हेलो दोस्तों तो आपको पता चल गया होगा की मैं नया हू इस फील्ड में. मेरी पहली स्टोरी आक्ची लगे तो बताना, आयेज ऐसी स्टोरी आती रहेगी.
तो चलिए शुरू करते है, मेरा नाम है आदित्या. मई 21 साल का हू, मेरी हाइट 5’6 है और मेरी बॉडी थोड़ी हेवी है, लगभग 70 क्ग और लंड बहुत बड़ा.
बात कुछ ऐसी है की मैं अपने घर से से दूर नागपुर, कॉलेज में पढ़ रहा था और मुझे अपने घर देल्ही जाना था. मैं स्टेशन पहुचा तो पता चला की ट्रेन 2 घंटे लाते है तो मुझे वेटिंग एरिया में वेट करना पड़ा. मैं चेर पर बेता ही हुआ था. तब मेरी नज़र एक सुंदर लड़की पर पड़ी.
क्या लड़की थी, कहते है ना हुस्न की पारी. उसकी हाइट नॉर्मल थी और बूब्स मानो मेरा पूरा मूह समा ले.
लेकिन वो थोड़ी टेन्षन मे लग रही थी, आस आ रेस्पॉन्सिबल पर्सन, मैं उसके पास गया और पूछा ‘अन्य प्राब्लम, मे ई हेल्प योउ?’
तो उसने बताया की उसे अपने घर जाना अर्जेंट है और उसकी टिकेट वेटिंग में चल रही है. फिर मैने उसे थोड़ी सांत्वना दी और आयेज बात चालू कर दी. उसने अपना नाम बताया (स्नेहा).
आयेज ऐसे ही बात चलती रही और पता ही नही चला की टाइम कैसे गुज़र गया.
थोड़ी देर मे 8 पीयेम के करीब ट्रेन आ गयी और हम ट्रेन मे चले गये. ( हुमारा ट्रेन ब्लॉक एक ही था.) तो टिकेट चेकरर ने उसे बोला की मेडम आपकी सीट सुबा 4आम पर खाली हो जाएगी तो आप तोड़ा अड्जस्ट कर ले जिए.
चान्स अक्चा था लेकिन उमीद नही थी. फिर भी मैने उससे पूछ लिया ‘इफ़ योउ डॉन’त माइंड, कॅन वी शेर मी सीट?’ उसने मेरी बात थॅंक योउ कह कर मान ली. लेकिन तब तक मेरे दिमाग़ मे उसके लिए कोई गंदी सोच नही थी.
मेरी सीट उपर थी और पता नही बाकी तीनो सीट पर दो-दो लड़किया सो र्ही थी. हुँने सोचा था की रात तो बात करते करते गुज़र जाएगी. लेकिन 11 पीयेम तक ह्यूम खाना भी खा लिया था और हुमारी बातें भी ख़तम हो गयी थी.
मैं जल्दी उठा था तो मुझे नींद आने लग गयी और उसके चेरे से लग रहा था उसे भी नींद आ र्ही है. थोड़ी देर मे मैने उसे बता दिया तो वो बोली चलो सो जाते है अलार्म डाल के. वो अपने कपड़ो मे कंफर्टबल थी और मैने अपने कपड़े चेंज कर लिए.
हम सो रहे थे तो मेरे पीछे दीवार थी और मेरे आयेज स्नेहा की कमर, उसका चेरा आयेज की साइड था. एरिया कम होने के कारण उसने मुझे बोला की मेरे आगे से सीट को पकड़ लो ताकि मैं गिर ना जाऊं.
मैने उसकी बात मान ली और हुँने कर्टन कर लिए वित हेर पर्मिशन. थोड़ी देर बाद मूज़े पता चल की मेरा लंड खड़ा हो गया और उसकी गांद को छू रहा है. ट्रेन के चलने के कारण हम दोनो में धक्के लग रहे थे और शायद उससे भी मेरा लंड महसूस हो रहा था.
हम दोनो के बीच मे गॅप नही था तो मैं अपने लंड को शांत भी नही कर सकता था. कुछ देर बाद पता नही स्नेहा को क्या हुआ उसने मेरा लंड पकड़ लिया, मेरा तो लंड फूटने को हो गया था.
वो पलटी और हम दोनो का मॅन एक दूं रोमॅंटिक हो गया. फिर हम किस करने लग गये होंठ मे होंठ, झिब मे झिब और थूक मे थूक, बिल्कुल मज़ा आ गया था. आक्ची तरह करने के लिए मैने उससे लेटया और मैं उसके उपर आ गया.
मैने उसकी जीन्स निकल दी और पहली बार जिंदगी मे छूट को महसूस किया. फिर मैने उसकी छूट को सहलाया और होंठो से चूमने लगा. मैने अपनी उंगली डाल कर उसकी छूट खोली और चाटना शुरू कर दिया.
वो हुकारें भरने लगी तो मैने उसका मूह बंद किया.
उसने बोला की मुझे भी ब्लोवजोब ट्राइ करना है तो फिर हम 69 पोज़िशन मे एक दूसरे के अंदर से महसूस करने लगे. हम दोनो फर्स्ट टाइम कर रहे थे तो ह्यूम मज़ा तो आ रा था और सेक्स करने की फीलिंग तो होती ही अलग है.
वो मेरा लंड हिला रही थी और मैं फिंगरिंग कर रहा था.
थोड़ी देर बाद उसने मुझे बोला की अंदर डाल दो. मैने अपना लंड उसकी छूट पर मार कर टायर किया और डालने लगा. वो अंदर जेया ही नही रहा था तो उसने मेरा लंड पकड़ा और अंदर डाल दिया और मुझे कस के पकड़ लिया.
मुझे यकीन नही हो रहा था की मई किसी से ऐसी सुंदर आवाज़ निकलवा रहा हू आआअहह उुउऊहह…
फर्स्ट टाइम सेक्स था और मेरी बचपन से फेटिश थी की फर्स्ट टाइम मे अपने स्पर्म गांद में डालु, मैने उससे पूछ और उसे पलट दिया.
मैने अपने लंड पर थूक लगाया और उसकी गांद में भी बहुत सारा डाल कर अपना लंड घुसा दिया. मेरा स्पर्म छूटने वाला था तो मैं तेज तेज करने लगा. उसकी आवाज़ भी तेज होने लगी, कोई सुन ना ले तो मैने उसके मूह मे अपनी उंगली डाल दी.
कुछ देर बाद ह्यूम चरम सुख मिल गया, फिर हुँने अपने कपड़े पहने और ऐसे ही सो गये.
फिर 4 आम पर अलार्म बजा मैने उसे उठाया. तो ह्यूम एक बार फिर किस करी और अपना मोबाइल नंबर एक्सचेंज किया और उसने मुझे हग करके गुडबाइ बोला.
मैने उसे सीट से नीचे उतरा और उसे उसकी सीट तक छोड़ कर आया. वाहा पर एक सीट खाली थी तो मैं भी वाहा पर शिफ्ट हो गया.
क्यूंकी जहा हम सो रहे थे वो लड़किया उठ कर पढ़ाई करने लग गयी थी और हुमारी नींद भी पूरी नही हुई थी. फिर हम थोड़ी देर और सोकर उठ गये.
रात की बात सोच कर हम दोनो को ख़ुसी और थोड़ी शरम भी आ रही थी. मैने उससे पूछा की उसे मज़ा आया की नही?
उसने मुझे हन बोला.
तो मैने उसे पर्पस कर दिया तो उसने मुझे इंस्टाग्राम पर मेसेज कर के लोवे योउ टू बोल दिया. उस टाइम मेरा दिल खुशी से गड़ गड़ हो गया.
हम देल्ही स्टेशन पर उतरे, उसका घर नॉइदा मे था तो मैने उसे कॅब से ड्रॉप किया और गुड लक बोला और अपने घर ख़ुसी-ख़ुसी चला गया, क्यूंकी मेरी सेट्टिंग जो हो गयी थी.
अब हम दिन और रात चाटिंग करते है और उस रात को याद करके उसमे डूब जाते है. जब भी ह्यूम टाइम मिलेगा और जब भी हम साथ आएँगे. तो हम एक दूसरे में डूबने का मोका और खुशी नही छोड़ेंगे.
थॅंक योउ..