ही दोस्तों, अपनी गे सेक्स स्टोरी शुरू करती हू. मेरा नाम रोहित है. अभी मैं एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करती हू. ये स्टोरी तब की है, जब मैं पुणे में ग्रॅजुयेशन कर रही थी. वैसे तो मेरी पहली चुदाई मेरे एक दोस्त ने की थी, जिसका नाम भी रोहित था.
पर ग्रॅजुयेशन के लिए पुणे आने के बाद मैं कुछ नही कर पाया. तभी मुझे ग्ृींद्र के बारे में पता चला. मैने वहाँ पर लोग इन किया और मेरी सारी वाली और 2 न्यूड पिक्स डाली.
तभी मुझे एक लड़के का मेसेज आया. उसने बताया उसके पास रूम था. और वो मुझे पैसे देने के लिए भी तैयार था. तो मैं पैसों के लालच में आ कर उसको हा कर दी.
उसने मुझे एक अड्रेस दिया. तो मैं ऑटो से वहाँ पहुँची. देखा तो बड़ा बंगलो था. वहाँ जेया कर मैने उसको कॉल की तो वो ऑटो के पैसे देने बाहर आया, और मुझे अंदर ले गया. अंदर जाते ही मैं बातरूम में गयी, और नहा कर, अपनी आस क्लीन करके, एक सेक्सी वाली लाइनाये पहन कर बाहर आ गयी. उसे बिना निकाले ही वो मुझे छोड़ सकता था.
जैसे ही मैं बाहर आई, तो देखा वो पूरा नंगा था, और उसका लंड भी काफ़ी मोटा था. मैं जैसे ही उसके पास गयी, उसने झट से मुझे अपने पास खींचा, और हम दोनो बेड पर गिर गये.
गिरते ही उसने मुझे पलटा दिया, और मेरे उपर आ कर बस मेरे निपल्स चूसने लगा, काटने लगा. मैं भी आह ह उम्म्म उम्म आराम से प्लीज़ आह ऐसे करने लगी.
उसने मेरी लाइनाये ही फाड़ दी, और झट से उड़ा दी. फिर पागल की तरह मुझे किस करने लगा, और यहाँ-वहाँ काटने लगा. मैं पागल हो कर बस आह आह उम्म्म प्लीज़ आउच ऐसे ही कर रही थी.
5 मिनिट बाद उसने मुझे बेड से उठाया, और नीचे घुटनो पर बिता कर अपना लंड मेरे मूह में तूस दिया. मैं भी अम्म्म्म उम्म्म स्लर्प स्लर्प करते हुए उसका लंड चूस रही थी. फिर इतने में रूम में और 3 लोग आ गये.
वो मेरे सामने खड़े थे, और मैं उसका लंड चूस रही थी. वो सब ऑलरेडी नंगे थे. उन्हे देख कर मैं कुछ समझ नही पाई, और लंड मूह से निकाल कर उठ गयी. तभी वो तीनो मेरे पास आ गये, और सब ने मिल कर मुझे घेर लिया.
फिर उनमे से एक ने मुझे बोला: साली रांड़, इसे मज़ा दे रही है, हुमको भी देदे.
और उसने मेरी गांद पर थप्पड़ मारते हुए कहा: गांद तो मस्त है तेरी. आज मज़ा आने वाला है तेरी गांद फाड़ने का, साली रांड़.
बस इतना कह कर उसने मेरे बाल पकड़ लिए, और अपना लंड मेरे मूह में तूस दिया. मैं जान चुकी थी, की मैं फ़ासस गयी थी, और अब चूड़ने के अलावा कोई रास्ता नही था. तो मैं भी उम्म्म अम्म्म्म करते हुए उनका लंड चूसने लगी, और दोनो हाथ से हिलने लगी.
वो एक-एक करके मेरा मूह छोड़ने लगे, और मैं भी गौ गौ ओउ ओउ स्लर्प स्लर्प करते हुए एक-एक के लंड चूसने लगी.
5 मिनिट के बाद उन्होने मुझे घोड़ी बनाया. अब कोई नीचे बैठा मेरे निपल चूस रहा था, कोई मेरी गांद चाट रहा था, तो कोई मेरा मूह छोड़ रहा था. और मैं बस गौ गौ ओउ ओउू कर रही थी.
5 मिनिट बाद उनमे से एक ने मेरी गांद पर लंड रखा, और एक ज़ोर का झटका मारा. मैने 6 महीने से चुडवाया नही था. गांद टाइट थी. उसका लंड जाते ही मेरे आँखें बड़ी हो गयी, और मैने मूह से लंड निकाल कर कहा.
मैं: आह अहह आराम से प्लीज़ आह (ऐसे ही चिल्लाने लगी).
तभी उस लड़के ने फिर से लंड मूह में डाल दिया और ज़ोर-ज़ोर से मेरा मूह छोड़ने लगा. अब चिल्ला भी नही पा रही थी. बस गौ गौ ओउ ओउू स्लूर्रप स्लूर्प्प करते हुए उन लड़कों से चूड़ने लगी.
10 मिनिट बाद उस लड़के ने अपना लंड निकाला, और फिर दूसरे लड़के ने अपना लंड मेरी गांद में डाल दिया. अब वो मेरा मूह छोड़ने लग गया. उसके लंड पर खून देख कर मैं समझ गयी की मेरी गांद आज फिर से फटत गयी थी.
मैने उसका लंड मूह में लिया, और अम्म अम्म्म उम्म्म कर रही थी. फिर पीछे वाला लड़का बस मेरी गांद पर थप्पड़ मारते हुए मेरी गांद छोड़ रहा था. पुर रूम में बस ग्ौउ ग्ौउ ओउू और ठप्पाड़ों की आवाज़ आ रही थी. 1 घंटे तक ऐसे ही वो जगह बदल-बदल कर मुझे छोड़ते रहे.
फिर उसके बाद वो मुझे बातरूम में ले गये, और सब ने एक साथ मुझे घेर लिया. उसके बाद मेरे मूह पर अपना पानी छ्चोढ़ कर मेरे उपर ही मूतने लग गये. सब का होने के बाद वो बाहर चले गये, और मैं अपनी आस क्लीन करके नहा कर वापस बाहर आई.
मुझे लगा अब हो गया उनका पर. नही. वो मुझे अब सीधा बंगलो के बाहर लॉन में ले गये, और वहाँ के स्विम्मिंग पूल में मुझे डाल दिया. अब वो एक-एक करके स्विम्मिंग पूल में खड़े-खड़े मेरी गांद मारने लगे, और मैं आह ह उफ़फ्फ़ करते हुए उनसे चुड रही थी.
तभी उन्होने मुझे बाहर निकाला. एक लड़का पहले ही नीचे लेता हुआ था. उसने मुझे अपने लंड पर बिता दिया. मैं भी आह ह फक एस ऐसे चिल्लाते हुए उसके लंड पर कूद रही थी. तभी उसने मुझे झुकाया और किस करने लगा. फिर इतने में मुझे गांद फैलती हुई फील हुई. मैं पीछे मूडी, तो देखा एक और लड़का अपना लंड मेरी गांद में डालने की कोशिश कर रहा था.
मैं ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी: ह ह निकालो प्लीज़, ह गांद फटत गयी मेरी प्लीज़ ह.
पर वो सुना नही और धीरे-धीरे अपना पूरा लंड मेरी गांद में डाल दिया. मुझे इतना दर्द हो रहा था की मैं बेहोश हो गया. जब मेरी आँख खुली तो मेरे गांद से खून निकलते हुए ज़मीन पर गिर रहा था. और मेरी गांद में 2 लंड अंदर-बाहर हो रहे थे.
मैं: आह ह, प्लीज़ यार बस करो अब.
तभी एक लड़के ने मेरे मूह में भी लंड डाल दिया. अब मैं बस गौ गौ कर रही थी, और वो दोनो मेरी गांद छोड़ रहे थे.
30 मिनिट बाद उन्होने अपना लंड निकाल लिया, और मैं वहीं पर बैठ गयी. अब वो फिर से मुझे घेरने लगे, और एक-एक करके मेरा मूह छोड़ने लगे, और मूह में ही झाड़ गये.
आख़िर में मेरे मूह से लेकर पेट तक हर जगह उनके लंड का पानी था. तभी वो सब मेरे उपर मूतने लगे. मैं भी एक रांड़ की तरह उसका मज़ा लेते हुए खुद को सॉफ कर रही थी, और तोड़ा मैं पी भी गयी.
इस सब के बाद उन्होने मुझे 10000 रुपय दिए और मैं वापस हॉस्टिल चली आई. मेरी गांद बहुत दर्द कर रही थी. मैं 3 दिन तक तो कॉलेज भी नही गयी. डॉक्टर को दिखाया, उनसे कुछ दवाई ली, तब जेया कर मैं कॉलेज गयी.
तो ये थी मेरे पहले गंगबांग की स्टोरी. अची लगे तो रिप्लाइ ज़रूर करना.