वर्जिन कज़िन सिस्टर की गांद चुदाई का किस्सा

ही दोस्तों, मेरा नाम साहिल (नामे चेंज) है, और मैं लाहोर पाकिस्तान से हू. आज-कल मैं यूयेसे में रहता हू, और काफ़ी अरसे से गंदी कहानियों का रीडर हू. आज मैने सोचा की अपनी स्टोरी लिखू जिससे आपका पानी निकालने में आसानी हो.

मैं अपनी कहानी पे आता हू. ये बात तब की है जब मैं 20 साल का था. मेरी कज़िन मुझसे एक साल छ्होटी थी 19 की. उनका आना जाना था हमारे घर में, और हम शुरू से इकट्ठे बड़े हुए थे. इसकी वजह से मज़ाक चलता था हमारा.

उसकी बॉडी बिट्वीन स्लिम आंड चब्बी थी. बुत आस शेप्ड और बूब्स ऐसे की बस मूह डालते ही पानी निकल आए. एक बार वो हमारे घर रहने आई और कुछ दिन रुकी. रात को उसका टेक्स्ट आया-

साना: क्या कर रहे हो? मुझे बात करनी है.

मैं: करो.

साना: टाइम किल करना है, हो नही रहा.

मैं: तो मैं क्या करू? ई डॉन’त हॅव आ सल्यूशन.

साना: अगर थोड़ी बात कर ले तो शायद अची नींद आ जाए.

मैने सोचा की रात में सेक्सी वर्जिन मुझे कह रही है की मेरे अंदर डाल दो. तो मैं क्यूँ ना डालु?

मैं: तुमसे बात नही पर मज़ा दे सकता हू.

साना: मज़ा, कैसे?

मैं: भोली मत बनो, तुम्हे पता है मैं क्या कह रहा हू.

साना: नही समझ आ रहा मुझे.

मैं: लेट’स हॅव आ किस.

साना: नही, ये कैसे हो सकता है?

मैं: स्टेर्स पे आओ, अभी मैं भी आता हू नीचे.

मैं और मेरा भाई उपर पोर्षन में होते थे, और फॅमिली नीचे. जो स्टेर्स थी, वो सेपरेट थी. बस उससे नज़र आता था की अगर नीचे से कोई आ रहा हो तो. मैं नीचे चला गया. वो शूस उतार के आई ताकि आवाज़ ना आए. वो आई मेरे पास, और मुझे उसकी साँसे बहुत तेज़ फील हो रही थी.

फिर मैने उसको किस किया. उसने पागलों की तरह रेस्पॉन्स किया. मैने उसकी नेक लीक करना शुरू कर दिया. उसकी कोई आवाज़ नही आई बस साँस और तेज़ हो गयी. फिर मैने उसके बूब्स पकड़ लिए शर्ट के उपर से. वो कुछ नही बोली, और मुझे किस करती रही.

मैं एक हाथ उसकी सलवार में ले गया. बहुत वेट पुसी थी, सील पॅक्ड, और हल्के से बाल थे. फिर मैने अपने ट्राउज़र से लंड बाहर निकाल लिया, और उसके हाथ में पकड़ा दिया. वो हल्का-हल्का हिलने लग गयी. ये उसका फर्स्ट टाइम था.

मैने उसकी सलवार नीचे कर दी, और उसे स्टेर्स पे बिताया, और उसकी टांगे खोल के टंग उसकी वेट पुसी पे रखी. वो तो जैसे पागल हो गयी, और मेरा सर पकड़ के मुझे बस अंदर करने लगी. मैने उसकी छूट नीचे से उपर की तरफ लीक करना स्टार्ट कर दिया, और ग-स्पॉट पे जाके रौंद-रौंद ज़ुबान फेरता.

उसने मेरा मूह उपर उठाया, और अपना सारा कम मेरे लिप्स से लीक करने लगी, और फिर मूह नीचे ले गयी. मैं थोड़ी देर ऐसे करने के बाद खड़ा हुआ, और उसके मूह में डालने लगा. उसने आचे से ट्राइ की सक करने की, पर शी वास्न’त एक्सपीरियेन्स्ड. लेकिन मज़ा बहुत आया.

मैं: सेक्स ट्राइ करोगी?

साना: कुछ गड़बड़ ना हो जाए.

मैने भी ज़्यादा फोर्स नही किया बिकॉज़ मैं पुसी का क्रेज़ी नही था. वो काफ़ी थी मेरे पास.

मैं: पीछे ले लो.

साना: पीछे, वो कैसे? और पाईं होगी, आपका बड़ा है.

मैं: नही होता, ट्राइ इट.

मैने फिर उसे उल्टा किया, और स्टेर पे डॉगी बना दिया. फिर आस को थूक से वेट किया, और कॉक उसकी आस पे रखा. उसकी आस वर्जिन थी. अभी अंदर नही गया था की आवाज़ आई उपर से की “ये क्या कर रहे हो”? मेरा काम वाला देख रहा था. उसकी आगे उस टाइम 22 साल होगी.

उसने कहा: उपर आओ.

मैं: आबे उपर मेरा भाई सो रहा है. मैं उसको रूम में नही लेके जेया सकता.

सो उसने रूम का डोर बंद किया, और पिछले रूम में उसे ले गया, जहा बेड था. वाहा जाके मैने कहा-

मैं: तू यही बैठ के देख, और मुझे बता देना कोई आए तो नएचए से.

मेरी कज़िन ने कहा: वो बता देगा किसी को.

मैने कहा: कुछ नही होता, लीव इट ओं मे.

वैसे भी उस टाइम जितनी गर्मी चढ़ि थी, और आस कम ही मिलती थी. फिर मैने उसे बेड पे लिटाया और फिरसे वेट किया अपनी टंग से. बहुत मज़ा आ रहा था उसकी गांद चाटने का. मेरे तो ड्रॉप्स निकल रहे थे. मैं अब उसके उपर आ गया, और अपना लंड उसकी गांद पे रखा, और झटका मारा.

शी वाज़ आ वर्जिन, और मैं उसकी गांद मार रहा था. उसे कुछ एक्सपीरियेन्स नही था पाईं का. उसने चीख को रोकते हुए मेरा झटका बर्दाश्त कर लिया तकिये में मूह देके. मुझे पता था वो नही हटेगी आयेज से क्यूंकी वो ऐसी जगह थी जहा बाहर नौकर और दूसरे रूम में भाई सो रहा था.

मैं फ़ायदा उठाते हुए और अंदर डालने लगा. अभी हल्का सा अंदर गया था, की मैं फारिघ् हो गया. मैने बाहर निकाला, और कहा की मज़ा नही आया.

उसने कहा: मेरी जान निकाल दी आपने, अभी भी मज़ा नही आया?

मैने कहा: जाम के छोड़ो तो ही मज़ा आता है. इतनी टेन्षन में वैसे ही पानी निकल आता है.

फिर मेरा नौकर आया और उसने कहा: मैं बता दूँगा, मुझे भी करना है.

मैने कहा: चल गन्दू, मैं बता दूँगा तू मेरा लेता है.

फिर मेरे दिल मैं आया वाइ नोट थ्रीसम. ये माना भी नही करेगी.

साना: भाई ये क्या कह रहे हो आप?

मैं: हल्का सा करने दो, वो चुप रहेगा फिर. प्रॉमिस कुछ ज़्यादा नही करने देता उसको.

उसका लंड मुझसे बड़ा था. उसने अपनी सलवार उतरी और कहा-

नौकर: साना पाकड़ो इसे.

मैं ने कहा: आयेज ना डालना.

साना घबरा कर आयेज हुई, और उसका पकड़ लिया. फिर वो मुझे देखने लगी. मुझे अछा भी नही लग रहा था, और मज़ा भी आ रहा था देख के. मैं आयेज होके उसके बूब्स सक करने लग गया, और लीप किस्सिंग भी. वो भी मुझे किस करने लगी और उसका ज़ोर-ज़ोर से हिलने लगी.

मैने उसको इतना गरम कर दिया था की कुछ समझ नही आ रहा था किसका हाथ मैं था उसके. मैं हटा तो सैफ उसके उपर आया, और अपना लंड उसकी गांद पे रगड़ने लग गया. मेरा भी फुल खड़ा था. सैफ ने उसे डॉगी बनाया और लंड पे थूक लगा के अंदर डालने की कोशिश कर रहा था. मैं साना के फेस के पास लेट गया. वो मेरा मूह में लेके सक करने लगी.

मुझे इतना मज़ा आ रहा था की मैं बता नही सकता. फुल वेट था. मुझे नही पता सैफ ने कितना डाला, पर वो अब हल्का चीख रही थी. मैं उठा, और सैफ के पीछे आके उसकी गोरी मोटी गांद पे अपना रगड़ने लगा. उसकी गांद खुली हुई थी मेरा ले-ले के. उसमे लंड अंदर किया और स्ट्रोक्स मारने लगा. वो मज़े में पागल हो रहा था.

उसने झटके तेज़ कर दिए, और साना के बूब्स पकड़ लिए आयेज होके. मैने सैफ की गांद मारना तेज़ कर दिया. फिर सैफ का पानी निकल गया. मैं अब तेज़-तेज़ गांद मारने लगा उसकी. साना आयेज से हटती और हमे देख के स्माइल करने लगी. मैने साना को देखा तो रहा नही गया. मैने फिरसे उसको पकड़ा, और मिशनरी में उसकी गांद छोड़ने लगा.

पूरा ज़ोर लगा कर मैने उसको छोड़ा, और उसके बूब्स भी चूज़. फिर मैने अपने माल उसकी गांद में निकाल दिया.

साना बोली: काश ऐसा दिन रोज़ आए.

थे एंड.

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