अफ़्रीकी लोड़ों ने मेरी इंडियन गांड फाड़ी

फिर उन सब ने अपने बदन के ऊपर के बचे कुचे सब कपडे निकाल फेंके. उन्के लंड देख के मेरी आँखे फटी पड़ी थी और मेरा दिल डर की वजह से जोर जोर से धडक भी रहा था. सब के लंड एकदम शुध्ध काले और पुरे लम्बे थे.

सब के सब लंड साइज़ में गधे के जैसे लम्बे और सब से पतला लंड भी 3 इंच मोटा था. डर के मारे मेरे तो हाथ पैर ही ठंडे हो चुके थे. हमारे बिच में तय हुआ था की वो लोग चूत नहीं बल्कि सिर्फ गांड ही मारेंगे और वो भी बिना कंडोम के. मैं उन्के लंड देख के ऐसे डरी हुई थी की मन तो हुआ की वहाँ से बहाग जाऊं. लेकिन वो लोग पैसे मेरे एजंट को पहले से एडवांस में दे चुके थे. और अगर मैं भागती भी तो वो मुझे पकड़ के मेरी गांड फाड़ने ही वाले थे. अब उन्होंने मेरे पैरो को फैला दिया और मुझे पेट के बल बिस्तर के ऊपर लिटा दिया था. मेरी गांड उन भूखे लोडो के सामने थी.

उनमे से एक ने मेरी जांघ के बिच में आ के अपने लंड को मेरी गांड के छेद पर रगड़ दिया. और मुझे बहुर ही डर लग रहा था क्यूंकि वो बहुत मोटा और हॉट फिल हो रहा था मेरी एसहोल पर. मेरी आह्ह निकल रही थी और वो अपने लोडे को घिसते ही जा रहा था. दुसरे ने मेरे बाल पकड़ लिए और अपने मुहं को मेरे मुहं में सटा के एक जोरदार लिप किस कर दी. जो मेरी गांड पर अपना लंड घिस रहा था उसने अचानक ही एक झटका दिया और उसके लंड का मोटा टोपा मेरी वर्जिन गांड के अन्दर घुस गया. मैं जोर से चिल्लाने ही वाली थी पर मेरे मुहं इ के ऊपर तब तक एक मुहं आ चूका था और उसने किस कर के मुझे चीखने का मौका ही नहीं दिया.

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फिर गांड के अंदर उसने दो तिन प्रयासों के बाद आधा लंड घुसा दिया, मेरी गांड जैसे फट गई थी. मेरे सामने वाले आदमी ने मेरे मुहं में अपना मुह डाला था वो हटा लिया और उसकी जगह दुसरे ने खुले मुहं में अपने लंड को डाल दिया. गले तक लंड आ गया और मेरी सांस जैसे अटक सी गई थी. मुझे सांस लेने में बड़ी तकलीफ होने लगी थी. वो मेरे मुहं के अन्दर लंड को हिला के माउथ फकिंग कर रहा था. पीछे से जोर लगा के उस आदमी ने मेरी गांड में अपना पूरा लंड घुसा दिया. दर्द के मारे मेरा बुरा हाल हो के रखा था. मेरी चुदाई दोनों तरफ से हो रही थी. एक लंड मेरा मुहं चोद रहा था और दूसरा लंड मेरी गांड को फाड़ रहा था. मेरी आँखों से दर्द के मारे आंसू निकलते जा रहे थे. वो जालिम लोग बेरहमी से मेरे बदन को चोदते जा रहे थे.

उन दोनों ने मेरे पे अपनी चुदाई की स्पीड बढ़ा दी. वो जोर जोर से मुझे चोदते जा रहे थे, मेरी गांड में और टाईट होता हुआ महसूस हो रहा था. फिर मुझे महसूस हुआ की वो लंड मेरी गांड के अंदर ही झड़ना शरु हो चूका था. मुझे ऐसा लगा की मेरी गांड के अन्दर गरम गरम लावा घुस रहा हे. जो मेरा मुहं चोद रहा था वो भी झड़ना चालु हो गया था. मुझे महसूस हुआ की उसका वीर्य मेरे गले की गहराई में झड़ने लगा था.

उसका पूरा वीर्य मेरे गले से होते हुए मेरे पेट में चला गया. उस बेरहम इंसानों का झड़ना बंद होते ही उनका लंड थोडा थोडा नर्म पड़ने लगा. फिर दोनों ने अपने लंड को मेरे मुहं और गांड के होल से बहार निकाल लिए. उनका लंड निकलते ही मैं जोर जोर से रोने लगी. लेकिन उसका उन्के ऊपर कोई असर ही नहीं हुआ. उसके हटने के बाद दो ने फिर से अपने लंड मेरे मुह में और गांड के छेद में डाल दिया. और फिर से मेरी हार्डकोर चुदाई चालु हो गई. मैं तडप तडप के हाथ पैर मारते जा रही थी. पर उसका उन्के ऊपर कोई असर नहीं हुआ. वो बेरहमी से मुझे चोदते जा रहे थे. उन चारों ने मुझे रात के चार बजे तक लगातार चोदा. एक का ख़तम होता तो दुसरे का लंड मुझे पेलने के लिए खड़ा हो जाता था. मेरे एजंट को उन्होंने कहा नहीं था एक एक शॉट का इसलिए रात भर चोदेंगे ऐसे मुझे बोला उन्होंने!

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बिच में तो मैं जसे बेहोश और बेशुध्ध सी हो गई थी. लेकिन उन्के चोदने के काम में कोई कमी नहीं आई थी. वो बिना कुछ कहे मेरी गांड चोदते रहे. मैं बिस्तर के ऊपर अपनी खून से भरी गांड को ले के पड़ी थी. शालीन ने मेरी चूत और गांड के नंगे फोटोस भी लिए अपने मोबाइल के अन्दर.

मेरी नींद दुसरे दिन दोपहर के वक्त खुली. मैंने देखा की बिस्तर भी पूरा मेरी गांड से निकले हुए खून की वजह से लाल हो गया था. मैं उठ के गांड में सेनिटरी पेड़ डाल के अपनी पहचान के एक डॉक्टर के पास गई. इस चुदाई की वजह से मेरी गांड में बहुत सब वीर्य भर गया था. डॉक्टर ने गांड पर मलम लगा के मुझे कुछ दवाई थी पेन कम करने के लिए. और गांड से सब वीर्य भी निकाल लिया उन कालियों का. डॉक्टर ने मुझे कहा भी की कल की रात बहुत तूफानी थी आप के लिए!!!

मुझे गांड के इलाज में काफी खर्चा हुआ. लेकीन उसकी टेंशन नहीं थी क्यूंकि एक रात के उन चारों ने उतने पैसे दिए थे की मैं डेढ़ दो महीने धंधा नहीं करती तो भी चलता!!!

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