Barish Me Jabalpur Vali Nangi Jawan Ladki

मैंने ना जाने कब अपनी गाड़ी रोक दी और एकटक उसको देखने लगा, वो मेरे बैग मैं से अपने नाप के कपड़े देख रही थी।
अचानक उसकी नज़र मुझ पर गई तो जैसे वो सहम सी गई।

मुझे भी लगा जैसे कोई चोरी पकड़ी गई हो, मैंने थोड़े हौसले से काम लेते हुए कहा- अरे, मैं तो यह देख रहा था आपको बैग में से कपड़े पसंद आये या नहीं।
उसने शरमा कर हंसते हुए कहा- पता है।
मैंने कहा- अगर ऐतराज ना हो तो मैं पीछे आकर कपड़े बताऊँ?
उसने कहा- अब इतना देख ही चुके हो तो आ कर कपड़े भी बता दो कि कौन से पहनने हैं।

मैं पीछे आया तो उसको बैग में से हाफ पेंट और टी-शर्ट दी बैग में हाथ डालते समय मेरी कोहनी उसके उरोजों को छू रही थे मगर उसने कुछ नहीं कहा तो मैंने अपनी कोहनी से उसके उरोजों को सहलाना आरंभ कर दिया।

उसका चेहरा उस समय देखने लायक था, एकदम लाल… मैं समझ गया कि अब मौक़ा है, मैंने उससे कहा- आप बहुत सुंदर हो!
कहते कहते मैंने उसके कंधे पे हाथ रख दिया।

वो कुछ नहीं बोली तो मैं उसकी पीठ सहलाने लगा और उसके और करीब आकर अपने ओठों से उसकी गर्दन को चूमने लगा।
वो गर्म होती जा रही थी।

मैंने अब उसको आराम से पीछे की सीट पर पूरा लेटा दिया और उसको हर जगह चूमने लगा, उसके गालों पर, उसके होठों को चुमते समय उसने अपनी गुलाबी जीभ बाहर की तो मैंने उसकी पूरी जीभ अपने मुंह में ले ली और उसकी जीभ को अपने दाँतों से कुतरना चालू कर दिया।

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वो छटपटा रही थी।

मैंने एक हाथ उसकी जांघों पर सहलाना चालू किया। क्या मांसल जांघें थीं!
अब मैं उसके उरोजों को दबाता हुआ उसके बाएं चूचुक को अपने मुंह से चूस रहा था और उसके मुंह से उम्म्ह… अहह… हय… याह… की आवाजें सुनाई दे रहीं थीं।

चूत में उंगली
मेरा एक हाथ उसकी दोनों जांघों के बीच से सरकता हुआ उसकी योनि तक आ चुका था जहाँ थोड़े थोड़े से बाल थे। मैंने जैसे ही एक उंगली उसकी योनि में डाली, वह अजीब तरीके से अकड़ गई और मुझे बहुत जोर से जकड़ लिया। अब उसके नाख़ून मेरी पीठ पर खरोंचें बना रहे थे।

मैंने उसका एक हाथ पकड़कर अपनी पैंट के अंदर डाल दिया तो उसने धीरे से मेरे लंड की खाल ऊपर करके मेरे लंड के सुपारे पर अपनी एक उंगली फेरनी चालू कर दी।

अब मैंने भी देर ना करते हुए अपने सारे कपड़े उतार कर उससे कहा- इसको अपने मुंह से चूसो ना!
पहले तो वो मना करने लगी मगर मेरे जोर देने पर उसने मेरे लंड को पकड़ा और अपनी जीभ से ऐसे चाटने लगी जैसे कोई लोलीपोप चाट रही हो।

मैंने उससे पूरा अंदर लेने को कहा तो उसने अपना मुंह उपर नीचे करते हुए पूरा लंड इतना चूसा कि मेरा पानी आने लगा। वह उस पानी को चाट रही थी।
मैं एक हाथ से उसकी गांड सहला रहा था, एकदम मुलायम और गोरी गांड जो अँधेरे में भी चमक रही थी।

मैंने उसकी गांड सहलाते सहलाते अचानक उसकी गुदा के छेद पर अपनी उंगली लगाई तो वो कसमसा उठी।
मैं धीरे से उसके गांड के छेद को कुरेद रहा था।

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अब मैंने उसको उलटा लेटाकर अपना मुंह उसकी गांड की तरफ कर के उसके उभरे हुए चूतड़ों को चाटने लगा और चूमने लगा।
बहुत ही कामुक बदन था उस हसीना का…
उधर वो मेरा लंड चूस रही थी।

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