सील तोड़ कर लड़की की डुमदार चुदाई की

मैने अर्पिता को बेड पर सीधा किया और उसके उपर आ गया. वो मुझे बड़े प्यार से कामुक नज़रो से देख रही थी. मैं अपने होंठ उसके गरम होंठो पर रख कर चूसने लगा. वो सेक्स की आग में मुझे चूसने में पूरा साथ दे रही थी. मैने भी उसे इतना ज़बरदस्त किस किया की उसका होंठ काट गया.

उसके मूह से सिसकी निकल गयी. 10 मिनिट तक मैने उसके चेहरे और नेक पे किस किया. अब मैने जल्दी से उसके सारे कपड़े निकाल दिए. अर्पिता मेरे सामने सिर्फ़ एक रेड पनटी में थी. उसके गोरे बूब्स पर ब्राउन निपल बहुत खूबसूरत लग रहे थे.

मैं उसके बूब्स पर टूट पड़ा, और पागलों की तरह उसके बूब्स को चूसने लगा. अर्पिता मेरे सिर को बूब्स में दबाने लगी. मैं एक हाथ से बूब्स के निपल को नोचने लगा, और दूसरे को चूसने लगा. उसकी गरम सिसकियाँ मुझे और अग्रेसिव बना रही थी.

15 मिनिट उसके बूब्स खूब दबा-दबा के चूज़. इससे उसके बूब्स लाल हो गये थे. अर्पिता की दर्द भारी सिसकियाँ भी निकल रही थी.

अर्पिता: आह आह ऑश उफ़फ्फ़ एस बेबी.

मैं अब उसके दोनो सॉफ्ट बूब्स को एक साथ दबाने लगा. दोनो निपल को ज़ोर-ज़ोर से दबाते हुए निचोड़ने लगा, जिससे निपल लाल होने लगे. वो मुझसे दर्द में बोली-

अर्पिता: मेरे राजा जी, आप आज मुझे मार ही दोगे. बहुत ज़ोर से दबाते हो. मुझे जितना मज़ा आ रहा है, उतना दर्द हो रहा है.

मैं: बेबी दर्द हो रहा है तो धीरे से दबौउ?

अर्पिता: मेरी जान, मैने कब माना किया है. आह श और दब्ाओ ना.

मैं उसके दोनो बूब्स को दबाते हुए उसके नेवेल को चाटने लगा. अर्पिता की गोरी चिकनी नेवेल मूह में लेके डाट से काटने लगा. उसकी ज़ोरदार सिसकियाँ निकल जाती थी. एक तो बूब्स दबाने से और दूसरा नेवेल को काटने से उसकी हालत पतली हो गयी.

20 मिनिट नेवेल को चाट कर और चूस कर मैने गीला कर दिया. रेड पनटी में उसकी छूट का रस्स दिख रहा था. पनटी उसने पूरी गीली कर दी थी.

अब उससे रहा नही गया, और अर्पिता ने मुझे अपने नीचे किया. मेरे सारे कपड़े जल्दी से निकाल के फेंक दिए. मैं भी अब अंडरवेर में था. वो बड़े अग्रेसिव ढंग से मेरे लिप्स, चेस्ट, और नेवेल को चाटने लगी. मेरी भी सिसकियाँ उसकी गरम सिसकी के साथ निकल रही थी.

मैं: उहह उम्म्म आह.

अर्पिता: उहह उहह उम्म्म बेबी बेबी.

बेबी आज मुझे कसम से बहुत मज़ा आ रहा है. मुझे भी औरत होने पर नाज़ हो रहा है. उम्म्म उहह बेबी. मेरे रोहित बाबू आह.

अर्पिता ने 15 मिनिट तक मेरी चेस्ट और पेट तक चाट कर गीला किया. मुझे भी बहुत आनंद आ रहा था. वो अब मेरे अंडरवेर में खड़े लंड को देख रही थी. वो उसे देख कर बोली-

अर्पिता: वाउ, देखो कैसे खड़ा है बदमाश. आज इसे खा जौंगी. मुझे बहुत तडपया है.

अर्पिता ने मेरी अंडरवेर ज़ोर से खींच के फाड़ दी, और मेरा गरम काला 7 इंच का लंड उसके सामने आ गया. उसे हाथ में लेके वो बोली-

अर्पिता: मेरे पातिदेव जी. आपका हथियार बहुत स्ट्रॉंग है. कितना गरम हो रहा है. आज से मैं हमेशा इसी से चूड़ना पसंद करूँगी. आप मुझे हर बार खुश करने आओगे ना?

मैं: मेरी जान, तू मुझे बुलाएँगी तो ये तेरा पति कैसे नही आएगा.

अब अर्पिता ने झुक कर लंड को मूह में भर लिया, और लंड के टोपे को चूसने लगी. मैने उसका सिर दबाया, तो लंड पूरा मूह में चला गया. जिससे वो खाँसने लगी और बोली-

अर्पिता: उम्म्म ऑश, रूको ना, मैं ले रही हू. नही जेया रहा है अंदर. लेकिन मैं ले लूँगी खुद से.

फिर मैने अर्पिता को 69 पोज़िशन में किया. उसकी पनटी मैने उतार दी. फिर उसकी छूट मेरे मूह के सामने थी. मैं अपनी ज़ुबान उसके छूट में घुसा के घूमने लगा, जिससे वो मचल गयी. फिर ज़ोर-ज़ोर से लंड मूह में लेने लगी. मैं अर्पिता की छूट चाट-ता और दाने पर बीते करता, तो उसकी सिसकी निकल जाती.

अर्पिता: श आह उहह. बहुत मज़ा देते हो आप तो. इतना आनंद कभी नही आया. आपका लोड्‍ा भी बहुत सख़्त है.

वो मेरा लंड पूरा मूह में लेके अंदर ज़ुबान घूमती, जिससे बहुत मज़ा आने लगता. मैने उसका मूह लंड में दबा दिया. ऐसे ही मूह में दबाते हुए मैं उसकी छूट का रस्स चाट रहा था. वो झाड़ गयी थी. 20 मिनिट इस पोज़िशन में बहुत मज़ा आ रहा था. मैं भी अब झड़ने वाला था. तो मैने उससे कहा.

मैं: बेबी हॅट जाओ. मैं अब झड़ने वाला हू.

अर्पिता: मुझे आपका रस्स पीना है.

और वो ज़ोर-ज़ोर से लंड चूसने लगी. मैं अपनी ज़ुबान उसकी गांद के च्छेद पर घूमने लगा. 2 मिनिट बाद मैं उसके मूह में झाड़ गया. अर्पिता ने लंड मूह में ही रखा, और एक-एक वीर्या की बॉन्ड को पी गयी.

मेरी बॉल्स को भी उसने 5 मिनिट तक खूब छाता, और वापस से लंड चूसने लगी. मैं भी उसकी गांद को चाट-चाट के गीला कर रहा था, जिससे उसकी गरम सिसकियाँ आ रही थी.

अर्पिता: ऑश उहह एस रोहित बाबू. क्या सही चूत गांद को चाट-ते हो. मैं तो जन्नत में आ गयी आज.

10 मिनिट बाद मेरा लंड फिरसे खड़ा हो गया. अब उसने कहा-

अर्पिता: मेरे बाबू, अब रहा नही जेया रहा है. प्लीज़ अब डाल दो इससे छूट में, और फाड़ दो मेरे चूत.

मैं: बेबी डॉल, कॉंडम लगा दो.

अर्पिता: नो बेबी, मेरी सील तोड़नी है आपको. नो कॉंडम. अपना माल अंदर ही डाल देना ओक.

फिर मैने उसे सीधा किया बेड पर, और उसकी टांगे अपने कंधे पर की. छूट चिकनी थी, और मैने उसपे 2 छानते मारे. इससे उसकी आह उम्म्म निकल गयी. मैने अब 7 इंच का लंड छूट के च्छेद पर रखा. फिर एक ज़ोर का धक्का दिया तो लंड आधा छूट में समा गया. अर्पिता की छूट से खून और उसके मूह से चीख एक साथ निकल गयी. उसके आँखों से आँसू आने लगे.

अर्पिता: आह आह ह ऑश श धीरे करो. रुक जाओ आह मा.

मैं 5 मिनिट छूट में लंड दबाए रुका रहा, और उसके होंठो को चूसने लगा. बूब्स को दबाने लगा. जिससे उसका दर्द कम होने लगा. अब मैने एक और धक्का दिया, तो पूरा लंड छूट में फिट हो गया. फिरसे उसकी चीख निकल गयी.

अर्पिता: आह मा ऑश उफ़फ्फ़. बहुत बड़ा लंड है यार. बहुत दर्द हो रहा है.

मैं उसके होंठो को प्यार से चूसने लगा. अर्पिता की छूट से गरम खून निकल रहा था. आज उसकी सील टूट गयी थी. उसके फेस पर आँसू से चेहरा गीला हो गया. वो सिसकी पर सिसकी लिए जेया रही थी. मैं 10 मिनिट तक लंड दबाए उसके उपर उसे किस करते हुए पड़ा रहा.

फिर उसने ही नीचे से कमर हिला कर मुझे छोड़ने के लिए इन्वाइट किया. मैं भी धीरे-धीरे लंड अंदर बाहर करके हिलने लगा. वो बस आँख बंद करके उहह उहह उफ़फ्फ़ करने लगी थी.

अब मैने थोड़ी स्पीड बधाई, जिससे मेरे हर धक्के पर उसके बूब्स और अर्पिता हिलने लगती. उसके मूह से फिरसे दर्द भारी चीख निकालने लगी. लेकिन इस बार भी उसको चूड़ने में मज़ा आ रहा था.

अर्पिता: आह ह उहह मा श छोड़ो बाबा. बहुत मस्त कड़क लंड है आपका बेबी. आज मैं जन्नत की सैर कर रही हू. आपका लंड छूट के अंदर तक जेया रहा है. आह ऑश उहह और ज़ोर से. हा एस हार्ड चुदाई करो.

उसकी बातों से मुझे जोश आने लगा. मैं उसकी टाँग उसके बूब्स पर दबाते हुए उसे छोड़ने लगा. अर्पिता के पैरों में पायल चुदाई के झटके से आवाज़ कर रही थी. बहुत मस्त मज़ा आ रहा था.

15 मिनिट तक मैने उसे ऐसे ही दबा के खूब छोड़ा. फिर उसने छूट से अपना दूं निकाल दिया, जो बेड पर बहने लगा. अब मैने पोज़िशन चेंज की.

मैने उसे अब बटरफ्लाइ पोज़िशन में छोड़ना शुरू किया. इसमे मैं उसकी टांगे पकड़ के ज़ोर-ज़ोर से झटके देने लगा. इससे छूट का च्छेद और खुलने लगा. अर्पिता ने अपने दोनो हाथ से बेडशीट पकड़ ली. वो बस चुदाई का मज़ा और दर्द भारी सिसकियाँ ले रही थी.

10 मिनिट इसी तरह छोड़ने के बाद मैने पोज़िशन चेंज की. और अब अर्पिता को मैं स्पूनिंग पोज़िशन में लेके उसे छोड़ने लगा. लंड छूट में डालने के साथ उसके बूब्स भी ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगा. जिससे उसे बहुत मज़ा आ रहा था. अब मेरा झड़ने का टाइम आ गया था. 10 मिनिट छोड़ने के बाद मैने उससे कहा-

मैं: ऑश बेबी, मेरा झड़ने का टाइम आ गया है. तेरे टाइट छूट लंड का रस्स निकाल रही है अब.

अर्पिता: आह उफ़फ्फ़, एस बेबी निकाल दो अंदर ही. मुझे फील करना है. मेरी सुहग्रात पूरी करो.

मैं अब मिशनरी पोज़िशन में आके उसे जाम के छोड़ने लगा. अर्पिता के लिप्स चूस्टे हुए उसकी छूट में झाड़ गया. उसने भी मुझे पैरों से कस्स कर जाकड़ लिया. अर्पिता और मैं एक-दूसरे से लिपट गये. लंड पूरा छूट में दबा के मैने वीर्या निकाल दिया.

मैने उससे कहा: बेबी, मज़ा आया की नही?

अर्पिता: बेबी आप ने जो दिया है, उससे बहुत मज़ा आया है. आपका रस्स अभी भी छूट की गर्मी शांत कर रहा है. मैं तो अब आपकी पत्नी बन गयी हू. अब से हर बार आप से ही चुदाई करूँगी. मेरे चुदाई करने आओगे ना?

मैं: हा मेरे जान. तुझे छोड़ने कभी भी आ सकता हू.

अर्पिता: आज आपने मेरी छूट फाड़ दी है. ऐसी चुदाई मैने कभी नही सोची थी. बहुत मज़ा आया है. मैं लाइफ टाइम याद रखूँगी. थॅंक योउ.

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