सग़ी चाची और उनकी बेटी को चोदा

हेलो दोस्तों, कैसे हो आप सभी? मैं आशा करता हू, की आप सभी ठीक होंगे. जो रीडर पहली बार मेरी स्टोरी पढ़ रहा हो, उनको मैं अपने बारे मैं बता डू. मेरा नाम सोनू शर्मा है. मैं 26 का हू, और अभी देल्ही में रहता हू.

देखने में मैं सिंपल हू. मेरा लंड 7 इंच का है. मुझे चुदाई का बहुत चस्का है. मैने काफ़ी पहले से चुदाई करना चालू कर दिया था. कुवारि लड़की हो या बड़ी औरतें, किसी को नही छ्चोढा मैने, और बहुत दबा के छोड़ा है सब को.

मेरे पापा का हर 4-5 साल में एक जगह से दूसरी जगह ट्रान्स्फर होता है. इसलिए आपको लोकेशन स्टोरी में अलग-अलग मिलेगी मेरी. चलिए अब मेरा परिचय ख़तम हुआ, तो अब स्टोरी पे आते है.

ये कहानी एक-दूं सॅकी है. यहा से मैने असली चुदाई का सफ़र शुरू किया(ऐसा मैने क्यू बोला, जब आप नेक्स्ट पार्ट पढ़ोगे, तो आपको पता लग जाएगा). और तो और मुझे खुद भी आइडिया नही था, की ऐसा कुछ होगा मेरी ज़िंदगी में.


तो दोस्तों ये बात 2016 की है. तब मैं और मेरी फॅमिली बरोडा में रहते थे. उस वक़्त मैं कॉलेज में था, और कॉलेज की चुट्टिया भी चालू हो गयी थी.

घर वालो ने प्लान बनाया की गाओं चलते है. पापा ने सब की गाओं जाने की टिकेट्स कर दी. 2 दिन बाद हम सभी लोग गाओं पहुँच गये. जो की बुल्डनना डिस्ट्रिक्ट के पास है.

हमारे घर मे दादा, दादी, चाची(किरण) और उनकी दो बेतिया रिंकी और डॉली है.

मेरे चाचा की डेत काफ़ी पहले हुए थी, जब मैं 2-3 साल का था तब. इसलिए चाची के उपर सारी ज़िम्मेदारी थी अपनी दोनो बेटियों की.

डॉली काफ़ी भोली लड़की थी, और हम दोनो की काफ़ी अची बनती थी एक-दूसरे के साथ. क्यूंकी हम दोनो की उमर सेम ही थी. और रिंकी मेरे से दो साल छ्होटी थी. दोनो बहने एक-दूं ऑपोसिट थी एक-दूसरे के.

तो रात का टाइम था, और गर्मियाँ चल रही थी. मैं अपना खाना खा कर च्चत पे सोने चला गया, और मेरी नींद लग गयी (गाओं सब जल्दी सो जाते है, आपको पता ही होगा).

रात के कुछ 11 बाज रहे थे. मुझे महसूस हुआ, की किसी ने मेरा लंड हाथ मैं पकड़ा हुआ था, और लंड को आयेज-पीछ कर रहा था. पहले तो मुझे लग रहा था, की मैं कोई सपना देखा रहा था, क्यूंकी मेरी आखें बंद थी.

फिर कुछ मिनिट बाद मैं काफ़ी गरम हो गया था. मुझे लगा की मैं कोई सपना नही देखा रहा था. फिर मैने अपनी हल्की सी आँखें खोली, तो मैं चौंक गया. रिंकी मेरा लंड हिला रही थी चादर के अंदर. उसने मेरा हाथ उसके छ्होटे बूब्स पर रखा हुआ था.

अब मेरे अंदर का भी जानवर जाग गया था. फिर मैने अपनी आँखें खोली, और पहले आस-पास देखा (उतने में रिंकी ने अपनी आँखें बंद कर ली थी, और सोने का नाटक कर रही थी). मैने देखा की सब गहरी नींद में सो रहे थे.

मैं फिरसे लेट गया तोड़ा सा रिंकी की तरफ हो कर, और चादर ओढ़ ली. अब मुझे इतना पता चल गया था, की रिंकी सो नही रही थी. फिर मैने उसकी चड्डी के अंदर हाथ डाला, और छूट को मसलना चालू किया. रिंकी अभी जवान हो रही थी, और उसकी छूट पे हल्के-हल्के से छ्होटे बाल थे.

साथ ही साथ मैं रिंकी के बूब्स(जो की ज़्यादा बड़े नही थे तब)को भी दबा रहा था. रिंकी हल्की-हल्की सिसकियाँ ले रही थी ह्म ह्म करके.

ऐसा ही करते-करते मैने अपनी पंत नीचे की, और रिंकी के हाथ में मेरा लंड पकड़ा दिया. वो भी मेरे लंड को आचे से आयेज-पीछे करने लगी.

काफ़ी टाइम तक हमने ऐसे ही एंजाय किया एक-दूसरे के साथ. फिर एक-दूं से रिंकी ने हल्की सी आवाज़ में मेरे कान में कहा-

रिंकी: भैया अंदर डाल दो ना.

मे: अर्रे पागल हो गयी है क्या तू? कोई देख लेगा. (मैने ये इसलिए बोला था, क्यूंकी रिंकी वर्जिन थी 100%. तो शुवर था की आवाज़ भी करती वो, और कोई जाग जाता तो काफ़ी ज़्यादा प्राब्लम होती.

रिंकी: सुनो भैया मैं नीचे किचन मैं जाती हू. आप भी आ जाना 2-3 मिनिट बाद किचन में.

(आपको बता डू, की रिंकी ने किचन में क्यू बोला था. क्यूंकी नीचे घर में कोई भी नही था, और किचन से दूसरा बाहर जाने का दरवाज़ा भी था. साथ ही साथ अगर कोई मैं डोर से घर में आता भी, तो किचन से हुमको पहले पता लग जाता. इसलिए रिंकी ने किचन में मिलने बुलाया था)

मे: ठीक है तू जेया, मैं भी आता हू.

रिंकी बिस्तर से उठी, और दबे पावं नीचे चली गयी. कुछ मिनिट बाद मैने आचे से सबको देखा. सब गहरी नींद में सो रहे थे. मैं भी चुप-छाप नीचे घर के किचन में चला गया.

खिड़की से चाँद की हल्की-हल्की रोशनी आ रही थी. रिंकी ने जैसे ही मुझे देखा, तो वो मेरा पास आई और उसने मुझे लिप्स पे किस करना चालू कर दिया. साथ ही साथ वो मेरी पंत के अंदर हाथ डाल कर लंड को हिलने लगी.

मे: रिंकी तेरे को पता है सेक्स के बारे में?

रिंकी(मेरा लंड हिलाते हुए बोली): हा भैया, काफ़ी सारी सेक्स वीडियोस देखी है मैने. बस कभी किया नही है.

मे: अछा, फिर तो तूने छूट में भी उंगली की ही होगी?

रिंकी: हा जब घर में कोई नही होता है, तब सेक्स वीडियो देखते-देखते उंगली करती हू.

मे: अछा.

रिंकी: आपने कभी किसी लड़की के साथ सेक्स किया है?

मे: हा काफ़ी बार किया है.

रिंकी: कैसे और कब सेक्स कर लिया आपने?

मे: कॉलेज जाते ही मैने अपनी वर्जिनिटी लूस की, पड़ोस वाली लड़की के साथ. तब से लेकर अब तक काफ़ी लड़कियों के साथ सेक्स कर चुका हू.

(आने वाली स्टोरी में आपको बतौँगा मेरा पहला सेक्स. काफ़ी इंटरेस्टिंग और शॉकिंग स्टोरी है वो)

रिंकी: अर्रे बाप रे. आपको पहली बार करते हुए पता था सब?

मे: हा जब मैं स्कूल में था, तब दोस्तों ने मुझे सेक्स वीडियो दिखाई थी.

रिंकी: सही है. वैसे आपका वो (लंड) बहुत अछा और बड़ा है.

मे: अछा तो मूह में ले मेरे लंड को, और शांत कर दे.

रिंकी: मूह में नही आएगा ये.

मे: ऐसे-कैसे नही आएगा. ले तो सही.

मैं ज़मीन पर लेट गया. रिंकी ने मेरी पंत को नीचे किया, और लंड पे किस किया, और टोपे को मूह में लेने लगी.

मे(एक-दूं धीमी आवाज़ में बोला): पूरा ले ना अंदर.

रिंकी: नही जेया रहा है.

फिर मैने रिंकी के बाल पकड़े, और लेते-लेते झटके मारने लगा. रिंकी के मूह में पूरा लंड अंदर चला गया. रिंकी के मूह को छोड़ते-छोड़ते उसको वॉमिटिंग जैसा हो रहा था, और उसकी आँखों में आँसू भी आ गये थे.

फिर मैं उठा, और रिंकी को नीचे लिटा दिया. मैने उसकी त-शर्ट उपर की, और बूब्स को चूसने लगा. रिंकी मेरा सर पकड़ कर अपने बूब्स बहुत आचे से चुस्वा रही थी. थोड़ी देर बूब्स चूसने के बाद मैने रिंकी की पंत और चड्डी निकाल दी.

मैने रिंकी के पैर खोले, और अपना लंड रिंकी की छूट पे घिसने लगा. 3-4 बार लंड से उसकी छूट पे मारा भी. रिंकी अब काफ़ी ज़्यादा गरम हो गयी थी.

फिर रिंकी बोली: डाल भी दो भैया अंदर.

फिर मैने अपने लंड पे थोड़ी सी थूक लगाई, और रिंकी की छूट पे भी थोड़ी सी थूक लगाई. अब मैने भी ज़्यादा देर ना करते हुए रिंकी की छूट में अपना लंड डालना चालू किया. लेकिन रिंकी की छूट टाइट थी, तो मेरा बस टोपा ही गया था.

टोपा अंदर जाने से ही रिंकी हालत खराब हो गयी थी. वो झटपटा रही थी. मैं कुछ मिनिट ऐसे ही रुका, और फिर एक और झटका मारा. इस बार मेरा आधा लंड रिंकी की छूट में चला गया था, और वो रोने लग गयी.

रिंकी: प्लीज़ भैया, निकालो. बहुत ज़्यादा दर्द हो रहा है.

मे: अर्रे कुछ नही होगा रिंकी. तू तोड़ा रुक तो सही. स्टार्टिंग में तो हल्का सा दर्द होता ही है.

रिंकी: भैया मैं आपके पैर पड़ती हू, प्लीज़ निकालो बाहर.

मे: मैं नही निकालने वाला हू. तोड़ा सा रुक जेया.

(मैं क्या ऐसा ही अपना लोड्‍ा निकाल लेता, साली ने मेरा अंदर आग लगा दी थी. अब उसका काम भी था उस आग को शांत करना)

कुछ मिनिट बाद मैने एक और झटका मारा. अब मेरा पूरा लंड रिंकी की छूट के अंदर चला गया था. एक-दूं भट्टी की तरह गरम छूट थी रिंकी की.

अब वो रोने लग गयी थी, और झटपटाने लगी थी. लेकिन मैने उसको कस्स कर दबोच रखा था. मैने अपना एक हाथ रिंकी के मूह पर रख दिया, ताकि आवाज़ ना हो. फिर मैं अपना लंड आयेज-पीछे करने लगा.

रिंकी की छूट मारते-मारते मुझे अपने लंड पे लिक्विड जैसा महसूस हुआ. लंड बाहर निकाला तो पता चला, की रिंकी की सील टूट गयी थी.

छूट में से खून निकल रहा था. मैने अपनी पॉकेट से रुमाल निकाला, और रिंकी की छूट से जो खून निकल रहा था उसको सॉफ किया, और अपना लंड भी सॉफ किया. सॉफ होने के बाद एक बार और मैने रिंकी की छूट पे लंड रखा. लेकिन रिंकी माना करने लगी.

रिंकी: प्लीज़ भैया, मुझे दर्द और जलन हो रही है. अभी मत करो.

मे: नॉर्मल है रिंकी ये सब. तू बता तेरे को अछा नही लग रहा है क्या?

रिंकी: अछा तो लग रहा है. लेकिन जलन भी हो रही है.

मैने अब रिंकी की छूट में फिरसे लंड डाल दिया. वो आवाज़ ना करे इसलिए मैने उसके मूह पे अपना हाथ रख दिया था. कुछ मिनिट मैने धीरे-धीरे रिंकी को छोड़ा. फिर मैने अपनी स्पीड काफ़ी तेज़ कर दी थी. रिंकी को काफ़ी दर्द भी हो रहा था, लेकिन वो एंजाय भी कर रही थी.

10 मिनिट ऐसे ही मिशनरी पोज़िशन में रिंकी को छोड़ने के बाद, मैने अपना लंड बाहर निकाला, और अपना गाढ़ा पानी रिंकी की छूट के उपर निकाल दिया.

उतने में मुझे और रिंकी को खिड़की की तरफ से लकड़ी गिरने की आवाज़ आई. हम दोनो की गांद फटत गयी थी. फिर रिंकी ने जल्दी से कपड़े पहने, और पीछे के दरवाज़े से निकल गयी. मैने भी अपने कपड़े ठीक किए, और नीचे तोड़ा सा खून गिरा हुआ था उसको सॉफ किया.

फिर मैं दरवाज़े से बाहर निकल कर खिड़की की तरफ गया. लेकिन वाहा पे कोई नही था. मुझे लगा की कोई बिल्ली होगी. क्यूंकी हमारे घर के पास काफ़ी सारी बिल्लियान भी थी. फिर मैं भी च्चत पे चला गया, और जाके रिंकी के कान में बोल दिया-

मे: बिल्ली थी.

वो भी थोड़ी सी शांत हुई, और सो गयी. मैं भी अपना सो गया.

दोस्तों स्टोरी अभी ख़तम नही हुई है. बाकी की स्टोरी आपको नेक्स्ट पार्ट में बतौँगा जो की काफ़ी इंटरेस्टिंग होने वाली है आप लोगों के लिए.

अगर देल्ही में किसी गर्ल, कपल्स, आंटी, भाभी को सॅटिस्फॅक्षन चाहिए, तो मुझे मैल कर सकते है. मुझे बस एक अछा एक्सपीरियेन्स और मज़े करने और सामने वालो को मज़े देने से ही मतलब होता है. आपकी प्राइवसी का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा.

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