थियेटर मे किया उसकी चूत का बुरा हाल

हेलो दोस्तो ये मेरी पहली स्टोरी है जो की एक रियल लाइफ इन्सिडेंट है. मैं तोड़ा नर्वस हू इश्स स्टोरी को शेर करने मे. बुत ई होप आप सभी अपना सपोर्ट मुझे देंगे.

ये बात है मेरे कॉलेज के दीनो की, मैं इंडोरे से हू. जब मैं 22 यियर्ज़ का था, अभी मैं 28 का हू. मेरी एक फ्रेंड थी, जिसपे मुझे क्रश था वो मेरे साथ ही पढ़ती थी और हम लोग सेम आगे के ही थे. हम लोग कॉलेज मैं अक्सर बात किया करते थे.

एक दिन हम लोग मोविए देखने गये. कुनकी सारे शोस का टाइमिंग हुमारे टाइम से मॅच नही कर रहा था. सो हम लोग एक भूत ही फ्लॉप मोविए मैं ही बैठ गये. सोचा की हर बार तो इंट्रेस्टिंग मूवीस मैं ही जाते है इश्स बार कोई बोअरिंग मोविए मैं चलते है.

हुँने हुमारी टिकेट्स ली और अंदर हॉल मैं जा कर बैठ गये. जब हम हॉल मैं गये तो बस 4 – 5 लोग ही थे पूरे हॉल मैं. तो हम लोग आजू बाजू मैं बैठ गये और मोविए स्टार्ट हो गई.

कुनकी मोविए भूत बोअरिंग थी तो मैं मोबाइल मैं मेरा इंस्टाग्राम चलाने लगा. यूयेसेस मैं मैने कुछ पॉर्न मूवीस और एरॉटिक सीन वेल प्रोफाइल्स को फॉलो कर रखा था. तो उसका ध्यान मेरे मोबाइल मैं गया.

वो मुझसे पूछने लगी की क्या तुम ये सब देखते हो. कुनकी मेरी कभी इतनी खुलके उससे सेक्स के टॉपिक पेर बात नही हुई थी. सो मैं तोड़ा संकोच किया फिर मैने उसको बोला की, हाँ मैं कभी कभी देखता हू.

वो अपनी आँखो को बड़ी बड़ी करते हुई मुझसे पूछने लगी की तुमको किस टाइप के सीन मैं ज़्यादा इंटेरेस्ट आता है? तो मैने भी उससे कह दिया की मुझे शॉर्ट ड्रेस/स्कर्ट वेल सीन मैं ज़्यादा मज़ा आता है.

यूयेसेस ने यूयेसेस दिन लेगिंग और कुर्ता पहनी थी. और उसकी बॉडी एक दूं पर्फेक्ट, स्लिम और बूब्स पेफेक्ट थे, एक दूं कसे हुए. उसके गांद का साइज़ भी काफ़ी अछा था, और कभी उभरे हुए थे.

रिया : तो वो मुझसे बोलने लगी की क्या तुमको कुर्ता और जीन्स वाली लढ़कियों मैं इंटेरस्ट नही आता?

मैं : अगर लढ़की तुम्हारे जैसी हो तो कोई भी ड्रेस मैं पसंद आ सकती है.

फिर वो तोड़ा मुझसे पास आ कर बात करने लगी, और धीरे धीरे उसके बाल मेरे चेहरे पेर टच कर रहे थे. और बार बार उनको हटाने के चाकर मैं मेरा हाथ उसके गाल पेर तोकुह हो रहा था. तो हम लोग साथ मैं इंस्था के वीडियो देखने लग गये.

कुछ एरॉटिक से वीडियोस से शायद वो थोड़ी गरम हो चुकी थी. तो अचानक से उसने मेरे गाल पेर किस करते हुए कहा की “वैसे तुम हो तो क्यूट”. तो मैं भी तोड़ा खुशी के मारे उसके लिप्स पेर फाटक से एक शॉर्ट किस कर दी. और कहा की “शायद मैं ऑलरेडी तुमको लीके करता हू, बात सिर्फ़ तुमको समझने की है.”.

यूयेसेस लीप किस ने शायद हुमारे बीच की चुप्पी तो तोड़ दिया. और स्लोली यूयेसेस मोविए थियेटर के अंधेरे मैं हम एक दूसरे को स्लोली किस करने लगे, उसके लिप्स भूत ही सॉफ्ट और सुंदर बनावट के थे तो मैं कभी उसके अप्पर के लिप्स को चूस्ता तो कभी नीचे के. ह्यूम पता ही नही चला की तुम करीब 5 मीं से ज़्यादा से किस कर रहे थे.

किस करते करते मेरी एग्ज़ाइट्मेंट भूत ही ज़्यादा बढ़ गई थी. तो मैने उससे कहा की

मैं : मुझे थोड़ी ठंडी लग रही है एसी के कारण. तो क्या हम लोग तुम्हारी चुननी को ओढ़ सकते है.

रिया : हाँ ज़रूर

फिर यूयेसेस चुननी को ओढ़ने के बाद मैने मेरा एक हाथ मेरी चेर से खिसका कर उसके हाथो मैं थमा दिया, और मैने कहा की मेरे हाथ भूत ठंडे हो गये है. तो उसने मेरे हाथो को अपनी पैरो (थाइस) के बीच मैं दबा लिया. और उसकी थाइस इतनी गरम थी की पूछो ही मत. इतनी नर्म और गरम थाइ को छूटे ही मेरे तो लंड टन कर लूंबा हो गया.

स्लोली मैने यूयेसेस मोके का फायेदा उठाते हुए मेरे हाथ को उसके पैरो के बीच मैं रब करने लगा. तो वो बोलने लगी:

रिया : क्या तुमको अछा लग रहा है रब करके?

मैं : हाँ भूत ही अछा

देन वो चुप हो कर बैठ गई और अपने सिर को मेरे कंधे पेर रख लिया. मैने स्लोली स्लोली रब करते हुए उसके कुर्ते को अप्पर कर दिया और मुझे भी नही पता चल पाया. की मेरा हाथ अब उसकी पट्तले से लेगिंग के कपड़े के अप्पर से उसकी जाँघो को महसूस कर रहा था.

ढेरे धीरे मेरा हाथ जैसे जैसे अप्पर (उसकी थाइस से) की और जाता उसके हाथ मेरे हाथो को जोरो से जाकड़ लेते.

मुझे साँझ आ गया था की ये अब भूत एग्ज़ाइटेड है. बुत मैं तोड़ा स्लो और आराम से प्यार करने वालों मैं से हू. प्यार के हर पल का मज़ा लेना मुझे भूत अछा ल्गता है.

तो इसलिए मैने भी, स्लोली स्लोली हाथ को और अप्पर की और ले कर गया जहाँ से उसके जाँघो की सीमा ख़तम हो कर उसकी छूट की शुरुवत होती है. और मेरा हाथ मैने बस 3-4 मिलीमेटेर की दूरी पेर ले जा कर रोक दिया. तो उससे कंट्रोल नही हुआ, और उसने तोड़ा सा मेरे हाथ को पकड़ कर कुर्ते के अंदर पुश करते हुए मुझे किस करना शुरू कर दिया.

मैने भी सोच लिया था आज तो इसको तड़पौँगा. और इसका पानी बिना छूट को टच करे ही निकल दूँगा. तो मैने मेरा हाथ उसके पट्टली सी लेगिंग पेर से उसकी छूट को हल्का सा सहलाते हुए अप्पर की रगड़ते हुए ले गया. वो जोरो से साँसे ले रही थी मेरे मूउः मैं ही.

मैं अब मेरे हाथो को हल्के हल्के से उसके पाट पेर रब कर रहा था और मेरा हाथ हल्के हल्के उसके बूब्स के तरफ जाने लगे थे. हल्के हल्के मेरी एक उंगली उसके ब्रा के अप्पर से उसकी निपल के चारो तरफ फेरे ले रही थी. और मेरा दूसरा हाथ उसके लेगिंग के साइड से हल्के हल्के उसकी पर्फेक्ट जाँघो (थाइस) पेर टाइट लेगिंग से महसूस कर रहे थे.

कुछ ही देर हुई की लाइट जल उठी. और इंटर्वल हो गया. और हम लोग अपने आप को संभाल कर बैठ गये और हम लोग अलग अलग वॉशरूम मैं चले गये कुनकी थियेटर मैं लॅडीस आंड जेंट्स टाय्लेट अलग अलग होते है.

फिर हम लोग वापस आए और अपनी जगह पेर बैठ गये. कुछ आड्स के बाद मोविए स्टार्ट हुई और हुँने देखा की जो लोग मोविए देखने आए थे वो भी चले गये. तो हम दोनो ही अब थियेटर मैं बचे थे. और पूरा हॉल खाली थी. हम दोनो ने एक दूसरे की तरफ देखा और बस किस करना शुरू कर दिया.

यूयेसेस अंधेरे मैं अब बस वो चुननी के अंदर मेरा हाथ सीधे उसके कुर्ते के अंदर से उसकी जाँघो को जा कर पकड़ बैठा. और उसने भी अब अपना हाथ मेरी पंत के अप्पर से जाँघ पेर रख दिया. अब मैने फिर से उसकी जाँघो को हल्के हल्के सहलाना शुरू कर दिया था. और मेरा हाथ फिर अप्पर की और जा रहा था. जैसे ही इश्स बार मेरा हाथ उसकी छूट के नज़दीक फुचा मुझे कुछ अलग सा महसूस हुआ.

वो एहसास मैं मेरी ज़िंदगी मैं कभी नही भूत सकता, इतनी सुंदर लढ़की और उसने बातरूम जाने के बाद मेरे लिए अपनी अंडरवेर उतार दी थी. और उसकी छूट एक दूं मुलायम और गरम मुझे मेरे उंगलियो पेर महसूस हुई. और वो हल्के से आहह के आवाज़ निकल बैठी.

मेरे पंत से उसने मेरे तंबू जैसे लंड को अपने नर्म हाथो से महसूस करना शुरू कर दिया. हल्की सी उसकी वो छुउअं मेरे पूरे शरीर मैं एक कंपन सी ला दी. मैं अब मेरा दूसरा हाथ उसके पाट से होते हुए अप्पर की और ले कर गया, तो इश्स बार ब्रा भी नही थी, और मेरी उंगलियाँ उसके निपल पेर जा कर टच हो गई.

मेरी इश्स हरकत से उससे रहा नही जा रहा था तो उसने मेरी पंत की ज़िप खोलना स्टार्ट कर दी और मैने भी वो शर्म की चुननी को हटा कर उसके नंगे शरीर को देखने का मान बना लिया था.

मैने हल्के से उसके होतों पेर से किस को तोड़ कर, मेरे होत अब उसके गर्दन (नेक) पेर रख दिया. और हल्के हल्के मेरी नर्म और गर्म तौंघ से लीक करने लगा. वो मुझे तीघली हग करने लगी और मुझे भी कभी नेक पेर तो कभी गालों पेर तो कभी लिप्स पेर किस करने लगी.

उसकी ये तड़प अब मेरे लिए भी भारी हो रही थी. और मैने देर ना करते हुए उसके डीप नेक वेल कुर्ते को हल्का सा कीच कर उसके निपल को बाहर निकल लिया और हल्के हल्के मेरी जीभ (तौंघ) से उसके निपल के इर्द गिर्द घूमने लगा, वो पागल हुए जा रही थी.

अपने बूब के निपल को मेरे जीभ तक ले जाने की असंभाब प्रयास कर रही थी. कुछ मिंटो बाद मैने उसके हार्ड निपल को अपने सॉफ्ट लिप्स के बीच दबोच लिया. और हल्के हल्के बीते करने लगा.

दूसरी तरफ वो मेरे पंत के ज़िप वेल पार्ट से ही मेरी कट वाली अंडरवेर पेर से हाथ हो मेरे लंड पेर घुमा रही थी, उसने अब मेरे पंत का बटन खोल दिया था, और उसके लिए भूत आसान था मेरे अंडरवेर मैं हाथ डालना.

तो स्लोली उसने मेरे पाट पेर से मेरी अंडरवेर के लस्टिक को हल्का सा अपने हाथ को घुसते हुए नाज़ूकटा से अंदर की और ले गई. और मेरे गर्म और मोटे लंड को उसने जाकड़ लिया. और जकड़ा भी ऐसे की आज ही तोड़ देगी.

मेरे लंड को पकड़ते ही मुझसे रहा नही गया, मैने मेरे दूसरे हाथ उसके लेगिंग के अप्पर से ही उसके छूट को महसूस करने मैं बिज़ी कर दिया. यूयेसेस पतली सी लेगिंग के अप्पर से जैसे जैसे मेरी फिंगर अप्पर से नीचे होती, तो उसकी आअहह और उूुुउउफफफ्फ़ की झड़ी लग जाती. कभी जोरो से मेरे हाथ को दबाती, तो कभी जोरो से अपनी छूट को खुद ही मसल लेती.

उसकी इनन्न उफफफफफ्फ़ और आअहह की आवाज़ों से मैं एग्ज़ाइटेड अलग ही लेवेल पेर हो रहा था. तो मैने भी मेरा लंड बाहर निकल कर उसके हाथो मैं दे दिया. और मेरा हाथ अब उसकी लेगिंग मैं घुसने को टीयर हल्के हल्के अपनी जगह लेगिंग के लस्टिक मैं से बना रहा था.

धीरे ढेरे जैसे मेरा हाथ उसकी चूत को चुने के लिए बस फूचने ही वाला था, उतने मैं उससने अपनी गांद को हल्का सा अप्पर उठाया, जिससे मेरी उंगली अपने आप ही उसकी छूट पेर टच हो गई.

अब मैं उसकी गीली छूट पेर मेरे उंगलियो को हल्के हल्के से मूव करते हुए उसके छूट को खोल कर अपनी दो उंगलियो से छोड़ा कर देता हू और बीच वाली उंगली से हल्के हल्के उसकी नर्म छूट मैं घुसने की कोसिस करता हू.

बुत जगह की कमी होने से मैं उसकी लेगिंग को धीरे धीरे नीचे खिचता हू. यूयेसेस अंधेरे मैं उसकी नरम छूट बिना बाल की किसी हसीन सपने के जैसी थी. मैने पहली बार इतनी सुंदर छूट को देखा था.

यूयेसेस गोरी और फूली हुई छूट को मैं अब महसूस करना चाहता था, मेरे होतो से. तो मैने हल्के से उसके थाइस पेर किस करते हुए धीरे धीरे उसके पैरो को छोड़ा करने लगा. मेरे होत उसकी नर्म नर्म जाँघो पेर रगड़ते हुए उसकी छूट के नज़दीक फूच गये. और उसकी छूट की वो महक इतनी उत्तेजित करने वाली थी की मैं आप लोगो को बता नही सकता.

जैसे ही मैने उसकी छूट पेर मेरे नर्म होतो को रखा तो उसने अपने पैरो को मॅग्ज़िमम छोड़ा कर लिया और बस मेरे सिर को पकड़ कर अपनी छूट पेर दबाने लगी.

धीरे धीरे उसकी छूट के हर हिस्से को मैने किस किया, और अपनी हल्की सी गर्म और नर्म जीभ से अब हल्की हल्की जगह उसकी छूट मैं घुसने के लिए बनाने लगा. वो तड़प कर कभी मेरे सीने (चेस्ट) पेर हाथ फेरती तो कभी मेरे हिप्स को पकड़ने की कोसिस करती.

कई बार उसने अपने नुकीले नाख़ून मेरे जिस्म पेर भी चुबा दिए. बुत मुझे तो होश ही कहाँ था. उसकी छूट के रस मैं मदहोश हो चुका था मैं.

मेरी जीभ ने अभी अब उसकी छूट का अप्पर से ले कर नीचे तक का हर एक सफ़र तो तय करना शुरू कर दिया.

जिससे उसकी गांद को वो उछाल उछाल कर बोलने लगी की “राहुल जो भी तुम कर रहे हो, भूत अछा लग रहा है. मान कर रहा है हर दिन तुम मुझे ऐसे ही प्यार करो. तुम जो बोलॉगे वो मैं करूँगी. बस इश्स समय को यही रोक लो. और फाड़ दो इश्स छूट को तुम्हारे मोटे लंड से.”

अभी इश्स कहानी के भूत सारे हिस्से है जो बाकी है उसको मैं अगले भाग मैं शेर करूँगा. अगर आप लोग आयेज क्या हुआ जाने मैं इंट्रेस्टेड है तो मुझे मैल कर सकते है

कोई गर्ल या उनटी सिर्फ़ अनोण्यमूस हो कर बात करना चाहे तो कर सकती है, मैं वन तो वन मेरी रियल लाइफ इन्सिडेंट्स आपसे शेर कर सकता हू. जिनको सुन कर आपके सालों की तड़प से आपको छुटकारा मिल जाएगा. [email protected]

यह कहानी भी पड़े  दोस्त की बेटी पर दिल आ गया


error: Content is protected !!