स्टोरी जिसमे लेक्चरर बन गयी रंडी कुतिया

ये कहानी आज से 3 साल पहले की है. मेरा सेलेक्षन स्कूल लेक्चरर के लिए हुआ. मेरी आगे 26 एअर है हाइट 5’7″. मैं बहुत खुश था. मेरी पहली पोस्टिंग मोहाली के पास गाओं में हुई. मैं मोहाली में शिफ्ट हो गया. सब कुछ अछा चल रहा था. मैं डेली बस से स्कूल जाता था.

वो गाओं के रूट पर एक ही बस जाती थी, तो काफ़ी भीड़ होती थी. 2-3 दिन के बाद मेरी सीट के साथ एक हेल्ती सी लेडी बैठी थी. उन्होने पंजाबी सूट पहना हुआ था. वो दिखने में बहुत सुंदर थी. उनकी आगे 45-46 के अर्रौंद होगी. उनके बूब्स 36″ या 38″ के होंगे.

बस का सफ़र 40 मिनिट का था. धीरे-धीरे हम नज़दीक आने लगे. मैने अपनी कोहनी को बूब्स पर लगा दिया. उन्होने कुछ नही बोला. फिर धीरे-धीरे मैने अपनी उंगलियों से बूब्स को दबा दिया. उन्होने गुस्से से मेरी तरफ देखा, और मैं डोर हो गया.

थोड़ी देर बाद मैं नीचे उतार गया. मैं उनके बारे में सोचने लगा. रात को मैने पॉर्न देख कर मूठ मारी. वो डेली मुझे बस में मिलती, बुत बात करने की हिम्मत नही थी. एक दिन वो लाते हो गयी. बस में काफ़ी भीड़ थी, तो वो मेरे पास आके खड़ी हुई.

मैने अपनी सीट उनको ऑफर की. वो बैठ गयी, और मुझे थॅंक्स बोला. फिर उन्होने मेरे बारे में पूछा. तब पता चला वो भी स्कूल लेक्चरर थी मेरे स्कूल के नज़दीक स्कूल में.

तब उन्होने बोला: तुम बात नही करते?

तो मैने मज़ाक में बोला: आप गुस्से से देखते हो.

इस्पे वो हासणे लगी. मैं उनके पास खड़ा था. अब मेरा लंड खड़ा होने लगा. मेरा लंड उनकी बाजू पर टच हो रहा था. बुत आज वो स्माइल दे रही थी.

फिर डेली हम पास-पास सीट पर बैठे. उनका नामे रीमा था. उन्होने ब्टाया उनके हज़्बेंड रेलवे में ऑफीसर थे, और देल्ही पोस्टिंग थी. उनका एक बेटा आंड एक बेटी थी, जो यही रहते थे.

अब मैं कभी कभी मौके का फ़ायदा उठा कर बूब्स दबा देता. कभी गांद पर हाथ लगा देता. बस वो स्माइल दे देती. लेकिन बात आयेज नही बढ़ रही थी.

हमारा नंबर भी एक्सचेंज हुआ, और धीरे-धीरे हमारी बातें होने लगी. एक दिन उनकी कॉल आई की बेटे का ब’दे था, तो घर आओ.

तो मैने भी बोला: अची वाली पार्टी करनी पड़ेगी.

इस्पे वो हासणे लगी. मैं अगले दिन शाम को उनके घर गया. कुछ मेहमान आए थे. पार्टी के बाद जब मैं आने लगा, तो बोली-

रीमा: आचे वाली पार्टी अभी शुरू कहा हुई है.

मुझे उन्होने रुकने को बोला. फिर सभी गेस्ट्स चले गये. घर पर वो फ्रॅंक थी. उनका बेटा विस्की की बॉटल लाया, और देकर चला गया. मैं चौंक गया.

मैने पूछा: आप पीते हो?

वो बोली: कभी-कभी हज़्बेंड के साथ.

फिर उन्होने 2 पेग बनाए और मुझे पूछा. धीरे-धीरे म्यूज़िक बाज रहा था. हम बातें करते रहे. उनके बच्चे अब सो गये थे. वो हमेशा सूट पहनती थी.

आज लाते नाइट पार्टी के बाद उन्होने त-शर्ट और शॉर्ट्स पहन ली थी. उनके बूब्स बहुत मस्त लग रहे थे. उनकी गांद बहुत मोटी थी. मेरा लंड खड़ा हो गया.

फिर मैने बोला: आओ डॅन्स करते है.

वो हासणे लगी और मान गयी. मैने रोमॅंटिक सा सॉंग लगाया, और हम कपल डॅन्स करने लगे. मैने उनकी गांद पर हाथ रख लिया. हम दोनो नशे में थे.

वो बोली: बस मैं तो बूब्स दबाते हो. अब नही दबाओगे?

ये बात सुन कर मैं खुश हो गया. मैं उनके बूब्स पर टूट गया.

वो बोली: यहा नही, बेडरूम में चलो.

हम दोनो अंदर गये. मैने सबसे पहले उनकी त-शर्ट उतरी. मैने इतने बड़े बूब्स नंगे पहली बार देखे थे. मैं बूब्स दबा रहा था, चूस रहा था. फिर मैने उनकी शॉर्ट्स उतार के उनकी छूट और गांद को प्यार से दबाया.

वो बोली: अपना लंड तो दिखाओ. मैं तरस रही हू तुम्हारे लंड को देखने के लिए.

मैने जैसे ही पंत उतरी, वो मेरे 8 इंच के मोटे लंड पर टूट पड़ी. मुझे लंड चुसवाना बहुत पसंद है. मेरी पहले भी गफ़ थी, बुत वो लंड कभी नही चूस्टी थी. रीमा ने बिना कुछ कहे मेरे लंड को मूह में लिया, और पागलों की तरह चूसने लगी. पहली बार किसी ने मेरा लंड ऐसे चूसा था.

फिर क्या, हम 69 पोज़िशन में आ गये. मैने अपनी जीभ उनकी छूट में डाल दी. वो पागल हो रही थी. 15 मिनिट तक मैने उसकी छूट छाती, और उनका पानी निकल गया. अब वो ज़ोर-ज़ोर से मोन करने लगी और बोली-

रीमा: अब अपने लंड को मेरी इस छूट में डाल दो.

मैने बोला: इतनी क्या जल्दी है जी?

वो बोलती: मेरे हज़्बेंड हर वीक आते है. सेक्स भी अछा करते है. बुत ऐसा फॉरपले कभी नही करते. ना कभी लंड चूसने देते है. ना कभी छूट चाट-ते है. आज पहली बार किसी ने मेरी छूट छाती है.

फिर क्या, मैने उसे बेड पर लिटाया, और अपना मोटा लंड उनकी छूट में डाला, और तेज़-तेज़ धक्के मारने लगा. 15-20 मिनिट बाद उसका पानी निकल गया. बुत मेरा अभी भी नही हुआ था.

उसके बाद मैने उसे बोला: डॉगी स्टाइल में करते है.

वो चौंक गयी. उसने कभी सेक्स में ट्राइ नही किया था डॉगी स्टाइल. मैने उसे डॉगी स्टाइल में लाके छूट में लंड डाल दिया. मैने जैसे ही पूरा लंड डाला, उनकी चीख निकल गयी. वो ज़ोर-ज़ोर से मोन करने लगी. 30 मिनिट की चुदाई के बाद मैने अपना पानी उनकी छूट में डाल दिया. वो बहुत खुश लग रही थी. उसका 2 बार पानी निकल चुका था

फिर हम सो गये. उठने के बाद वो कपड़े पहनने लगी.

मैने कहा: अभी इतनी जल्दी क्या है? अभी तो तुम्हारी गांद भी मारूँगा.

वो बोली: नही, मैने कभी नही किया.

थोड़ी देर इधर उधर की बातें करने के बाद मैने उसे बोला-

मैं: डॉगी स्टाइल में आ जाओ.

सच में उसकी गांद बहुत टाइट थी. अब तोड़ा सा लंड अंदर डाला तो दर्द से आयेज भागने लगी. तो मैने उसे वॅसलीन लाने को बोला. थोड़ी वॅसलीन लंड के उपर, थोड़ी गांद के होल पर लगा के उसकी गांद की चुदाई स्टार्ट की.

पहले उसे दर्द हुआ. बुत बाद में वो भी मज़े लेने लगी. फिर उन्होने बताया-

रीमा: मुझे जीवन में ये सुख पहली बार मिला है.उसके बाद हम चिपक कर सो गये. फिर हमने 2 साल तक बहुत चुदाई की हर हफ्ते. अब मेरा ट्रान्स्फर लुधियाना के पास हो गया है. अब जब वो बुलाती है, मैं उनकी चुदाई करने चला जाता हू. कोई भी आंटी, भाभी बात करना चाहती है तो मेरी मैल ईद एरर्श009@गमाल.कॉम पर मैल करे.

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