दिया।

फिर हम दोनों अलग हुए। कैसी लगी मेरी सच्ची कहानी? अगली कहानी में बताऊंगी कैसे मैं पैसे लेकर ओरों से चुदने लगी और दूध वाले ने कैसे मेरी गांड बजाई।

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