बाप ने मा को मुझसे चुदने को मनाया

मई वही कमरे मेी अपना फोन चला रहा होता हूँ. तभी वापिस मा मेरे पास आती हैं और खड़े खड़े कहती हैं-

मा: बेटा तुझे शादी कर लेनी छाईए, वो ही तेरे लिए सही रहेगा और शांत रहेगा बीवी आएगी तो.

मई: मुझे शादी नही करनी हैं मेी अकेला ही ठीक हूँ.

मा: मुझे नही लगता तू अकेला ठीक हैं अगर होता तो शायद वो हरक़त नही करता मुझे देख के.

मई: मुझे मेरी उमर की लड़कियो मेी कोई इंटेरेस्ट नही और ना मुझे ज़िम्मेदारी निभानी हैं शादी के बाद की.

मा: अछा तो फिर क्या छाईए तुझे एक बार मेी बता दे मुझे काम है बोहोट फिर.

मई: हा तो झाओ ना मैने कब तुमको माना किया हैं मम्मी.

मा: अरे बोलना कैसी लड़की छाईए तुझे?

मई: मुझे कैसी लड़की नही मुझे तो तुम छाईए बस मेरे अंदर अब सिर्फ़ आपके लिए प्यार हैं.

मा: क्या मतलब मेी छाईए?

मई: हा तुम ही छाईए मुझे तो अब तुमको जो सोचना हैं सोचो. लेकिन मेरा दिमाग़ हो चुका हैं करब और मेी दिन भर इंटरनेट पे मा बेटे की कहानिया ही पढ़ता हूँ और गंदी पिक्चर देखता हूँ. जिसमे मा और बेटे प्यार करते हैं बस वो ही छाईए मुझे तो.

मा: पर बेटा यह कैसे संभव हैं बेटू मा हूँ तेरी मेी..?

मई: तो क्या आपकी इचा नही होती और उप्र से मैने यूयेसेस रात सुन्न लिया था की पापा का खड़ा नही होता. और आप दोनो ने लगभग 15 साल से चुदाई नही की हैं तो फिर तक़लीफ़ क्या हैं तुमको इससे??

मा इधर चुप रहेती हैं और चले जाती हैं बिना कुछ कहे वापिस किचन की और. फिर रात ऐसे ही दिन निकल जाता हैं और खाना खाने के बाद सोने की त्यारी कर रहे होते हैं. तब ही पापा कहते हैं-

पापा: ऑल थे बेस्ट.

मेी सोच मेी पढ़ जाता हूँ और चुप छाप आके एक कॉर्नर वाला इसा लेके लेत जाता हूँ और अपना फोन चलाने लगता हूँ. रात के करीब 1 बजे मा की निंध खुलती हैं. तब भी मेी फोन चला रहा होता हूँ तो मा कहती हैं-

मा: अरे तूने सोना नही हैं क्या इतनी रात हो गयी हैं क्या देख रहा हैं?

मई: यह लो देखो..

और फोन उनकी तरफ पलटा देता हूँ और कहता हूँ उनके कान के करीब आके धीरे से कहता हूँ.. इसमे एक बेटा अपनी मा को छोड़ रहा हैं. मा देखो कितने प्यार करता हैं वो अपनी मा से और मेी भी ठीक ऐसे ही टुमरे साथ प्यार करना चाहता हूँ.

मा: हॅट पागला ऐसे कौन प्यार करता हैं भला साइड रख इसको तू..

मेी तुरंत फोन साइड करके मेी वापिस मा से चिपका और कहा – समझो मा तुमको कुछ नही होगा अगर हम दोनो भी ठीक ऐसे ही प्यार करे तो. या काहु की मेी आपको छोड़ू तो..

और धीरे से एक हाथ ले जाके अपनी मा के चुचि पे रखा और हल्के से दबाने लगा. फिर दबाते हुए कहा सोचलो मा अछा मौका हैं.

मा कुछ सोचने के बाद-

मा: देख पूज्जु तेरे पापा बगल मेी ही सो रहे हैं तो ज़्यादा आवाज़ ना हो ठीक हैं ना..

इतना सुनते ही मेी खुशी से पागल हो गया और तुरंत खड़ा हो गया. और अपने पूरे कपड़े उतार दिए बनियान और चड्डी और पूरी तारा नंगा हो गया. फिर मा के करीब आके लेट गया और चिपक के गर्दन के करीब आके अपनी जीब से उनकी गर्दन चाटने लगा. एक हाथ से चुचिया दबाते हुए नाइट्गाउन के उपर से ही और चाटने लगा उम्म उम्म स्लर्प स्लर्प उम्म..

मा की आँख बाँध होने लगी मदहोशी मेी और मैने कहा उससी वक़्त.. मा अपना हाथ मेरे लंड पे रखिए ना बोहोट तडपा हूँ इश्स पल के लिए.

तभी मा ने अपना हाथ बड़ा के मेरे लंड पे रख दिया जो की पहेले से ही खड़ा था छोड़ने के लिए. उम्म कुछ वक़्त मा के हाथ से अपने लंड पे सहेलवने के बाद मेरा पानी निकल गया. क्यूंकी मेरा चुदाई का अफ़सर पहेला था तो मा का हाथ गिल्ला हुआ. जिसको उन्होने अपने गाउन से पॉच लिया और कहा-

मा: अरे तेरा तो पहले ही निकल गया क्या बेटा तू भी..

मई: अरे वो मेरा पहली बार हैं ना मा मैने आज तक किसी को छोड़ा नही हूँ. लेकिन फिकर मत करो और अपना गाउन उतरो अब छुपाने का फ़ायदा नही.

तभी मा उठी और अपना गाउन उतार के साइड रख दी और मेी उससी वक़्त मा के उपर लेट गया उनको लेता के. और मेरा लंड फिर टाइट हो गया और मेी ऐसे ही सीधा उनकी उपर मिशनरी पोज़िशन मेी लेट के होंठो को चूमने लगा मुआः मुआः आ उम्म..

मई: यकीन नही होता की मेरी प्यारी घड्रई हुई मा आज मेरे नीचे नंगी लेती हैं..

मुआः कभी होंठ तो कभी गर्दन को चाट होता हूँ. और धीरे से दोनो चुचियो को बारी बारी दबाता हूँ जिसपे मा के मूह से हल्की हल्की आवाज़े आने लगती हैं..

मा: आ बेटा आराम से उम्म आह उम्म…

मई: अरे अभी तो चालू हुआ हैं मेरा तुमको प्यार करना..

और एक हाथ से उनकी मोटी छूट के उप्र अपना लंड रख के ढके देने लगता हूँ अंदर डालने के लिए उनके उपर लेट के उनको चूमते हुए.. मुआः कितने गरम बदन हैं टुमारा मेरी मा आ चुचे काले मोटे निपल आ आ..

मा: अब तो सब तेरा ही हैं बेटा आचे से सेवा कर मेरी..

मा मेरे सिर को उनके चुचो के उपर दबाने लगती हैं. और मेी निपल को काटने लगता हूँ ज़ोर ज़ोर से अपने दांतो से.. उम्म उम उम्म यूम्म आ उम्म आह.. तभी पापा उठ जाते हैं और हम दोनो को चुदाई करते देखते हैं जिससे मेी तोड़ा घबरा जाता हूँ, तभी-

पापा: अरे घबरा मत बेटा मुझे पता हैं तुम दोनो एंजाय करो मेी दूसरे कमरे मेी जाके सो जाता हूँ.

और पापा उठ के जैसे ही जाते मेी शैतान वाली स्माइल करके उठ जाता हूँ और बड़ी लाइट चालू कर देता हूँ. और सीधा आके मा के पैर फैला देता हूँ और नीचे लेट के कहता हूँ.. मा अब देखो एक औरत को प्यार कैसे किया जाता हैं..

अपनी जीभ निकाल के उनके बालो से भारी छूट मेी रखता हूँ और घुमाने लगता हूँ.. स्लर्प स्लर्प स्लर्प स्लर्प उम्म.. एकद्ूम भूके शायर की तरह आ.. छूट छाते हुए मा को देखा तो वो तकिये पे अपना सिर पटक रही होती हैं इडार उधर हवस मेी.

मा कहती हैं बेटा क्या कर रहा हैं तू.. आहह अजीब लग रहा हैं उम्म मत कर गंदा हैं वो.. आह अफ बेटा आहह आ आह उहह आह उम्म.. बएटााअ आहह..

मा को तड़प्ता देख मैने सीधे हाथ से एक उंगली अंदर डालने की कोशिश करी. जिससे मा अगाल हो गयी और ज़ोर से आवाज़े करने लगी.. बेटाअ ह आआहह उम्म अफ अम्मा मॅर गयी क्या कर रहा हैं तू आह उर्फफ्फ़ उम्म्म…

फिर मैने दूसरी उंगली भी डाली और अंदर बाहर करने लगा छूट मेी. जिससे मा ने अपने झंगो से मुझे झाकड़ लिया और मोन्स करने लगी.. उम्म्म आहह आहह आ..

लगभग मा की छूट मेी 10 मीं उंगली करने के बाद मेी उठा और सीधा छूट पे अपना लंड सेट करने लगा और कहा-

मई: मा अब त्यार हो जाओ इतने सालो से जो आपकी छूट के अंदर नही गया वो अब जाएगा..

और फिर अपने लंड पे थूक के मैने लंड उनकी छूट पे रखा और उनकी गांद का सहारा लिया और अंदर धकेलने लगा धीरे से. क्यूंकी छूट उनकी टाइट थी और मेरा पहेली बार था.

ऐसे ही कोशिशो के बाद लंड तोड़ा सा अंदर गया और फिर मा का चेहरा देखता हुआ. मेी धक्का लगा के छूट के अंदर डाल दिया मेरा पूरा 6 इंच का लंड. फिर ऐसे ही मा के उप्र आके लेट गया मिशनरी स्टाइल मेी ही

मा: मेरे सिर पे अपना हाथ फेरते हुए मेरे कान को काटने लगी और कहने लगी दिखना अपना दूं बेटा अब.

इतना सुनते ही मेी धीरे से धक्के लगाने लगा अंदर बाहर मेरा लंड ऐसे ही छूट मेी से अंदर बाहर होने लगा पूरा 6इंच का. और मा के मूह से आवाज़े आने लगी आहह आ उहह..

बेटा क्या जादू हैं तेरे लंड मेी उफ़फ्फ़ आहह उम्म.. छोड़ मुझे आचे से यकीन नही हो रहा आहह की तुझसे चुड रही हूँ मेी आख़िर खार उर्फ्फ़.. उम्म एआहह ह बेटा छोड़ आज मुझे आचे से बोहोट तदपि हूँ मेी 15 साल से..

तेरे पापा का तो लंड खड़ा ही नही होता.. अब तू ही मेरा सहारा हैं उम्म एस आह आ… बेटाअ मॅर गयी मेी उर्फफ्फ़ उम्म छोड़ मुझे बेटा अपने लंड से झाम के छोड़ आह…

इधर मेी ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगता हूँ अंदर तक छोड़ते हुए आह आह… और ऐसे ही छोड़ते हुए मुझे लगभग आधा गणता हो जाता हैं और मेी दभी आवाज़ मेी कहता हूँ.

मई: मा मेरा पानी निकालने वाला हैं लंड को अंदर बाहर करते हुए.

मा: रुक मत बेटा छोड़ते रह ऑलरेडी मई पहली बार 2 बार निकाल चुकी हूँ.

तभी मैने अपना लंड छूट से बाहर निकाला और चुचो के करीब आके अपना लंड हिलाने लगा. स्माइल के साथ कहता हूँ उर्फ्फ़ 45 मीं से छोड़ रहा हूँ आपको मज़ा आ गया.. और वही हिलाते हुए लंड को मैने पानी छ्चोड़ना चालू किया. फिर उनके बूब्स पे छ्चोड़ के सुकून की साँस लेने लगा. और वही फिर साइड जाके लेट गया उनके और साइड फेस करके कहा-

मई: मा सच बतौ आज बोहोट अछा लाग्ग रहा हैं मुझे तुम्हे ऐसे छोड़ के फाइनली.. (एक हाथ उनके बूब्स पे रहते हैं जहा मेरा कम घिरा होता हैं).

आप लोगो के रीप्लाइस का इंतेज़ार रहेगा मुझे. और इसका अगला पार्ट आपको बहुत जल्दी देखने को मिलेगा. बहुत सारा प्यार आप सभी को मेरे और मेरी रंडी मा की तरफ से.

यह कहानी भी पड़े  देवरो के बाद अब पति ने लिए मेरे मज़े


error: Content is protected !!