सेक्स के खेल में खोए TMKOC के लोग

तो दोस्तों स्वागत है आपका मेरी इस ट्ंकॉक सेक्सी कहानी के अगले पार्ट में. अब होता है नेक्स्ट रौंद शुरू, और ये काफ़ी इंट्रेस्टिंग रौंद होने वाला था.

तो हमेशा की तरह शुरुवत हमारी बबिता जी करती है, जो इस वक़्त बैठी थी ब्लू ब्रा और ग्रीन थॉंग्ज़ में.

बबिता: किसी टॉपलेस प्लेयर के निपल्स लीक करो.

अब बबिता सोचते हुए की टॉपलेस इस वक़्त तो अंजलि और सोनू के अलावा सभी थे.

बबिता: गोली.

गोली: मेरे निपल्स?

बबिता: हा, वैसे तेरी चेस्ट बूब्स से कम थोड़ी है बेटा. चल जल्दी टेबल पे लेट जेया.

फिर गोली नंगा टेबल पे लेट गया, और बबिता उसकी चेस्ट को पकड़ के उसके निपल्स पे जीभ घूमने लगी. उसने कुछ देर तक सक किया और फिर टाइम होने के बाद गोली अपनी जगह जेया कर बैठ गया.

अंजलि: बबिता जी, आपने गोली का साइज़ नही बताया.

बबिता (उसने देख कर अंदाज़ा तो लगाया था की इसका साइज़ 3 से ज़्यादा नई होगा. लेकिन इससे गोली की अछा नही लगता, इसलिए वो चुप रही): वैसे साइज़ में क्या रखा है अंजलि भाभी? हम आयेज बढ़ते है ना.

रीता: हा ये भी सही है बबिता जी.

टापू: ओरल सेक्स के लिए एक खिलाड़ी चुने. अगर वो नंगा नही है, तो कपड़ा उतरवाए.

टापू (सोचते हुए): अंजलि आंटी, जल्दी-जल्दी पनटी उतरिय. मुझे आपको ओरल सेक्स देना है.

अंजलि: हाए राम मैं? अछा ठीक है (फुल एग्ज़ाइटेड और खुश होके).

फिर अंजलि खड़ी हुई और उसने अपनी पनटी उतार दी, और टेबल पे टाँगें खोल के लेट गयी. उसकी छूट बिल्कुल क्लीन और मस्त सुगंध-दार थी, जिसे टापू ने बिना टाइम वेस्ट किए चाटना शुरू कर दिया था. अंजलि अपने बूब्स को दबा रही थी ब्रा के उपर से ही, और उसने बीच में अपनी टाँगें टापू के शोल्डर्स पे रख दी थी. खैर टाइम ख़तम होने के बाद अंजलि उठ कर अपनी जगह बैठ गयी, और उसके चेहरे पर बहुत प्यारी स्माइल थी.

अंजलि: 8 नंबर प्लेयर से स्पॅंक कारवओ (यानी अंजलि को गोली से स्पॅंक करवाना था).

अंजलि फिर टेबल पे डॉगी पोज़िशन में आ गयी, गोली के सामने अपनी मस्त गोरी-गोरी गांद दिखाते हुए. गोली भी उठा, और उसने पहले तो अंजलि की स्मूद गांद पे हाथ घुमाया. फिर उसने ज़ोर से अंजलि की रिघ्त गांद पे छाँटा मारा, जिससे अंजलि पूरी हिल गयी. कुछ सेकेंड्स में ही अंजलि की गांद रेड-रेड हो गयी.

अंजलि: गोली बेटा, इतनी ज़ोर से! उमीद करती हू की तू गांद भी इतनी ज़ोर से ही मार पाता होगा.

गोली (तोड़ा नर्वस हो कर): हा, क्यूँ नही अंजलि आंटी.

गोगी: अंजलि आंटी आपकी गांद तो टमाटर जैसी लाल हो गयी. दर्द तो नही हो रहा ना?

अंजलि: तुम में से किसी की बारी आने दो. फिर बताती हू कैसा दर्द होता है.

नेक्स्ट बारी थी हमारे पिंकू की: निपल्स लीक कर 5 नंबर प्लेयर के.

सोनू: हाए यहाँ सब एक-दूसरे के निपल्स चूस रहे है. बस मैं और अंजलि आंटी ही बचे है. सॉरी पिंकू, मेरे निपल्स चूसने का तेरा मौका तो गया.

माधवी: इस बेचारे का दिन ही अछा नही है आज बेटा.

बबिता: चलो आयेज बढ़ते है.

सोनू: अगर नंगी नही हो तो कोई 2 कपड़े उतारो.

टापू: देखा सोनू, फाइनली तेरी इचा पूरी हो गयी. अब ब्रा उतार दे, ताकि किसी को तेरे निपल्स चूसने का मौका मिले तो मिस ना हो.

सोनू: वेरी फन्नी टापू, लेकिन किसने कहा मैं ब्रा उतारुँगी (थोड़े नखरे दिखाते हुए)?

दोस्तों वैसे तो वो ऑरेंज ब्रा और जीन्स में थी. उसने सोचा की ब्रा रहने दिया जाए और जीन्स और पनटी उतार देती हू. ठीक वैसे ही उसने जीन्स उतरी, और अंदर मॅचिंग ऑरेंज पनटी पहनी थी. जब उसने उतरी, और उसकी मस्त जवान प्यारी-प्यारी छ्होटी छूट सब ने देखी.

सोनू: टापू तेरा सपना तो सपना ही रह गया.

टापू: हहे, सोनू तू टापू के जाल में फ़ासस गयी. मैने तुझे ब्रा उतारने इसलिए कहा क्यूंकी मुझे पता था तू उसका उल्टा करेगी. और अब ओरल सेक्स करने का किसी को आएगा, तो वो सीधा तेरी छूट चाट सकता है ना.

बबिता: वेरी स्मार्ट टापू.

सोनू: टापू, तू भी ना, (पॉज़ लेके) बहुत तर्की है.

सब हासणे लगे और ग़मे आयेज बढ़ता है.

गोगी: (मेक आउट करो 5 नंबर प्लेयर के साथ) ओये सोनू, आजा मेक आउट करते है. टापू नाराज़ तो नही होगा ना?

टापू: गोगी ये तो ग़मे है. इसमे क्या नाराज़ होना?

सोनू: हा गोगी, और वो नाराज़ क्यूँ होगा? तू उसकी चिंता मत कर. और मैं तेरे पास नही अवँगी, तुझे मेरे साथ मेक आउट करने का आया है, तो तुझे आना पड़ेगा (टापू को जेलस फील करना चाहती थी).

फिर गोगी नंगा उठता है, और सोनू को फेस करके उसकी कोमल टाँगों पे बैठ के उसको लॅप डॅन्स देने लगता है. गोगी का यहाँ खड़ा होने लगता है, जिसके बाद उसका लंड सोनू के पेट पे टच होता है. सोनू उसे देख कर मुस्कुराती है, और वो भी गोगी का साथ देने के लिए गोगी की गांद को दबा के उसके और करीब ला रही थी.

टापू: तुम्हारे 30 सेकेंड्स पुर नही हुए क्या (जेलासी में)?

अंजलि: ओफफो, लगता है किसी की गांद जल रही है बबिता जी. नही?

बबिता: मुझे भी ऐसा ही लग रहा है अंजलि भाभी.

माधवी: (कोई 2 बंदे चुनओ, जो एक प्लेयर को ओरल सेक्स देंगे, अगर तुम भी दोगे तो) माँझे?

बबिता: यानी माधवी भाभी आपको 2 लोग चूज़ करने है. मान लीजिए की आपने बोला रीता मुझे ओरल सेक्स देगी. तो उसके बाद आपको भी मुझे ओरल सेक्स देना पड़ेगा. ऐसे.

माधवी: अर्रे वाह. (सोचते हुए) टापू, चल तेरी इक्चा पूरी कर देती हू. सोनू को ओरल सेक्स दे
(सब लॅडीस खुश होती हुई).

सोनू: आई? फिर आपको भी मुझे ओरल सेक्स यानी आपको भी मेरी छूट चाटनी पड़ेगी.

माधवी: ठीक है ना. ग़मे है. और टापू कितना एग्ज़ाइटेड है सोच. तू कितनी खुश होगी की तुझे चाहने वाले बारी-बारी ओरल सेक्स देंगे.

अंजलि: ये होता है मा का प्यार.

इसके बाद सोनू भी स्माइल देकर टेबल पे लेट गयी, और टापू ने प्यार से सोनू की गोरी-गोरी टाँगों पे किस किया, और फिर सोनू की प्यारी-प्यारी नाज़ुक छूट के पास जेया कर उसे स्मेल करने लगा. उसने सोनू की दोनो टाँगें अपने शोल्डर पे रख दी, और तोड़ा खड़ा हो गया. जिसकी वजह से सोनू का हेड बस टेबल पे था. बाकी टापू ने उसे हवा में उठा लिया था, उसकी छूट पे अपना मूह रख के.

सोनू: अर्रे टापू, ये कैसा तरीका है बर चाटने का?

लेकिन टापू कुछ सुने बगैर अपनी पसंदीदा औरत की छूट चाटना शुरू कर दिया. 30 सेकेंड्स होने के बाद टापू ने उसे प्यार से लिटाया, और सोनू को भी अछा लगा था. इसलिए उसने टापू के गले में अपना हाथ डाला, उसे अपने पास खींचा, और प्यार में उसने टापू के लिप्स पे किस किया.

फिर उसे याद आया की टापू के होंठो पे तो अभी भी सोनू की छूट का ही टेस्ट था. इसलिए उसका मूह तोड़ा गंदा सा हुआ, और सब हासणे लगे. रीता ने सोनू के बूब्स को प्यार से दबाते हुए कहा-

रीता: सोनू प्यार का स्वाद कैसा लगा?

सोनू: एवव रीता दीदी!

फिर सोनू वैसे ही लेती रही, और माधवी ने सोनू की टाँगों को फैलाया, और उसकी छूट चाटने लगी. माधवी तो सोनू की छूट में अपनी जीभ ही इतनी गहराई तक डाल रही थी, की 2 मिनिट्स और चलता तो सोनू का पानी ज़रूर निकल जाता. खैर फिर सब अपनी-अपनी जगह आ कर बैठे.

गोली: (आप किसी भी प्लेयर को नंगा करके 30 सेकेंड का ओरल सेक्स कर सकते है) (सोचते हुए) रीता दीदी. आप अपनी पनटी उतार दीजिए. मैं आपकी छूट चाटूंगा.

रीता: फाइनली किसी को तो मेरी छूट चाटने में इंटेरेस्ट आया. थॅंक योउ गोली बेटा (रीता ने अपनी पनटी उतार दी, और दोनो खड़े हो गये).

रीता घुटनो पे बैठ के ब्लोवजोब देने ही जेया रही थी, की बबिता ने रोक दिया.

बबिता: रीता इसमे दोनो को ओरल सेक्स देना है. वो भी एक साथ.

रीता: एक साथ कैसे हो सकता है?

गोली: बबिता आंटी, योउ मीन 69?

बबिता: वो मुझे नही पता. बुत दोनो एक ही वक़्त पे ओरल सेक्स दे सकते है.

टापू: आइडिया (उठ के गोली और रीता के पास आता है). रीता दीदी आप यहाँ टेबल पे लेट जाओ, और हा, आपका फेस गोली की साइड रखना.

रीता फिर पीठ के बाल लेट गयी, और गोली ठीक उसके हेड के पीछे खड़ा था.

टापू: गोली तू अपना लंड रीता दीदी के मूह में डाल, लेकिन आराम से. और रीता दीदी आप गोली की गांद को कस्स के पकड़ लेना.

फिर गोली और रीता ने ठीक वैसा ही किया.

टापू: गोली अब तू पूरा झुक के रीता दीदी की छूट पे मूह रख दे, और इन्हे उठा ले. और फिर रीता दीदी आप अपनी टाँगें गोली के मूह के आस-पास रॅप कर लेना.

रीता की ये सुन के गांद फटत गयी, की गोली उसे गोद में उठाएगा, और वो भी जब रीता खुद अपसाइड-डाउन होगी. वो भी गोली के लंड को मूह में रखते हुए (सब बाकी मेंबर्ज़ शॉक हो जाते है. ये नयी चीज़ देख कर और टापू से इंप्रेस हो जाते है).

फिर गोली रीता को उठा लेता है, और रीता उल्टी लटकते हुए गोली की गांद पकड़ी हुई थी, ताकि वो गिरे नही, और गोली का छ्होटा लंड चूस रही थी. वहीं गोली ने रीता की कम बालों वाली छूट पे अपना मूह रखा था, और वो चाट रहा था.

फिर टाइम होने के बाद टापू ने रीता को फिर से टेबल पे लेटने के लिए हाथ बढ़ाया, और सब मुस्कुराते हुए अपनी-अपनी जगह बैठ गये.

बबिता: ये नया देखा हा मैने टापू.

अंजलि: बबिता जी ये तो अछा है रीता और गोली थे. मान लीजिए की माधवी भाभी और (सोचते हुए) गोगी होते तो?

माधवी: आगा बाई, उसमे क्या, ऐसा होता तो मैं गोगी का लंड लेकर उसे उल्टा लिटा के खड़ी होती. मतलब मैं गोगी को गोद में उठा लेती.

गोगी: चलो ना माधवी आंटी, फिर करते है.

माधवी: अर्रे मैं तो ऐसे ही कह रही थी बेटा.

सब हासणे लगते है, और इसी के साथ हमारा ये रौंद भी पूरा होता है.

रीता: वैसे बबिता जी, आप, अंजलि भाभी, और सोनू ऐसे ब्रा और पनटी पहने हुए है. मज़ा नही आ रहा. उतार दीजिए ना.

सोनू: लेकिन रीता दीदी हमे कहाँ टास्क मिला है.

गोली: लेकिन उतार दो ना. फिर क्या है, सब बिना कपड़ों के बैठेंगे तो मज़ा भी आएगा ना.

माधवी: सही बात है गोली बेटा. अब बच्चो का मॅन है तो बबिता जी, अंजलि भाभी उतार दीजिए ना.

फिर जिस-जिस ने भी कुछ भी पहना था, वो सब उतार दिया, और वहाँ फिर सभी मेंबर्ज़ बिल्कुल बिना कपड़ों के अपनी-अपनी जगह बैठे थे.

तो दोस्तों यहाँ तक की कहानी कैसी लगी ज़रूर बताए कॉमेंट्स करके.

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