बहन का जनमदिन का गिफ्ट

जैसे की आप सब को पता है मैने मनमीत को छोड़ा था लास्ट टाइम उसके भाई की दी हुई गोली खा कर. उसके बाद मनु को तो जैसे चुदाई का शौंक ही लग गया. रोज़ ही वो मेसेज करती-

मनु: वीरे चलो प्लान बना लो. वियर जी प्लीज़, फुददी बहुत प्यासी है, बनाओ प्लान.

वो ये सब कहती थी, और मैं माना करता रहता था. फिर एक दिन की बात है. मैं और मेरा दोस्त उसके खेत में बैठ कर दारू पी रहे थे. तो उसको चढ़ गयी, और बोलने लगा-

दोस्त: यार भाई, वो मनु जिसको तू बेहन मानता है, क्या माल है. मिल जाए तो कसम से मसल डू साली को.

मेरा भी उसकी बातें सुन कर खड़ा हो गया. मैने भी सोचा की मनु को भी चूड़ने की आग लगी थी, तो क्यू ना इसका भी फन करवा डू. फिर मैने उसको बोला-

मैं: गॅरी मनु का बर्तडे आ रहा है. तू यहा मोटर पर तैयारी रखना उसको पेलने की.

ये सुन कर वो खुश हो गया. फिर मैने मनु को मेसेज किया-

मैं: मेरी बेहन, तेरा ब’दे आने वाला है. तो तेरे लिए बहुत मस्त सर्प्राइज़ है. तू रेडी रहना कल.

मनु खुश हो गयी, और ‘ओक वियर जी’ का मेसेज किया. अगले दिन मैं मनु को पिक करने गया. क्या माल लग रही थी साली सिंगल पीस ड्रेस में. वो भी ब्लॅक ऑफ शोल्डर. मॅन तो करने लगा वही पकड़ कर एक रौंद मार लू साली का.

फिर मनु गाड़ी में आई, और बोली: क्या हुआ वियर जी? ऐसे क्या देख रहे हो?

मैं बोला: क्या मस्त रंडी लग रही है मनु तू. दिल कर रहा है रोड पर ही पेल डू.

मनु ये सुन कर हासणे लगी. मैने उसकी आइज़ बंद करी कपड़े से, और दोस्त के खेत ले गया. वाहा गॅरी मनु को देख कर पागल हो गया. मैने गॅरी को चुप रहने को बोला और मनु को साइड में खड़ा किया. फिर मैने गॅरी को नंगा हो कर मनु के पास जाने को बोला.मनु को पता नही था हमारे प्लान का.

मनु बोली: वियर जी, मैं आइज़ से पट्टी उतार डू?

मैने बोला: नही बेहन.

इतने में गॅरी उसके पास चला गया, और अपना लंड उसके थाइस पर लगाने लगा. मनु को लगा शायद मैं था, तो वो बोली-

मनु: अर्रे वियर जी, आज आइज़ बंद करके करोगे क्या?

और फिर वो नीचे बैठ कर लंड सहलाने और मूह में लेकर चूसने लगी.

वो बोली: अर्रे वियर जी आपके लंड की वेन्स कहा गयी?

और मस्ती से चूसने लगी. इतने में मैने उसकी आँखों पर से पट्टी हटा दी. मनु चौंक गयी, और पीछे हो गयी.

वो बोली: अर्रे गॅरी वीरे तुसी?

मनु डरने लगी और गॅरी और मैं हासणे लगे.

फिर मैने बोला: अर्रे बेहन कैसा लगा सर्प्राइज़?

मनु दर्र रही थी. फिर मैने उसको खड़ा किया, और बोला-

मैं: बेहन दर्र मत, ये भी हमारा पार्ट्नर है. कल इसने दारू पी कर अपने दिल की बात मुझे बताई थी, तो मैने सोचा चल तेरे लिए ब’दे सर्प्राइज़ भी हो जाएगा.

मनु बोली: अगर इसने किसी को बता दिया तो?

गॅरी बोला: अर्रे बेहन, मैं क्यू बतौँगा अपनी बेहन का सीक्रेट.

तो सब हासणे लगे.

फिर मैं बोला: चलो यार मनु का ब’दे है, केक कट करते है.

फिर केक कट करने के बाद सब ने दारू पी. मनु के लिए मैने वोड्का ला रखी थी, क्यूंकी उसको घर भी जाना था, तो स्मेल नही आनी चाहिए थी. मैने और गॅरी ने 3-3 पेग लगाए. मनु ने 2 छ्होटे-छ्होटे पेग लगाए, जिससे उसको बदगिया चूड़ने लायक मस्ती और नशा हो गया.

फिर मैने मनु को नंगी किया. उफफफफ्फ़ दारू की वजह से उसका जिस्म लाल हो गया था. क्या मस्त रंडी लग रही थी बेहन हमारी. मैं और गॅरी भी नंगे थे, तो मनु मस्ती से बारी-बारी दोनो का लंड चूसने लगी. बहुत प्यार से लंड के टॉप पर जीभ घुमा रही थी. गॅरी तो कुछ ज़्यादा ही एग्ज़ाइटेड हो गया. उसने मनु के मूह पर ही माल निकाल दिया.

मनु हासणे लगी और बोली: गॅरी वीरे, तुसी ता जल्दी ही झाड़ गये.

गॅरी: मनु बेहन, तेरे जैसी बेहन ऐसे लंड चूसेगी, तो कों कंट्रोल कर पाएगा पहली बार में?

मनु: हाहाहा ठीक है वियर जी, कोई बात नही. मैं फिरसे रेडी कर दूँगी इसको.

मनु ने वोड्का की एक सीप अपने मूह में ली, और गॅरी के लॉड पर डाल कर चाटने लगी, और मेरे लॉड पर बैठ कर प्यार से लॉडा लेती हुई उसका लंड चाट रही थी

गॅरी: उऊँ मनु, क्या मस्त रंडी जैसे चूस रही है तू बेहन. बहुत एक्सपीरियेन्स लगता है तुझे आहह ऊहह.

मनु: उउंम हंजी वीरे, चूसने का तो बहुत है ऊहह हम्म.

इधर मैं मनु के बूब्स पकड़ कर छोड़ने लगा. मनु भी मज़े से बोल रही थी-

मनु: उउउँ ऊहह वियर जी, मस्त सर्प्राइज़ दिया आपने तो. मज़ा आ गया.

उधर गॅरी का लंड भी तैयार हो गया था. उसने कॉंडम लगाया तो मैं लंड निकाल कर साइड हो गया. गॅरी मेरी जगह बैठ गया, और लंड खड़ा करके मनु की फुददी में डाल दिया.

मनु ज़ोर से चिल्लाई: आअहह गॅरी वीरे! श मॅर गयी.

मैने मनु के मूह में लंड डाल दिया, जिससे वो ज़्यादा ना चिल्लाए. तो गॅरी नीचे से छोड़ने लगा ज़ोर-ज़ोर से. मनु की आँखें लाल हो गयी, और आँखों से आँसू आने लगे. मैने लंड निकाला, और बोला-

मैं: क्या हुआ मनु, इतना दर्द?

मनु बोली: वीरे इसने डॉटेड कॉंडम लगा रखा है.

मैने गॅरी की तरफ देखा तो उसने आँख मारी.

मैने बोला: चलो कोई बात नही मनु. अब एक रौंद तो चलने दे नीचे से.

मनु की फुददी च्चिल गयी थी, और खून आने लगा था. लेकिन नशे की वजह से ज़्यादा दर्द फील नही कर रही थी बेहन. ऐसे ही 20 मिनिट तक गॅरी ने मनु को अलग-अलग पोज़ में छोड़ा, और झाड़ गया.

फिर मैने उसकी फुददी देखी, जो सूज कर फुड़दा हो चुकी थी. मेरा भी लंड खड़ा था. मैने भी ध्यान नि दिया, और लंड घुसेध कर पेलने लगा मनु को, जिससे उसको और दर्द होने लगा.

वो चिल्लाने लगी: अया वियर जी, प्लीज़ आज बस करो. फिर किसी दिन छोड़ लेना.

मैने उसकी एक ना सुनी, और छोड़ता रहा. मनु चिल्लती रही: आआहह ऊहह वियर जी आऐईयईई मा मेरी फुददी फटत गयी.

4-5 मिनिट बाद उसको भी मज़ा आने लगा. उसने पास रखी वोड्का का एक शॉट लिया, और मुझे लिटा कर उपर चढ़ गयी और बोली-

मनु: अब रूको वीरे तुसी, मैं बताती हू.

और फिर वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे लंड पर उछालने लगी. गॅरी निढाल हो कर लेट गया. मनु उछाल-उछाल कर चूड़ने लगी.

मनु: आअहह वीरे, क्या लंड है आपका. मज़ा आ रहा है आपको आहह?

मैने बोला: हा मेरी रंडी बेहन. तेरे जैसी रांड़ बेहन जिसके पास हो, उसके तो मज़े ही है. ज़ोर-ज़ोर से उछाल ऊहह.

मनु भी पूरी मस्ती में चुड रही थी, और बोली: आहह आईईइ वियर जी, मेरा पानी आने वाला है.

मैने उसको हग किया, और नीचे से धक्के मारने लगा ज़ोर-ज़ोर से. और मैं और मनु एक साथ झाड़ गये. मनु हाँफने और खुशी से मुस्कुराने लगी.

मनु: वियर जी, क्या मस्त चुदाई हुई आज मेरी. मज़ा आ गया.

मैने भी उसके होंठ चूज़ ज़ोर से, और बोला: हा मेरी जान बेहन, बहुत मस्त माल है तू भी.

फिर मैं बाहर गया, और मनु की फुददी ढोने के लिए पानी लेकर आया. मनु ने फुददी ढोई, और बोली-

मनु: ऊहह बहनचोड़ वियर जी, ये क्या हाल कर दिया मेरी फुददी का?

मैं हासणे लगा, और उसकी फुददी पर किस करी, और बोला: ये तो तेरे भाइयो का प्यार है पगली.

मनु हासणे लगी, और हमने खाना-पीना किया और मनु को छ्चोढने जाने लगा. मनु का चलना भी मुश्किल था. मैने रास्ते में से उसको हार्ड पाईं किल्लर लेकर दिया, क्यूंकी उसका ब’दे था, तो घर पर भी सेलेब्रेट करना था.

फिर मैने मनु को उसकी गाड़ी तक ड्रॉप किया. मनु जाते टाइम मुझे स्मूच देकर गयी, और शाम की पार्टी का इन्विटेशन देकर गयी

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