हेलो, मेरा नाम कृशन कुमार गुप्ता है. मैं बिहार रोहतास के जिले चेनारी का रहने वाला हू. मैं भी एक शिक्षक हू. मेरी बहुत सी गर्लफ्रेंड्स रह चुकी है, पर इनमे से सबसे अची और सुंदर है मांडवी. वो चेनारी की रहने वाली है.
वो मेरी स्टूडेंट भी थी. हमारी कहानी 2023 से जब मांडवी ग्रॅजुयेशन 2न्ड एअर में थी, तब शुरू हुई. वो पढ़ने में अची है. वो गोरी और करीब 5 फुट लंबी है.
अब तोड़ा अपने बारे में बता डू. मेरी हाइट 5’6″ है. लंड मेरा 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा है. मैं सावले रंग का हू. मैं एक प्राइवेट कोचैंग भी चलता हू जिसमे मांडवी कंचन, प्रिया, और बहुत सारे स्टूडेंट्स भी पढ़ने आते है.
मांडवी की दो बहने और एक भाई भी मेरे पास ही पढ़ते है. 2023 में मांडवी मेरे पास पहली बार पढ़ने आई थी. तभी मुझे उससे प्यार हो गया. पढ़ते-पढ़ते मुझे 6 महीने बीट गये. फिर मैने उसे प्रपोज़ किया, और कुछ सोचने के बाद उसने आक्सेप्ट भी कर लिया.
फिर शुरू हुई हमारी प्रेम कहानी. 1 महीने तक हम में वैसे ही नॉर्मल प्रेम रहा. इस बीच मैने अपने घर पर ही मांडवी को छोड़ने की बहुत कोशिश की, पर सफल नही हो पाया. क्यूंकी वो बहुत नखरे करती थी. फिर एक दिन जब वो मेरे घर आई थी, तब मैने मांडवी से बोला-
मैं: तुम मेरे बारे में क्या चाहती हो?
मांडवी: सिर जी मैं आपसे शादी करना चाहती हू.
तब मैने उसे किस किया. मैं उसके होंठो को चूसने लगा. तभी वो भी मेरे होंठो को चूसने लगी, और हम दोनो बेड पर लेट गये. मैं किस के साथ-साथ उसके बूब्स दबा रहा था. वो भी मज़े ले रही थी जब मैं चुचि दबा रहा था.
तभी मैने उसकी ब्रा खोल दी, और चुचि के निपल को दबाने लगा. फिर मैने अपना मूह उसकी चुचि पर ले जेया कर निपल को मूह में ले लिया, और पीने लगा. वो सिसकारियाँ भरने लगी. फिर मैने उसकी लेगैंग्स को नीचे किया, और अब वो मेरे सामने केवल पनटी में लेती हुई थी. मैं उसकी चुचि को पी रहा था, और उसे मसल रहा था.
फिर मैने उसकी पनटी को नीचे किया. मांडवी की बर पर कोई बाल नही था. एक-दूं क्लीन थी. मेरे तो लंड से पानी निकल गया. मैने बिल्कुल देर ना करते हुए मांडवी की बर पर मूह लगा दिया, और ज़ोर-ज़ोर से चूसने लगा.
मांडवी एक-दूं से बोली: नही, मूह मत लगाओ.
पर उसकी बॉडी उसका साथ नही दे रही थी. उसने अपना दोनो पैर फैला दिए, और मैने उसकी बर में अपनी जीभ डाल दी. उसकी बर एक-दूं सील पॅक थी. फिर हम दोनो 69 की पोज़िशन में हो गये. मांडवी ने मेरे लंड को अपने मूह में ले लिया, और चूसने लगी.
करीब 15 मिनिट मैने उसकी बर को चूसा, जब तक उसकी बर ने मेरे मूह में ही पानी नही छ्चोढ़ दिया. उसके 1 मिनिट बाद मेरे लंड ने उसके मूह में ही पिचकारी मार दी. उसका मूह मेरे वीर्या से भर गया. उसने मेरे वीर्या को पहली बार मूह में लिया था, इस वजह से कुछ देर के बाद उसने उल्टी की. उस दिन हमारी चुदाई नही हो पाई.
अब हम दोनो के बीच सब ठीक-ताक चल रहा था. मैं उसे रोज़ कॉलेज छ्चोढने जाता था. इस बीच मेरी शादी हुई जिससे मांडवी खुश नही थी. फिर मैने उसे समझाया की ये सब दिखावा था, और मैं प्यार तो उसी से करता था.
फिर मैने अपनी बीवी को छोड़ा करीब 6 महीने तक, जो पहले से चूड़ी हुई थी. उसके बाद वो अपने माइके चली गयी कुछ दिन के लिए. इस बीच मुझे मांडवी को छोड़ने का मौका नही मिला. ब्पस्क़ असिस्टेंट का एग्ज़ॅम मैने और मांडवी ने एक साथ ही भरा था. हम दोनो का एग्ज़ॅम एक ही सिटी में था.
उस समय मांडवी ने खुद से छुड़वाने के लिए बोला तो मैने कहा ठीक है. हमने चुदाई का सारा प्रबंध कर लिया था. लेकिन लास्ट मोमेंट पर पता चला की उसकी बेहन भी साथ जेया रही थी. अब हमारी चुदाई का सारा प्रोग्राम फैल होता हुआ नज़र आ रहा था.
हम सभी एक ही साथ गये. फिर हमने सुबह की शिफ्ट में एग्ज़ॅम दिया. उसके बाद हम इधर-उधर घूमने चले गये. इस सब के दौरान उसकी बेहन हमारे साथ ही थी. फिर हमने चेनारी के लिए ऑटो लिया. ऑटो में वो थोड़ी देर मेरे लंड को सहलाई. फिर हम चेनारी पहुँच गये. मैं अपने घर आ गया.
अब असली कहानी यहा से शुरू होती है. मांडवी का एग्ज़ॅम क्लियर हो गया, और उसको इंटरव्यू के लिए चंडीगार्ह बुलाया गया था. उसने मुझे ये बता दिया था. मैने 10 दिन पहले चंडीगार्ह की रिज़र्वेशन 2 टिकेट करवा ली थी.
फिर हम दोनो यहा से चले और सुबह में ट्रेन पकड़ी. करीब 9 बजे रात को हम चंडीगार्ह पहुँच गये, और जाते ही हमने होटेल में खाना खाया. हमने एक होटेल में रूम बुक किया जो की स्टेशन के पास ही था थोड़ी दूरी पर. मैं और मांडवी थके हुए थे, तो उस टाइम जाते ही हम सो गये.
करीब 12 बजे मेरे मोबाइल पर फोन आया, तो मैं जाग गया. पर मैने फोन नही उठाया. लेकिन मेरी नींद खुल गयी थी. फिर मैने मांडवी को जगाया और दोनो पानी से मूह धो कर आए. आते ही मैने उसे किस करना शुरू कर दिया, और उसके कपड़े उतारना भी.
उसे मैने बिल्कुल नंगा कर दिया, और मांडवी की बर पर टूट पड़ा बिल्कुल भूखे शेर की तरह. मैने उसकी बर को मूह में लेकर चूसना शुरू किया, और वो मेरे लंड को चूसने लगी. 10 मिनिट में ही उसकी बर से पानी निकला, और मैं मांडवी की बर के अमृत को पी गया.
मांडवी का मेरे लंड चूसने की वजह से मेरा वीर्या गिरने ही वाला था, की नैने उसके मूह से लंड निकाल दिया. फिर उसने बोला-
मांडवी: आज मुझे छोड़ दो
आह.
देर ना करते हुए मैने अपना लंड उसकी बर के च्छेद पर रख दिया, और अंदर डालने लगा. पर मेरा लंड इतना मोटा है की अंदर जेया ही नही रहा था. तभी फिरसे मैने उसकी बर पर लंड रख के एक ज़ोर का झटका मारा, जिससे मेरा लंड करीब 5 इंच तक बर में घुस गया. वो चिल्ला उठी.
उसके बर से खून निकल रहा था, जो मेरे लंड पर लगा हुआ था. मांडवी की बर की सील टूट गयी थी. कुछ देर में मैने बोला-
मैं: डालु?
तो वो बोली: डालो, पर आराम से.
फिर मैं आराम-आराम से धीरे-धीरे मांडवी को छोड़ने लगा. थोड़ी देर बाद उसने बोला की पूरा डालिए ना. तब मैने जोश में आ कर ज़ोर का झटका मारा जिससे मेरा पूरा लंड उसकी बर में घुस गया.
उसने सिसकारियाँ लेना शुरू कर दिया. मैं भी मांडवी को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा. वो भी अपनी गांद उठा-उठा कर छुड़वाने लगी. कुछ 30 मिनिट की चुदाई के बाद उसकी बर ने पानी छ्चोढ़ दिया, जब की मेरा वीर्या अभी नही निकला था.
मैं मांडवी को छोड़ता जेया रहा था. बर के पानी छ्चोढ़ देने से चुदाई करते समय मांडवी की बर से छाप-छाप की आवाज़ आ रही थी. अगले 30 मिनिट तक छोड़ने के बाद मेरा वीर्या मांडवी के बर में ही गिर गया, जिससे मांडवी का बर फुल भर गया था.
मैने 12 बजे रात से लेकर 4 बजे भोर तक उसे छोड़ा. वो हमेशा मेरे लंड को अपनी बर में डाल कर रखती. जब भी लंड बर में से निकल जाता, वो अपने मूह में लेकर, खड़ा करके, फिर उसको बर में डाल लेती. इस प्रकार मैने मांडवी को रात भर में 12 बार छोड़ा. हर बार मैने वीर्या उसकी बर में डाला, जिससे उसका गर्भाशय भर गया.
फिर सुबह उसने अपना इंटरव्यू दिया, और शाम को हम दोनो ने ट्रेन पकड़ ली, और वापस आ गये. अब वो पटना में रहती है. अब जब भी वो अकेले अपने फ्लॅट में होती है, तो मैं उसे छोड़ता हू, वो भी रात भर. मैने कभी कॉंडम का प्रयोग नही किया, और ना ही मांडवी ने मुझे कहा. वो हमेशा ही मेरा वीर्या बर में लेती है, नही तो मूह में लेकर पी जाती है. थॅंक्स फॉर रीडिंग मी स्टोरी.