सेक्स स्टोरी अब आयेज-
उस रात को मैं और वनिता आंटी एक-दूसरे के करीब आ गये थे. वनिता आंटी को मैने इनडाइरेक्ट्ली बता दिया था की मैं उनको छोड़ना चाहता था. दूसरे दिन उनका मुझे कॉल आया, और क्या बात हुई मैं आपको बताता हू.
वनिता आंटी: कहाँ है?
मैं: ऑफीस में हू.
वनिता आंटी: तुम अगर फ्री हो तो हम मिल सकते है?
मैं: कहाँ मिलना है?
वनिता आंटी: अब वो तुम बताओ कहाँ मिलना है. मुझे कैसे पता कहाँ मिल सकते है.
मैं (तोड़ा नॉटी बनते हुए): ठीक है मैं आपको लोकेशन भेज दूँगा. और आज सारी पहन कर आना.
वनिता आंटी: क्यूँ मैं तुम्हे सारी में अची लगती हू?
मैं: हा, उस दिन का लुक आज भी मेरे दिमाग़ में घूम रहा है.
वनिता आंटी: ठीक है. दोपहर को मैं फंक्षन से सीधा तुम्हे मिलने अवँगी.
मैं लंच करके सीधा हाइवे के पास के होटेल में गया. ये वहीं होटेल थी जहाँ अक्सर मम्मी और अंकित चुदाई करते थे. मैने वहाँ एक रूम बुक किया, और वनिता आंटी को लोकेशन शेर कर दी. मैने रूम में पहले से पानी और कोल्ड ड्रिंक रखा हुआ था. मुझे पता था वो बाहर धूप से आने वाली थी.
ये लॅडीस लोगों की थोड़ी केर करो, तो वो लोग अछा फील करती है. मैने वनिता आंटी को पहले से रूम नंबर बता दिया था. अब होटेल के किसी रूम में मिलना था, तो उनको भनक तो लग गयी थी की हम दोनो के बीच क्या होने वाला था. मैं अब बस उनके आने का वेट कर रहा था.
दोपहर के 2 बजे रूम के डोर पर किसी ने दस्तक दी. मैने डोर खोला, तो वनिता आंटी को देखता रह गया. फिर उनको रूम में इन्वाइट किया. उन्होने ब्लॅक कलर की सेमी ट्रॅन्स्परेंट सारी और लाइट ब्राउन फुल स्लीव ब्लाउस पहना था, जिस पर बहुत अछा डिज़ाइन बना था.
वनिता आंटी का फिगर 36ड्ड-32-38 है. सेमी ट्रॅन्स्परेंट सारी होने की वजह से उनकी नेवेल दिख रही थी. जिम में वनिता आंटी ने बहुत मेहनत की थी, तो उनका फिगर बहुत सही हो गया था. उनका लुक इतना मस्त था, की उनकी बॉडी शेप और उनकी पर्सनॅलिटी को शो कर रहा था. उन्होने ब्लॅक झुमके पहने थे. फेस पर लाइट मेकप और हल्के रंग का लिपस्टिक किया था.
उनको देख कर मेरे मूह से वाउ निकल गया. वो मुझे क्यूट स्माइल से देख रही थी. सच काहु तो दोस्तों वनिता आंटी भले सावली थी, पर उनका फेस कट बहुत सही था.
मैं: श मी गोद. वॉट आ सर्प्राइज़ (मैने उनको रूम में इन्वाइट किया और पानी की बॉटल दी).
वनिता आंटी: थॅंक योउ.
मैं (उनके पास बैठ कर): और कुछ चाहिए?
वनिता आंटी: नही.. थॅंक योउ.
मैं: एक बात कहूँ बेबी?
वनिता आंटी (मुझे तिरछी नज़र से देखते हुए): बेबी?
मैं (उनके रिंग्लेट को कान के पीछे करते हुए): आज आप बहुत ही खूबसूरत लग रहे हो. (मैने उनके हाथ पर हाथ रख लिया).
वनिता आंटी (शर्मा कर): आज तुम भी नॉटी बन रहे हो. मिलने के लिए होटेल में रूम बुक कर लिया.
मैं: हा कोई हम दोनो को देखे नही, और दोनो आचे से मिल सके.
वनिता आंटी (एक-दूं धीमी आवाज़ में, मेरी आँखों में देखते हुए): बस मिलने को बुलाया है ना?
मैं (उनके कंधे पर हाथ रख कर): आज आप इस सारी में बहुत क्यूट लग रहे हो. मॅन कर रहा है की आपको…
मैं आयेज कुछ बोलू उससे पहले वनिता आंटी के गाल पर किस कर दिया. वो मुझे सर्प्राइज़िंग क्यूट स्माइल से देखने लगी. दोस्तों वो स्माइल देख कर तो कोई भी लड़का उनके प्यार में गिर जाता. हम दोनो एक-दूसरे की आँखों में देखने लगे.
मुझे उनकी आँखों में हवस तो नही, लेकिन एक उमीद दिख रही थी, जो वो मेरे से लगा बैठी थी. क्यूंकी मम्मी और अंकित ने उनको धोखा दिया था. मेरे लिप्स उनके लिप्स के करीब चले गये. उनके लिप्स काँपने लगे थे. मेरी भी अब धड़कने तेज़ हो गयी थी. हम दोनो ने एक-दूसरे के लिप्स के उपर लिप्स रख दिए. मैने उनको गेंतले तरीके से पकड़ लिया. हम दोनो अब आचे से किस करने लगे.
ये मेरी लाइफ में पहली बार था की मैं किसी सावली औरत से रोमॅन्स कर रहा था, और मैं उनमे खो चुका था. वनिता आंटी सावली थी. लेकिन उसका फिगर बहुत मस्त था. कुछ 2-3 मिनिट की किस के बाद हमने एक-दूसरे के लिप्स को छ्चोढा. मैने उनके माथे पर एक किस किया. वनिता आंटी तोड़ा एमोशनल हो गयी. वो मुझे कस्स कर गले लग गयी.
हम दोनो डेली इतनी बातें कर रहे थे, की हम दोनो एक-दूसरे के बहुत करीब चले गये थे. वो मुझे हर एक छ्होटी चीज़ शेर करने लगी थी. मुझे लगा शायद वो मुझे पसंद करने लगी थी.
मैं (उनकी बॅक को सहलाते हुए): क्या हुआ बेबी?
वनिता आंटी: कुछ नही.
उन्होने मुझे स्माइल दी. उनकी स्माइल में सुकून दिख रहा था. मैने फिर से उनके लिप्स पर लिप्स रख दिए. इस बार मैने उनको किस करते हुए मेरा हाथ उनके बूब्स पर रख दिया. आएरए दोस्तों, मैं तो उनके बूब्स की सखटायी देख कर हैरान हो गया. मुझे ऐसा लगा की मैने कोई यंग लड़की का बूब पकड़ लिया हो. उनके बूब्स बहुत सॉफ्ट थे. हम किस करते हुए एक-दूसरे के मूह में जीभ घुमा रहे थे.
अब मैं उनकी नेक पर किस करने लगा, और उनके एअर पर जीभ घूमने लगा. वो मेरी ऐसी हरकत से मचल रही थी, और मुझसे और ज़्यादा कंफर्टबल हो रही थी. मैने अब उनके कंधो पर दबाव बना कर उनको बेड पर सुला दिया, और उनके उपर चढ़ कर उनको बहुत पॅशनेट किस करने लगा.
मैं आपको बता देता हू की वनिता आंटी ने किसी भी पर्फ्यूम का उसे नही किया था, जिससे उनके पसीने से आने वाली नॅचुरल स्मेल मुझे पागल बना रही थी. अब मुझे उनका चेहरा देख कर एक प्रकार का सुकून मिल रहा था. पता नही क्यूँ पर मेरे अंदर उनके लिए रेस्पेक्ट बढ़ गयी थी.
मैं हल्के हाथ से उनके बूब्स मसालने लगा. उनके फेस पर सॅटिस्फॅक्षन महसूस हो रहा था. रोमॅन्स से उभरा उनका चेहरा देख कर मुझे सुकून मिल रहा था. मैने अब और आचे से बूब्स प्रेस करना शुरू कर दिया.
मैने वनिता आंटी को खड़ा किया, और दीवार से उल्टा चिपका दिया. मुझे ब्लॅक सारी में बँधी उनकी सेक्सी गांद बहुत एग्ज़ाइट कर रही थी. दोस्तों वनिता आंटी के गांद का जो शेप था, वो उनको और सेडक्टिव बना रहा था. ओवरॉल कहूँ, तो वो हॉट चोकॉलती मिलफ लग रही थी. उस दिन उनको जो भी कोई देखता होगा, उनका दीवाना बन गया होगा.
मैं उनकी पीठ पर मेरी जीभ घुमा कर चाट रहा था, और उनको बीते कर रहा था. मैने पीछे से उनके पल्लू में हाथ डाला, और उनके पेट को सहलाने लगा. मैने उनका मूह पीछे करके उनके लिप्स को चूसने लगा. वो मुझे मुस्कुराते हुए हर बार किस में रेस्पॉन्स दे रही थी. मेरा लंड एक-दूं टाइट हो गया था. मैं उनकी गांद पर लंड मसालने लगा.
वनिता आंटी: क्या बात है अभी. मैने कभी सोचा नही था तुम एक आचे इंसान होने के साथ इतने रोमॅंटिक होगे.
मैं: हा अब आप जैसी खूबसूरत लेडी को देख कर रोमॅन्स करने का मॅन करता है.
वनिता आंटी (सीधी हो कर मुझे कमर से उनके करीब कर लिया): अभी तुम बहुत आचे हो. मैं तुम्हे बहुत लीके करती हू.
मैं: मैं भी आपको पसंद करता हू. और आज आपको मैं खुश करना चाहता हू.
मैने उनके सारी का पल्लू नीचे गिरा दिया. उन्होने अपने हाथ पीछे करके ब्लाउस खोल दिया. मैने उनका ब्लाउस खोलने में हेल्प की. उन्होने नीचे रेड ब्रा पहना था. क्या सेक्सी ब्रा था दोस्तों. उनके आधे से ज़्यादा बूब्स बाहर की और थे.
मैने उनका पल्लू सही कर दिया, और बेड पर बैठ कर उनकी ह्टनेस को देखने लगा. ब्लॅक सेमी ट्रॅन्स्परेंट सारी में उनकी रेड ब्रा विज़िबल हो रही थी. उनके बॉडी कर्व अफ, मैं तो दो घड़ी उनको देखता रह गया. वनिता आंटी मुझे सिड्यूस करने के लिए चारों तरफ से अपना हॉट लुक दिखा रही थी. वो जब उल्टी घूमी तब सावली स्किन पर वो रेड ब्रा और ब्लॅक सारी का कॉंबिनेशन क्या कहूँ अब. मैं खड़ा हुआ और उनकी पीठ पर काटने लगा.
वनिता आंटी: ऐसा ना करो, बहुत दर्द होता है.
मैने उनकी गांद पर ज़ोर-ज़ोर दबाव बनाने लगा. मैने अब पीछे उसके बालों को पकड़ा, और उनका फेस मेरी तरफ करके उनके लिप्स को बहुत बुरी तरीके से चूसने लगा. मैं उनके लिप्स को काटने लगा.
वनिता आंटी: तुम बहुत ज़ालिम हो. सोचा नही था तुम ऐसे निकलोगे.
मैं: कैसा?
वनिता आंटी (मुझे दीवार पर धकेल कर मेरी नेक पर किस करते हुए): तुम बहुत मस्त हो.
वो अब उपर से मेरे शर्ट के बटन खोलने लगी. वो मेरी नेक और चेस्ट पर अपने दातों से काटने लगी. मैं उनको मेरी चेस्ट और नेक पर दांतो से निशान बनाने को बोल रहा था. मुझे ऐसा करवाने में बहुत अछा लगता है, और मुझे उस दिन ऐसा करने में मज़ा आ रहा था.
मैने उनका पल्लू गिरा दिया, और उनके नेक को दबोच कर किस कर रहा था. मैं उनका गला दबा कर उनको किस कर रहा था. मैने उनको दीवार से चिपका दिया था, और वो ज़्यादा हिलती तो मैं घुटने को उनके पेट पर दबाता था, जिससे उनको दर्द होता और वो शांत हो जाती. फिर मैने महसूस किया की मैं जितना उनको तौचेर करता, उतना वो मुझे किस में रेस्पॉन्स दे रही थी.
मैने उसका ब्रा निकाल दिया, और वो उपर से आधी नंगी मेरे सामने थी. उनके बड़े और सॉफ्ट बूब्स मेरे हाथो में थे. उनके बूब्स एक-दूं गोल थे, और उन पर तनने हुए ब्राउन निपल थे. वनिता आंटी बहुत कातिल लग रही थी. मेरे अंदर की हवस मुझे उस औरत से रोमॅन्स करने पर मजबूर कर रही थी.
अब मैं उनके बूब्स को बड़े प्यार से सहलाने लगा. वो सिसकारी भरते हुए मेरे बालों को सहला रही थी. मैं उनके निपल पर मेरी जीभ घुमा रहा था. मैने जब उनकी आँखों में देखा, तो वो मुस्कुरा रही थी.
वनिता आंटी का वो सेडक्टिव एक्सप्रेशन देख कर मैने उनके लिप्स को एक और बार चूसा. इस बार तो उन्होने भी मेरे उपर हमला बोल दिया. उन्होने मुझे धक्का मार कर बेड पर गिरा दिया, और मेरे उपर चढ़ कर मुझे पागलों की तरह किस कर रही थी. उन्होने मेरी शर्ट निकाल कर चेस्ट और पेट के हिस्सों पर चूमने लगी. उनका हाथ पंत के उपर से मेरे लंड को मसल रहा था.
वनिता आंटी: तुम्हारा लंड बहुत बड़ा लग रहा है. आज तो तुमसे चूड़ने में मज़ा आने वाला है.
मैं: आपका सेडक्टिव लुक देख कर मेरे से अब कंट्रोल नही हो रहा.
अब वो मेरे सामने सेक्सी स्माइल करके मेरे पंत को खोलने लगी. उन्होने मेरे अंडरवेर में हाथ डाल कर लंड बाहर निकाला. मेरा लंड देख कर उनकी आँखों में चमक आ गयी.
वनिता आंटी: श अभी, इतना खूबसूरत लोड्ा कहाँ च्छूपा रखा था?
मुझे कुछ पल के लिए वनिता आंटी से प्यार हो गया था, पर मैं भूल गया था की वो एक चुड़क्कड़ औरत थी. फिर मुझे उन पर गुस्सा आ गया. मैने उनके बालों को खींच कर उपर किया, और उनको पॅशनेट किस करने लगा.
उसके बाद क्या हुआ, मैं आपको नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा.