आफरीन की मस्त चुदाई-2

मैं उसकी मर्ज़ी के बिना कुछ नहीं करना चाहता था.. पर मैंने अपनी लाइफ में कभी चूत नहीं चाटी थी।
अन्तर्वासना की कहानियों को पढ़ कर लगता था कि इसमें भी कुछ नया सा मज़ा आता है.. तो मैंने वो भी अपनी जिन्दगी में पहली बार ट्राई किया, मैंने अपने होंठ उसकी चूत के होंठों पर रख दिए।

सच में आफरीन हिल गई.. उसको झटका सा लगा.. पर जब तक वो कुछ समझ पाती.. तब तक मैंने अपनी जीभ उसकी चूत में घुसा दी और चाटने लगा।

वो मेरे सर के बालों को पकड़ कर मेरा सर अपनी चूत पर दबाने लगी।
मेरे लिए भी ये सब नया सा था, टेस्ट कुछ नमकीन था.. पर मुझे मज़ा आ रहा था।

अब उसके मुँह से सेक्सी सी आवाजें निकल कर पूरे कमरे में गूँजने लगी थीं ‘आहह सैंडी.. प्लीज़.. उम्म्मह.. ओह सैंडी फक मी..’

मैंने सही अवसर देखते हुए उसे बिस्तर पर सीधा लिटा दिया और अपनी पैन्ट और चड्डी उतार दी।
मेरे लंड का तो बुरा हाल था.. वो भी फूल कर और भी मोटा ओर लंबा हो गया था।
मेरा लंड बहुत लम्बा तो नहीं है.. पर इतना है कि किसी लड़की को सही से चोद कर संतुष्ट कर सकता है।

उसने मेरे लंड को देखा और अपने हाथों में ले लिया।
वो और भी टाइट हो गया था।

लंड चुसाई
अब आफरीन ने मुझसे कहा- सैंडी मैं भी इससे किस करना चाहती हूँ।
मैंने कहा- मेरी जान आज से ये तुम्हारा ही तो है.. जो मन करे वो करो।

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उसने मेरे लंड के टोपे पर किस किया।
मैं बड़ा ही अच्छा फील कर रहा था, मैंने उसके सर को पकड़ा और अपने लंड पर दबाने लगा।

पहले तो उसने मेरा विरोध किया.. फिर थोड़ा सा और अन्दर ले लिया। अब वो मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी कि जैसे एक छोटा बच्चा कुल्फी चूसता है।
मैं अपना कंट्रोल खो रहा था और धीरे-धीरे अपना लंड आगे-पीछे करने लगा।

मैंने अपना लवड़ा पूरा उसके गले तक अन्दर डाल दिया.. वो भी अब इस मज़े को एंजाय कर रही थी।

कुछ मिनट चूसने के बाद मुझे लगा कि मैं आने वाला हूँ।
मैंने उसे बता दिया.. उसने अपने आपको चालू रखा और मैं उसके मुँह में ही झड़ गया।
मुझे इतना मज़ा आज से पहले कभी नहीं आया था, मेरे लिए ये सब एक नया सा अनुभव था।

मैंने फिर उसे बेड पर लिटा कर उसकी चूत को चूसना शुरू कर दिया।
इस बार मैं भी उसे भरपूर मज़ा दे रहा था, वो भी अपनी गाण्ड उठा-उठा कर मेरा साथ दे रही थी.. और मेरा सर अपनी चूत पर दबा रही थी।

वो झड़ने वाली थी.. उसका बदन अकड़ने लगा। फिर उसने गरम-गरम सा रज मेरे मुँह में छोड़ दिया।

अब हम दोनों थोड़ा रिलेक्स फील कर रहे थे।

हम दोनों बिस्तर पर एक-दूसरे के बगल में लेट गए.. और एक-दूसरे से चिपकने लगे। हमारा बदन एक-दूसरे की गर्मी को महसूस कर रहा था.. दोनों नंगे जिस्म एक-दूसरे को जकड़े हुए थे।

चूत चुदाई बाकी है
मेरा लंड फिर से गरम होने लगा और अपने साइज़ में आने लगा।
यह देख कर आफरीन फिर से हँसने लगी और बोली- इसे अभी चैन नहीं मिला क्या?
मैंने कहा- मेरी जान, अभी तो सब मजा बाकी है।

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तो वो भी बोली- कुछ बाकी मत छोड़ना.. मुझे भी बहुत दिनों से किसी का प्यार नहीं मिला है।
मैंने कहा- मेरी जान मैं तुम्हें आज के बाद हमेशा खुश रखूँगा और भरपूर प्यार करूँगा।

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