हाय दोस्तों, पुष्पेन्द्र त्यागी आप सभी का में स्वागत करता है। मैं का नियमित पाठक हूँ और रोज यहाँ की सेक्सी स्टोरीज पढता हूँ। मैं आज आपको अपनी बेहद सेक्सी और कामोतेज्जक कहानी सुना रहा हूँ। मैं भोपाल का रहने वाला हूँ। कुछ दिनों पहले मेरी बहन का 19 वा जन्मदिन हम लोगो से बड़े धूम धाम से मनाया। मेरी बहन का नाम मानवी था। वो बहुत अच्छी लड़की थी, देखने में सुंदर और पढने में बहुत होशिहार। मानवी ने क्लास 12 में cbse बोर्ड में टॉप किया था। वो एम्स इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ती थी जो भोपाल का सबसे अच्छा स्कूल है। जब मेरी जवान बहन ने स्कूल में टॉप किया तो कई लड़कों ने उससे दोस्ती कर ली और मानवी को चोद लिया। मैं भी दिल ही दिल में अपनी बहन को पसंद करता था और उसे चोदना चाहता था।
कुछ लड़के तो मेरी बहन के लिए बहुत बुरा पागल थे और उन्होंने अपने हाथ पर मानवी नाम गुदवा लिया था। धीरे धीरे मैं अपनी १९ साल की जवान और चुदासी बहन मानवी से सेक्स और चुदाई की बाते खुलकर करने लगा। एक दिन जब मेरे पापा मम्मी घर पर नही थे मेरी चुदासी बहन बाथरूम में नहाने जा रही थी।
“भाई !! मैं अभी नहाने जा रही हूँ, तुम बाथरूम में मत आना” मानवी बोली
“ओके बहन!!” मैंने कहा
मेरे घर के बाथरूम में दरवाजा नही था। सिर्फ एक पर्दा लगा हुआ था। पुराने दरवाजे को दीमक चाट गयी थी, इसलिए वो दरवाजा अपने आप निकल गया था, इसलिय जब तक नया दरवाजा नही आ जाता मेरी मम्मी ने एक पर्दा लगा दिया था।
“ठीक है बहन…..मैं नहीं आऊंगा…जाओ तुम नहा लो” मैंने कहा
मानवी बाथरूम में जाकर नहाने लगी। पहले उसने अपनी सलवार कमीज निकाली। फिर ब्रा पेंटी निकाल दी, फिर वो पूरी तरह से नंगी हो गयी। माँ कसम दोस्तों, मैंने छिपकर उस दिन पहली बार अपनी जवान चुदासी बहन को देखा, मेरा लंड १ सेकेंड में खड़ा हो गया और बस यही दिल कर रहा था की अपनी बहन का आज जबरन बलात्कार कर डालूँ और उसे जी भरकर चोद लू। मैं अपने कमरे से जवान बहन को नहाते देख रहा था। वो बाल्टी से पानी भर भरकर अपने दूध और चूत में डाल रही थी। मेरा तो लंड बार बार उछला जा रहा था। बाथरूम का पर्दा बार बार हवा से उड़ जाता था और मैं अपनी सगी बहन को नंगा नहाते देख लेता था।
दोस्तों, एक दिन कालोनी में क्रिकेट खेलते हुए मेरी एक लड़के अशफाक से लड़ाई हो गयी। वो क्रिकेट में बेईमानी कर रहा था। बस इसी बात पर हमारा झगड़ा हो गया। उसने मुझे बहनचोद कहा तो मैंने भी उसे बेटीचोद कहा। फिर उसने मुझे ‘अल्टर का भाई” कहा। मुझे गुस्सा आ गया।
“ऐ अल्टर किसको बोलता है…..अल्टर होगी तेरी बहन गांडू” मैंने अशफाक से कहा
“हाँ हाँ ……तेरी बहन एक नम्बर की अल्टर है….सब जानते है….सारी कालोनी जानती है!!” अशफाक बोला
“देख अशफाक, बहुत जादा हो रहा है….क्या सबूत है की मेरी बहन अल्टर है??” मैंने उससे पूछा
“सबूत…..तो ठीक है ३ दिन में मैं तुझे सबूत लाकर दूंगा” अशफाक बोला
दोस्तों ये सुनकर मेरी गांड फट गयी क्यूंकि वहां पर कोई २५ लड़के मौजूद थे। ३ दिन बाद अशफाक से क्रिकेट के ग्राउंड पर ही मुझे ५ फोटो दिखाई। जिसमे मेरी बहन ३ अलग अलग लड़कों से चुद रही थी। जिन लड़को ने मेरी चुदासी बहन मानवी को चोदा था वो उसी के स्कूल में उसी के क्लास में पढ़ते थे। वो तीनो मानवी के बॉयफ्रेंड थे। उन्होंने मेरी बहन को कई बार चोद लिया था और फोटो खीचकर और लड़कों को भेज दी थी। दोस्तों ,आप समझ सकते है की सारे लड़को के सामने मेरी कितनी बेइज्जती हुई होगी। मैं बहुत गुस्से में था। मैं क्रिक्रेट ग्राउड से लौट आया, मैंने बैट फेक दिया और मैच नही खेला। मैं सीधा अपने घर पर आया। मानवी अपने कमरे में बैठकर पढ़ रही थी।
“मानवी ये सब क्या है???” मैंने गुस्से में लाल होकर पूछा
“तुम अपने बॉयफ्रेंड से उसके घर पर जाकर चुदवाती हो और अपनी फोटो भी खिचवा लेती हो। पता है…..तुम्हारी वजह से……सिर्फ तुम्हारी वजह से आप मेरी बेइज्जती सारे लड़को के सामने हुई। वो सब मुझे ‘अल्टर का भाई…..छिनाल का भाई बोलकर गंदी गंदी गालियाँ दे रहे थे” मैंने मानवी को आँख दिखाते हुए कहा
“भैया…..वो…वो…वो” मानवी हकलाने लगी। वो बहुत डर गयी थी। उसके चेहरे पर हवाइयाँ उड़ने लगी थी। मेरी चुदक्कड़ बहन के चेहरे का रंग फीका पड़ गया था।
“मैं……जा रहा हूँ पापा मम्मी को ये तुम्हारी चुदाई वाली तस्वीरे दिखा दूंगा” मैंने कहा
“भैया ….प्लीस…पलिस……पापा मम्मी को ये तस्वीरे मत दिखाओ। जो तुम करोगे मैं करुँगी….पर ये तस्वीरे पापा को मत दिखाओ” मानवी विनती करने लगी
“तो ठीक है….मुझे भी तुम्हारी चूत मारनी है। एक बार नही हमेशा…जब मेरा दिल करे” मैंने कहा
“ठीक है भैया….जब तुम कहोगे मैं तुमको अपनी चूत दे दूंगी” मानवी बोली
कुछ दिन बाद सुबह के समय बहुत गर्मी पड़ रही थी। मेरे पापा और मम्मी अपने कमरे में सो रहे थे। वो जादातर ११ बजे सोकर उठते थे जबकि अभी सिर्फ सुबह के ७ बजे हुए थे। अपनी बहन मानवी को चोदने का बिलकुल नही समय था। मानवी नहाने जा रही थी। मैंने उसे बुलाया।