यार संग होटेल में की चुदाई

हमारी हॉट सेक्स स्टोरी अब आयेज से-

मैं और प्रतीक उनके घर पर सो रहे थे. शाम को मेरी नींद खुली तो मैने देखा तो विकी का मेसेज आया हुआ था, की वो मुझसे बात करना चाहता था. मैने भी उसको रिप्लाइ कर दिया की मैं जब फ्री होंगी तब कॉल करूँगी. मैं उठ कर मेरे फ्लॅट पर गयी, और डोरबेल बजाई, तो सेजल ने डोर ओपन किया. उसने क्यूट स्माइल के साथ मेरा वेलकम किया.

सेजल: आजा मेरी जान. कब से तेरा ही इंतेज़ार कर रही थी (उसने मुझे हग किया).

मैं: तुम कब की जाग रही हो? और अनुज?

सेजल: पिछले 1 घंटे से जाग रही हू. और अनुज सो रहे है.

मैं: प्रतीक भी गहरी नींद में सो रहे है. और तुमने मुझे जगाया क्यूँ नही.

सेजल (धीमी आवाज़ में): अर्रे मेरी जान, मुझे पता है कल रात प्रकाश अंकल ने तुझे सोने नही दिया होगा. और अभी प्रतीक के साथ कैसा रहा?

मैं (थोड़ी शर्मा कर): बहुत मस्त. तेरा कैसा रहा?

सेजल: अनुज वाज़ टू गुड. आज कुछ ज़्यादा ही एनर्जेटिक था. और प्रियल आंटी तो क्या काहु यार! लाइफ में ऐसी लेडी नही देखी.

मैं (तोड़ा साद हो कर): मेरे से भी अची है वो?

सेजल (मेरे कंधे पर हाथ रख कर): हा वो लाखो में एक है. पर मेरी जान तुम करोड़ो में एक हो.

मैं (उसको टाइट हग करके): सॉरी बेबी, मैं तुमसे बहुत प्यार करती हू. तो तोड़ा इनसेक्यूवर फील कर रही थी, की कहीं तुम मुझे…

सेजल: अर्रे पागल, मैं तुमसे कभी डोर नही होंगी. मेरी लाइफ में कितने भी लोग आए, पर तेरी जगह कोई नही ले सकता.

मैं: सेम तो योउ. बेबी मुझे तुझसे बहुत बातें करनी है. अभी दोनो फ्रेश हो जाती है. तुम दोनो आज मेरे घर पर डिन्नर करोगे.

सेजल: ओक बेबी.

अब सेजल उसके फ्लॅट पर चली गयी, और मैं फ्रेश होने बातरूम में चली गयी. उसके बाद रात को हम सब डिन्नर के बाद साथ में बैठे थे. मैं अनुज के साथ वो सेजल उसके पति प्रतीक के साथ बैठी थी.

अनुज: यार कल रात बहुत एंजाय किया? सच में प्रियल आंटी की वेड्डिंग आनिवर्सयरी की पार्टी याद रहेगी.

प्रतीक: सही कहा. हम सब ने बहुत पार्टी एंजाय किया. नयना आंटी और शिल्पा आंटी दोनो मज़ेदार है.

अनुज: प्रियल आंटी को देखा था क्या लग रही थी. आंटी बहुत खूबसूरत है. उनका फिगर भी कड़क है यार.

सेजल: अर्रे आप दोनो तो कितने क्रेज़ी हो रहे हो. कहीं प्रियल आंटी मिल गयी तो उसकी हालत खराब कर दोगे.

मैं (हेस्ट हुए): सेजल तुम इन दोनो की सेट्टिंग करवा दो ना.

प्रतीक: प्लीज़ सेजल कुछ जुगाड़ कर ना.

सेजल: अब वो तो कैसे होगा? और तुम दोनो से एक साथ तो मुश्किल है. एक काम हो सकता है. पर मुझे वो सही नही लग रहा है.

अनुज: क्या?

सेजल: रहने दो यार.

प्रतीक: अर्रे बेबी बोलो तो सही.

सेजल: प्रियल आंटी को हमारे ग्रूप में शामिल करना पड़ेगा. लेकिन आंटी अकेले तो आएगी नही. साथ में प्रकाश अंकल रहेंगे. अब उनको कैसे मॅनेज करेंगे?

प्रतीक: बेबी गुस्सा मत करना, पर एक बात काहु?

सेजल: ह्म.

प्रतीक: ऐसा है तो शिल्पा और नयना आंटी को भी ग्रूप में शामिल कर लेंगे. तुम दोनो भी उन्न दोनो आंटीस से मज़े कर सकोगी.

सेजल: बात तो सही है. पर अंकल लोगों को क्या करेंगे?

अनुज: वो दोनो अंकल तो वैसे भी पार्टी में इंट्रेस्टेड नही है. उन दोनो को मैं संभाल लूँगा.

मैं: पर प्रकाश अंकल को कैसे मॅनेज करेंगे?

सेजल: मैं कब की तो वही कह रही हू.

मैं: हम ग्रूप में शामिल नही करेंगे. वो तोड़ा रिस्की है. मैं नही चाहती की हम जो स्वापिंग कर रहे है, वो और लोगों को भी पता चले. क्यूंकी ये हम सब के लिए आयेज चल कर मुसीबत बन सकता है.

अनुज: बात तो सही है.

मैं: हा एक काम हो सकता है. हम सब उनसे इंडिविजुयल सेट्टिंग करेंगे. तो हमारी प्राइवसी मेनटेन होगी और उनकी भी.

अनुज: ये सही आइडिया है.

मैं नही चाहती थी की प्रकाश अंकल और विकी से मैं चुड गयी थी, वो अनुज को पता चले. और मैं विकी को खोना नही चाहती थी.

उसके बाद सब लोगों ने मेरे आइडिया को मान लिया. उसके बाद मेरी विकी से रेग्युलर बात होने लगी. विकी ने मुझे एक दिन मिलने बुलाया. मैने कहा की मुश्किल है पर मैं मॅनेज करूँगी. मैं प्रतीक से क्लाइंट का मिलने का बहाना करके बाहर निकल गयी.

मैने उस दिन ब्राउन कलर का शर्ट ड्रेस बेल्ट के साथ पहना था. विकी मुझे उसकी कार में पिकप करके पास के एक केफे पर ले गया. केफे काफ़ी अछा था, और एक्सपेन्सिव भी था. विकी ने हमारे लिए शेक और सॅंडविच ऑर्डर किया.

विकी: काव्या आज आप बहुत खूबसूरत लग रही हो.

मैं: थॅंक योउ बेबी. आज तुम भी कम हॅंडसम नही लग रहे हो.

विकी (ब्लश करते हुए): थॅंक्स. वैसे आपने क्या सोचा?

मैं: किस बारे में?

विकी: हमारे रिलेशन्षिप के बारे में.

मैं: विकी मैं शादी-शुदा हू. हम बस ऐसे ही आचे दोस्त बन कर रह सकते है. हमारा और कोई फ्यूचर नही है. सो प्लीज़ मेरे बारे में ज़्यादा मत सोचो. निशा अची लड़की है, उसके साथ सेट्ल हो जाओ.

विकी (मेरा हाथ पकड़ कर): काव्या, ई रियली लोवे योउ. ई कॅन’त लिव विदाउट योउ.

मैं: बेबी, प्लीज़ ट्राइ तो अंडरस्टॅंड. मैं कहाँ तुम्हे छ्चोढ़ कर जेया रही हू. तुम जब कहोगे ऐसे मिलने चली अवँगी.

उसके बाद हमने वहाँ का मील ख़तम किया, और उसकी कार में चले गये. विकी मेरा हाथ एक सेकेंड के लिए छ्चोढ़ नही रहा था.

विकी: आपको छ्चोढने का मॅन नही कर रहा. ऐसा लगता है ये वक्त यहीं ठहर जाए.

मैं: बेबी, मैं भी यहीं चाहती हू. पर क्या करू मेरी भी मजबूरी है (विकी का फेस साद हो गया).

मैं: बेबी, लुक अट मे. ई आम युवर्ज़.

मैने विकी के लिप्स पर लिप्स रख दिए, और हम एक-दूसरे को किस कर रहे थे. मेरा भी बिल्कुल नही मॅन था की मैं विकी से अलग हू. विकी मुझसे जितना प्यार कर रहा था, इतना ही प्यार मैं विकी से कर रही थी.

विकी: क्या तुम मेरे साथ और टाइम स्पेंड कर सकती हो?

मैं: मैं अभी भी तेरे साथ 2 अवर्स रुक सकती हू.

विकी (वित आ बिग स्माइल): थॅंक्स डार्लिंग. मैं रूम बुक करता हू.

विकी ने अपने मोबाइल से पास के एक होटेल में ऑनलाइन रूम बुक कर लिया. फिर हम वहाँ चले गये. रूम में जाते ही विकी मुझे किस करने लगा. मैं भी उसको पॅशनेट रेस्पॉन्स दे रही थी. अब मैने अपना बेल्ट खोल दी, और विकी ने मेरे बटन खोल कर मेरा शर्ट ड्रेस निकाल दिया. मैने नीचे वाइट ब्रा पनटी का सेट पहना था, जो काफ़ी सेक्सी था.

विकी: बेबी योउ लुक सो हॉट. ई लोवे योउ.

मैं: लोवे योउ टू हनी.

मैने भी विकी का शर्ट निकाल दी और बोली: ई लोवे युवर सेक्सी बॉडी.

मैं ऐसा बोलते ही उसके उपर टूट पड़ी. मैने उसको बेड पर लिटा दिया, और उसके उपर बैठ कर उसकी बॉडी पर किस कर रही थी. विकी ने जो पर्फ्यूम लगाया था, वो बहुत मस्त था. मुझे बाद में पता चला की उसकी वॅल्यू 50क थी. मैने अब उसकी नेक, चेस्ट, और एबेस पर किस करते हुए उसके पंत को खोल दिया. फिर मैं उसका लंड निकल कर मूह में लेकर चूसने लगी.

विकी: श मी गोद. काव्या, योउ अरे अमेज़िंग. ई लीके युवर वे सक मी डिक.

मैं: बेबी, तुम्हारा लंड इतना मस्त है मेरे से रहा नही जाता. ई लोवे योउ.

विकी: लोवे योउ टू हनी.

दोस्तों मैं आपको बता देती हू की मैं और विकी एक-दूसरे से बहुत प्यार करने लगे थे. विकी मेरे से उसके सारे एमोशन्स शेर करता था. विकी मेरे से हर एक बात शेर करने लगा था. मैं उसकी ज़िंदगी का इंपॉर्टेंट पार्ट बन गयी थी. सिर्फ़ चुदाई के लिए नही, लेकिन मैं ऐसे भी विकी को बहुत पसंद कर रही थी. विकी के साथ जो मुझे फील होता था, ऐसा फील ना मुझे अनुज के साथ होता था, ना ही प्रतीक के साथ.

विकी ने मेरी ब्रा के हुक खोल दिए, और मेरे दोनो बूब्स को चूसने लगा. मैं भी उसके माथे पर हाथ घुमा कर उसको मेरे बूब्स चुस्वा रही थी. अब विकी ने मेरी पनटी भी निकाल कर मुझे नंगा कर दिया, और मेरी छूट को चाटने लगा. विकी उसके पापा की तरह एक औरत को खुश करना सीख गया था. मुझे विकी के साथ सेक्स करने में बहुत मज़ा आने लगा था.

विकी ने मेरी छूट में लंड घुसा दिया और मुझे बहुत सॉफ्टी छोड़ने लगा. मैं उसके साथ वो सब फील कर रही थी, जो मुझे मेरे हज़्बेंड और पड़ोसी से नही मिल रहा था. हम दोनो लोवे बर्ड्स थे. हम दोनो की केमिस्ट्री मॅच हो गयी थी. शायद अब हम दोनो को एक-दूसरे के बिना रहना मुश्किल ही नही नामुमकिन हो गया था.

उस दिन विकी ने मुझे होटेल के उस रूम में बहुत सारा प्लेषर दिया. मेरी कहानी इतनी लंबी है, की मैं अपनी हर एक चुदाई डीटेल में नही बता सकती. उस दिन के बाद मेरा और विकी का ऐसे च्छूप-च्छूप कर मिलना और होटेल में रूम बुक करके चुदाई करना शुरू हो गया था.

मुझे अनुज और सेजल से च्छूपा के विकी से चूड़ने में मज़ा आने लगा था. सेजल से इसलिए कह रही हू, की सेजल मेरी लाइफ का इंपॉर्टेंट पार्ट थी. मैं जितना प्यार मेरे पति अनुज से करती थी, इतना ही प्यार सेजल से करती थी. मेरी और अनुज की हमेशा एक कोशिश रही थी, की हम सेजल और प्रतीक के बीच दूरी बना कर रखे. हम दोनो चाहते थे की सेजल हमारे बिना रह नही पाए.

प्रतीक को सेजल से ज़्यादा प्लेषर मेरे साथ सेक्स करने में आता था. आप समझ रहे हो की दूसरे की बीवी के साथ सेक्स करने में हमेशा प्लेषर फील होता है. ये एक रीज़न नही था. एक रीज़न ये भी था की प्रतीक को सेजल से ज़्यादा मैं समजने लगी थी. वो भी मेरे प्यार में था. मैं जब भी उसके साथ फुल नाइट स्टे करती थी, तब वो एमोशनली मुझे प्यार देता था, और मैं उसके एमोशन्स को समझ कर उसको सुकून देती थी.

कहीं ना कहीं मेरी लाइफ बहुत कॉंप्लिकेटेड हो रही थी. पर मुझे समझ नही आ रहा था, की जिस रास्ते पर मैं चल रही थी, ये रास्ता एक दिन मेरी ज़िंदगी के सारे रास्ते ख़तम कर देगा.

मल्टिपल रिलेशन्षिप में आप सब के लायल नही बन सकते. और मेरा हाल ऐसा था की मैं चार लोगों के बीच में फ़ासस गयी थी. लेकिन मैने मेरी लाइफ में एक बड़ी ग़लती करी, की मैने अनुज से बातें च्छुपाना शुरू कर दिया. पर कहते ने जो बात चोरी-च्छूपे करने में है, वो बता कर करने में नही है. वो नही बताना मेरी लाइफ की सबसे बड़ी ग़लती थी.

मैं अनुज को तो चीट कर रही थी. साथ में मैं मेरी लाइफ की सबसे बेस्ट फ्रेंड, बेस्ट नही बोल सकती, वो मेरी जान थी, सेजल, उसे भी मैं चीट करने लगी थी. मैं उसको बता देती की मेरा विकी के साथ भी अफेर था, तो वो माइंड नही करती. हम दोनो ने वादा किया था की हम हमारी लाइफ शेर करेंगे. मैं खुद से मेरी लाइफ के सारे रास्ते बंद कर रही थी.

मैं विकी की लायल रहती तो भी अछा था. लेकिन मैं उसको भी चीट करके उसके फादर के साथ उनके फार्महाउस पर जेया कर चूड़ने लगी थी. सच काहु तो मुझे उस टाइम पर ये लग रहा था की मैं जो कर रही थी, वो सही था. मुझे सब को बता कर सेक्स करने में वाइब्स नही आ रही थी. लेकिन छ्होरी-च्छूपे छुड़वाने का नशा हो गया था.

मैं जिस के साथ संबंध बना रही थी, वो मेरे पीछे क्रेज़ी होता जेया रहा था. चाहे वो मेरा पड़ोसी प्रतीक हो, या उनकी बीवी सेजल. चाहे वो प्रकाश अंकल हो, या उनका बेटा विकी. सब मेरे पीछे पागल हो रहे थे. और मैं मेरी लाइफ में सबसे बड़ा धोखा मेरे हज़्बेंड अनुज को दे रही थी.

उन्होने मुझे हर एक फ्रीडम दी थी. लेकिन कहते है ना ग़लत रास्ता हमएसा ग़लत होता है. और ग़लत रास्ते पर चलते के टाइम पर जो मज़ा आता है, वो हमे सही रास्ते पर चलने से रोकता है.

ही दोस्तों, मैं आपका मूडछंगेरबोय आपसे माफी माँग रहा हू, की मैं ये स्टोरी कंप्लीट नही कर पाया. मुझे बहुत लोगों के मैल आए है की आपने ये स्टोरी आधे में छ्चोढ़ दी. लेकिन ऐसा नही है.

ये सेक्स स्टोरी फॅंटेसी स्टोरी नही है, एक सॅकी घटना पर बनी स्टोरी है. इसीलिए उसको आपके तक लाने में मुझे बहुत परेशानी हो रही है. लेकिन मैं भी चाहता हू की इस कहानी में आयेज क्या हुआ मैं आपको बता साकु, और उसके लिए मेरी कोशिश जारी रहेगी.

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