लुधियाना मे हीना अंकल के दोस्तो से चुदी

ही फ्रेंड्स, ई आम बॅक वित वन मोरे लस्ट फुल स्टोरी.. ई बेट यह स्टोरी पड़ने के बाद आप लोग पागल हो जाएँगे..

यह कहानी तब की है, जब मैने मेरे गार्डियन अंकल (जिनके साथ मेरे रिलेशन्स है – यह स्टोरी कभी और दिन बतौँगी की रीलेशन कैसे हुए) के साथ लुधियाना उनके रिलेटिव्स की शादी अटेंड करने गयी थी.

मैने एक नृ लड़की हू मैने दुबई से मुंबई आई थी वेन ई वाज़ 18 (उसके पीछे भी एक कहानी है, की क्यू मूज़े इंडिया भेज दिया गया ग्रॉनी के पास). अछा तो जब मैने मुंबई आई थी मेरे दाद के बिज़्नेस पार्ट्नर & फरन्ड – नवदीप अंकल मेरे गुरदियान थे.

बुत कुछ ऐसा हुआ जिससे मूज़े उनको देना पड़ा (गुयस्स्स अगेन वन स्टोरी हियर), सो हे उसेड मे आस हिज़ केप्ट, & वो मुजसे 26 साल बड़े थे.. यह बात तब की है जब मैने 25 साल की थी & अंकल 51 के, हम लुधियाना गये थे शादी मैने, ठंड थी बहुत… वाहा की शादिया ग्रांड होती है, मेहन्दी, संगीत एट्सेटरा एट्सेटरा.

तो उस दिन संगीत था, सब मेहन्दी, डॅन्स कर रहे थे. मैने शादी वेल बुंगलोव मैने थी… मैने वाइट रंग की टाइट कुरती पहनी थी, आस यूषुयल ई वाज़ लुकिंग सुपेरर होत्त… बुत मैने बोर हो गयी.. & अंकल को ढूँदने लगी, & तब मूज़े पता चला की अंकल बगल वेल बुंगलोव मैने अपने दोस्तों के साथ पार्टी कर रहे है..

मैने वाहा चली गयी, अंदर देखा तो बड़े से हॉल मैने तकरीबन 8-9 मर्द (मोस्ट्ली सरदार) बैठे थे & पार्टी चालू थी.. मैने अंकल को पूछा…

अंकल बोले “आ जेया हीना अंदर आ जेया”..

मैने अंदर आई वो बोले “बैठ जा बगल मैने”.

हे वाज़ ऑलमोस्ट 3-4 पेग डाउन. उन्होने मेरा इंट्रोडक्षन काइया की यह मेरे पाटनेर की बेटी.. बड़ी खूबसूरत है ना…

तभी हे आस्क्ड मे फॉर ड्रिंक, मैने भी बिना शरमाये एक ड्रिंक ले ही ली, & पीते पीते अंकल ने मेरी कमर मैने हाथ डाल दिया आंड साइड से मेरा रिघ्त बूब्स दबा दिया.. मैने उनका हाथ हटते हुए कहा.. अंकल यहा कहा, आपके दोस्त है..

अंकल बोले “दर्र मत इनसे मैने कुछ नही चुपाता, सदी बचपन दे यार है सब”.. ई साइड मीन्स उ टोल्ड देम अबौट उस.. अंकल बोले हा बताया है.. आंड मूज़े पकड़ के चूमने लगे..

मैने उठे और अंदर चली गयी, किचन साइड मैने… तब वो मेरे पीछे आए & मूज़े बोलने लगे.. अरे क्या हुआ वहयर उ गेटिंग आंग्री.. माने भी ब्ल दिया ऐसे सबके सामने कैसे अपने मेरे बूब्स दबा दिए..

अंकल बोले अछा गुस्सा थूक दे & अभी यहा तो दे सकती है ना… & मूज़े चूमने लगे.. मैने भी रेस्पॉंड करने लगी.. & गरम हो गये. अंकल ने मूज़े मेरी लेगैंग्स निकालने कहा… जो मैने फॅट से सुंली.. और मैने नीचे से नंगी हो गयी… अंकल ने मूज़े हल्के से उठे लिया आंड अड्जस्ट करके स्टॅंडिंग पोज़िशन मैने अपना मोटा सरदार वाला लंड मेरे अंदर तूस दिया.. मूज़े आदत हो गयी थी.. मैने भी आसानी से ले लिया आंड राइड करने लगी अपनी कमर & आस हिला के.

तभी अचानक अंकल ने मूज़े उठा लिया, लिफ्ट करके हवे में मूज़े लेने लगे (यह मेरा फेव. शॉट है) आंड वो आराम से मूज़े अपने लंड पे झूला रहे थे & तभी अचानक वो मूज़े लेके चलने लगे.. मैने शॉक हो गयी, वो मूज़े वैसे उठाके बाहर हॉल मैने लेके आ गये.

उईईई माआ…. 8-9 मर्द पुर टली बाहर थे. मैने क्या करू समाज मैने नही आ रहा था, अंकल मूज़े लेके सोफे पे बैठ गये वैसे ही वित हिज़ लंड इनसाइड मे. मैने बहुत कोशिश की बुत उनकी ताक़त के आयेज कुछ ना कर पाई..

वो नीचे से मूज़े अपने दोनो हाथ से पकड़ के अपने लंड पे दबा रहे थे आंड उपर नीचे सोफे पे उछाल रहे थे, मैने अपनी कुरती कर रही थी ताकि किससे कुछ दिखे ना.. आंड अंकल बार बार उससे उपर कर रहे थे.

ऐसे ही 4-5 मीं वो मेरी लेते रहे आंड फाइनली मैने भी मज़ा लेना चालू कर दिया.. तभी अचानक मूज़े किसी और का हाथ मेरी आस पे महसूस हुआ, देखा तो अंकल का एक फरन्ड मेरी आस पे हाथ मसल रहा था..

मैने अंकल से कहा “प्ल्स इन्हे कहिए की डोर रहे”

अंकल बोले “उससे भी लेने दे मज़े & यहा वैसे भी टुजे कोई नही जानते, मज़े कर ले, सब सांड सरदार है”.

तभी एक दो और हाथ आ गये, आंड मेरी आस को मसालने लगे. सभी 7-8 लोग मेरे नज़दीक आ गये आंड मैने शरम से अंकल की बहो मैने मूह चुपके उनके झटके ले रही थी. तभी किसी ने मेरी आस पे काट लिया, मैने झटके से चीलाई… आंड सब हास रहे थे.. मेरी कुरती उपर कर रहे थे & मैने उससे नीचे कर रही थी.

आंड किसी ने पूरी ताक़त से उपर की & तर्र्र्र्र्र्ररर की आवाज़ आ गयी & मेरी कुरती एक साइड से फॅट गयी फिर उन्होने मेरी कुरती फाड़ ही डाली & अब मैने सिर्फ़ ऑफ वाइट ब्रा मैने थी, जो अंकल ने उतार दी पीछे से अनहुक करके.

अब मेरी हालत ऐसी थी, की अंकल मेरी ले रहे थे मैने नंगी उन मर्दो को लिव सेक्स करा रही थी & अंकल बोले “रिलॅक्स, ले सीप मार” & मूज़े अपनी ग्लास उठा के दिए. मैने पीटी रही आंड अंकल के झटके खाती रही आंड मेरे भी 2 पेग हो गये थे. उसके बाद अंकल ने मूज़े उठाया & फिर से हवे में उठाके ज़ोर्से लेने लगे & अंदर ही रिलीस कर दिया..

आंड जब मैने नीचे उतरी, मैने देखा ऑलमोस्ट सभी के लंड बाहर आ गये थे & मैने नंगी उनका शिकार बनने के लिए तय्यार थी, अंकल ने उन्हे कहा “जी भर के मज़े कीजिए दोस्तों”.

एक दो आयेज बड़े, मैने कहा “प्लस्स प्ला रूको”.. मूज़े पता था अब मैने चुड़ूँगी ज़रूर, आंड मूज़े पहले भी गंगबांग का एक्सपीरियेन्स था मेरे जिम कोच & उसके दोस्तों के साथ मैने कही बार काइया था..

मैने उनसे कहा, “प्ल्स मूज़े 1-2 पेग और मरने दो मुजसे होश मैने नही होगा” आंड सब हासणे लगे.

फिर वैसे ही मैने बाज़ारु रंडी की तरह उन 8-9 सरदारो के साथ नंगी दारू पीने लगी.. आंड मूज़े भी किक लग गयी.. तभी एक दो मर्द मेरे पास आ गये & मुजपे अपने हाथ घूमने लगे.

मैने भी अची लड़की की तरह अपना बदन उन मॉन्स्टर जैसे सरदारो को सौप्प दिया… अब आलम ऐसा था मैने अकेली नंगी आंड मेरी तरफ यह 8 सरदार नंगे, पुर भालू जैसे..

किसी का लंड मेरे खांडे पे था, किसी का गाल पे लग रहा था, कोई मेरे दूध दबा रहा था, कोई पेट को मसल रहा था, कोई थाइस की नर्माहट चेक कर रहा था, कोई आस पे स्पॅंक कर रहा था.. आंड अंकल सामने बैठे अपनी विस्की पी रहे थे… मैने उनके पास देखा & इशारे मैने कहा “की यह करवाने लाए थे साथ मैने”…. वो हास पड़े आंड बोले “मज़े कर जान, ऐसा मौका नही मिलेगा, टुजे कुछ होगा नही इसकी ज़िम्मेदारी मेरी”

बस मैने भी पूरी रंडी पाना पे उतार गयी आंड उन स्रो से हाथ घूमने लगी… आंड फिर एक एक करके स्रो के लंड चूसने लगी… बहुत देर तक उनके लंड चुस्ती रही, तभी किसी ने मूज़े पीछे से घोड़ी बनके अपना लंड मेरी छूट मैने दस दिया आंड झटके देने लगा..

अब मैने ऐसी पोसीटीओ मैने थी.. कुटिया बनके उसका ले रही थी आंड दो सरदार मेरे छाती पे पास सोक मेरे बूब्स चूस रहे थे & बाकी बरी बरी अपना लंड मेरी मूह मैने दे रहे थे…

फिर एक एक करके स्रो ने मेरी ली, कभी सोफे पे, कभी सोफे की एड्ज पे, कभी उठाके, कभी बेड पे, कभी डाइनिंग टेबल पे… हर कोने मैने चुदाई हुई… फिर अचानक मूज़े एहसाह हुए की कोई मेरी अशोल पे ज़ोर लगा रहा है.. मैने झट से पलटी और ना कहा…

वो नही मान रहे थे, मैने अंकल के पास भागी वैसे ही नंगी… यह सरदार मेरे पीछे & मैने अंकल को कहा, “अंकल प्ल्स इन्हे कहे की अनल नही, अभी नही…” अंकल उन्हे बोले “सुनियो ओहयय्ी, आज गंद नही लेनी, अब यह यहा 2 दिन और है”

मैने उन्हे देखती रह गयी, फिर से मूज़े उठा ले गये & मेरी छूट मैने अपना लंड एक ने तूस दिया.. ऑलमोस्ट रात भर मैने उन सरदारो से चुड्ती रही, अंकल ने भी 2 बार और ली.. आंड एंड मैने मुजपे जैसे कम की बरसीह हुई थी. फेस से बाल से बूब्स से थाइस पे सब जगह उन सरदारो का कम फैला हुआ था.

मैंने लाश की तरह पड़ी थी उसी छुम ीाने. बूत मुझे अंदर ही अंदर बड़ा मजा आ रहा था पैन भी था.. एक सुकून था & एक प्राइड की मैंने ९ सरदारों को ले लिए.फिर सुबह उन सरदारों मैंने से ३-४ लोग ही बचे.. अब मैंने कैसे बहार निकटि मेरी कुर्ती तोह उन्होंने पहाड़ दी थी. तभी उसी घर मैंने कुछ कपडे थे वह मुझे अंकल ने दिए.. वही पहन लिए..

अब आज शादी थी & मेरी सुहाग्रत एक दिन पहले इन सरदारो के साथ हो गयी थी.. मूज़े भी तय्यार होना था… & मूज़े पता था शादी मैने ऑलरेडी नज़र मुजपे होगी, स्पेशली इन 8-9 सरदारो की…

मैने मुंबई से आई नृ स्लट उनसे बच के भाग पौँगी, & कितना बच पौँगी, क्या होगा मेरा, शादी मैने मेरी सारी ना उतार दे यह, अंकल क्या करेंगे.. क्या होगा मेरा, जानने के लिए मेरी आयेज की कहानी का इंतेज़ार करे… & मेरी कहानी कैसे लगी वो भी कॉमेंट्स मैने लीके के बताए.. आपकी स्लुटती हीना… मुआाहह

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