थ्रीसम का आनंद लिया

हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम ऋषभ है. मैं रायपुर मैं रहता हूँ. मैने नेट पर सारी स्टोरी पढ़ी हैं. मुझे हिन्दी मैं लिखी हुई स्टोरी ज़्यादा मज़ा देती हैं. आज मैं भी अपनी एक रियल स्टोरी आपके लिये लिख रहा हूँ जिससे आपको पढ़कर मज़ा आये. मेरी उम्र 26 साल है. ये बात आज से 6 साल पहले की
है जब मैं 20 साल का था और अक्सर अपनी मौसी के यहाँ रहने जाता था जो एक दूसरे शहर मैं रहती हैं. मेरी मौसी की फिगर 36-28-34है. उनकी गांड और चूचि इतनी सेक्सी है की किसी के भी लंड का पानी निकल जाये. मौसा जी बिजनसमेन हैं और वो अक्सर बिजनस के लिये दूसरे शहर मैं जाते रहते हैं. उनके दो लडकियाँ और एक लडका हे. बड़ी लड़की की उम्र 22, छोटी की 20 और लडके की 16 साल है. मौसा जी मौसी जी को बहुत प्यार करते है. मैं इसलिये कह रहा हूँ क्योकी वो कई बार दिन मैं ही दरवाज़ा बंद करके मौसी को चोदते हैं.

एक बार गर्मियो के दिन की बात है, मैं और मौसी के सब बच्चे उनके मकान के उपर वाले कमरे में सो रहे थे और मौसी मौसा जी नीचे सो रहे थे. मुझे बाथरूम जाने की इच्छा हुई जो नीचे उनके रूम के पास मैं था. इसीलिये मैं उठकर नीचे आ गया. तभी मुझे उनके रूम से कुछ आवाज़ सुनाई दी. मेरी किस्मत से उनके रूम की खिड़की थोड़ी खुली हुई थी शायद गर्मी के कारण खोल दी होगी, मैने अंदर झाक कर देखा तो मौसी बिल्कुल नंगी कुर्सी पर बैठी थी. उनकी चूची और चूत साफ दिख रही थी. क्या चूचि थी, मेरा लंड तो उसी वक़्त खड़ा हो गया. इधर मौसा जी अपना पज़ामा का नाडा खीच रहे थे. जिसके खीचते ही उनका लंड उनके अंडरवेयर से बाहर दिखने लगा. तभी मौसी ने कहा अब कितनी देर लगाओंगे? इस पर मौसा जी ने अपना अंडरवेयर भी निकालकर बेड पर रख दिया.
अब उनका 7” इंच का लंड देखकर मुझे अपने 6”इंच के लंड पर तरस आने लगे. और अपने लंड को हाथ से आगे पीछे करते हुये मौसी की तरफ बढ़े. वहीं स्टूल पर मौसा जी की शेविंग किट रखी थी. मौसा जी ने उसमे से शेविंग क्रीम निकालकर मौसी की टाँगे कुर्सी पर फैलाकर उनकी चूत पर लगा दी. फिर अपने ब्रश को पानी मैं डुबोकर उनकी चूत पर फेरने लगे. अब उनकी चूत खूब सारे झाग से ढक गयी. मेरा लंड बार बार अंडरवेयर मैं ज़ोर मार रहा था. ये सीन देखकर तो मन हो रहा था की अंदर चला जाऊ और मौसा जी को हटाकर खुद उनकी चूत से खेलूँ. फिर मौसा जी ने रेज़र निकालकर उनकी चूत शेव करनी शुरू कर दी. इस बीच मौसी अपनी चूचि को लगातार दबाये जा रही थी. उफफफफफ्फ़ मैं तो बहुत खुश हो रहा था. शेव करने के बाद मौसा जी ने चूत को अच्छी तरह टावल से साफ किया.
अब वो आराम से ज़मीन पर बैठ कर उनके पैरों पर किस करने लगे. उनकी जीभ लगातार उनके पेरो पर घूम रही थी. फिर उन्होने उनकी जाघो को किस करना शुरू किया. फिर चूत पर एक किस किया. अब उन्होने अपनी जीभ उनकी चूत के दाने पर घुमाना शुरू कर दी. इधर मेरा बुरा हाल था मैं अपने लंड को हिलाने लगा की तभी मेरे हाथ से खिड़की का दरवाजा पूरा खुल गया और मौसा जी की नज़र मेरे पर पड़ गयी. मेरा तो शर्म और घबराहट से बुरा हाल हो गया. मैं वहाँ से वापस उपर जाने लगा तो मौसा जी ने आवाज़ दी और मुझे अपने कमरे मैं बुला लिया. वो दोनो नंगे थे और उन्हे ज़रा भी शर्म नही आ रही थी. जबकि शर्म के मारे मेरा लंड भी सिकुड कर 2” इंच का हो गया था.
तभी मौसा जी मुस्कुराते हुये बोले शरमाओ मत मुझे पता है इस उम्र मैं ये सब होता है. किस को चुपके देखना अच्छा लगता है. तुमने कभी किया है ये सब? मैने कहा नही. वो बोले करना है? मैं कुछ भी नही समझा. उन्होने बताया की तुम्हारी मौसी और मैं खुद ही कोई तीसरा आदमी सेक्स के लिये ढूंड रहे थे, अब तुमसे अच्छा और कौन होगा. किसी को बाहर पता भी नही चलेगा. बोलो करना है? मैने शर्माते हुये कहा हाँ. फिर उन्होने मौसी से कहा देखो इसका लंड कैसे छोटा हो गया है, इसको ज़रा बड़ा तो करो. इतना सुनकर मौसी मेरे पास आई उनकी चूत एकदम साफ होकर चिकनी और चमक रही थी.
उन्होने मेरा लंड अपने हाथ मैं ले लिया और उसे आगे पीछे करने लगी. मेरी साँसे तेज़ होने लगी. उनका एक हाथ मेरे सीने पर घूमने लगा. मैने भी अपने दोनों हाथ बढ़ाकर उनको अपने से भींच लिया. अब उनकी चूचियाँ मेरे छोटे निपल से टच हो रही थी और मेरा लंड उनकी चिकनी चूत पर टच हो रहा था. तभी मौसा जी भी मेरे पीछे से आकर हँसे और चिपक गये. उनका 7” इंच का लंड गर्म गर्म मेरी गांड पर लग रहा था. मुझे लग रहा था की अगर ऐसे ही चलता रहा तो मैं अभी झड़ जाऊगा. मैने उनके बीच से निकलने की कोशिश की और मौसा जी से कहा की पहले आप मौसी की चूत मारकर दिखाये फिर मैं सीख जाऊँगा और फिर उन्हे चोदूगा. उन्होने कहा की मैं डाइरेक्ट ही तुम्हे सीखा दूँगा. उन्होने मौसी को बेड पर लेटने को बोला. और फिर मुझे उनकी चूत चूसने को कहने लगे.
मुझे शुरू मैं थोड़ा अजीब लगा. मगर जब मैने अपनी जीभ उनकी चूत मैं अंदर डाली तो मुझे बहुत मज़ा आया. वो सिसकारी भरने लगी ऊऊहह…. बेटे और ज़ूऊऊर से चूस्स्सस्स.. आहह. उनकी दोनो टांगे मौसा जी ने पकड़ रखी थी और उनका लंड मौसी जी के माथे पर टच हो रहा था. मेरे तो एग्ज़ाइट्मेंट मैं बुरा हाल था. मैने अपने एक हाथ से उनकी चूचि दबानी शुरू कर दी. पूरे रूम मैं उनकी आवाज़ गूंजने लगी आआअहह……… डाअब्ब्ब्ब. दूध निकाल दे. मेरा लंड अब और नही रुक सकता थे इसलिये मैं अब उनकी चूत मैं अपना लंड डालने लगा, मौसा जी बोले शाबाश बेटा तू तो बड़ा होशियार है. अब चोद डाल अपनी मौसी को और मैं तुझे और भी मज़ा देता हूँ. मैं इधर मौसी को चोदने मैं व्यस्त था उधर मौसा जी मेरे पीछे आकर खड़े हो गये और अपना लंड मेरी गांड पर घूमाने लगे. इस से तो मेरी बैचेनी और बढ़ने लगी.
मैने उनसे पूछा की कही मेरी गांड मारने का इरादा तो नही है. वो हंसकर बोले नही बेटा मैं तो सिर्फ़ तुझे बेचैन करूँगा जिससे तेरा लंड खड़ा रहे और तू अपनी मौसी की जमकर चुदाई कर सके. मैं उनकी चूत मैं लगातार धक्के मार रहा था. अब मौसी ने नीचे से भी अपनी चूत उछालनी शुरू कर दी. उनकी चूची हर धक्के के साथ हिल रही थी जो मुझे बहुत मज़ा दे रही थी. उफफफफफफफफफफफ्फ़ क्या सीन था. तभी मुझे लगा की मैं झड़ने वाला हूँ, मैने कहा – मौसा जी मैं अब झड़ जाउगा. वो बोले अपनी मौसी के मुँह पर झड़ उसको बड़ा मज़ा आता है. मैने अपना लंड उनकी चूत से निकाल कर उनके मुँह पर पूरा पानी झाड़ दिया. आअहह.ऊओह.. वो बहुत खुश दिख रही थी पर अभी तक झड़ी नही थी. इसीलिये मौसा जी ने अपना लंड उनकी चूत मैं डालकर धक्के लगाने शुरू कर दिये सारे रूम मैं अब चप-चप की आवाज आ रही थी.
मेरा लंड ये चुदाई का सीन देखकर फिर खड़ा होने लगा. मैं अब अपने मौसा जी के पीछे आकर उनकी गांड पर अपना लंड घूमाने लगा. इससे मेरा लंड सख़्त होने लगा. मौसा जी लगातार धक्के मार रहे थे मौसी ने भी अपनी गांड उठा कर एक धक्का मारा इससे मेरा लंड मौसा जी की गांड मैं घुस गया. वो बोले अब इसे निकालना मत नही तो मुझे बहुत दर्द होगा. बेटा लगातार धक्के मार. मैने फूल स्पीड से धक्के मारने शुरू कर दिये और उनकी गांड मैं ही झड़ गया. इस बार हम तीनो एक साथ झडे. पूरा मज़ा आया था सभी को. हम वही बेड पर ही नंगे लेटे रहे. मौसा जी ने मुझसे बोला की में ये बात किसी और को ना बताऊँ. पर मेरा मन तो कुछ और ही था.
मैं उनकी बड़ी लड़की सविता को भी चोदना चाह रहा था. मैने उनसे कहा की मुझे उसकी चुदाई करनी है तो वो चोंक गये. मौसी बोली बेटा वो तेरी बहन है. मैं बोलो तुम भी तो मेरी मौसी हो. जब तुम्हे चोद लिया और मौसा जी की गांड भी मार ली तो उसमे क्या बुरा है. वो थोड़े सोच मैं पड़ गये पर अब क्या हो सकता था. उन्होने मुझसे कहा की ठीक है कोई मौका देख कर मुझे सविता की चूत दिलवा देंगे. मैं बोल पड़ा आई लव यू मौसी और मौसा जी. तो दोस्तों इस तरह मैने अपनी मौसी की चूत और मौसा जी की गांड मारी. तुम्हे जानने की इच्छा तो होगी की मैने सविता और निशा को कैसे चोदा तो वो में आपको अगली कहानी में बताऊंगा . .

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