बड़े भाई की वाइफ ने सिड्यूस किया

हेलो दोस्तों, मेरी नयी लेज़्बीयन सेक्स स्टोरी में आपका स्वागत है. मेरा नाम रीना है, और मेरी उमर 21 है. अपने बारे में और बतौ तो मेरा फिगर 32-30-34 है, और मैं आमेडबॅड से बिलॉंग करती हू.

अगर कोई लेज़्बीयन है, और अगर लेज़्बीयन सेक्स में या लेज़्बीयन छत में इंट्रेस्टेड हो. तो मुझे मैल करना, या फीडबॅक ज़रूर देना. और लेज़्बीयन गर्ल्स बेफिकर होके मेसेज कर सकती है.

पिछली स्टोरी पर कोई फीडबॅक ही नही मिला है, तो इस सेक्स कहानी पर फीडबॅक ज़रूर देना. मेरी एमाइल ईद है क्राज़्ीबल्ल893@गमाल.कॉम.
(नेक्स्ट कों सी स्टोरी का पार्ट उपलोआड करू, उसका फीडबॅक ज़रूर देना मी लव्ली रीडर्स).

मेरे घर में दो भाई है, और मेरे पापा और मेरी मा का देहांत हो गया है. मेरे एक भाई मुंबई में एक सॉफ्टवेर कंपनी में काम करते है, जब की सब से बड़ा भाई हमारे साथ आमेडबॅड में रहता है.

भाई की शादी हुई तो मैं बहुत खुश थी. क्यूंकी जो प्यार मुझे मा से नही मिला था, अब वो मुझे भाभी से मिल सकता था. शादी के बाद भाभी हमारे साथ रहने लग गयी. वैसे भाभी का नाम सुनीता था, और भाभी देखने में बड़ी कमाल की लगती थी.

उनका फिगर 34-30-32 था. मेरा फिगर आप लोग मुझे मैल करके पूच लेना. भाभी की देख-भाल के लिए हमने एक नौकर रखा हुआ था, और भाभी जी मुझसे बहुत मज़ाक किया करती थी. हम दोनो की अची बनती थी.

एक दिन की बात है, मैं बातरूम में नहाने जेया रहा थी. तो मैने भाभी से अपना उंदर्वार और ब्रा माँगी.

भाभी बोली: रीना आप नहाना तो शुरू करो. मैं बाद में रख दूँगी.

मैं: ठीक है भाभी, आप जैसा भी बोलो.

फिर मैं नहा कर, सिर्फ़ एक पतले से टवल को लपेट कर खड़ा थी.

तभी भाभी बोली: लो अपना अंडरवेर और ब्रा लो.

ये कह कर वो दरवाज़े के बाहर खड़ी हो कर मुझे मेरा अंडरवेर और ब्रा पहनते हुए चुपके से देखने लग गयी. फिर जब मैने डोर खोला, तो भाभी ने डोर को धक्का दिया. वो मेरे बातरूम में घुस गयी, और मेरी कमर पर गुदगुदी करने लग गयी.

इस मज़ाक में वही हुआ जिसका मुझे दर्र था. मेरा टवल खुल गया. इस बीच मैं शरम के मारे बातरूम से नंगी ही बाहर निकल कर भागी. क्यूंकी उस टाइम घर पर मेरे और भाभी के अलावा कोई नही था.

इस बात पर मैं भाभी से इतना नाराज़ हुई, की पूरा दिन मैं उनसे कुछ बोली भी नही. फिर शाम को वो मुझसे बोली-

भाभी: रीना किया हुआ? तुम मुझसे नाराज़ हो क्या?

मैने अपनी नाराज़गी तोड़ते हुए भाभी से कहा: नही भाभी, ऐसा कुछ नही है.

अगले दिन जब मैं पढ़ाई कर रही थी. तब भाभी मेरे पास आ कर बोली-

भाभी: रीना मैं नहाने जेया रही हू. तुम कल की बात का मुझसे बदला लेने की कोशिश मत करना.

मैं: नही भाभी, मैं तो उस बात को कब का भूल चुकी हू.

तभी नहाते हुए भाभी बोली: रीना मुझे एक साबुन ला कर दो, मेरा साबुन ख़तम हो गया है.

मैं: अभी तो मैं दुकान जेया कर साबुन नही ला सकती.

भाभी: दुकान से लाने को नही कह रही हू. मेरे ड्रॉयर में है, वहाँ से निकाल कर दे दो.

फिर जैसे ही मैं सुबन लेकर आई, तो भाभी दरवाज़े से मूह निकाल कर झाँक रही थी. फिर जैसे ही मैने हाथ बढ़ाया, तो भाभी ने साबुन लेने के बहाने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे अंदर खींच लिया.

उनके ऐसे खींचने से मैं बातरूम में गिरने लगी थी. लेकिन भाभी ने हाथ पकड़ कर मुझे संभाला. तभी मेरा हाथ उनकी छूट पर रग़ाद खा गया. मैने देखा की भाभी एक-दूं नंगी खड़ी थी, और मैं उनके बड़े-बड़े बूब्स पर गुलाबी निपल्स देख रही थी. ऑश आह फक, क्या निपल्स थे.

मॅन कर रहा था की उनके निपल्स को सीधा मूह में ले लू, और चूस-चूस कर सारा दूध पी जौ. उनकी छूट पर बहुत बड़े बाल थे, और बालों के कारण छूट ठीक से दिख नही रही थी. तभी मुझे मेरे लोवर पर कुछ महसूस हुआ. कुछ ही देर में भाभी ने मेरे कपड़े उतार दिए. मैने कोई विरोध नही किया.

अब मैं भाभी के सामने एक-दूं नंगी खड़ी थी. भाभी ने एक-दूं से मेरी कमर में हाथ डाल कर खींचा, और किस कर दिया. आहह ओह दोस्तों क्या सीन होगा अहह. वो अपना दूसरा हाथ मेरे बूब्स पर रख कर मसालने लगी, और निपल्स को इतने ज़ोर से पिंच किया, की मैं चिल्ला उठी.

मैं: अहह भाभी ऑश धीरे अहह मॅर गयी मम्मी.

भाभी: आज धीरे नही, आज तो तुझे जाम के चाटूँगी. तेरे पुर बदन को लीक करूँगी. ह क्या कमाल की लगती है तू अहह बहनचोड़. आज तेरी छूट को चाटूँगी, और मेरे बाल तुझसे ही शेव कार्ओौनगी. अहह मदारचोड़ क्या फिगर है तेरा मज़ा आ गया.

मैं: अर्रे भाभी, आप ऐसी बातें कर रही हो. मैने नही सोचा था की आप मेरे बारे में ऐसा सोचती हो. अहह ऑश भाभी प्लीज़ छ्चोढो यार, कोई देख लेगा अहह ऑश भाभी प्लीज़.

भाभी: मैं बाइसेक्षुयल हू साली. मुझे लड़कियाँ भी पसंद है. तेरे भैय से सेट होने के बाद कोई लड़की के साथ करने का मौका ही नही मिला. अब मिला है. आज तुझे नही छ्चोधूंगी. और वैसे भी, अभी घर में कोई नही है, और ना ही कोई आने वाला है. आज तेरी छूट का भोंसड़ा बनौँगी साली मदारचोड़. अहह ओह.

मैं: भाभी आपको लड़कियाँ भी अची लगती है, मुझे पता नही था. अहह ओह भाभी प्लीज़ ह धीरे, रहम करो अहह ओह. दुख रहे है निपल्स अहह. ओह भाभी धीरे प्लीज़.

भाभी: हा मदारचोड़, इसलिए कब से तुझ पर मेरे नज़र थी. आज मेरे खवैिश पूरी हुई.

फिर भाभी ने मुझे दीवार पर धकेल दिया, और बहुत ही पस्सोनटे किस करने लगी. ह ऑश दूसरे हाथ से मेरी गांद सहला रही थी, और एक हाथ से मेरे निपल्स. फिर जब निपल्स पिंच करती, तो मेरी अहह निकल जाती, और भाभी मेरे होंठ काट लेती अहह ओह.

नेक्स्ट पार्ट में आप पढ़ेगे की कैसे सुनीता भाभी ने मेरा पेशाब पिया, और उनकी छूट के बाल मुझसे सॉफ करवाए. अभी के लिए इतना ही, आयेज की सेक्स स्टोरी नेक्स्ट पार्ट में. मेरे दोस्तों, अगली कहानी के लिए फीडबॅक ज़रूर देना. बाइ, गुड नाइट.

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