शिवानी की शेप बहुत ही सेक्सी है. बूब्स 36″, वेस्ट 32″, आंड आस 41″ है. अब जब भी मौका मिलता था, मैं शिवानी को पकड़ के किस कर लेता था. और इधर मेरी सेक्स के बारे में तलब बढ़ती जेया रही थी. एक दिन ऐसे ही किस कर रहे थे, की मैने अचानक से उसकी गांद को पकड़ लिया, और उसे दबाने लगा.
उसने भी मुझे पॉज़िटिव रेस्पॉन्स किया, और शिवानी मेरे और करीब आ गयी. अब उसके बूब्स मेरी चेस्ट पे टच हो रहे थे. चूतड़ दबा के मैने बूब्स दबाने की ट्राइ की, और उसने फिर मुझे रेस्पॉन्स किया और कुछ नही कहा.
अब मेरे पास पूरी पर्मिशन थी. मैं ज़ोर-ज़ोर से उसके होंठो को चूज़ जेया रहा था, और आस को दबाते जेया रहा था. एक हाथ बूब्स पे, और एक हाथ उसकी गांद पे था.
ऐसे ही कुछ दिन निकल गये. अब मेरी छूट के लिए तलब बढ़ने लगी थी. मुझे नही पता था की शिवानी आक्चुयल सेक्स करने के लिए रेडी होगी या नही. बारिश का मौसम था, और बहुत तेज़ बारिश हो रही थी. तब शिवानी घर नही जेया पाई, तो मैने उसे कहा-
मैं: आप मेरे फ्लॅट पे चलो आज. बारिश रुकने का कोई सीन नही दिख रहा.
जिम को लग के ही मेरा फ्लॅट था. सो कुछ देर मैं और शिवानी फ्लॅट पे चले गये. मैने शिवानी को मेरे लोवर और त-शर्ट चेंज करने के लिए दे दिए. चेंज करने के पहले ही मैने शिवानी को पीछे से पकड़ लिया, और उसके बूब्स दबाने लग गया. कुछ देर बूब्स दबाने से वो गरम हो गयी, और उसके निपल टाइट हो गये. शिवानी के मूह से अया अया आवाज़े सुन के मैं हॉर्नी फील करने लगा.
शिवानी: अहन आह ऑश उफफफ्स धीरे दब्ाओ ना. मैं कहा भागी जेया रही हू.
मैं: मैं सुन के भी नज़र अंदाज़ करके बस उसके बड़े चूचे त-शर्ट के उपर से दबाए जेया रहा था. उसके कोमल से सॉफ्ट बूब्स दबाने में इतना मज़ा आ रहा था की क्या बतौ.
शिवानी: अहह उफ़फ्फ़ श स्लोली दब्ाओ, क्या हो गया आपको आज?
मैं: आज इस बारिश में ये आपके बड़े बूब्स भीगने से बहुत आकर्षित लग रहे है. ऐसा लग रहा है इन्हे मूह में लू, और आचे से मसल के चूसू.
शिवानी: तो आपको रोका किसने है? आपके ही है ये.
मैं: क्या मतलब?
शिवानी: आपको इसे मूह में लेना है.
मैं: हा.
शिवानी: तो लो ना.
मैं: सॅकी?
ये सुन के मैने उसके कपड़े उतरे. ज़िंदगी में मैने पहली बार इतने पास से चूचे देखे थे. उसके चूचे इतने बड़े थे, की मुझे दो हाथ इस्तेमाल करके मूह में भरने पड़े.
जैसे ही मैने चूसना शुरू किया, वो पागल हो गयी, और उसने आँखें बंद कर ली, और ज़ोर से अया अया करने लगी. 10-15 मिनिट मैं बूब्स के साथ ही खेलते रहा.
शिवानी: बस करो आदि, अब मुझसे और नही रुका जाता.
मैं ये सुन के रुक गया. मुझे नही समझ आया अब क्या करना था. तो उसने मेरे कपड़े उतार दिए, और मुझे पूरा नेकेड करके मुझे किस करना स्टार्ट किया. मेरा लंड उसने हाथ में पकड़ लिया. मैं तो पागल हो गयी, और मेरी पूरी बॉडी में करेंट भागने लगा.
उसकी कोमल उंगलियाँ जब धीरे-धीरे मेरे लंड पे टच हुई, ऐसा लगा मुझे पता नही क्या मिल गया. धीरे-धीरे उसने स्ट्रोक्स मारने स्टार्ट किया. मेरी साँसे मानो फटत के बाहर आएँगी इतनी तेज़ आवाज़ आ रही थी.
शिवानी: बेब अब अंदर डालो.
मैने झट से उसे बेड पे लिटा के उसकी लेग्स फैला दी. अब मेरा फर्स्ट टाइम था, और क्या हो रहा था क्या नही, मुझे समझ नही आ रहा था. मैने लंड पे कॉंडम लगाया, आंड उसे छूट में डालने की कोशिश करने लगा. लेकिन बार-बार इधर-उधर जाने लगा.
शिवानी हासणे लगी और बोली: अनादि कही के.
उसे एक्सपीरियेन्स था, और पहले भी उसने सेक्स के बहुत मज़े लिए थे. तो उसने फिर मेरा लंड पकड़ के छूट के गाते पे रखा, और कहा-
शिवानी: धक्का मारो.
मैने जैसे ही धक्का मारा सीधा छूट के अंदर मेरा 5.7 इंच लंड चला गया. दोस्त ने बताया था जिस लड़की की सील पॅक होती है, तब लंड जाने में दिक्कत होती है. और जिस छूट की सील टूटी हो, उसमे सीधा अंदर चला जाता है. तो मैं धीरे-धीरे आयेज-पीछे करने लगा. मुझे उसकी छूट पूरी गरम लग रही थी.
शिवानी: अया उफफफ्फ़ आआ तुम्हारा लंड तो बहुत हार्ड है. आआ आअहह उफफफ्फ़ क्या बात है आदि. तुम्हारा फर्स्ट टाइम है?
मे: हा.
शिवानी: इसके पहले कभी मास्टरबेशन भी नही किया?
मे: नही.
शिवानी: इसलिए इतना टाइट और हार्ड है. आआ उफफफ्फ़ एयेए. थोड़ी स्पीड बाधाओ. एयाया अया उफफफ्फ़ ऑश आदि बहुत अछा लग रहा है.
मे: मुझे भी बहुत अछा लग रहा. तुम्हारी छूट अंदर से बहुत गरम है. ऐसा लग रहा, पता नही कितनी आग भारी है छूट में.
शिवानी: वही आग तुम्हारे लंड से मुझे बुझानी है. बुझाओगे ना?
मे: ज़रूर बूझौँगा.
और मैने स्पीड बढ़ा दी.
शिवानी: एयाया उफफफफ्फ़ मॅर गयी, और तेज़.
मैं जितना स्पीड में कर सकता था करने लगा. कुछ देर में उसने पानी छ्चोढ़ दिया, और वो शांत हुई. उसका पानी मानो ज्वालामुखी हो, इतना गरम था. बुत मैं और 3-4 मीं छोड़ते रहा उस गरम पानी में उसकी छूट. फिर आख़िर में मेरा अचानक से पानी निकल गया. फिर मैं लंड निकाल के साइड मैं लेट गया.
उसके बाद सेक्स में मेरी बहुत रूचि बढ़नी स्टार्ट हुई. मैने शिवानी को बहुत छोड़ा. शिवानी ने मुझे छोड़ने में ट्रेन कर दिया. न्यू-न्यू स्टाइल सिखाए. मेरा लंड कुछ महीने में 6 इंच हो गया. उस लंड से चुड-चुड के वो बहुत खुश थी..
लेकिन कुछ दीनो बाद वो बोर हो गयी. हमने बहुत नया ट्राइ किया, जैसे ही मैं परिवारिक स्टोरी में घुसूंगा, वो सब आपको बतौँगा. शिवानी ने मानो मेरे अंदर का सेक्स का कीड़ा जगा दिया हो.
मुझे सेक्स करने में बहुत मज़ा आने लगा. बुत शिवानी को छोड़-छोड़ के उसकी छूट लूस हो गयी थी. इसलिए मुझे लंड का साइज़ बढ़ाना पड़ा, आंड मैने ट्रीटमेंट ली.
मेरे लंड को मेडिकल के थ्रू 7.2 इंच तक लेके गये. अब मेरा लंड इतना बड़ा हो गया था की अगर कभी पब्लिक में लंड खड़ा हो जाता तो वो क्लियर्ली पता चलता था. मैने बड़े लंड से शिवानी की गांद की सील खोली. उससे मुझे सील तोड़ने का एक्सपीरियेन्स आ गया.
बुत कुछ दीनो बाद शिवानी के पापा को पता चल गया, आंड उन्होने उसकी शादी करवा दी. हमे इसका अंदाज़ा था इसलिए स्टार्टिंग में अछा नही लगा. लेकिन बाद में नॉर्मल हो गये. गर्लफ्रेंड के साथ में सेक्स करते-करते मैं ट्रेन हो गया था, और मेरा लंड भी अब 7.2 इंच तक बड़ा हो गया था.
मेरी बॉडी अची बन गयी थी, आंड आस जिम ट्रेनर भी मेरा एक्सपीरियेन्स आंड नालेज बढ़ चुका था. अब मेरी स्टडीस भी ख़तम हो गयी थी.
तो इस तरह मैने सेक्स, फिटनेस आंड बिज़्नेस के बारे में सीखा. आशा करता हू आपको यहा तक स्टोरी पसंद आई होगी, और मुझे इस स्टोरी से आपको बताना था की कैसे मुझे सेक्स के बारे में पता चला. कहा से मैने सेक्स का ज्ञान सीखा. कैसे मेरा लंड 7.2 इंच हुआ, और कैसे मैने बाकी चीज़े सीखी. क्यूंकी ये स्टोरी बताना ज़रूरी था, ताकि मैं आपको परिवारिक सेक्स की दुनिया में ले जेया साकु.
मतलब ये स्टोरी एक इंट्रोडक्षन था मेरी सेक्स लाइफ का. असल स्टोरी मा के साथ स्टार्ट होगी, आंड वो सब को लंड का स्वाद चखा के मेरी बेहन पे आके ख़तम होगी. मिलते है अगली स्टोरी में. तब तक के लिए अपने लंड और छूट को शांत रखो. क्यूंकी आपके लंड आंड छूट में पानी की धार अगली स्टोरी से लगने वाली है.
आप सब इस स्टोरी को रेड करे, और मुझे मेरी मैल ई’द पे फीडबॅक दे.