वो मस्त होते हुए बोली- कमल अब और मत तड़पाओ.. मुझे जल्दी से चोद दो.. ये अपना पूरा लंबा और मोटा लण्ड मेरी चूत में पेल दो.. मेरी प्यास बुझा दो..
मेरा मन भी उसे चोदने का कर रहा था, मैंने उसके दोनों पैरों को चौड़ा कर दिया और चूतड़ों के नीचे एक तकिया लगा दिया। उसकी चूत फूलकर ऊपर उठ गई, मैं अपने लण्ड का सुपारा उसकी चूत पर ज़ोर-ज़ोर घिसने लगा।
वो चुदासी सी बोली- बस बहुत हो गया.. अब जल्दी से लण्ड को अन्दर डाल दो न..
मैंने भी उसकी तड़प देख कर अपना लण्ड उसकी चूत में ज़ोर से धकेल दिया.. मेरे पहले ही झटके में मेरा आधा लण्ड चूत में अन्दर घुस गया।
वो एकदम दर्द से तड़प गई.. बोली- उई माँ.. मर गई.. ज़रा धीरे डालो ना..
मैं धीरे-धीरे चुदाई करने लगा। अब उसे मज़ा आने लगा और वह मेरे होंठों को ज़ोर-ज़ोर से चूमने-चूसने लगी।
वो चूत चुदाते हुए बोली- कमल, तेरा लण्ड मेरी चूत में एकदम फिट हो गया है.. मुझे ऐसा ही लण्ड चाहिए था।
उसने मेरा जोश बढ़ा दिया, मैं ज़ोर-ज़ोर से लण्ड को अन्दर-बाहर करने लगा, उसे भी मज़ा आने लगा- आह.. ओह.. उई.. उई..
वो मादक आवाजें मुँह से निकाल रही थी ‘राजा.. ज़ोर से चोदो.. आज मेरी चूत को चोद-चोद कर इसका भोसड़ा बना दो.. आहह.. बहुत मज़ा आ रहा है.. चोदो..’
वो नीचे से अपनी गाण्ड को ज़ोर-ज़ोर से उछालने लगी। मैं उसके मम्मों को भी ज़ोर-ज़ोर से मसलने और कभी चूसने लगा और अपने लण्ड से धकाधक चोदने लगा।
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कुछ देर बाद हमने आसन बदला और मैंने उसे उल्टा कर दिया.. पाँव पर खड़े करके हाथों को आगे टिकाकर उकड़ू कर दिया। फिर मैंने पीछे से अपना मूसल लण्ड उसकी चूत में डालकर उसके बड़े-बड़े नितंबों को मसलते हुए ज़ोर-ज़ोर से चुदाई शुरू कर दी।
वो बोली- वाह.. मेरे राजा.. बहुत मज़ा आ रहा है.. अब पूरा लण्ड अन्दर तक जा रहा है.. ऐसे ही ज़ोर-ज़ोर से चोदो..
मैंने भी गति बढ़ा दी।
‘घपाघप.. फचाफच..’ की आवाजों से बेडरूम गूंजने लगा।
कुछ देर बाद वो बोली- राजा.. अब मैं झड़ने वाली हूँ मुझे चोदो ज़ोर-ज़ोर से आहह.. ओहा.. आहा.. ओहा.. एयेए.. आह.. एयेए.. ऊओ..ऊओ.. मैं गई.. गई..
उसके स्तन ज़ोर-ज़ोर से हिल रहे थे।
मैंने उसकी कमर को पकड़ कर कुछ देर तेज धक्के लगाने के बाद अपने वीर्य से उसकी चूत को भर दिया।
वो बोली- वाह राजा.. आज तुमने मेरी चूत में अमृत-वर्षा करके मेरी चूत की आग को शांत कर दिया..
उसने मुझे अपने सीने से लगा लिया और ज़ोर-ज़ोर से चूमने लगी.. मेरे लण्ड को प्यार करने लगी।
फिर हमने ड्रिंक और नाश्ता किया और एक बार फिर चुदाई का दौर चला।
मैंने उसे कई आसनों में चोदा.. और उसे पूर्ण संतुष्ट किया।
मुझे भी ऐसी सेक्सी माल को चोदकर बहुत मज़ा आया। उसने मुझे 5000 रुपए दिए और फिर मिलने का कहकर विदा ली।
मेरी पढ़ाई के लिए कमाई का यही एक साधन था, मेरी पढ़ाई और चुदाई दोनों अच्छी चल रही है।
मेरी मसाज से कई मेमें ख़ुश हैं और मेरी ज़रूरतों को भी पूरा करती हैं।
आपको मेरा काम और कहानी कैसी लगी, मुझे मेल ज़रूर करें.. आपका- कमल सेन।