ही रीडर्स, मैं थोर, कमलेश की बेटी की चुदाई कहानी का अगला पार्ट लेके आ गया हू. सॉरी, ये पार्ट तोड़ा लाते हो गया. उमीद है आप सब ने पिछला पार्ट पढ़ लिया होगा. अगर अभी तक किसी ने भी पिछला पार्ट नही पढ़ा है, तो पहले उसको ज़रूर पढ़ ले.
पिछले पार्ट में आपने पढ़ा की कमलेश मोहन के घर की खिड़की के बाहर खड़ा था. और मोहन उसकी आँखों के सामने उसकी बेटी कोयल की जाम कर चुदाई कर रहा था. उसने कोयल की छूट फाड़ दी थी. फिर आख़िर में कोयल कमलेश को अपनी शादी का न्योता देती है, और कमलेश वहाँ से आ जाता है. अब आयेज.
कमलेश घर वापस आ जाता है. कुछ दिन कमलेश तोड़ा दुखी होता है. लेकिन वक़्त के साथ उसका दुख कम हो जाता है. लेकिन एक दिन उसकी बेटी वापस घर आती है. कमलेश उसको देख कर हैरान हो जाता है. कोयल कमलेश को देखते ही रोने लगती है, और उसके गले से लग जाती है. जब कमलेश उससे पूछता है, की वो क्यूँ रो रही थी, तो कोयल कहती है-
कोयल: पापा मोहन ने मुझे धोखा दिया. वो इतने दिन तक शादी को टालता रहा, और मुझे छोड़ता रहा. फिर जब मैं प्रेग्नेंट हो गयी, तो उसने मुझे घर से निकाल दिया. वो सिर्फ़ बदला लेने के लिए ये सब कर रहा था. मुझे माफ़ कर देना पापा, मैने आपकी बात नही सुनी.
कमलेश को मोहन पर गुस्सा तो बहुत आया, लेकिन कोयल उसके साथ मर्ज़ी से रह रही थी, तो वो कुछ कर भी नही सकता था. मजबूर बाप ने बेटी को घर में फिर से रख लिया. लेकिन उसकी चुदाई की खबर घर में नही रही. ये खबर सारे इलाक़े में फैल गयी. अब कोयल का रिश्ता हो पाना मुश्किल था, और इस बात को लेके कमलेश चिंता में था.
फिर एक दिन कमलेश शाम को थोड़ी दारू पी कर घर आया. वो बैठा हुआ था, और कोयल सामने कपड़े धो रही थी. उस वक़्त कोयल 4 महीने से प्रेग्नेंट थी, और उसका तोड़ा पेट भी बाहर निकल आया था. कोयल ने लेगैंग्स-सूट पहना हुआ था. उसने दुपट्टा नही लिया था, तो आयेज से उसके बूब्स लटके हुए नज़र आ रहे थे.
कमलेश कोयल के बारे में सोच ही रहा था, की तभी उसकी नज़र कोयल के बूब्स पर पड़ी. उसके बूब्स को देख कर कमलेश उत्तेजित होने लगा. उसके मॅन में कोयल की चुदाई का ख़याल आने लगा. कमलेश खुद से कहने लगा-
कमलेश (खुद से): अब इस लड़की से शादी तो कोई करेगा नही. इसका बच्चा भी नाजायज़ कहलाएगा. तो क्यूँ ना मैं इसके साथ शादी करके गाओं से चला जौ? इससे इसके बच्चे को भी नाम मिल जाएगा, और इसकी छूट भी प्यासी नही रहेगी. नही तो कहीं और मूह मार्टी फ़िरेगी. वैसे भी मस्त माल है साली. इसके साथ बहुत मज़ा आएगा.
ये सब सोच कर कमलेश पक्का मॅन बना लेता है, और रात में कोयल की चुदाई करने के बारे में सोच लेता है. फिर थोड़ी देर बाद कोयल खाना लगती है, और दोनो साथ बैठ कर खाते है. कमलेश हवस भारी नज़र से कोयल को देख रहा था. उसका दिल कर रहा था की कोयल को कक्चा चबा जाए.
फिर दोनो सोने लगते है. घर में एक ही बेड था, तो कोयल बेड पर सोती थी, और कमलेश ज़मीन पर. कोयल जल्दी ही सो जाती है, लेकिन कमलेश नही सोता. फिर थोड़ी देर बाद वो चेक करता है, तो कोयल सो चुकी होती है.
ये देख कर कमलेश पूरा नंगा हो जाता है, और धीरे से कोयल के पीछे लेट जाता है. फिर वो कोयल की लेगैंग्स में हाथ डालता है, और उसको धीरे-धीरे नीचे करने लगता है. जैसे ही कोयल की लेगैंग्स गांद से नीचे होती है, कमलेश उसकी पनटी नीचे कर देता है.
अब कमलेश को अपनी बेटी की छूट नज़र आने लगती है, जो बालों से भारी होती है. फिर कमलेश अपने हाथ में बहुत सारी थूक लेके अपने लंड पर लगता है. फिर इससे पहले की कोयल जाग जाए, वो अपने लंड को उसकी छूट के मूह पर सेट करता है, और लंड अंदर घुसा देता है.
लंड अंदर जाते ही कोयल की आँखें खुल जाती है. वो समाज नही पाती की लंड किसका था. फिर जब वो पीछे देखती है, तो वो कमलेश को देख कर हैरान हो जाती है.
वो बोलती है: पापा, आप ये क्या कर रहे हो? मैं आपकी बेटी हू.
कमलेश: तू अब मेरी बेटी नही है. तू उसी दिन रंडी बन गयी थी, जिस दिन घर से बाहर निकली थी. अब तेरे से ना तो कोई शादी करेगा, ना तेरे बच्चे को नाम देगा. बस हर कोई तुझे लंड की प्यास बुझाने के लिए इस्तेमाल करना चाहेगा. तो तेरे लिए यहीं सही होगा की तू मेरी बीवी बन जाए. हम यहाँ से चले जाएँगे, तो किसी को कुछ पता नही चलेगा.
कमलेश की बात सुन कर कोयल सोच में पद गयी. अब ग़लती तो उसने की थी, तो वो कुछ बोल नही पाई, और अपने पापा फैंसले को ही मानना सही समझा. कोयल की चुप्पी को कमलेश ने उसकी हा समझा, और पीछे से अपना गत उसके बूब्स पर डाल कर धक्के तेज़ कर दिए.
कोयल की छूट पानी छ्चोढने लगी, और वो आ आ करने लग गयी. कमलेश ने कोयल की लेगैंग्स और पनटी पूरी तरह से उतार दिए, और फिर उसका शर्ट उपर करने लगा. बाप की मदद करते हुए कोयल ने अपना शर्ट और ब्रा निकाल दी. अब दोनो बाप बेटी नंगे थे.
फिर कमलेश अपनी बेटी के उपर आया, और उसके होंठ चूस्टे हुए छूट में लंड घुसा दिया. कोयल भी उसका साथ दे रही थी. अब कमलेश तेज़ी से अपनी प्रेग्नेंट बेटी को छोड़ने लगा. कोयल आ आ करते हुए अपने पापा की गांद पर ज़ोर डाल कर अपनी और खींचने लगी.
फिर कमलेश ने कोयल के होंठ छ्चोढे, और उसके बूब्स चूस्टे हुए चुदाई जारी रखी. कोयल को अपने बाप के लंड से चरमसुख मिलने लगा. कमरे में ठप-ठप की आवाज़े आने लगी. एक बाप और बेटी के संगम का अद्भुत दृश्या था ये. कुछ और देर की चुदाई के बाद कमलेश ने कोयल की छूट को अपने माल से भर दिया.
फिर कुछ दिन ऐसे ही हर रोज़ दोनो की चुदाई होने लगी. कुछ दिन बाद वो अपनी जगह बेच कर किसी दूसरे गाओं में चले गये, और वहाँ पति-पत्नी बन कर ज़िंदगी बसर करने लगे.