पार्क वाली हिमानी आंटी और उसकी फ्रेंड की चुदाई

ही दोस्तों, मेरा नाम अम्मी है. मैं चंडीगार्ह से हू. आप सब तो जानते ही हो, आपने मेरी पहले की स्टोरी पढ़ी होंगी हिमानी आंटी की चुदाई वाली. अब उसका अगला पार्ट हाज़िर है.

आपको टा है हिमानी मुझे मोहाली मिली थी. फिर कैसे मैने उसको रंडियों की तरह छोड़ा.

तो बात ऐसी है, की हमारी चुदाई डेली चलती ही रहती थी. एक दिन हमने कार में सेक्स करने का प्लान बनाया. हमने खाली जगह देख कर कार लगाई, और मैने उसके बूब्स चूसने स्टार्ट कर दिए.

सच में बहुत मज़ा आता था उसके सॉफ्ट निपल्स को चूसने का. फिर उसने मेरा लंड चूसा, और पीछे की सीट पे घोड़ी बन गयी. मैने 20 मिनिट तक छूट मारी और उसके अंदर ही झाड़ गया. वो हासणे लग गयी की इस आगे में मा मत बना देना.

उसने अपनी फॅंटेसी बताई की उसकी एक फ्रेंड थी, जो थ्रीसम करना चाहती थी. उनकी आगे बुत 54 के अर्रौंद थी. मैने कुछ बिना सोचे हा बोल दिया. हमने फिर नेक्स्ट दे मिलने का उसकी फ्रेंड के घर ही प्लान किया. क्यूंकी उनके हज़्बेंड नही थे. उनकी बेटी कॉलेज चली जाती थी, और वो अकेली होती थी.

उसका नाम आशु था. रंग गोरा, बूब्स 36″ के, और कमर 38″ की. वो जीन्स और टॉप ही पहनती थी. हम घर पहुँचे, और जाते ही हिमानी बोली-

हिमानी: आशु कर ले अपनी ख्वाइश पूरी. चुड ले तू भी.

मैं स्माइल देने लगा. इतने में हिमानी आशु के बूब्स दबाने लगी. हिमानी तो थी ही मेरी रंडी. उसने तो शरमाना बंद कर ही दिया था. आशु तोड़ा अनकंफर्टबल थी. फिर हिमानी ने उसे किस करके गरम करना स्टार्ट कर दिया. मैं भी उठा, और पास जाके दोनो को किस करने लगा.

हिमानी बोली: फटाफट कपड़े उतरो.

फिर हम सब झट से न्यूड हो गये.

हिमानी ने मुझे आशु की छूट की तरफ इशारा किया और बोली-

हिमानी: कल ही हेर रिमूव करवाए है आशु को बोल के. इसका चटवाने का बहुत मॅन है. प्लीज़ इसकी छूट छातो.

फिर मैने उसकी छूट में जीभ घुमणि स्टार्ट कर दी. वो आउट ऑफ कंट्रोल हो रही थी. इतने में हिमानी ने अपनी छूट आशु के फेस पे रख दी और आशु से चटवाने लगी. वो आ आह आह करने लगी. इतना पानी छ्चोढ़ रही थी आशु की छूट, मैं बता नही सकता.

वो लेग्स बहुत हिला रही थी. मैने उसकी लेग्स को कंधे पे रखा, और 15 मिनिट तक छूट चाट-ता रहा, और वो मूह से आहें भारती रही. फिर हिमानी ने बोला-

हिमानी: चल आज 2 रंडियन चूड़ेंगी. पहले आशु को ही छोड़ो. मैं तो पहले भी कितनी बार लंड ले चुकी हू.

मैने बोला: जो हुकुम आपका जानेमन.

आशु ज़्यादा बोल नही रही थी, पर साथ पूरा दे रही थी. मैने उसको लेटने के लिया बोला. वो लेग्स खोल के बेड की साइड में लेट गयी. फिर मैने आशु के अंदर डालना स्टार्ट किया. हिमानी उसको बूब्स चुसवाने लगी. उसने आइज़ क्लोज़ कर ली और श मी गोद नही-नही बोलने लगी.

मैं धक्के पे धक्के मारता रहा, उसकी लेग्स को उठा के छोड़ता रहा. फिर मैने हिमानी को लिटाया और उसको छोड़ा. हिमानी को तो बहुत एक्सपीरियेन्स हो चुका था.

फिर आशु ने बोला: हिमानी, तुम भी मेरी छूट छातो. मैं टुमरे मूह में पानी छ्चोढुगी.

हिमानी ने हा में सिर हिलाया, और आशु की छूट अपने मूह पे रख के छूट में लंड लेने लगी, और अपनी जीभ से आशु की छूट से खेलने लगी. आशु ने एक-दूं से अपना पानी हिमानी के मूह पे छ्चोढ़ दिया, और हिमानी भी झट से पी गयी.

हिमानी बोली: अम्मी, आशु को बहुत टाइम बाद लंड मिला है. इसकी छूट का भोंसड़ा बनाना है.

फिर हिमानी नीचे लेती, और मैने उसके अंदर लंड डाल दिया, और आशु को उसके उपर लिटा के छूट को हाथ से मसालने लगा. क्या मज़ा आ रहा था. धीरे-धीरे करके 2 फिंगर्स, फिर चार उसकी छूट में डाल दी. हाथ तो मेरा गीला था ही, मैने एक-दूं से सारा हाथ ही छूट के अंदर डाल दिया. वो एक-दूं से चिल्ला उठी, और बोली-

आशु: निकाल बहनचोड़ हाथ, फटत गयी मेरी.

हिमानी नीचे लेती लंड ले रही थी. उसने आशु को पकड़ लिया, और बोली-

हिमानी: रुक जेया रांड़, फाट्वा ले अज्ज.

मैने सारा हाथ छूट के अंदर खोल दिया और पुश करने लगा. वो रोने लगी. उसकी छूट का भोंसड़ा बन चुका था, और मैं और ज़ोर लगा के हाथ अंदर-बाहर कर रहा था. छूट की स्वेल्लिंग मुझे फील होने लगी थी. उसकी क्लींड और सूजी हुई छूट बहुत मस्त लग रही थी.

मैने हिमानी को आशु के सामने घोड़ी बनाया, और गांद पे छानते मार के लाल कर दी. फिर लंड गांद के अंदर-बाहर करने लगा. आशु देख कर हैरान हो गयी, की उसकी फ्रेंड इतनी बड़ी रंडी थी, और मूह खोल के लंड अंदर-बाहर होता देखती रही.

फिर मैने लंड निकाला, और दोनो रंडियों को नीचे बिता लिया, और लंड चुस्वाया. दोनो ही चूसने में बहुत एक्सपर्ट थी. आगे के हिसाब से एक्सपीरियेन्स तो दिख ही रहा था. मैने दोनो के फेस पे माल निकाल दिया.

आक्च्युयली छूट में हाथ डालने का प्लान हिमानी का था. उसने पहले ही बोल दिया था की आशु की छूट का भोंसड़ा बनाना था, और फाड़ देनी थी अंदर से. आशु अब नॉर्मल हो गयी थी. आशु की छूट की हालत कुछ ज़्यादा ही खराब थी. चलने में भी तकलीफ़ हो रही थी.

उसने बोला: अगर ऐसा लंड मिलेगा तो जवानी फिरसे आ जाएगी. तुम मुझे जबही भी छोड़ सकते हो. हमारे साथ भी रह सकते हो उपर रूम में. बेटी को बोल दूँगी की रेंट पे रहते हो.

मैने आशु को अपने लंड पे दोबारा बैठने को बोला. पर वो माना करने लगी और बोली-

आशु: मूह से करवा लो आज. छूट सूज चुकी है.

हिमानी हस्सी और बोली: अब तो आना-जाना लगा ही रहेगा. तुम मेरी छूट मार लो.

मैने हिमानी को छोड़ा, फिर उसके उपर ही पानी छ्चोढ़ दिया. हिमानी ने बताया की आशु 2 साल से चूड़ी नही थी. उसने मेरी बात की तो झट से थ्रीसम के लिए मान गयी. अब हम मिलते ही रहते है. आशु की बेटी है 19 यियर्ज़ की. वो सब मैं अगली स्टोरी में बतौँगा.

अगर किसी लड़की भाभी को मिलना हो चंडीगार्ह या मोहाली में, तो मैल कर सकती है [email protected] पर. सब कुछ फुल प्राइवसी के साथ होगा.

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