अनजान आदमी ने बहेन की चुदाई

हाय दोस्तो, कैसे हैं आप सब..
आज मैं जो कहानी लिखने वाला हूँ, वो मेरी बहन की है..
तो सबसे पहले, मैं आपको मेरी बहन के बारे में बता दूं।
उसका नाम जैस्मिन है और वो 22 साल की है.. उसका फिगर, 36-28-38 है.. रंग गोरा है और चेहरा आकर्षक..
आपको, पता चल ही गया होगा की मेरी बहन कैसे होगी।
आजकल की लड़कियों की तरह, वो भी अपनी गाण्ड को बहुत मटका मटका कर चलती है…
वो हमेशा, जीन्स और स्कर्ट ही पहनती है..
तो, अब मैं कहानी पर आता हूँ… …
ये बात, पिछले साल की है।
दोस्तो, मैं गोआ का रहने वाला हूँ और उन दिनों दोस्ती-यारी में मुझे गैंबलिंग का शौक, लग गया था।
मेरे ग्रूप में, हम 6 दोस्त हैं – 2 लड़कियाँ और 4 लड़के..
उन्ही में से, मेरी एक गर्लफ्रेंड भी थी।
जैसा की मैंने बताया, हम लोग को गैंबलिंग का शौक था.. पर, हाँ हम आपस में ही गैंबलिंग खेलते थे..
एक दिन हम यूँही, गैंबलिंग खेल रहे थे और मैं जीत रहा था।
तभी, एक आदमी वहाँ आया और कहा की मेरे साथ खेलोगे… ??
हमने कहा – हम सिर्फ़, आपस में खेलते हैं…
तो उसने कहा – चलो भी यार, सिर्फ़ एक गेम खेल लेते हैं…
सारे दोस्त भी कहने लगे की खेल ले यार, आज तेरा लक चल रहा है।
सब के कहने पर मैंने भी कहा – चलो, ठीक है… और फिर हम गेम खेलने लगे।
मैं गेम जीत गया और जब हम जाने लगे, तब उस आदमी ने कहा – रूको, बस एक और गेम खेलते हैं…
मैंने कहा – नहीं… मैंने कहा था, बस एक ही गेम…
उसने कहा – एक लाख की बेट… जीत गया, तो सारे पैसे तेरे…
मैंने कहा – एक लाख… इतने पैसे, मेरे पास नहीं है…
तो उसने कहा – पैसे, बाद में दे देना…
सब दोस्त भी लालच में आ गये और कहने लगे – खेल ले, यार…
पहला गेम, मैं जीत भी गया था इसलिए मैंने भी कहा – चलो, ठीक है…
पत्ते बाँटे गये।
मेरे पास दो बादशाह आए और एक सती आई।
मुझे लगा, मैं जीत गया और पैसे उठाने लगा तो उस आदमी ने मुझे रोका और अपने पत्ते दिखाए।
उसके पास, दो इकके और एक दसी थी और वो जीत गया था।
अब वो, मेरे से बाकी के पैसे माँगने लग गया..
मैंने कहा – मैंने तुम्हें बताया था, अभी नहीं हैं… कुछ दिन में, दे दूँगा…
तब तो वो मान गया पर कुछ 3 दिन बाद, वो मेरे घर आया और मुझसे पैसे माँगने लग गया।
मैंने कहा – मुझे पाँच दिन का समय दो… मैं पाँच दिन में, दे दूँगा…
उसने मुझे पाँच थप्पड़ मारे और कहा – चल, तेरे घर पर बताता हूँ…
मैंने कहा – प्लीज़, कुछ दिन और दे दो… मैं आपको, सब पैसे दे दूँगा… पर वो मुझे फिर से, मारने लग गया।
परेशान होकर, मैंने कहा – भाई, आप जो बोलेंगें मैं करूँगा…
अब, वो रुक गया।
उसने थोड़ा सोचा और मुझे कहा – जो कहूँगा, वो करेगा… ??
मैंने कहा – हाँ, करूँगा…
फिर उसने, मुझसे पूछा – तो ये बता… तेरे साथ कल जो लड़की थी, वो कौन है…
मैंने कहा – मेरी दोस्त है…
उसने कहा – ठीक है, तो फिर… कल रात के लिए, उसको मेरे पास भेज दे…
मैंने कहा – क्या… ?? पगला गये हो, क्या… ?? वो, ऐसी लड़की नहीं है… मैं ऐसा नहीं कर सकता…
उसको फिर से गुस्सा आ गया और उसने मुझे पीटते हुए, कहा – सुन बे, उसको तो तुझे भेजना ही पड़ेगा… वरना, तुझे ऐसा बर्बाद कर दूँगा की याद रखेगा… समझा की नहीं…
मैंने कहा – ठीक है, मैं कोशिश करता हूँ…
तो वो बोला – कोशिश नहीं…
मैंने कहा – अगर, मैं उसको ले भी आया तो आप कैसे मानएँगें उसको… वो नहीं मानेगी…
अब उसने मुझे एक दवाई की पूडिया दी और कहा – ये ले… इसे, उसके पानी में मिला देना… बाकी का काम, मैं करूँगा… फिर, उसके साथ क्या होगा उसको पता भी नहीं चलेगा…
मरता क्या ना करता..

मैंने, अब अपनी गर्ल फ्रेंड को फोन लगाया पर उसने मेरा फोन नहीं उठाया।
मैं जानता था की वो मेरा फोन नहीं उठाएगी.. क्यूंकी, मैंने उस रात उसको बहुत भला बुरा कहा था..
फिर, दोबारा मैंने फोन लगाया उसने मेरा फोन उठाया और कहा – क्या है… ?? क्यूँ फोन किया… ??
मैंने कहा – मुझे माफ़ कर दो… मुझे तुमसे मिलना है…
मेरे बहुत समझाने पर और सॉरी कहने पर वो आख़िरकार मान गई, मिलने को।
मैंने फिर उस भाई को फोन किया की कल शाम को 4 बजे, वो मुझसे मिलने आ रही है..
अगले दिन, मैं उसका एक केफे में वेट करने लग गया पर वो नहीं आई.. तभी, उस भाई का फोन आया..
उसने कहा – क्या हुआ… ?? कहाँ है, वो… ??
उसने मुझे, फिर से धमकी दी – अगर, वो नहीं आई तो साले देख लेना… पूरा गोआ, तेरी मौत की मिसाल देगा…
मैंने डर कर, अपनी गर्ल फ्रेंड को फोन लगाया पर उसने उठाया नहीं।
मैं कॉल करता रहा, करता रहा… पर उसने नहीं उठाना था, सो उसने नहीं उठाया…
थोड़ी देर बाद, उसका फोन स्विच ऑफ आने लगा..
अब, मेरी गाण्ड फट गई थी..
भाई का, फिर से फोन आया… …
उसने कहा – क्या हुआ… ?? देख, आज मेरा मूड बहुत अच्छा है… मूड को, खराब मत करना…
इतने में, जैस्मिन वहाँ आ गई मुझे देख के वो मेरे पास आई और पूछा – यहाँ क्या कर रहे हो, तुम… ??
मैंने कहा – मैं, मेरे दोस्त की वेट कर रहा हूँ… कुछ काम था…
फिर मैंने पूछा – पर, तुम यहाँ कैसे… ??
उसने कहा – मैं भी एक फ्रेंड से मिलने आई थी पर वो नहीं आई… इसलिए, अब घर जा रही हूँ…
तभी उस भाई का फोन आया और उसने पूछा – ये लड़की कौन है… ??
मैंने कहा – वो मेरी बहन है…
उसने कहा – उसको ही ले आओ… तुम्हारी बहन की गाण्ड, एकदम मस्त है…
मैंने कहा – हरामी, वो मेरी बहन है… मैं ऐसा नहीं कर सकता…
वो मुझको, धमकी देने लगा – सुन बे, उसको नहीं लाया तो तुझे कुत्ते की मौत मारूँगा…
मैं बहुत डर गया..
मैं उससे बात करके, अंदर आया तो जैस्मिन मुझे देखते हुए बोली – क्या हुआ, तुम्हें… ??
मैंने कहा – कुछ नहीं…
मैंने पानी पिया और हिम्मत करके, जैस्मिन से कहा – लो, पानी तो पी लो…
जैस्मिन ने पानी पिया…
पानी पीने के कुछ मिनट बाद, जैस्मिन का सर घूमने लग गया।
मैंने भाई को फोन लगाया।
वो तुरंत कार ले के, केफे के दरवाजे पर आ गया।
मैंने जैस्मिन को संभालते हुए, कार में बिठाया और हम कार से चलने लगे..
मैंने पूछा – भाई, हम कहाँ जा रहे हैं… मेरी बहन को ले के… ??
तो वो, भाई बोला (चाकू दिखाते हुए) – चल तू भी चल साथ, तेरी बहन की चुदाई देखने…
मैंने कहा – नहीं…
उसने कहा – चलना तो पड़ेगा, बेटा तुझे…
मैंने कहा – ठीक है…
फिर, हम करीब 6 बजे एक रोड पर आ गये…
शायद, मडगांव के आस पास.. देखा तो रोड की दोनों तरफ, कुछ लड़कियाँ खड़ी नज़र आईं..
जब, मैंने ध्यान से देखा तो पता चला की भाई मेरी बहन को कहाँ ले आय है।
वो, “रंडी बाज़ार” था।
मैंने कहा – भाई, तुमने तो कहा था की तुम अकेले ही चोदोगे।
तो उसने कहा – साले, सुअर एक लाख वसूल करने हैं, मुझे… और ऐसे मस्त माल से तो चार गुना मिलेंगें…
फिर, हम वहाँ के एक कोठे पर पहुँच गये।

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वहाँ, एक आंटी टाइप औरत थी।
भाई ने उससे कहा – आज, एक मस्त माल लाया हूँ… तेरे कोठे की, शान बढ़ाने…
उस दिन, जैस्मिन ने काले कलर की जीन्स और लाल टॉप पहना था..
भाई ने उस औरत से कहा – हॉल में, एक बेड लगा दे… इसकी चुदाई, सबके सामने होगी…
फिर भाई मेरे पास आया और कहा – देख आज तेरी बहन कैसे चुदती है और कितनों से, चुदती है…
फिर, उसने मेरी बहन को बेड पर लिटाया।
भाई ने मेरी बहन को पहले गौर से देखा।
पहले, उसने मेरी बहन की टी-शर्ट निकाली।
मेरी बहन ने लाल कलर की ब्रा, पहन रखी थी।
फिर, उसने धीरे धीरे मेरी बहन की जीन्स निकली…
मेरी बहन ने लाल कलर की पैंटी पहन रखी थी और अब मेरी बहन, सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में थी।
हॉल में, बाज़ार के 4 दलाल और वहाँ काम करने वाली लड़कियाँ थी और उस कोठे की आंटी थी।
आंटी बोली – वाह, क्या मस्त माल है… एकदम मक्कन जैसा मुलायम बदन है, साली का…
अब तक, मेरी बहन होश में आने लगी।
तभी, मेरी बहन ने देखा की वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में है और बहुत से लोग हैं तो वो, अपने दूध छुपाने लगी।
तभी, भाई बोला – क्या छुपा रही हो… डार्लिंग… ??
अब भाई, मेरे बहन के पास गया और उसको किस करने लगा।
मेरी बहन, विरोध करने लगी।
वो मेरी बहन के साथ, ज़बरदस्ती करने लगा।
उसकी नेक पर, लिप्स पर किस करने लगा..
फिर, भाई ने मेरी बहन की ब्रा फाड़ के उतार दी और मेरी बहन के दूध को चूसने लगा।
मेरी बहन लगातार विरोध करती रही। उसको धक्का दे रही थी। पर, भाई मानने वाला कहाँ था।
वो, मेरी बहन के दूध को ज़ोर से दबाता रहा, चूसता रहा, उसके निपल्स काटता रहा…
मेरी बहन, दर्द से चिल्लाती रही, रोती रही – प्लीज़, मुझे छोड़ दो, जाने दो…
पर सब लोग, मेरी बहन की चुदाई का मज़ा ले रहे थे।
कोठे की आंटी बोली – अरे, क्यूँ नखरे कर रही है… ?? भाई का लण्ड, तुझे मस्त जन्नत की सैर करवाएगा…
फिर, भाई ने मेरे बहन की पैंटी निकाल दी और अपने दलालो के पास फेंक दी।
अब मेरी बहन सबके के सामने, पूरी “नंगी” थी…
उसकी नंगी देख, भाई बोला – क्या मस्त चूत है, साली रांड़ की… क्या मस्त लग रही है नंगी, छीनाल साली…
फिर, उसने मुझसे कहा – देख, बहनचोद… तेरी बहन की चूत, क्या मस्त है… आज, इसका खूब स्वाद लूँगा… छीनाल की छोटी सी चूत को, आज भोसड़ा बना दूँगा…
फिर, भाई ने अपने दलालों को बुलाया और कहा – आओ, पकड़ो इसको…
सबने मेरी बहन को पकड़ कर लिटाया, मेरी बहन की दोनों टाँगें फैलाई और फिर भाई, मेरी बहन की चूत चूमने लगा, चाटने लगा..
मेरी बहन – उ उ ऊ ह ह आ ह ह आ आ आ… कर रही थी।
वो, मेरी बहन की चूत को ज़ोर ज़ोर से चाट रहा था…
मेरी बहन, ऐसे में भी ये बर्दाश्त कर नहीं पाई और उसका पानी निकल गया।
ये देख कर, भाई बोला – देखो, साली रांड़ अब मस्त होने लगी है… चूत गीली होने लगी है, साली छीनाल की…
ये सुन कर, सब हँसने लगे।
फिर, भाई ने मेरी बहन को दारू पिलाने को बोला और मेरी बहन को ज़बरदस्ती दारू पिलाई गई।
अब, वो मेरी बहन से बोला – चल रे, कुतिया चूस मेरा लण्ड…
दारू के नशे में भी मेरी बहन ने भाई का लण्ड चूसने से मना कर दिया। लेकिन, भाई ने ज़बरदस्ती अपना सात इंच का लण्ड मेरी बहन के मुँह में डाल दिया और ज़ोर से अंदर बाहर, करने लगा।
मेरी बहन भाई का लण्ड नहीं ले पा रही थी पर थोड़ी देर बाद, वो शांत हो गई और आराम से भाई का लण्ड चूसने लग गई।
भाई ने मुझे बुलाया और कहा – देख, तेरी बहन क्या मस्त लण्ड चूस रही है… देख तो ज़रा, साली अब धीरे धीरे पूरी रंडी बन गई है…
फिर, थोड़ी देर लण्ड चुसवाने के बाद भाई ने मेरी बहन के पैर अपने कंधे पर रखे दिए और ज़ोर से मेरी बहन की चूत में अपना पूरा लण्ड डाल दिया..
जैसे ही लण्ड मेरी बहन की चूत पर गया, वैसे ही मेरी बहन दर्द से चिल्ला उठी – आ अ ह ह अ ह ह अ ह ह अ हा आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ ह ह ऊ ऊ ऊ ऊ ऊ ऊ ऊ ऊ ऊ ओ ह…
वो, ज़ोर ज़ोर से मेरी बहन की चूत मैं अपना लण्ड अंदर बाहर करने लगा।
जैसे जैसे, वो स्पीड बढ़ाता मेरी बहन ज़ोर ज़ोर से चीख पड़ती – आ ह आ आ म म म माँ… प्लीज़, निकाल ले… नहीं, तो मैं मर जाउंगी… भैया बचाओ, मुझे…
लेकिन, भाई सुनने कहा वाला था… और मुझे सुनना नहीं था…
मेरे कानों में तो भाई की धमकियाँ गूँज रही थी…
मेरी बहन – अ या उ उ उ फ़ फ्फ़ ऊ ऊ ओ ह… करती रही और मेरी बहन की आवाज़ पूरे कमरे में गूँजती रही।
करीब 15-20 मिनिट तक चोदने के बाद, भाई ने अपना पानी मेरी बहन की चूत में डाल दिया।
मेरी बहन अब तक की ज़ोरदार चुदाई के तक बेहोश हो गई थी।
अब भाई उठा और मेरे पास आया और कहा – यार!! क्या मस्त रांड़ है, तेरी बहन… मज़ा आ गया, इसको चोद के…
फिर, उसने अपने दलालों को कहा – चलो, भाई लोग तुम भी मज़ा ले लो…
चारों दलाल फ़ौरन नंगे हो गये और मेरी बहन को पानी डाल कर होश में लाया गया और चारों मेरी बहन के बदन पर टूट पड़े।
कोई उसके मम्मे दबा रहा था, कोई उसे किस कर रहा था, कोई उसकी चूत में उंगली कर रहा था।
मेरी बहन, दर्द से चिल्ला रही थी।
अब एक ने मेरी बहन के मुंह में अपना लण्ड डाल दिया और अंदर बाहर करने लगा और एक ने मेरी बहन की चूत मैं अपना लण्ड डाल दिया और चोदने लगा।
मेरी बहन लण्ड मुंह में होने की वजह से, चिल्ला भी नहीं पा रही थी।
इधर, तीसरा आया और उसने मेरी बहन की गाण्ड में अपना लण्ड पेल दिया…
आख़िर, जो मेरी बहन की चूत चोद रहा था, उसने अपना पानी मेरी बहन की चूत में डाल दिया।
इसके फ़ौरन बाद, चोथे ने मेरी बहन को अपनी गोद में उठा लिया और हवा मैं ही चोदने लग गया..
इसी तरह, मेरी बहन पूरी रात चुदवाती रही.. सुबह के 4-5 बजे, तक..
तब, मैंने भाई से कहा – अब तो जाने दो, मेरी बहन को… अब तो, सुबह भी होने वाली है…
भाई ने कहा – अब तक, मेरे पैसे कहाँ वसूल हुए हैं… अभी तो, इसको धंधे पर बिठाएँगें… ये, अब मुझे पैसा कमा के देगी…
फिर, मेरी बहन को एक रूम में ले जाया गया।
उसको नहलाया और उसको एक रूम में सुलाने भेज दिया।
मेरी बहन, बहुत थकी हुए थी.. इसलिए, वो “नंगी” ही सो गई..
फिर, मैं अपनी बहन को देखने गया।
मेरी बहन को नंगी देख, मेरा भी लण्ड खड़ा होने लगा।
उसके दूध और गाण्ड को देख, मेरा लण्ड एकदम तन गया।
मैं मेरी बहन के पास गया और उसके दूध को हाथ लगाने लगा।
तभी, भाई वहाँ आया और मुझे देख कर बोला – क्यूँ बे, बहनचोद… अपनी बहन को, नंगी देख रहा है…
मैंने कहा – भाई, अब रंडी तो बन ही गई है तो मैं सोच रहा था, मैं भी चोद लूँ इसको…
भाई हंसते हुए, बोला – देख क्या रहा है फिर, हो जा शुरू…
भाई ने सब लोगो को बुलाया और कहा – भाई बहन की चुदाई, देखनी है…
सब लोग आ गये, मैं भी नंगा हो गया और मेरी बहन को चूमने लगा, उसके दूध और निपल्स चूसने लगा, किस करते करते उसकी चूत को चाटने लगा।
अब मेरी बहन जाग गई और कहने लगी – कुछ तो शरम कर, मैं तेरी सग़ी बहन हूँ…
मेरी बहन में अब इतनी ताक़त भी नहीं बची थी की वो विरोध कर सके।
फिर, मैंने उसकी चूत को चाटने लगा और वो – ओह अफ उफ़फ्फ़ अया आऊहह कर रही थी।
थोड़ी देर उसकी चूत को चाटने के बाद, मैंने अपना लण्ड मेरी बहन के मुंह में डाल दिया।
वो मेरा लण्ड, धीरे धीरे चूस रही थी।
भाई बोला – तेरी बहन तो एक दम छीनाल बन गई… देख, कैसे चूस रही है, अपने भाई का लण्ड…
अजीब बात थी, अब मेरी बहन को रांड़ और छीनाल सुन के मुझे बुरा नहीं लगा और मैं और ज़ोर से उसका मुंह चोदने लगा।
फिर, मैंने अपना लण्ड मेरी बहन के मुंह से निकाला और उसकी चूत में डाल दिया।
मेरी बहन – आ आआ आ आआ अहहा आ आआ आ आहहा आ आ आ आ आ आ आ आआ आआाआ… कर के चिल्ला उठी।
सबने ताली मारी और भाई बोला – चोद और बोल, मेरी बहन रंडी है…
मैं ज़ोर ज़ोर से अपनी बहन को चोदने लगा और कह रहा था – ले मेरा लण्ड, मेरी रांड़…
करीब 15 मिनट चोदने के बाद, मैंने अपना पानी मेरी बहन की चूत में ही डाल दिया.. ..
समाप्त..

यह कहानी भी पड़े  बुरा न मानो होली है 2


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