कहानी घर घर की

मुझे पता है पापा, चलिये अब अपनी बेटी को खूब रगड़ रगड़ के चोदिये, मुझे भी आपका लौड़ा बहुत पसंद है पापा, मुझे इसे चूसने में और अपनी चूत और गांड में लेने में बहुत मज़ा आता है। मेरी चूत आपकी है, मेरी गांड भी आपकी है। खूब चोदिये पापा मुझे।

आई ऍम प्राउड के तुम मेरी बेटी हो, मैं कितना किस्मत वाला हूं के मुझे पार्वती जैसी रांड बीवी मिली है , और तुम जैसी छिनाल बेटी को पैदा किया है। चल अब जल्दी से अपने कपड़े उतार , वैसे मैने नाश्ता भी नहीं किया, अपनी चूत से मूत पिला और अपनी गांड से मुझे पीले पीले केक्स खिला।अपनी गांड में कुछ बचा के रखा है या सारा हग दिया सुबह सुबह??

नहीं पापा अभी भी आपके नाश्ते के लिये कुछ बचा के रखा है, आयिये आपको अपना गांड में पकाया नाश्ता खिलाती हूं।

पार्वती: बाप और बेटी का ऐसा प्यार कितना अच्छा लगता है न कमल, काश मेरा भी कोई बाप होता तो मैं उस से खूब चुदवाती।

तुर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर र्र थुस्सस्सस्सस्सस्सस्सस्स रथुस्सस पुर्रर्र तूउर्र

कमल: भाभी ये तुमहारी गांड से कैसी कैसी आवाज़ें आ रही है, लगता है ओम भैया ने खूब मरी है रात को तुम्हारी गांड।

पार्वती: हां रे कमल, कल तेरे भैया ओम ने मेरी चूत और गांड चोद चोद के एक कर दी। और उसपर से कल रात खाना भी मसालेदार खा लिया था, ये सब उसी का असर है।

कमल:तो चलो न भाभी मेरे कमरे में मुझे भी बहुत भूख लगी है, मैने भी नाश्ता नहीं किया, ओम भैया श्रुति की गांड से खा लेंगे आप मुझे अपनी गांड से खिला देना।

यह कहानी भी पड़े  जवान विधवा लड़की की कामुकता

अगला भाग

ओह भैया येह क्या कर रहे हो, छोड़ो न भैया मुझे बहुत काम है।

ओह आशा तुम्हारी कातिल जवानी से ज़्यादा देर दूर नहीं रह सकता मेरी क्यूट लील सेक्सी सल्ट सिस्टर ।

अभी घंटे भर पहले ही तो मेरी गांड मार चुके हो, फिर इतनी जल्दी कैसे खड़ा हो गया तुम्हारा लौड़ा??

अगर तुम्हारी जैसी छिनाल बहन घर में गांड हिलाते हिलाते घूम रही हो तो मुझ जैसे बहनचोद का लौड़ा कैसे चुप रहेगा। मैं बस यहां से गुज़र रहा था, देखा के तुम्हारा पैजामा तुम्हारी गांड में अटक गया है, ये सीन देखकर मुझसे रहा नहीं गया और मैं चला आया तुम्हारी गांड चाटने को

तेरी गांड चूसने का बेहत दिल कर रहा है आशा, चल उतार अपनी सलवार और टेसट लेने दे मुझे तेरी गांड का।

मगर भैया मा ने देख लिया तो गज़ब हो जायेगा, अगर मा को पता चल गया के मैं इस टाइम तुमसे अपनी गांड चटवा रही हूं तो मुझे मार डालेगी, जानते नहीं मा ने स्ट्रिक्टली कहा है अगर चोदना चुदवाना है तो सुबह के ९ बजे से पहले और रात के दस बजे के बाद।

अरे मा तो खुद रंडी की तरह अपने चौकीदार नंदु से चुदवा रही है अभी अभी देख के आ रहा हूं। और वैसे भी मा ने चोदने चुदाने को मना किया है, खाने पीने पर तो कोई रोक नहीं है ना, मैं मा से कह दूंगा मैं आशा की गांड से अपना नाश्ता खाने और चूत से जूस पीने आया था। तब तो मा कुछ नहीं कहेगी।अरे भाई हां यह बात तो बिल्कुल सही कही तुमने, मां तो खाने पीने पर कभी नाराज़ नहीं होती।

यह कहानी भी पड़े  शिमला जाके बर्तडे पर जमकर चुदी

Pages: 1 2 3 4



error: Content is protected !!