टीचर साथ मनाई सुहाग रात

ही फ्रेंड्स, मैं मुकुल आज आप सब के सामने टीचर स्टूडेंट सेक्स स्टोरी लेके आया हू. उमीद है आप सब को कहानी पढ़ कर मज़ा आएगा. चलिए अब मैं सीधे कहानी पर आता हू.

ये बात तब की है, जब मैं 1स्ट्रीट एअर में पढ़ता था. मैं ब.स्क. कर रहा था, और पढ़ाई में काफ़ी अछा था. मैं 19 साल का था, और मेरा लंड 6.5 इंच का था उस वक़्त. हाइट मेरी 5’9″ थी, और मैं दिखने में भी अछा था.

अभी 3 महीने ही हुए थे मुझे कॉलेज गये, की हमारे मेद्स टीचर चेंज हो गये. पुराने टीचर एक माले थे, और नयी टीचर जो आने वाली थी, वो फीमेल थी. मैं सोच रहा था की पता नही कैसी होगी नयी टीचर, और उनका टीचिंग मेतड पता नही पल्ले पड़ेगा भी या नही.

फिर जिस दिन वो आई, मेरी दुनिया हिल गयी. हमारी नयी टीचर का नाल एकता था, और वो ऐसी थी, जैसे स्वर्ग से अप्सरा नीचे उतार आई हो. मेडम का रंग गोरा था, और शरीर भरा हुआ था. उनकी हाइट 5’6″ थी, और फिगर बहुत सेक्सी था. आप पंजाबी आक्ट्रेस “नीरू बाजवा” सर्च कर लीजिए, मेडम बिल्कुल वैसी ही थी.

मेरी क्लास के सारे लड़के एकता मेडम के लिए पागल हो गये थे. हर कोई उनसे बात करने, और फ्रेंड्ली होने की कोशिश कर रहा था. लेकिन आप तो जानते है, खूबसूरत लड़कियाँ जल्दी कहा किसी के साथ फ्रेंड्ली होती है.

उनका ये पहला टीचिंग एक्सपीरियेन्स था, और क्यूंकी मैं पढ़ाई में अछा स्टूडेंट था, तो वो मुझसे बात करती थी. धीरे-धीरे हमारी बॉनडिंग अची होती गयी, और मैं उनसे मज़ाक भी करने लगा.

फिर एक दिन मुझे कुछ क्वेस्चन्स में प्राब्लम थी, और एग्ज़ॅम आने वाले थे. तो एकता मेडम ने मुझसे कहा की मैं उनके घर आ जौ, और वो प्रॉब्लम्स सॉल्व कर देंगी. ये सुन कर मेरी खुशी का ठिकाना नही रहा. फिर मैं उनके घर गया तो उन्होने शॉर्ट्स और त-शर्ट पहनी हुई थी. बाला की खूबसूरत लग रही थी.

उस दिन के बाद मैं बार-बार प्राब्लम का बहाना करके उनके घर जाने लगा. हम लोग अब टीचर-स्टूडेंट होने के साथ-साथ आचे फ्रेंड्स बन चुके थे. आख़िर वो कितनी बड़ी थी मुझसे, सिर्फ़ 5 साल (वो 24 की थी). अब मुझे उनसे प्यार हो चुका था, और मैं उनका दीवाना हो गया था.

फिर एक दिन ऐसे ही मैं उनके घर पर था, और उनके घर वाले कहीं बाहर गये हुए थे. उन्होने वाइट शॉर्ट्स और पिंक त-शर्ट पहनी थी, जिसमे से उनकी पूरी शेप नज़र आ रही थी. हम उनके रूम में थे, और पढ़ाई कर रहे थे. वो बेड पर बैठी थी.

तभी अचानक वो ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी. मैने पूछा तो वो इशारा करते हुए “साँप-साँप” चिल्लाने लगी. मैने देखा तो एक लंबा पतला सा साँप उनके बेड की तरफ आ रहा था. मुझे कुछ समझ नही आया मैं क्या करू. फिर मैने जल्दी से दिमाग़ लड़ाया, और उनके बातरूम से वाइपर और डस्टबिन ले आया, और उस साँप को जैसे-तैसे डस्टबिन में डाल कर बाहर फेंक दिया.

जैसे ही मैं साँप फेंक कर वापस आया, वो मेरे गले लग गयी. दोस्तों मेरी ज़िंदगी का सबसे खूबसूरत पल था वो. फिर वो बोली-

एकता: थॅंक योउ मुकुल. आज तुमने मेरी जान बचा ली.

मैं: मेरे होते हुए आपको कुछ नही हो सकता.

एकता: अछा, इतनी फिकर है मेरी.

मुकुल: अपनी जान से भी ज़्यादा.

एकता: सच में?

मुकुल: हा.

हम दोनो की आँखें मिली हुई थी, और रोमॅंटिक सीन बन गया था. ऐसे ही हमारी किस शुरू हो गयी. 5 मिनिट हम लगातार किस करते रहे, लेकिन तभी उसके घर की बेल बाज गयी, और हमे अलग होना पड़ा. उस दिन से हमारी लोवे स्टोरी शुरू हो गयी. हम रोमॅंटिक छत करने लगे, जिसमे सेक्स छत भी होने लगी.

लेकिन फिर एक दिन हमारी लोवे स्टोरी में ट्विस्ट आ गया. मैं उसके घर गया, और अंदर जाते ही उसकी मम्मी मेरी तरफ आई. उनके हाथ में लड्डू का डिब्बा था. वो मुझे बोली-

उसकी मम्मी: लो बेटा लड्डू खाओ.

मैं: किस खुशी में आंटी?

उसकी मम्मी: अर्रे एकता की शादी पक्की हो गयी है.

ये सुनते ही मेरी दुनिया उजाड़ गयी. फिर मैं वहाँ से कुछ बहाना करके वापस आ गया. एकता ने मुझे बहुत फोन किए, लेकिन मैने फोन नही उठाया. फिर कॉलेज में उसके मुझे घेरा और बोली-

एकता: मुकुल मैने जब अपने घर वालो से बात की, तो उन्होने मुझे ब्लॅकमेल करके हा बुलवा ली. लेकिन मैं तुम्हारे अलावा किसी की नही होने वाली.

मैं: तो क्या करेंगे?

एकता: हम भाग जाएँगे.

मैं: कैसे?

एकता: शादी वाले दिन मेरे पास बहुत से गहने होंगे. मैं अपने हज़्बेंड को स्लीपिंग पिल्स दे दूँगी. तुम वाहा आ जाना, और हम भाग जाएँगे. गहने बेच कर हम नयी लाइफ शुरू करेंगे.

कुछ दिन बाद उसकी शादी थी. शादी हो गयी, और मैं उसके ससुराल के बाहर खड़ा था. स्लीपिंग पिल्स की वजह से उसका हज़्बेंड सो गया, और उसने मुझे कॉल की. मैं दीवार कूद कर उसके रूम में पहुँचा. उसका हज़्बेंड बेड पर सो रहा था. एकता इतनी खूबसूरत लग रही थी, की मैं क्या बतौ. फिर वो मुझसे बोली-

एकता: चलो निकलते है.

मैने कहा: रूको.

एकता: क्या हुआ?

मैं: दुल्हन भी है, दूल्हा भी आ गया, तो सुहग्रात तो होनी चाहिए ना.

उसने स्माइल की, और मैने उसको बाहों में भर कर अपने होंठ उसके होंठो के साथ जोड़ दिए. हम दोनो की किस कुछ ही सेकेंड्स में वाइल्ड हो गयी. किस करते-करते मैं उसको बेड पर ले गया, और उसके हज़्बेंड को मैने नीचे ज़मीन पर लिटा दिया. टाइम कम था, तो मैने जल्दी से अपने कपड़े निकाले, और पूरा नंगा हो गया.

मेरा खड़ा लंड देख कर एकता शर्मा गयी. फिर मैने उसको इशारा किया, तो वो लंड मूह में लेके चूसने लगी. वाउ, क्या नज़ारा था. उसके लंड चूसने के दौरान मैने उसकी चोली पीछे से खोल दी, और ब्रा भी खोल दी. फिर उसको सीधा किया तो उसके नंगे खूबसूरत बूब्स मेरे सामने थे.

मैने देखते ही बूब्स चूसने शुरू कर दिए. वो मेरे सर को अपने बूब्स में दबाने लग गयी. फिर मैने उसको लिटाया, और पूरी नंगी कर दिया. काम की देवी मेरे सामने नंगी लेती थी. फिर मैने उसकी छूट छाती, जिससे वो पागल होने लगी. वो आ आ करके मेरे सर को अपनी छूट में दबा रही थी. उसकी छूट का स्वाद किसी अमृत से कम नही था.

टाइम कम था, तो मैने उसकी टांगे खोली, और अपना लंड उसकी छूट पर रगड़ने लगा. वो गांद हिलने लगी. फिर मैने ज़ोर का धक्का मार कर लंड उसकी छूट में घुसा दिया. उसकी चीखें निकालने लगी, लेकिन मैं नही रुका, और लंड छूट में पेलता रहा. फिर वो मज़े भारी सिसकारियाँ लेने लगी.

हम दोनो पागलों की तरह चुदाई करने लगे. वो मेरी पीठ पर अपने नाख़ून चूबो रही थी. फिर मैने उसको डॉगी पोज़िशन में किया, और पीछे से छोड़ने लगा. अब रूम में छाप-छाप और उसके गहनो की खन्न्-खन्न् की आवाज़ आ रही थी. आधा घंटा इसी तरह हमारी चुदाई चली. फिर मैं उसकी छूट में ही झाड़ गया.

उसके बाद हम दोनो ने जल्दी से कपड़े पहने, और वाहा से भाग गये. हम आज भी साथ है, और एक खुशाल ज़िंदगी जी रहे है.

मेरी टीचर-स्टूडेंट सेक्स स्टोरी पर अपने विचार ज़रूर दे.

यह कहानी भी पड़े  अंजन पॅसेंजर लड़की की चूत चाति और छोड़ी

error: Content is protected !!