हेलो दोस्तों, मेरा नाम निक है, और मैं देल्ही का रहने वाला हू. ये एक रियल स्टोरी है.
मेरे घर में हम 5 लोग है. मम्मी, पापा, मैं और मुझसे दो छ्होटी बहने. बड़ी बेहन का नाम शिल्पा है, और छ्होटी का नाम सिम्पी है. मम्मी 46 की है, पापा 47 के, मैं 21 का, और छोटी बहने शिल्पा 20 की और सिम्पी 19 की.
तो ये बात आज से 2 साल पहले की है. मैं उस वक़्त 1स्ट्रीट एअर में था. मेरे कॉलेज की सम्मर वाकेशन्स लगी हुई थी. मैं हर साल इसी वक़्त गर्मी की छुट्टियों में मामा के घर रहने जाता था.
मेरे मामा का घर गाओं में था. उनके 2 मंज़िला मकान में 2 फॅमिलीस रहती थी. एक उनकी खुद की और एक रेंट पे. मामा की फॅमिली उपर वाले पोर्षन में रहती थी.
उनकी फॅमिली मैं 3 ही लोग थे. मामा, मामी, और उनकी कमसिन जवान हो रही लड़की नेहा, जो मुझसे बस 2 महीने छ्होटी थी. मामा की पूरी फॅमिली मुझसे बचपन से ही बहुत प्यार करती थी. क्यूंकी मैं मेरे मेरे घर में अकेला लड़का था.
अब मैं जब गाओं के लिए निकला, तो मेरी मा ने मामा को बता दिया था की मैं शाम तक वाहा पहुँच जौंगा. जब मैं बस से उतरा, तो मुझे लेने मामा नही नेहा आई थी.
मैं उसे पुर एक साल बाद देख रहा था. मैं उसे देखता ही रह गया. उसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया था.
उसके बूब्स और गांद दोनो ही पहले से बहुत बड़े हो गये थे, और उसके निपल्स भी थोड़े-थोड़े दिख रहे थे. शायद अपनी मा पे गयी है इसलिए.
मैने उससे पूछा: तू अकेली कैसे आई?
तो वो बोली-
नेहा: मैने अभी नयी-नयी स्कूटी चलानी सीखी है, और पापा (मतलब मेरे मामा) खेत पे थे, तो मैं खुद आ गयी.
मैं बाग लेके स्कूटी तक पहुँचा तो देखा की वो मेरी पंत को ही घूरे जेया रही थी. शायद उसने मेरे लंड को नोटीस कर लिया था.
मैने उसे प्यार से गाल पे टच किया, और पूछा-
मैं: क्या देख रही है?
तो वो शर्मा के बोली: कुछ नही.
उसने मुझसे कहा की वो मुझे और बाग को एक साथ लेके स्कूटी नही चला पाएगी, तो मुझे ही स्कूटी चलानी होगी. मैने हा बोला और बाग को स्कूटी पे रखा और हम चल दिए. वाहा गाओं में सड़क बहुत खराब थी, इसलिए हर 5 मिनिट में गड्ढे आ रहा थे.
इससे मुझे एक आइडिया आया की क्यूँ ना बार-बार ब्रेक लगा के नेहा के बूब्स की फील लेलू. वो पहले ही मेरे लंड को घूर रही थी. मैने सोचा अगर वो मेरे लंड को देख के गरम हुई होगी, तो कुछ नही कहेगी, और अगर ऐसा नही हुआ होगा तो मुझे टोक देगी.
मैने ऐसा ही करा. हर 5 मिनिट मैं गद्दे के बहाने ब्रेक लगता और उसके बूब्स का फील लेता. शायद उसने अंदर ब्रा नही पहनी थी, क्यूंकी वो जब भी मुझसे टकराती तो बहुत ही मुलायम फील होता था. एक गद्दे में तो उसका हाथ ग़लती से फिसल के मेरे लंड पे ही लग गया था.
फिर हम ऐसे ही बातें करते-करते मामा के घर पहुँच गये, और उसने ब्रेक्स के बारे में मुझसे एक भी बार कुछ नही कहा. शायद उसे भी मज़े आ रहे थे. हम घर पहुँचे तो मामी बाहर गाते पर ही खड़ी थी. वो क्या माल लग रही थी स्लिम, बड़े बूब्स, और गांद.
सारी में उनकी गोरी चिकनी कमर क्या लग रही थी, और स्लीव्ले ब्लाउस. आहा, कोई भी उन्हे देख के अपने मॅन में उनके लिए गंदे विचार आने से नही रोक सकता था. मामा की तो मानो लाइफ ही सेट थी. उनका नाम मोना था. मैने उन्हे देखते ही उनसे कहा-
मैं: मामी आप बहुत सुंदर लग रही हो.
तो वो शर्मा के बोली: आते ही तारीफ चालू. चल अब अंदर आजा.
हम अंदर आ कर उपर सीडीयान चाड़ने लगे. मामी मेरे आयेज सीडीयान चढ़ रही थी, तो उनकी बड़ी गांद मुझे बहुत आचे से दिख रही थी, और मानो मैं उनकी गांद के ख़यालों में खो गया था. मैं भूल गया था की नेहा मेरे पीछे ही आ रही थी.
हम उपर पहुँचे. मैने बाग रखा, और सोफे पे बैठ गया. मामी मेरे लिए पानी लाने गयी, लेकिन पता नही क्यूँ नेहा मुझे सोफे पे बैठ कर घूरे जेया रही थी. जब मामी पानी लेके आई, तो उन्होने नेहा को टोका की क्या देख रही है. तो उसने ना में सर हिला दिया.
अब रात हुई और अभी तक मैं, नेहा और मामी गप्पे लड़ा रहे थे. फिर मामा आ गये तो हम सब खाना खाने लगे. मैने नोटीस किया की जैसे ही मामी मामा को देखती थी, वो मायूस होके अपना चेहरा नीचे कर लेती थी.
हम सब ने खाना खाया, और नेहा आइस-क्रीम की ज़िद करने लगी. तो मैं, मामा और नेहा पास की ही दुकान पे आइस-क्रीम लेने चले गये. हम वाहा पहुँचे और नेहा अंदर आइस-क्रीम सेलेक्ट करने लगी, और हम बाहर खड़े हो गये. तभी मैने मामा से धीमी आवाज़ में पूछा-
मैं: मामा आज मामी थोड़ी दुखी लग रही है. आप दोनो के बीच कुछ हुआ है क्या?
तो मामा ने जवाब दिया की-
मामा: नही बस थोड़ी आन-बन है. लेकिन ये बात नेहा से मत बोलना, वरना वो भी उदास हो जाएगी.
मैं: आप बिल्कुल चिंता मत करो.
नेहा ने आइस-क्रीम सेलेक्ट कर ली थी, और हम पैसे दे कर वापस आ गये. हमने आइस्क्रीम खाते हुए टीवी देखा और बातें की. उसके बाद मामा ने मुझसे मेरा कल का प्लान पूछा तो मैने कहा-
मैं: बस घर पे रहूँगा, और गेम्स वगेरा खेलूँगा, और अगर मॅन करेगा तो बेज़ार चला जौंगा.
तो मामा ने हा में सर हिलाया और फिर कहा-
मामा: चलो अब सो जाओ, बहुत रात हो गयी है.
वैसे तो मुझे इतनी जल्दी नींद नही आती क्यूंकी अभी बस 10 ही बजे थे. लेकिन गाओं में सब जल्दी सो जाते है, इसलिए हम सब अपने कमरो में जाने लगे. मामा मामी अपने कमरे में. नेहा अपने कमरे में, और मैं अपने कमरे में. उसी वक़्त लाइट चली गयी, और पुर घर में अंधेरा हो गया.
तभी अचानक से नेहा चिल्लाई, और मेरे से सतत के चिपक गयी. मुझे नेहा के बड़े बूब्स फील हुए, और तभी मामी ने कहा की-
मामी: ये तो इनका रोज़ का काम हो गया है, जब तक गर्मियाँ ख़तम नही हो जाती है.
ये देख नेहा ने बोला की वो अंधेरे में अकेले नही सोएगी. तो मामी थोड़ी हिचकिचाई और बोली-
मामी: ठीक है तू और निक एक साथ सो जाओ.
वो मान गयी, और हम सोने चले गये. हमने थोड़ी देर सोने की कोशिश की, लेकिन लाइट ना आने की वजह से कमरे में ना ही कूलर चल रहा था, और ना ही फन. इस वजह से गर्मी बहुत बढ़ गयी थी. नेहा बिस्तर पे से उठी, और इरिटेट हो कर बोली की-
नेहा: इस गर्मी में मुझे नही लगता की मैं सो पौँगी.
मैं: हा, लिटरली एक तो अंधेरा, और उपर से ये गर्मी.
नेहा (एग्ज़ाइट्मेंट में): एक आइडिया है. क्यूँ ना हम अपनी बनियान और त-शर्ट उतार दे.
मैं ये सुनते ही पूरी तरीके से शॉक हो गया, और 2 मिनिट के लिए एक-दूं से मेरी साँसे रुक सी गयी.
मैं (हिचकिचाते हुए): ये त-तू क-क्या बोल रही है? पागल है क्या? अगर मामा या मामी ने हमे ऐसे सोते हुए देख लिया तो क्या होगा.
नेहा (पुर कॉन्फिडेन्स में): देखो भैया, अभी घर में एक-दूं अंधेरा है, और लाइट पक्का सुबह तक नही आएगी. तो अगर मम्मी या पापा चेक करने आते भी है, तो हम चादर ओढ़ के सोएंगे. इससे उन्हे कुछ पता नही चलेगा, और हम सुबह उनके उठने से पहले उठ के कपड़े पहन लेंगे.
मैं (शरमाते हुए): अपना क्या?
नेहा: पहले आप अपने कपड़े उतार के सो जाओ, और बाद में मैं मेरे कपड़े उतार कर सो जौंगी. मुझे आप पर पूरा भरोसा है की आप कुछ नही करोगे.
मैं माना करने लगा, लेकिन नेहा नही मानी और कहने लगी की-
नेहा: देखो भैया, इस गर्मी मैं ना आपको नींद आएगी, और ना मुझे. इसलिए पूरी रात जागने से अछा है एक-दूसरे पे विश्वास करके सो जाते है.
अब आयेज मैं हा बोलता हू या ना. ये जानने के लिए जुड़े रहिए निक ट्स के साथ.
ओक गाइस, आयेज की स्टोरी अगले पार्ट में. तब तक के लिए गुडबाइ. योउ कॅन टॉक तो मे ओर गिव मे सजेशन्स तो मेक माइसेल्फ बेटर अट राइटिंग स्टोरीस ओं