प्रीति और मैने दोनो ने एक-दूसरे की तरफ देखा, और शैतानी स्माइल दी. चाहे हम तक चुके थे, लेकिन एक-दूसरे को खुश करने की हमारी तड़प अभी भी बहुत थी. फिर हमने एक-दूसरे को इशारा किया, अपनी चेर्स पकड़ी, और मॉनिटर के सामने चेर्स पर बैठ गये.
प्रीति की छूट में इतना माल भरा था, की माल लगातार उसमे से रिस रहा था. इधर मेरे लॉड से भी पानी निकलना बंद नही हो रहा था. फिर हमने गहरी साँस ली. हमारी आँखें मिली, और उसने इशारा किया. “ठीक है,” उसने मुस्कुरा कर कहा. “चलो इसको दिखाए हमारे पास क्या है.”
फिर प्रीति माल से भारी छूट पर अपनी उंगलियाँ फेरने लगी, और नुसरत उत्सुकता से देखने लगी. मैं भी अपना हाथ अपने लंड पर ले गया, जो उस वक़्त आधा खड़ा था, लेकिन प्रीति के माल से पूरी तरह से गीला था, जिससे उसको हिलने में आसानी हो रही थी.
“एम्म,” प्रीति ने आ भारी. उसकी आँखें लगातार स्क्रीन पर थी, और वो नुसरत के हाथो की हरकत देख रही थी. “ये सब बहुत अछा लग रहा था.”
उसकी उंगलियाँ उसकी क्लिट के आस-पास घूम रही थी, कभी आठ की शेप बना रही थी. क्लिट फूल चुकी थी, और ज़्यादा करने की माँग कर रही थी. उसका दूसरा हाथ नीचे गया, और छूट के लिप्स को खोल कर उसके अंदर का गीलापन दिखाने लगा. “देखो इसको,” नुसरत बोली. “तुम बहुत खूबसूरत हो प्रीति.”
प्रीति के गाल शरम और उत्सुकता से लाल हो गये. उसको ऐसे कभी किसी ने नही देखा था, लेकिन इसमे जो थ्रिल था उससे उसको मज़ा आ रहा था. उसकी साँसे तेज़ होने लगी जब उसने देखा नुसरत का हाथ उसके हाथ को कॉपी कर रहा था.
नुसरत की उंगलियाँ उसकी अपनी क्लिट पर काम कर रही थी. हर स्ट्रोक के साथ उसके बूब्स उछाल रहे थे. “करती रहो, आ,” नुसरत ने कहा. “मैं तुम दोनो को दोबारा झाड़ते हुए देखना चाहती हू.”
तब तक मेरा लोड्ा फिर से अपने पुर साइज़ पर खड़ा था, और अगले रौंद के लिए बिल्कुल तैयार था. मैं प्रीति को खुद को टच करते हुए देख रहा था, कैसे उसकी उंगलियाँ उसकी छूट पर घूम रही थी. वो इसमे डूब रही थी, और उसकी आहें हर स्ट्रोक के साथ तेज़ होती जेया रही थी. उसके बड़े चुचे यो-यो की तरह उछाल रहे थे, और उसके चेहरे पर मज़े वाले एक्सप्रेशन्स थे.
दूसरी तरफ नुसरत भी अपने आप एक एरॉटिक नज़ारा दिखा रही थी. उसने एक पिंक कलर का वाइब्रटर लिया, और उसको ओं कर दिया. उसकी आवाज़ पुर रूम में गूंजने लगी. “चलो एक-दूसरे को मज़ा देते है,” उसने कहा, उसकी आवाज़ कामुकता से भारी थी.
प्रीति का हाथ तेज़ी से चल रहा था, और उसकी आँखें स्क्रीन से चिपकी थी. “श,” उसने आ भारी, उसकी आवाज़ में वासना थी. “बहुत मज़ा आ रहा है.”
नुसरत उसको ध्यान से देख रही थी. फिर उसने वाइब्रटर हाथ में लिया, और उसको अपनी छूट के मूह पर रखा. उसकी छूट इतनी गीली थी, की वो आसानी से अंदर चला गया. “एम्म,” वो गुर्राय, उसकी आँखें मज़े से आधी बंद हो गयी. “तुम मुझे देख रहे हो, हैईना?”
प्रीति ने सर हिलाया, उसका हाथ उसकी क्लिट पर और तेज़ी से फिरने लगा. “एस,” उसने कहा, उसकी आवाज़ में अंतर्वसना भारी हुई थी. “ये बहुत हॉट है.”
“तुम्हारा क्या हाल है, राहुल?” नुसरत ने हवस भारी आवाज़ में पूछा. “क्या मेरे होने से तुम्हे मज़ा आ रहा है अभी तक?”
“ओह, हा,” मैने जवाब दिया अपना लंड मसालते हुए. “तुम कमाल की खूबसूरत हो.”
“अगर ऐसी बात है, तो मैं तुम्हे दिखना चाहती हू, की मैं सच में कितनी खूबसूरत हू. तुम जानते हो ना तुम्हे क्या करना है, हैईना?” नुसरत ने पूछा.
प्रीति और मैने दोनो के सर हिलाया, नुसरत की सेक्सी हरकतों को देखते रहने के लिए. फिर वो वाइब्रटर को अपनी छूट के अंदर-बाहर करने लगी. उसकी आहें बढ़ती गयी, और हवस भी बढ़ती जेया रही थी. “च्लो तुम दोनो,” उसने बोला, उसकी आँखें कॅमरा में से हमे देख रही थी. “मैं तुम दोनो को झाड़ते हुए देखना चाहती हू.”
उसके ये कहते ही मैं और प्रीति तेज़ हो गये. मैं प्रीति को अपनी छूट में फिंगरिंग करते हुए देख रहा था, और प्रीति मुझे मूठ मारते देख रही थी. पूरा कमरा हमारी आ आ श की आवाज़ो से भरा हुआ था. दोनो लड़कियाँ अपना पूरा ज़ोर लगा कर मोन कर रही थी.
मुझे यकीन था की मेरे पड़ोसी यहीं सोच रहे होंगे की मैं एक किकी पार्टी कर रहा था. लेकिन उस वक़्त मुझे कोई परवाह नही थी. ये ज़िंदगी का एक सुनेहरी मौका था, जिसको मैं पूरी तरह से एंजाय करना चाहता था. और मैने किया भी वहीं.
प्रीति का हाथ एक मशीन जैसे उसकी छूट पर घूम रहा था. उसका पानी सब जगह चालक रहा था, लेकिन उसको कोई परवाह नही थी. उसके बूब्स उछाल रहे थे, और निपल्स पहाड़ जैसे कड़क हो चुके थे. वो बहुत गीली हो चुकी थी, और मुझे छाप-छाप की आवाज़े आ रही थी. “ओह नुसरत,” प्रीति ने मोन किया. “तुम्हारी छूट बहुत खूबसूरत है.”
नुसरत वाइब्रटर अंदर-बाहर कर रही थी. “तुम्हारा लंड राहुल,” उसने साँस भारी. “काश मैं इसको हिला रही होती.”
“एमेम,” मैने मोन किया. मैने देखा वाइब्रटर उसकी छूट में गायब/प्रकट हुआ जेया रहा था. “काश मेरा लंड तुम्हारे अंदर जेया रहा होता.”
प्रीति की आँखें घूम गयी जब उसने नुसरत की आवाज़ सुनी. उसके हाथ छूट पर तेज़ हो गये. उसकी छूट का माल उसकी उंगलियाँ भिगो रहा था, और साँसे भारी हो रही थी. “ओह सिर,” उसने फुसफुसाया, “बहुत मज़ा आ रहा है इसमे.”
नुसरत ने हमे देखा मुस्कुराते हुए, उसकी आँखें प्यास से भारी थी. वो वाइब्रटर छूट में घुसने लगी और मोन करती रही. “झड़ो मेरे लिए,” उसने कहा. “मैं झाड़ते हुए तुम्हारे चेहरे देखना चाहती हू.”
प्रीति के हाथ उसकी टाँगों के बीच थे. उसकी छूट फूल चुकी थी, और बहने के लिए भीख माँग रही थी. उसके बूब्स उछाल रहे थे, और चेहरे पर चरमसुख के भाव थे. “मेरा निकालने वाला है,” उसने कहा. “बहुत ज़्यादा निकालने वाला है.”
मैं हाथ में लंड लिए उसको देख रहा था. “बह जाओ,” मैने वासना भारी आवाज़ में कहा. “नुसरत के लिए अपनी छूट का पानी निकालो.”
फिर प्रीति ने हा बोलते हुए अपनी छूट में 2 उंगलियाँ डाली, और अंगूठे से क्लिट दबाने लगी. उसकी छूट बहुत गीली और टाइट थी, और वो मुझे पागल बना रही थी. मैं और तेज़ी से लंड हिलने लगा, और मेरा खून मुझे लंड की तरफ दौड़ता महसूस हुआ. “ओह प्रीति,” मैं गुर्राया. “तुम बहुत सेक्सी हो.”
प्रीति और ज़ोर से मोन कर रही थी. उसके चुचे आपस में टकरा रहे थे हर झटके के साथ. उसकी गांद मुझे अपनी तरफ बुला रही थी. “मैं निकालने वाली हू,” उसने कहा. “बहुत ज़ोर का निकलेगा.”
“हा करो मेरी जान,” नुसरत ने कहा. “मुझे देखना है.”
प्रीति पूरी आँखें खोल कर नुसरत को स्क्रीन पर देख रही थी. नुसरत वाइब्रटर से अपनी छूट चुदाई कर रही थी. वो आहें भर रही थी. “ओह नुसरत, तुम बहुत सेक्सी हो,” प्रीति ने कहा.
अब प्रीति खुद को और नही रोक पाई, और उसकी छूट से बहुत सारा माल निकालने लगा. उसकी छूट के बहने का नज़ारा देखने वाला था. नुसरत की पूरी आँखें खुल गयी, और वो प्रीति की स्पीड को मॅच करने के लिए और तेज़ छूट चुदाई करने लगी. कमरे में हर किसी की आवाज़ गूँज रही थी.
“एस, प्रीति,” नुसरत ने उसको हॉंसला देते हुए कहा. उसकी साँसे उखाड़ रही थी. “अपने हाथ पे झाड़ जाओ, और गंदा कर दो सब कुछ.”
उस वक़्त माल प्रीति की उंगलियों से बह रहा था. जिस कुर्सी पर वो बैठी थी, वो भी गीली हो रही थी. ये देख नुसरत और मैं अब और नही रुक पाए.
“मैं और बर्दाश्त नही कर सकता,” मैने लंड हिलाते हुए कहा. “मैं निकल रहा हू.”
“झाड़ जाओ राहुल मेरे लिए,” नुसरत ने कहा, उसका हाथ उसकी छूट पर था. “दिखाओ मुझे तुम्हे ये सब देख कर कितना मज़ा आया.”
उसके शब्द आग में गीयी डालने का काम कर रहे थे. मैं उसकी छूट को वाइब्रटर खाते हुए देख रहा था. मेरा लंड प्रेकुं निकाल कर झड़ने की भीख मान रहा था. आख़िरकार मेरे लंड ने कमरे में चारों तरफ पानी छ्चोढ़ दिया. उसमे से माल की लाड़ियान बाहर आ रही थी. मेरा माल कुर्सी और स्क्रीन पर भी गिरा. ये देख कर प्रीति की आँखें फटत गयी.
“वाउ,” उसने मुझे देखते हुए कहा. “तुमको भी अछा लगा?”
“अछा लगा?” मैं हस्सा, अपने मूह के किनारे से माल की लदी सॉफ करते हुए. “ये लाजवाब था.”
नुसरत को भी अब ज़्यादा टाइम नही लगा. उसकी छूट वाइब्रटर पर टाइट होने लगी, और फिर आखरी कुछ झटकों के साथ आहें भारती हुई वो झाड़ गयी. उसका माल बिस्तर पर पिचकारी बन कर निकालने लगा. वो पीछे लेट गयी, और उसकी तेज़ साँसों की वजह से उसकी च्चती उपर-नीचे होने लगी. “वाउ,” उसने कहा, “ये तो अद्भुत था.”
“हा,” मैने लंड हिलाते हुए कहा.
जब प्रीति ने लंड की तरफ देखा, तो वो शॉक हो गयी. “मेरे जाने का वक़्त भी हो ही चुका है, सिर,” उसने कहा. उसकी आवाज़ अभी भी उखाड़ रही थी. “लेकिन मुझे इसमे सोच से ज़्यादा मज़ा आया.”
“चिंता मत करो, ये तो शुरुआत है प्रीति,” मैने स्माइल करते हुए कहा. “हमारे पास बहुत वक़्त है, सब कुछ करने के लिए.”
प्रीति मुस्कुराइ, और वॉशरूम में क्लीन करने चली गयी. उतनी देर मैं नुसरत से छत करने लगा, और उसका शुक्रिया अदा किया इस कमाल के अनुभव के लिए.
जब प्रीति वापस आई, तो उसने नया सॉवॅर-कमीज़ पहना हुआ था. उसके बाल बँधे हुए थे. “शुक्रिया सिर,” उसने अपनी टूट-ती आवाज़ में कहा. “मैने कभी नही सोचा था ऐसा ही हो सकता है.”
मैने उसको आँख मारते हुए कहा, “जल्दी आना कल. हम और मज़ा करेंगे.”
प्रीति ने हा कहा. मैं जानता था की वो भी करने की फिराक में थी. उसकी आँखें चमक गयी, और गाल गुलाबी हो गये. फिर उसने अपना समान इकट्ठा किया, और चली गयी अपनी खुश्बू पीछे छ्चोढ़ कर. मैं अपनी कुर्सी पर बैठ गया. लंड मेरा खड़ा था अभी भी. मैं आने वाले फ्यूचर के बारे में सोचने लगा की आयेज क्या होने वाला था.
“ठीक है नुसरत, मैं अब जाके सॉफ करता हू,” मैने कहा. फिर मुस्कुराते हुए मैने साइन ऑफ कर दिया. इसमे मुझे बहुत मज़ेदार अनुभव मिला. अब मैं आयेज के लिए एग्ज़ाइटेड था.
उमीद है आपको मज़ा आया होगा. प्लीज़ कॉमेंट करना ना भूले. अगर आप भी अपनी एरॉटिक फॅंटसीस पूरी करना चाहते है, तो यहाँ क्लिक करे.