टीचर की चूत चोदी

सुजाता मा’आम इतने सालो बाद कोई दमदार लंड मिला इसलिए काफ़ी खुश थी. उन्होने लंड को हाथ मे पकड़ा और उसे सहलाने लगी. कुछ देर बाद उन्होने लंड को किस करना स्टार्ट किया जो मुझे काफ़ी गरम कर रहा था.

फिर उन्होने अपने होंठों को लंड पर रखा और उसे चूसने लगी. शुरुवत मे वो लंड के टोपे को चूसने लगी जो मुझे जन्नत की सैर करवाने लगा था. उनके लंड चूसने की स्किल बिल्कुल पहले जैसी थी.

मेरे हाथ उनके बालो पर चले गये और मैं उन्हे सहलाते हुए सिसकारियाँ लेने लगा.

नील: आहह ऑश मा’आम एस्स आहह आप काफ़ी अक्चा लंड चुस्ती है उम्म यअहह..

सुजाता: नील लास्ट टाइम तुम्हारा ही लंड चूसा था जब तुम्हारी एग्ज़ॅम ख़तम होने के बाद तुम घर आए थे.

नील: आहह रियली? उसे तो काफ़ी साल हो गये. अपने पति का लंड क्यू नही चूसा?

सुजाता: उनके लंड मे वो दम नही था. उसका साइज़ बहुत छ्होटा था और वो दमदार भी नही था. उसे देखकर बिल्कुल भी मॅन नही करता था के मैं उसे मूह मे लू.

मा’आम बार बार मेरी आँखों मे देखते हुए मेरा लंड चूस रही थी ताकि वो मेरे एक्सप्रेशन्स देख सके. और मुझे उनकी आँखों मे देखकर लंड चुसवाने मे काफ़ी मज़ा आ रहा था. मैं काफ़ी गरम हो चुका था और मेरे लंड से तोड़ा तोड़ा प्री-कम निकल रहा था जो मा’आम मज़े से चूस रही थी.

कुछ देर तक ऐसे ही लंड चुसवाने के बाद मुझसे रहा नही गया और मैं धीरे धीरे धक्के लगाने लगा. सुजाता मा’आम मेरे धक्को का साथ देकर अपना मूह छुड़वा रही थी. काफ़ी सालो बाद हुमारा मिलन हो रहा था इसलिए वो पल अनमोल था. वो अपनी जीभ से मेरे लंड को चाट रही थी जो मुझे काफ़ी उत्साहित कर रहा था.

थोड़ी देर बाद सुजाता मुझसे अलग हुई और वो मेरे पैर और जाँघो को किस और लीक करने लगी. मैं काफ़ी गरम हो चुका था और यही सही टाइम था उसे छोड़ने का.

मैने सुजाता को इशारा किया और वो बेड पर लेट गयी. मैं उसके पास जाते ही उसने अपने पैर फैलाए. उसकी छूट को मैने अंगूठे से सहलाया तो वो सिसकारियाँ लेने लगी.

सुजाता: आहह उम्म्म ऑश बाबययी..

सुजाता की छूट से पानी निकालने लगा तो मैने अपनी उंगली को अंदर डाला और छूट को च्छेदने लगा. उसकी सिसकारियों की आवाज़ तेज होने लगी. मेरा लंड कड़क हो चुका था उसे इस तरहा देखकर. मिड्ल आगे मे आने के बाद वो पहले से काफ़ी ज़्यादा सेक्सी दिखने लगी थी. उनका बदन काफ़ी निखार चुका था.

मैने धीरे धीरे उंगली करने की स्पीड बधाई तो वो मेरा नाम लेते हुए चिल्लाने लगी. छूट से कमरस बहने लगा लेकिन मैं रुका नही.

मैने अचानक से उसकी छूट पर अपने होंठ रख दिए और उसे चूसने लगा. सुजाता का कमरस पहले से काई ज़्यादा टेस्टी लग रहा था. मैं छूट के होंठों को अकचे से चूसने लगा.

सुजाता: आहह ऑश एस्स बाबयी आहह निईल्ल्ल्ल आहह उफ़फ्फ़ बहुत मज़ा आ रहा हाईईइ आहह ऐसे ही करते राहू आहह श मी गोड्ड़ आहह एस्स बाबयी आहह तुम काफ़ी अक्चा चूस्ते हो आहह योउ अरे थे बेस्तटत् उम्म्म एस्स बाबययी मुझे छोड़ो नाहह फुक्ककक फुक्कक मीह..

मैने अपनी जीभ को उसकी छूट मे डाला और उसे छोड़ने लगा. मेरी जीभ अंदर जाते ही सुजाता ने अपने हाथ को मेरे सिर पर रख के छूट पर दबा दिया.

उसकी आवाज़े तेज होने लगी थी. मैं उसका चेहरा देख रहा था वो आँखें बंद करके बहुत एंजाय कर रही थी. शायद वो ये सब बहुत सालो बाद एंजाय कर रही थी. मैं अपनी स्पीड बढ़ते हुए उसे छोड़ने लगा. कुछ देर बाद वो झाड़ गयी और उसके कमरस ने मुझे लगभग नहला दिया था.

मैं वॉशरूम जाकर खुद को सॉफ करके आया. सुजाता बेड पर तक के लेती हुई थी. मैं उसके पास गया तो उसके चेहरे पर बहुत खुशी थी.

सुजाता: नील योउ’रे थे बेस्ट! ये सब लास्ट मे तुम्हारे साथ ही किया था. उसके बाद अभी. ट्रस्ट मे तुमने मुझे वो मज़ा फिर एक बार दिलाया.

नील: मुझे भी काफ़ी मज़ा आया आपको इस तरहा प्यार करने का. आपकी आवाज़ सुनकर मेरा लंड बहुत कड़क हो चुका है.

सुजाता: ऊप्स! उसे शांत करने के लिए आज पूरी रात पड़ी है. मैं भी तो तुमसे छुड़वाने के लिए बहुत बेताब हूँ.

फिर हुँने कुछ देर तक बातें की जिसमे वो मुझे उनकी सेक्स लाइफ के बारे मे बताने लगी. मुझे एहसास हुआ के उन्होने जो मेरे साथ एंजाय किया था उसके मुक़ाबले उनके एक्स ने कुछ भी नही किया. मुझे काफ़ी अक्चा लगा के उस दिन मेरा वो डिसिशन सही था और मैं मा’आम से मिला. वरना मुझे कभी पता ही नही चलता के कोई मेरे लिए इतना तड़प रहा है.

सुजाता: तुम्हे बहुत मिस करती हूँ. बात बात पर तुम्हारा वो स्मूच करना, बूब्स को चूसना, मुझे हग करने के बाद मेरी गांद पर दोनो हाथ रख के सहलाना. अफ मैं हर रात ये सब इमॅजिन करके उंगली करती थी.

नील: रियली? और?

सुजाता: और… सेक्स के बाद लास्ट रौंद मे मेरी गांद मारना. उसमे जो थ्रिल मिलता था वो आज तक मिस्सिंग है. अट लीस्ट मेरी छूट तो कभी कभी लंड लेती रही बुत गांद बिल्कुल नही चूड़ी. ई होप अब तुम आ गये हो तो मुझे मेरी पहली वाली सेक्स लाइफ वापिस मिल जाएगी जिसके लिए मैं बनी हूँ.

नील: हन बिल्कुल… आपको वो सब मिलेगा जो अब तक नही मिला.

मुझे उनसे बहुत सारी बातें करनी थी. मुझे ये जानना था के उन्हे मेरे जैसा कोई स्टूडेंट मिला या नही तो मैने उनसे सवाल पूछ लिया.

नील: आपको मेरे जैसा कोई स्टूडेंट मिला या नही?

सुजाता मा’आम: हन कुछ स्टूडेंट्स है इंटेलिजेंट!

उन्होने मुझे देखा तो मैं मुस्कुरा रहा था. मेरी स्माइल को नोटीस करते हुए उन्होने कहा-

सुजाता मा’आम: योउ मीन उस तरहा से?

मैने हन मे सिर हिलाया तो उन्होने शरमाते हुए कहा-

सुजाता मा’आम: कुछ लड़के है जो मुझपर लाइन मरते है और कुछ है जो फ्लर्ट भी करते है.

नील: तो फिर आपने अपनी तरफ से कोशिश की?

सुजाता मा’आम: नील अब मैं एक बेटी की मा हूँ और एक मेच्यूर विमन. कितना भी मॅन हो मुझे कंट्रोल करना पड़ता है.

नील: हन लेकिन शायद आपको ट्राइ करना चाहिए था.

सुजाता मा’आम: मे बे तुम सही कह रहे हो लेकिन एक बात काहु जो बात तुम मे है ना वो इन लड़को मे नही है. मुझे जिस तरहा का सेक्स करने की लत तुमने लगाई है वो कोई और पूरी नही कर सकता.

नील: रियली?

सुजाता मा’आम: यॅ! योउ नो उन दीनो की बात ही अलग थी. तब मैं अपनी जवानी मे थी जब तुम मिले. सिंगल थी इसलिए कोई रिस्ट्रिक्षन्स भी नही थी. तुम मेरी ज़िंदगी मे आए तब मुझे ये सब चाहिए था. नीड्स थी तब मेरी और कोई परवाह भी नही थी इसलिए तुमसे चुड गयी.

मा’आम और मैं बेड पर लेते हुए थे और मैं उनकी गोद मे सिर रख सब सुन रहा था. मा’आम मेरे बालो मे प्यार से हाथ घुमा रही थी.

सुजाता मा’आम: अब बहुत कुछ बदल गया है. अब मुझपर उंगलियाँ उठाने के लिए बहुत लोग है. मेरी बेटी भी है जिसपर इन बातो का काफ़ी असर होगा. सो मैं कोई रिस्क नही लेना चाहती थी. डाइवोर्स के बाद मुझे किसी से कोई उमीद नही थी. बस हर रात सोचती थी के तुम मेरे साथ होते तो काफ़ी आसान रहता.

नील (उनके बालो को सहलाते हुए): डॉन’त वरी अब आपके पास ही हूँ. बहुत एंजाय करेंगे साथ मे.

सुजाता मा’आम: कुछ सालो पहले मैं जवान थी इसलिए तुम मेरी तरफ अट्रॅक्ट हुए थे और आज मैं तुमसे अट्रॅक्ट हो रही हूँ. अब मैं तुम्हारी जवानी के साथ एंजाय करूँगी.

इस बात पर हम दोनो हासणे लगे.

हेस्ट हेस्ट मा’आम ने मेरे लंड को पकड़ के सहलाना शुरू कर दिया. कुछ ही देर मे लंड खड़ा होते ही मैं उन्हे छोड़ने के लिए उत्साही हो गया.

नील: बहुत बातें हो गयी अब ज़रा आपकी चीखे निकालने का मॅन कर रहा है.

सुजाता मा’आम: अक्चा जी? चलिए वो भी कर लेते है.

मैं झट से मा’आम के उपर आ गया और उनके बूब्स को पकड़ के मसालने लगा. उनके बूब्स काफ़ी बड़े थे और मुलायम भी.

नील: आपके बूब्स काफ़ी अकचे है मा’आम.

सुजाता मा’आम: ह्म समझ गयी. मतलब कुछ ही दीनो मे तुम मेरी फिगर बदल दोगे.

नील: हाहाहा सही समझी आप.

मैने बूब्स दबाते हुए उनके होंठों को चूसना शुरू किया. मा’आम मेरा साथ देने लगी और हुमारा रोमॅन्स शुरू हो गया.

उन्होने अपने पैर फैलते हुए मुझे इशारा किया और मैं उनके पैरो के बीच आकर लेट गया. अपने 8.5 इंच के लंड को उनकी छूट पर रखा जो काफ़ी टाइट लग रही थी. छूट अंदर से बहुत लाल दिख रही थी. लंड को उनकी छूट पर रब कर रहा था तो मा’आम बहुत बेचैन हो रही थी. उनकी बेचैनी की वजह मैं साँझ गया था के वो बहुत गरम हो चुकी है.

मा’आम: नील अब देर ना करो और छोड़ो मुझे.

मैने उनकी बात मानी और ज़ोर से धक्का मारा. मेरा आधा लंड अंदर चला गया. मा’आम को दर्द हुआ और वो ज़ोर से चीखी.

मा’आम: आहह नील..

सालो बाद उनकी मादक आवाज़ सुनकर मेरे अंदर जोश आ गया और मैने अपनी कमर हिलाते हुए उन्हे छोड़ना शुरू किया. मा’आम दर्द से चिल्ला रही थी और मैं उन्हे छोड़ रहा था.

मा’आम: आहह आहह ऑश मुम्मय्ी आहह उफ़फ्फ़ नील तुम्हारा लंड उफ़फ्फ़ काफ़ी बड़ा है आहह तोड़ा आराम से करो आहह उफ़फ्फ़ बाबययी आहह आअहह आज मैं मार जौंगीइ आहह..

नील (बूब्स दबाते हुए): मा’आम थोड़ी देर बर्दाश करो.

मैने उन्हे किस करना शुरू किया. उनकी आवाज़ डब गयी और शायद दर्द भी. वो मेरा साथ देते हुए मुझे किस करने लगी. मा’आम को किस करना काफ़ी पसंद था इसलिए वो मेरे नीचे वेल होंठों को पागलो की तरहा चूसने लगी.

कुछ देर बाद वो जोश मे आई और अपनी कमर हिलाते हुए धक्को के साथ ताल मिलने लगी. मैं साँझ गया के अब उनका दर्द कम हो गया है. मैने उन्हे किस करना बंद कर दिया.

सुजाता मा’आम: आहह आहह आहह ऑश फुक्कक श फुक्कक श फुक्कक बाबययी आह उम्म्म यअहह यअहह बाबययी आहह फुक्कक मे हार्ड आहह नील तुम बहुत अक्चा छोड़ते हो आहह जानू बहुत मज़ा आ रहा है अफ तुम्हारा ये लुंदड़ आह बहुत सालो बाद इतना मज़ा आ रहा है मुझे आहह बाबयी और ज़ोर से छोड़ो मुझे आहह छोड़ो अपनी टीचर को आहह ई लोवे ौउूउ…

मा’आम को मज़ा आ रहा था इसलिए मैने धक्को की स्पीड बढ़ा दी. मेरा लंबा लंड उनकी टाइट छूट मे अंदर बाहर हो रहा था. मा’आम के चेहरे पर बहुत खुशी थी.

उन्होने अपने पैरो से मेरी कमर को जाकड़ लिया तक मैं उन्हे और ज़ोर से छोड़ू. बेहद खूबसूरत पल था. सालो बाद हुमारा मिलन हो रहा था और बाहर जोरदार बारिश हो रही थी. मेरा लंड लोहे की तरहा सख़्त बन चुका था. हम दोनो ही रुकना नही चाहते थे. सालो बाद हुमारी हवस इस तरहा शांत होने जेया रही थी.

मा’आम बहुत जोश मे थी. वो अपने नाख़ून से मेरी पीठ पर निशान बना दिए जिससे वो कितनी वाइल्ड थी उस पल मैं साँझ रहा था. उस दर्द का भी एक अलग ही मज़ा है. एक मिड्ल एज्ड विमन मेरे नीचे लेती हुई थी जो मेरी टीचर थी उन्हे मैं बहुत ही ज़ोर से छोड़ रहा था.

कुछ देर तक ऐसे चुदाई करने के बाद मा’आम मेरे उपर आकर लंड पर सवार हुई.

सुजाता मा’आम: मिशनरी पोज़िशन बहुत हुई अब ज़रा मुझे तुम्हारे लंड की सवारी करनी है. पता नही कितनी रातें मैने इसका इंतेज़ार किया है.

नील: हन हन बिल्कुल कीजिए अपना शौक पूरा.

मा’आम लंड पर सॉवॅर हुई और वो उच्छलने लगी. उनके बड़े बड़े बूब्स मेरे सामने नाचने लगे. अफ क्या नज़ारा था. उनके खुले बाल हवा मे उडद रहे थे. चुड़वते वक़्त मा’आम के चेहरे के एक्सप्रेशन्स जो मुझे सबसे ज़्यादा सिड्यूस कर रहे थे. उनके चेहरे का आनंद देखने का अलग ही मज़ा आ रहा था.

धीरे धीरे उन्होने स्पीड बढ़ा दी और बेहद फास्ट वो मेरे लंड की सवारी करने लगी. मा’आम को देखकर मेरे मूह से सिसकारियाँ निकल रही थी.

नील: आहह मा’आम आहह मेरी जान उहह बाबयी आहह ऐसे ही उच्चती रहो आहह एस्स बहुत मज़ा आ रहा है आपके नाचते हुए बूब्स देखने के लिए मैं कब से पागल था आप बहुत सेक्सी हो मा’आम.

सुजाता मा’आम: ई’म कुमिंग बाबयी आहह आहह तुम भी मुझे छोड़ो आहह आहह..

मैने नीचे से धक्के लगाने शुरू किए. कमरे मे ज़ोर ज़ोर से चुदाई की आवाज़ सुनाई दे रही थी. पूरे फ्लॅट मे ये आवाज़े गूँज रही थी. मा’आम का शोर भी अलग लेवेल का था जो मुझे झड़ने के करीब ला रहा था. बेड की आवाज़ इतनी ज़ोर से आ रही थी ऐसा लग रहा था के कही बेड टूट ना जाए हुमारी दमदारी चुदाई की वजह से.

मा’आम की छूट से कमरस की बारिश होने लगी. और अचानक से वो मेरे उपर गिर गयी. मैने उन्हे कस के पकड़ लिया और छोड़ता रहा. हम दोनो पसीने से भीग चुके थे. मैने मा’आम के बालो को साइड मे करते हुए देखा तो वो मुझे देखकर मुस्कुरा रही थी. उन्होने मुझे किस करना शुरू किया. मैं भी झड़ने ही वाला था इसलिए मैने उन्हे और ज़ोर से छोड़ने लगा.

छूट गीली होने की वजह से पच पच पच जैसी आवाज़े आ रही थी. कुछ देर के बाद मैं भी झाड़ गया और हम दोनो ऐसे ही सो गये.

वो पल बेहद खूबसूरत था. हम सो गये लेकिन जब भी आँख खुलती तब फिर से चुदाई करते थे. उस रात मैने उन्हे 4 बार छोड़ा. उस दिन के बाद हम रेग्युलर चुदाई करने लगे. कुछ दिन बाद मैने उनकी गांद मारी जो बेस्ट एक्सपीरियेन्स था मेरे लिए. सुजाता के साथ मैं नयी नयी फॅंटसीस ट्राइ करके उन्हे छोड़ रहा था.

हम दोनो मूवीस देखने जाते थे जहाँ कॉर्नर सीट मे हम रोमॅन्स करने लगे थे. सुजाता एकदम बोल्ड हो चुकी थी. उन्हे छुड़वाने की इतनी लत लग गयी के हर रोज वो मुझसे छुड़वाने लगी. चुदाई की वजह से 2 बार वो प्रेग्नेंट भी हो गयी थी.

तो ये थी सुजाता मा’आम की चुदाई. दोस्तो आपको मा’आम और मेरा रोमॅन्स कैसा लगा मुझे ज़रूर मैल करके बताना. लड़कियाँ और मॅरीड लॅडीस भी अपने कोई किससे मेरे साथ शेर करना चाहती है या नॉटी चट्स करना चाहती है तो मुझे मैल करे. आपको प्राइवसी का ख़याल रखा जाएगा.

थे एंड

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