रश्मि और गुड़िया की कामुकता

rashmi or gudiya ki chudai दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और नई कहानी लेकर हाजिर हूँ दोस्तो ये कहानी एक काल्पनिक कहानी है इसमे दिखाए गई घटना संयोग मात्र कही और हो सकती है ये कहानी एक पाशुविक बलात्कार की कहानी है दोस्तो वैसे तो ऐसी कहानी नही पढ़नी चाहिए लेकिन मैं इसे सिर्फ़ मनोरंजन के लिए आपको पढ़ने के लिए दे रहा हूँ दोस्तो इसे सिर्फ़ मनोरंजन की नज़र से ही देखे अब आगे…………………………..

मेरे पड़ोस मे एक लड़की रहती है जिसका नाम गुड़िया है उनके घर मे उसके 2 भाई ओर एक बेहन है. उसकी बेहन का नाम रश्मि है ओर वो 1स्टएअर मे पढ़ती है जबकि गुड़िया ग्रॅजुयेशन के फाइनल एअर मे पढ़ रही है. गुड़िया की एज लगभग 21 साल ओर उसकी बेहन की एज 19 साल की है. उसके दोनो भाई बाहर पढ़ते है ओर उसके पापा की टूरिंग की जॉब है वो हफ्ते मे 3-4 दिन टूर पे रहते है. उसकी मोम हाउसवाइफ है ओर उनका हमारे घर काफ़ी आना जाना है.

मैं कई सालों से सेक्सी कहानियाँ पढ़ता आया हू ओर सेक्शी मूवीस भी देखते आया हू इसलिए मेरी नज़र गुड़िया पर हमेशा खराब ही रही है पर मैने कभी जाहिर नही होने दिया. वैसे दोनो बहने काफ़ी शर्मीली है ओर अभी तक उनका किसी लड़के से कोई चक्कर नही है क्योंकि वो स्कूल या कॉलेज से सीधे घर आती है ओर फिर कहीं नही जाती ना ही कभी मैने किसी लड़के को उनके पीछे आते हुए देखा है.

उनकी मोम म्र्स. शालिनी जो मेरी मोम की काफ़ी अच्छी सहेली है हमारे घर पे काफ़ी आती है. वो मुझे भी अपने बेटे जैसा समझती है क्योंकि उनके दोनो बेटे ओर उनके पति बाहर रहते है इसलिए उनके घर का ज़्यादातर कम मैं ही करता हू. जैसे बाज़ार से समान लाना, आटा पिसवाना, दवाई वगेरह लाना इत्यादि.

एक बार की बात है आंटी हमारे घर पर आई ओर मुझसे बोली के बाज़ार से कुछ समान लाना है तुम घर पे आ जाना मैं तुम्हे लिस्ट दे दूँगी. मैं उनके घर पर गया तो दोनो बहने रूम मे पढ़ रही थी. आंटी ने मुझे ईक लिस्ट दी ऑर कहा कि एह समान बाज़ार से ले आओ उन्होने कहा कि कुछसमान मेडिकल स्टोर पर मिलेगा. मैने लिस्ट ले ली ऑर बाइक पे बाज़ार चला गया वहाँ मैने परचूनी की दुकान से कुछ समान लिया ओर जब मैने लिस्ट मे देखा तो 1 आइटम बच गयी थी ओर वो थी विस्पर पॅड्स. मैं मेडिकल स्टोर पर गया ऑर वहाँ से मैने विस्पर पॅड्स ले लिए ऑर सारा समान आंटी को दे दिया. आंटी ने मुझ से समान लेकर गुड़िया को दे दिया ऑर कहा के ये समान रख दो. गुड़िया ने समान ले लिया ऑर मैं वापिस आ गया लेकिन मैने देखा कि ग़लती से विस्पर मेरी बाइक मे ही रह गया था. मैं वापिस समान देने गया तो देखा आंटी बाथरूम मे चली गयी थी

मैने गुड़िया को आवाज़ दी तो उसकी जगह पर रश्मि बाहर आई मैने उससे कहा के ये समान रह गया था तो उसने मेरे हाथ से पोलिथीन ले लिया ओर खोल कर देखने लगी. जैसे ही उसने पोलिथीन खोला तो एकदम से बंद कर दिया. मैने पूछा कि इसमे ऐसा क्या है जो तुम इतना घबरा रही हो तो

वो हल्के से मुस्कुरा दी ओर बोली के इसमे तुम्हारे मतलब की चीज़ नही है ओर यह कह कर अंदर भाग गयी. मैं बाहर खड़ा रहा तभी मुझे दोनो बहनो की आवाज़ सुनाई दी गुड़िया रश्मि को डाँट रही थी के तुमने पॅकेट खोल कर क्यों देखा. मैं वहाँ पर रुका नही ओर घर वापिस आ गया.

एक दिन जब मैं सुबह नहा कर कॉलेज जाने के लिए तैयार हो रहा था तो आंटी ने कहा के आज शाम को मुझे डॉक्टर के पास ले जाना मेरी तबीयत कुछ ठीक नही है. शाम को मैं आंटी को डॉक्टर के पास ले गया तो

डॉक्टर ने कहा के इन्हे रात को अड्मिट करना पड़ेगा.

अब बड़ी दिक्कत हो गयी थी क्योंकि आंटी के अड्मिट होने पर दोनो बहने अकेली रह जाती लेकिंग मेरी मोम ने कहा के वो आंटी के साथ हॉस्पिटल मे

रहेंगी ओर मुझे उन दोनो बहनो के पास रात को रुकना पड़ेगा. मैने हाँ कर दी ओर मोम आंटी के पास चली गयी. रात को मैं आंटी ऑर मोम के लिए खाना ले कर हॉस्पिटल गया तो मोम ने बोला के बेटा ध्यान से सोना ओर गुड़िया खाना नही बना सके तो बाज़ार से ले आना

मैं उनको खाना देकर घर आ गया ओर वो दोनो एक रूम मे सोने चली गयी ओर मैं दूसरे रूम मे. मुझे रात को सेक्शी बुक पढ़ने की आदत है इसलिय मैं बुक अपने साथ ले आया ओर पढ़ने लगा. बुक पढ़ते पढ़ते जब मेरा लंड खड़ा हो जाता तो मैं टाय्लेट मे जाकर हस्तमैथुन कर आता था. आज भी मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा था ऑर मेरे मन मे हस्तमैथुन करने की आई तो मैं उठ कर टाय्लेट मे चला गया. आंटी के घर पे एक ही कामन टाय्लेट था. मैं अंदर गया ओर जाकर अपना

पायज़मा निकाल कर अपने लंड को बाहर निकाल कर पहले तो उसपे तेल लगा कर कुछ टाइम तक रगड़ता रहा ऑर फिर ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगा. मैं उन दोनो बहनो को अपने माइंड मे रख कर मूठ मार रहा था. अचानक एकदम से टाय्लेट का गेट खुला ऑर गुड़िया अंदर आई. मैं घबरा गया

मैं जल्दी जल्दी मे टाय्लेट के गेट की कुण्डी ढंग से नही लगा पाया था इसलिय गुड़िया ने जैसे ही गेट पे ज़ोर लगाया तो गेट खुल गया. अब मेरी हालत देखने लायक थी एक हाथ मे मैने अपना लंड पकड़ रखा था जो कि झड़ने के करीब था ऑर दूसरे हाथ से मैने अपना पयज़ामा उठाया ऑर उपरचढ़ा लिया. गुड़िया ने मुझे बड़ी अजीब नज़रों से देखा ओर कुछ बोले बिना ही बाहर भाग गयी.

मैं जल्दी से बिना झाडे ही टाय्लेट से बाहर आया ऑर अपने रूम मे चला गया. अब मेरे दिमाग़ मे बहुत ज़्यादा गर्मी थी क्योंकि मैं झाड़ नही पाया था. 15 मिनिट लेटे रहने के बाद मुझे टाय्लेट का गेट खुलने की आवाज़ आई मैं समझ गया कि गुड़िया आई है. अब मेरे दिमाग़ मे शैतानी आने लगी मैं चुपके से उठा ओर जाकर टाय्लेट के गेट के पास खड़ा हो गया. 10 मिनिट बाद जैसे ही गुड़िया बाहर आई तो मैने उसका हाथ पकड़ लिया. उसने मुझे ज़ोर से धक्का दिया ऑर बोली कि ये क्या कर रहे हो मैं तुम्हारी जान निकल दूँगी. मैं एकदम से खड़ा हुआ ऑर मैने फिर उसको पकड़ लिया ऑर एकदम से टाय्लेट मे ले गया.

उसने चिल्लाने के लिए मूह खोला तो मैने उसके मूह पे हाथ रख दिया. मैने उससे कहा हरामजादि जब मेरा लंड देख ही लिया है तो अब इसका पूरा इस्तेमाल तो देख ले कि ये क्या काम आता है. वो मेरे मूह से इस तरह की बाते सुन कर एकदम से दंग रह गयी क्योंकि मैं उसके सामने कभी ऐसे पेश नही आया था. उसने पिंककलर का कुर्ता पायज़मा पहन रखा था. मैने अपनी जेब से रुमाल निकाल कर उसका मूह बाँध दिया ऑर उसे दीवार के सहारे लगा कर उसके कपड़ो के उपर से उसके बूब्स पकड़ लिए ओर दबाने लगा. ओह क्या बूब्स थे उसके हाथ मे आते ही ऐसा लगा जैसे कोई नरम नरम संतरे मेरे हाथ मे आगये हो. मेरे लंड की हालत खराब हो गयी थी. मैं कितनी देर तक उसके कपड़ो के उपर से ही उसकी चुचियों का दबाता रहा. वो मुझसे छूटने के लिए पूरा ज़ोर लगा रही थी पर मैने उसे दबोचा हुआ था जैसे चील कबूतर को दबोच लेती है. उसका कोई ज़ोर नही चल रहा था.

फिर मैने उसको नीचे बिठा दिया ओर उसका कुर्ता उतार दिया उसने अंदर ब्लॅक कलर की लेस वाली ब्रा पहन रखी थी. उसका मूह बंद था नही तो वो ज़ोर से चल्लाति. उसने मुझे फिर धक्का दिया मैं पीछे जा के गिरा. मुझेगुस्सा आया ओर मैने खड़े होके एक जोरदार थप्पड़ उसके गाल पे मारा. उसके गाल पे मेरी उंगलियों के निशान पड़ गये ऑर उसकी आँखों से आँसू बहने लगे. मैने कहा साली जवान हो गयी है अब मज़े ले ले नही तो बाद मे ऐसा मोका नही मिलेगा. वो मुझे खा जाने वाली नज़रों से देखरही थी पर उसका कोई ज़ोर नही चल रहा था. मैने धीरे धीरे अपने हाथ उसके गालो पे फिराने शुरू कर दिए. वो अपना मूह ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी तो मैने उसके बाल पकड़ लिए ऑर ज़ोर से खींच दिए. अब मुझ पर वहशी पन आता जा रहा था.

अब मैं उसके मम्मो को ब्रा के उपर से ही दबाने लगा. आप समझ सकते हो कि मेरे दिल पे क्या बीत रही होगी. उसके मम्मे मेरे हाथ मे ऐसे लग रहे थे जैसे नरम मास का टुकड़ा. मेरा मन कर रहा था कि उन्हे उसकी छातियों से उखाड़ कर खा जाऊ. मैने उसके मम्मे बहुत ज़ोर से दबा दिए जिससे उसको बहुत दर्द हुआ ऑर वो अपने पैर मारने लगी. अब मैने उसकी ब्रा के हुक खोल कर उसके मम्मो को आज़ाद कर दिया. एकदम वाइट कलर के मम्मे ऑर उस पर हल्के ब्राउन कलर के निपल क्या लगरहे थे. उसने पहले कभी अपने मम्मो पर किसी मर्द का हाथ नही लगवाया था. मैने उसे दीवार के सहारे बिठा रखा था ऑर खुद उसके आगे बैठा था. अब मैने उसके निपल्स को अपनी उंगलियों के बीच मे ले लिया ऑर दबाने लगा फिर मैने उसके निपल्स को खिचना शुरू कर दिया

जिससे वो ओर ज़ोर से रोने लगी. साली रंडी के निपल्स लाल होने लगे थे ऑर उसके मम्मो पर खून की नसे उभर आई थी जैसे लग रहा था कि अभी फॅट जाएँगी. मैने उसके दूसरे निपल को अपने मूह मे ले लिया ओर बहुत ज़ोर से काटा. वो दर्द के मारे उछलने लगी. अब मैं धीरे धीरे उसकी नंगीकमर ऑर पेट पर हाथ फिरा रहा था ऑर अपने नाख़ून रगड़ रहा था. उसकी पीठ पर मेरे नाखूनो के निशान नज़र आने लगे. अभी भी उसका निपल मेरे मूह मे था ओर मैं उसे बहुत ज़ोर से चूस ऑर काट रहा था. कभी राइट निपल कभी लेफ्ट निपल.

अब मैं उसके पयज़ामे के उपर से ही उसकी चूत पे हाथ फिराने लगा. मुझे उसकी चूत पे हल्के हल्के बाल महसूस हो रहे थे. उसकी चूत को देखने की कल्पना से ही मेरा लंड पैंट मे फटने को तैयार था. मुझसे कंट्रोल नही हो पा रहा था. मैने उसके पायज़मे के नाडे को खोलने की कोशिश की तो उसमे गाँठ लग गयी. मैने एक ही झटके मे नाडा तोड़ने की कोशिश की तो नाडा मजबूत होने के कारण उसकी पीठ मे चुबने लगा.

मैने ज़ोर लगाया तो वो नाडे के साथ आगे की तरफ खिसकी ओर फर्श पे खिसकती हुई लेट सी गयी. मैने ऑर ज़ोर लगाया तो नाडा टूट गया. मैने बेहन की लोदी का पायज़मा निकाल कर साइड मे फैंक दिया अब वो सिर्फ़ ब्लॅक कलर की पॅंटी मे थी. उस पॅंटी मे से उसकी चूत के होठों के उभार सॉफदिख रहे थे. उसने शर्मा के अपने पैर भिच लिए जिससे उसकी चूत की फांके मुझे दिखनी बंद हो गयी. मैने उसके दोनो पैर पकड़ कर ज़ोर से अलग कर दिए ऑर इतनी ज़ोर से अलग किए के उसके पैरों के जोड़ यानी उसकी चूत के पास दर्द होने लगा. उसकी आँखों से लगातार आँसू जा रहे थे

पर मुझ पे हैवानियत सवार थी.

अब मुझसे बर्दास्त करना मुश्किल हो गया मैने जल्दी से अपने सारे कपड़े उतार दिए. मेरा लंड लोहे की तरह टाइट हो रहा था ऑर फटने वाला था. मैने फिर उसके बाल पकड़ कर उसे दीवार के सहारे बिठा दिया. अब मैं उस बेहन की लोदी के पूरे बदन को अपनी जीभ से चाटने लगा. गोरा मलाई जैसा बदन मुझे बहुत टेस्ट आ रहा था. अब मैने उससे कहा कि देख साली मैं तेरी चूत तो ज़रूर मारूँगा ऑर अगर तूने बीच मे कोई हरकतकी तो तेरा गला दबा दूँगा. वो मेरी आँखों मे वहशिपान देख कर डर गयी. मैने उसके मूह की पट्टी खोल दी तो वो मेरे आगे गिड़गिदने लगी प्ल्ज़ मुझे छोड़ दो मैने आज तक अपना नंगा बदन किसी को नही दिखाया. मेरे साथ ऐसा मत करो मैं तुम्हारे हाथ जोड़ती हू. पर मुझ पर तो उसकी चूत मारने का भूत सवार था. मैने कहा हरामजादि चुप कर, चुपचाप जैसा मैं कहता हू वैसा कर नही तो तेरा वो हाल करूँगा के तू चलने लायक भी नही रहेगी. एसा कह कर मैने अपना लंड उसके होठों से लगा दिया उसकी साँसे जैसे ही मेरे लंड से टकराई मैं पागल होने लगा. मैने कहा चल साली मूह खोल ओर मेरा लंड अपने मूह मे ले. उसने मूह नही खोला तो मैने ज़ोर से उसके निपल्स भिच दिए वो दर्द के मारे चिल्लाने लगी तो उसका मूह खुला. मैने उसका मूह खुलते ही अपना लंड उसके मूह मे डाल दिया. वो अपना सिर हिलाने लगी तो मैने फिर एक जोरदार थप्पड़ उसके मूह पर मारा. उसने मूह हिलाना बंद कर दिया. अब मेरा लंड उसके मूह मे था मैं धीरे धीरे उसके मूह को चोद्ने लगा. फिर मैं तेज स्पीड से उसका मूह चोद्ने लगा ऐसा लग रहा था कि उसके होंठों के जोड़ फॅट जाएँगे क्योंकि मेरा 5 इंच का मोटा लंड पूरा उसके मूह मे था उसे सांस लेने मे दिक्कत हो रही थी पर मैं उसका मूह चोद रहा था. मैने अपना लंड उसके गले तक उतार दिया उसके मूह से थूक बह कर उसकी चुचियों पे गिर रहा था जिसे मैं अपने हाथ से उसकी चुचियों पर मसल रहा था. वो उन्ह……. उन्ह…….. कर रही थी

ऑर मैं उसके गले तक अपने लंड को ठोक रहा था. साली रंडी पूरा लंड मूह मे ले गयी मेरा लंड उसके मूह के अंदर जाकर अपनी जगह बनाता ऑर उसके गले तक जाता. अब मेरा पानी निकलने वाला था तो मैने एक जोरदार धक्का लगाया ओर मेरा लंड उसके गले मे फँस गया. वो दर्द के मारे हाथ पैर मारने लगी उसकी आँखें बाहर आने को हो रही थी. मैने अपने लंड का पानी उसके मूह मे छोड़ दिया. मेरे लंड से बहुत सारा माल निकला ओर मैने आख़िरी बूँद निकलने तक अपना लंड बाहर नही निकाला. मेरा सारा पानी उसके गले मे चला गया था. जब मैने अपना लंड बाहर निकाला तो वो बड़ी बड़ी

साँसे लेने लगी. वो खो खो करने लगी ऑर उसने मेरे लंड का थोड़ा सा पानी थूक दिया. मैने ये देखा तो उसका सिर पकड़ कर उसके मूह को फर्श पे भिड़ा दिया जहाँ उसने मेरे लंड का पानी थुका था. मैने कहा साली मा की लोदी, बेहन्चोद की बच्ची, साली रांड़ मेरा पानी थुक्ति है. चल इसे चाट कर पी जा. वो नही मानी तो मैने अपने पेर की एक जोरदार ठोकर उसकी गांद पे मारी. वो दर्द के मारे तड़पने लगी. मैने फिर उसके बॉल पकड़ कर उसका मूह फर्श पे गिरे मेरे पानी की तरफ किया तो उसने जीभ निकाल कर चाटना शुरू कर दिया. ऐसा करते हुए वो उबकाई ले रही थी.

अचानक वो उठी ओर भाग कर वास वेशन के पास गयी ओर उसने वहाँ उल्टी कर दी. मैने फिर उसकी गांद पे जोरदार तमाचा मारा. फिर उसने पानी से कुल्ले किए ओर ज़ोर से बोली मैं तुम्हारी मम्मी से कहूँगी कि तुमने मेरे साथ क्या किया. मैने कहा बेहन्चोद रंडी साली तेरे साथ अभी कुछ किया नही अभी तो तेरी वो हालत बनाउन्गा कि तू मुझसे भीख माँगने लगेगी. वो फिर मुझे धक्का दे कर दूर करने लगी तो मैने उसके बाल पकड़ कर उसके सिर को धीरे से टाय्लेट की दीवार से दे मारा. वो घबरा गयी फिर मैने उसे नीचे बिठा दिया ऑर अपना लंड चूसने के लिए कहा. उसने धीरे से मूह खोला तो मैने अपना सेमी एरेक्ट लंड उसके मूह मे डाल दिया. उसके मूह मे जाते ही मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा.

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फिर थोड़ी देर लंड चुसवाने के बाद मैने उसकी पॅंटी को खींच कर उसके पैरों से अलग कर दिया. अब वो बिल्कुल नंगी थी ओर मैं भी. उसकी पिंक चूत पे होठ बहुत प्यारे लग रहे थे. उसकी चूत पे हल्के हल्के बॉल थे शायद उसने थोड़े दिन पहले ही सॉफ किए थे. मैं उसकी चूत पर झुक गया ओर मैने अपनी जीभ उसकी चूत पे फिरानी शुरू कर दी. अब उसे गुदगुदी हो रही थी ओर वो अपनी गर्दन उठा कर लंबे लंबे साँस ले रही थी. अचानक टाय्लेट का गेट खुला ऑर रश्मि अंदर आई. वो शायद उसे ढूंड रही होगी ओर टाय्लेट की लाइट जलते देख वहाँ आ गयी. उसे देखते ही गुड़िया बहुत ज़ोर से रोने लगी ऑर बोली देख विकी मेरे साथ क्या कर रहा है,

रश्मि बाहर भागने लगी तो मैने उसे पीछे से पकड़ लिया ऑर उठा कर उसे भी टाय्लेट मे ले आया. मैने गुड़िया का पाजामा उठाया ओर उससे रश्मि के पैर बाँध दिए ओर उसे फर्श पे बिठा दिया. मैने कहा के साली बाहर जा कर अपनी मा चुद्वायेगि क्या देख साली रांड़ कैसे तेरी रंडी बेहन की चूत मारता हू तेरे सामने. वो बोली नही प्ल्ज़ हमे छोड़ दो तो मैने कहा साली तू यहाँ क्या गांद मरवाने आई थी साली रांड़ मुझे अभी मज़ा लेने दे ऑर चुपचाप यहा पड़ी रह वरना इसके साथ तेरी भी गांद मारूँगा. गुड़िया बोली के प्ल्ज़ इसके सामने नही इसे जाने दो मैने कहा साली तू ज़्यादा सयानी बन रही है ये बाहर जाकर चुपचाप थोड़े ही बैठेगी. इसे यही पड़ा रहने दे यह कह कर मैं फिर उसकी चूत चाटने लगा. मैं अपनी जीभ उसकी चूत मे घुमाने लगा गुड़िया को बहुत शरम आ रही थी कि वो पानी बेहन के सामने नंगी थी ओर मैं उसे चोद्ने जा रहा था. अब मैने गुड़िया को फर्श पे लिटा दिया ओर उसकी टाँगे पकड़ के अलग अलग फैला दी जिससे उसे बहुत दर्द हुआ पर इस हालत मे उसकी चूत बिल्कुल मेरे सामने थी. मैने अपना लंड उसकी चूत पे लगाया ऑर एक ज़ोर से धक्का दिया. मेरा लंड का उपरी हिस्सा उसकी चूत मे चला गया. वो दर्द के मारे चिल्लाने लगी

रश्मि मुझे बचाओ मैं मर जाउन्गि. रश्मि उसकी तरफ खिसक कर आ गयी तो मैने कहा देख साली तेरी बेहन की चूत कितनी टाइट है. तेरी भी ऐसी है क्या तो वो कुछ नही बोली बस आँखे फाडे गुड़िया की चूत मे गये मेरे लंड को देखती रही. अब मैने ओर ज़ोर से झटका मारा तो गुड़िया

उपर तक उछल गयी. उसकी चूत मे जैसे मिर्चे लग रही थी. पता नही साली की चूत कैसी थी मेरा लंड आगे नही जा रहा था. मैने धीरे धीरे अपने लंड पे ज़ोर देना शुरू किया तो मेरा लंड कसा कसा उसकी चूत मे आगे जाने लगा. साली बेहन्चोद की बच्ची दर्द के मारे उछल उछल कर मेरे लंड

को अंदर जाने मे डिस्टरबेंस पैदा कर रही थी. उधर रश्मि भी रोने लगी ओर हमारे काम को देख रही थी. फिर मेरा लंड थोड़ा ऑर उसकी चूत मे गया तो उसकी चूत मे से हल्का हल्का खून निकल कर बाहर बहने लगा. रश्मि एकदम से चिल्लाई के ये क्या हो रहा है इसकी चूत फॅट गयी है क्या. मैने कहा बहन की लोदी चुप रह जब तेरी चूत मारूँगा तो तेरा भी खून निकलेगा. वो डर के मारे चुप हो गयी. अब मेरा लंड ऑर आगे जाता गया ओर पूरा उसकी चूत मे जाके फस गया. गुड़िया ज़ोर ज़ोर से रोने चिल्लाने लगी प्ल्ज़ बाहर निकालो मैं मर जाउन्गि बहुत दर्द हो रहा है रश्मि मुझे बचा इस दरिंदे से मेरे नीचे मिर्चे लग रही है प्ल्ज़ बाहर निकालो. मैने नही सुनी ओर अपना लंड थोड़ा सा बाहर निकाल कर एक जोरदार धक्का मारा तो गुड़िया एक ज़ोर की चीख मार के बेहोश हो गयी. मैने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाला ऑर वॉश वेशन से पानी लेकर उसके मूह पर मारा. वो होश मे आई ऑर ज़ोर से रोने लगी. रश्मि बोली प्ल्ज़ इसे छोड़ दो ये मर जाएगी. अब मुझे ऑर गुस्सा आया मैने रश्मि के बाल पकड़ के खड़ा किया ओर 3-4 थप्पड़ मारे मैने कहा तो अब बोली तो तुझे जान से मार दूँगा. साली रंडी की औलाद चुप चाप पड़ी रह. अब मैं फिर गुड़िया की तरफ बढ़ा तो रश्मि ने मेरे पैरों मे अपने पैर लगा कर मुझे गिरा दिया. अब मेरा गुस्सा सातवे आसमान पर था मैने रश्मि को फिर खड़ा किया ऑर अपने घुटने के टक्कर उसकी चूत पे मारी. वो दर्द के मारे रोने लगी ऑर अपनी चूत पे हाथ रख के बैठ गयी. मैने कहा अब तो तुझे भी इसके साथ चोदुन्गा. यह सुन कर गुड़िया बोली नही तुम मेरे साथ जो चाहे कर लो पर इसे मत करो. मैने कहा साली तुम दोनो बहनो को रांड़ बना के चोदुन्गा. अब मैने रश्मि का गाउन खीच कर फाड़ दिया, फिर उसकी ब्रा ऑर पॅंटी भी फाड़ दी ओर उसे बिल्कुल नंगा कर दिया. अब मैने हरामजादि के बाल पकड़े ऑर घसीटता हुआ उसकी बहन के पास ले गया जो पहले से ही नंगी लेटी हुई थी ऑर जिसकी चूत से हल्का हल्का खून आ रहा था. मैने रश्मि के बाल पकड़ के उसका मूह गुड़िया की चूत पे रख दिया ऑर कहा चल साली रांड़ अपनी बेहन की चूत चाट कर मेरे लिए तैयार कर.

वो ना करने लगी तो मैने उसकी गांद पे 3-4 थप्पड़ मारे. उसकी गोरी गांद पे मेरे हाथ के निशान छप गये. वो रोने लगी ऑर उसने झुक कर अपनी बेहन की चूत पे अपना मूह रख दिया. मैने कहा मदर्चोद की बच्ची ऐसे नही अपनी जीभ निकाल कर चाट ऑर सॉफ कर. वो झुक कर अपनी जीभ निकाल के उसकी चूत चाटने लगी तो मैने पीछे से रश्मि की चूत मे अपनी उंगली डाल दी. वो चिहुक उठी पर उसने चूत चाटना जारी रखा. फिर मैने अपनी 3 उंगलियाँ उसकी चूत मे डाल के उसे थोड़ा सा उपर उठा दिया. उसके पैर ज़मीन से थोड़ा उपर हो गये, मैं 3 उग्लियो से उसकी चूत ज़ोर ज़ोर से चोद्ने लगा. वो दर्द के मारे रो रही थी ऑर साथ साथ चूत भी चाट रही थी. अब मैने उसके बाल पकड़ के उसे सीधा किया ऑर उसे नीचे बिठा दिया. मेरे लंड पे गुड़िया की चूत का खून लगा था जो सुख चुका था. मैने अपना लंड रश्मि के होंठों के पास किया ओर कहा ले रांड़ तेरी बेहन की चूत का खून चाट कर सॉफ कर. उसे बहुत घृणा हो रही थी पर मैने उसका गला दबा दिया जिससे उसका मूह खुल गया ओर मैने अपना लंड उसके मूह मे डाल दिया ऑर बहुत बुरी तरह उसका मूह चोद्ने लगा. उसकी आँखे दर्द के मारे बहुत चौड़ी हो गयी थी.

मैने 10 मिनिट तक उसका मूह चोदा फिर मैने अपना लंड उसके मूह से बाहर निकाल कर साथ मे लेटी गुड़िया की चूत पे लगा के ईक जोरदार धक्का मारा तो मेरा लंड थोड़ा गीला होने के कारण एक ही झटके मे पूरा अंदर चला गया. गुड़िया दर्द के मारे रोने चिल्लाने लगी बोली हरामी ये क्या कर रहा है. मैं मर जाउन्गि

पर मैने नही सुना ऑर साली रांड़ को बहुत बुरी तरह चोद्ने लगा. मैं एकदम वहशी की तरह उसे चोद रहा था. हर धक्के मे वो गांद उछालती जिससे मेरा लंड उसकी चूत मे अंदर तक चला जाता. रश्मि फर्श पे बैठी अपनी साँसों को कंट्रोल कर रही थी क्योंकि उसके मूह की चुदाई से उसकी साँसे फूल गयी थी. करीब 15 मिनिट तक गुड़िया को चोद्ने के बाद मेरा पानी निकलने वाला था तो मैने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल के रश्मि के पास गया ऑर उसका गला दबा कर उसका मूह खुलवा कर अपना लंड उसके मूह मे डाल दिया ऑर पूरा ज़ोर लगा कर उसके गले तक थुस कर उसका मूह चोद्ने लगा ऑर अपना पानी उसके मूह मे गिरा दिया. फिर मैने अपना लंड बाहर निकाला ऑर अपने हाथ से उसका मूह बंद कर दिया ऑर उसे मेरा सारा पानी पीने के लिए मजबूर कर दिया.

उसके बाद भी मेरी हवश मिटी नही मैं उन दोनो बहनो को एक ही रात मे अपनी रांड़ बनाना चाहता था. अब मैं गुड़िया के पास गया ओर उसको टाय्लेट की शीट पर बिठा कर उसके पैरों को टाय्लेट की शीट से बाँध दिया ऑर उसके हाथो को भी पीछे ले जाकर बाँध दिया. अब मैने रश्मि को अपनी ओर खिचा ऑर उसे गुड़िया के सामने खड़ा कर दिया ऑर गुड़िया से उसकी चूत चाटने को कहा. गुड़िया अपनी छोटी बेहन की चूत चाटने लगी तो रश्मि बोली दीदी प्ल्ज़ मुझे इस से बचा लो. पर गुड़िया खुद मजबूर थी ऑर बँधी हुई थी. इसलिए वो रश्मि की चूत मे अपनी जीभ चलाने लगी. मैं रश्मि के पीछे जाकर उसकी गांद पे हाथ फिराने लगा बहुत ही मुलायम गद्देदार गांद थी रश्मि की. मैने उसकी गांद पर कई जगह चिकोटी काटी तो वो उछलने लगी उसे बहुत दर्द हो रहा था. अब मैने अपनी एक उंगली रश्मि के मुँह मे डाल दी उसने मेरी उंगली पर हल्का सा काट लिया तो मैने अपनी 4 उंगलिया उसके मूह मे डाल दी ऑर उसके मूह को पूरा खोल दिया उसका थूक बाहर गिरने लगा. मेरा लंड थोड़ा सा ढीला हुआ तो मुझे पिशाब लगी. मैने पीछे खड़े होके रश्मि की गांद पे अपने पिसाब की धार मारनी शुरू कर दी. फिर मैने अपना पिसाब बीच मे ही रोका ओर रश्मि को हटा के गुड़िया के मूह पे अपने पिशाब की धार मारने लगा. थोड़ा सा पिशाब उसके मूह मे भी चला गया. अब मैने फिर रश्मि को आगे कर दिया ताकि गुड़िया उसकी चूत चाट सके. फिर मैने अपनी एक उंगली रश्मि की गंद मे लगाई ऑर झटके से अंदर डाली. वो चिल्लाने लगी ऑर बोली क्या कर रहे हो.

मैने कहा साली मा की लोदी तू बहुत नाटक कर रही थी आ अब तेरी गांद मारूँगा. गुड़िया बोली नही प्ल्ज़ ऐसा मत करो वहाँ मत डालो तुम जो कहोगे मैं करूँगी. मैने कहा रांड़ साली मादर्चोद अब तो तू करेगी ही लेकिन तूने मुझे गिराया था अब मैं तुझे तेरी नज़रों मे ही गिरा दूँगा.

उसकी गांद बहुत टाइट थी मेरी उंगली ही बड़ी मुश्किल से जा रही थी.

फिर मैने टाय्लेट साफ करने का ब्रश उठाया ओर उसके पिछला सिरा रश्मि की गांद पे लगाया तो वो एकदम से डर गयी ऑर बोली ये क्या कर रहा है

मैने कहा साली रांड़ तेरी गांद मे अपने लंड के लिए जगह बना रहा हू. वो बोली अरे प्ल्ज़ ऐसा मत करो मैं कोई ऐसी लड़की नही जिससे तुम इस तरह पेश आओ. मैने कहा है तो तू लड़की ही ऑर साली तेरे तीनो छेदों मे अपना लंड डालूँगा लेकिन पहले तेरी गांद मारूँगा ताकि तुझे एहसास हो कि मुझेगिराने का क्या अंज़ाम होता है. गुड़िया बोली विकी इसे छोड़ दे ये बच्ची है मर जाएगी. मैने कहा ये मा की लोदी बच्ची नही बच्चे पैदा करने लायक हो गयी है. इसकी गांद तो ज़रूर मारूँगा.

फिर मैने टाय्लेट के ब्रश को धीरे धीरे उसकी गांद मे घुसाना शुरू कर दिया वो चिल्लाने लगी ऑर अपनी गांद हिलाने लगी. ब्रश 3 इंच अंदर चला गया. उसकी गांद मे दर्द हो रहा था क्योंकि ब्रश पे छोटे छोटे काँटे से बने हुए थे. उसकी गांद छिल गयी ऑर उसमे से खून निकलने लगा. वो बहुत ज़ोर से चिल्ला रही थी. मर गयी………मेरी गा…………न….ड फ……………..ट गयी मुझे बचा…………ओ मैं……………………….म.,र.,…………..जाउ…….गी.

अब मैने टाय्लेट का ब्रश उसकी गांद मे 6 इंच तक डाल दिया ओर धीरे धीरे आगे पीछे करने लगा साथ ही मैने अपनी 3 उंगलिया उसकी चूत मे डाल रखी थी. फिर मैने ब्रश को उसकी गांद से निकाला तो उस पर रश्मि की शिट ऑर खून लगी हुई थी . मैने वो ब्रश गुड़िया के मूह के पास ले जाकर उसे चाट

कर साफ करने के लिए कहा. वो डर के मारे उसे चाटने लगी तो थोड़ी सी शिट उसके होंठो पर लग गयी तो मैने रश्मि को कहा कि अपनी बेहन के होंठ चूस कर साफ कर. तो रश्मि ने अपनी बेहन को झुक कर किस किया ऑर उसके होंठ साफ किए. मैने कहा बोल रंडी अपनी गांद के माल का टेस्ट अच्छा लगा तो वो कुछ नही बोली बस दर्द के मारे सुबक्ती रही.

फिर मैने अपना लंड उसकी गांद के छेद पे लगा कर डालने लगा तो उसने अपनी गांद हिला ली जिससे मेरा निशाना चूक गया मैने उसके बाल पकड़ के उसे दीवार के सहारे उल्टा खड़ा कर दिया ऑर पीछे जाके उसकी गांद पे लंड लगा के ईक ज़ोर का झटका मारा तो मेरे लंड का सूपड़ा उसकी गांद मे चला गया. वो ज़ोर से चिल्लाई आआआआ.ह……..ह.ह.आ……आ मैं. मर………………..गयी. मुझे ………….बहुत दर्द……. हो रहा है प्ल्ज़.

लंड बाहर नि/……………क्ललो दीदी म…..उजे……..बचाओ………… दर्द के मारे उसकी आँखों से पानी आ आ रहा था ऑर उसके मूह से थूक गिरे रहा था वो बेसूध हो गयी मेरा लंड उसकी गांद मे फसा हुआ था ऑर आगे नही जा रहा था. पर मैने अपने लंड का दवाब उसकी गांद मे देना चालू रखा. मेरा लंड ऐसे फस गया था जैसे कुत्ते का लंड कुतिया की गांद मे फस जाता है. मुझे लगा के मेरा लंड भी छिल जाएगा पर मैने इसकी परवाह ना करते हुए उसकी गांद मारनी चालू रखी. उसकी गांद टाइट होने के कारण मेरा लंड उसकी गांद मे झर गया. मैने अपना सारा पानी उसकी गांद मे छोड़ दिया. जब मैने अपना लंड बाहर निकाला तो उसके से मेरे लंड का पानी भी बाहर निकलने लगा तो मैने रश्मि को पकड़ कर उसकी गांद को गुड़िया के मूह के पास कर दिया ओर वो समझ गयी ऑर उसकी गांद चाट कर साफ कर दी. इसके बाद मैं थोड़ी
देर बता रहा अब गुड़िया ऑर रश्मि दोनो को पिशाब आ रहा था तो मैने कहा के तुम एक दूसरे के उपर मेरे सामने पिसाब करो. तो रश्मि ने गुड़िया के उपर पिसाब करना शुरू कर दिया. गुड़िया को मैने टाय्लेट की शीट से बँधा हुआ था उसे खोल कर उससे भी रश्मि के उपर पिसाब करवाया. अब मैने दोनो बहनो को एक दूसरे की बॉडी से लिपटने को कहा. वो इसी हालत मे एक दूसरे से लिपट गयी उनके पूरे बदन पे पिशाब पड़ा था ऑर रश्मि की गांद से मेरा पानी टपक रहा था.
क्रमशः। …………………………….

गतांक से आगे …………………………………..
अब मैने गुड़िया को फर्श पे उल्टा लिटा दिया ऑर उसकी गांद पे बैठ गया ओर नीचे हाथ देकर उसके बूब्स को पकड़ लिया ऑर दोनो साइड से बाहर खिचने लगा. फिर मैने अपना लंड उसकी गांद पे भिड़ाया ओर एक ही शॉट मे अपना आधा लंड उसकी गांद मे डाल दिया. वो नीचे से उछलने लगी ऑर मेरे नीचे से निकलना चाहती थी पर मेरा सारा वज़न उसके उपर था इसलिए वो निकल नही पाई. मैने रश्मि को भी अपने पास बुलाया ऑर उसकी चूत मे उंगली डाल के चोद्ने लगा. मैं धक्के मार रहा था ऑर बक रहा था साली रंडियों तुम्हे तो मैं अपनी रांड़ बनाउन्गा ऑर तुम्हे इस सहर से भगा कर ले जाउन्गा जहाँ तुम्हे हज़ारो आदमियों से चुद्वाउंगा, वो डर रही थी इस तरह मैं गुड़िया की गांद मारते मारते झाड़ गया. फिर मैने अपना लंड बाहर निकाल कर रश्मि ऑर गुड़िया दोनो को चुस्वाया. जिससे मेरा लंड फिर खड़ा होने लगा. फिर मैने रश्मि की चूत मे भी लंड पेला ऑर उसे चोदा इस तरह करीब 5 घंटे तक उन्हे चोद्ता रहा.

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रात के करीब 3.00 बज चुके थे सारा मोहल्ला सो रहा था पर वो दोनो रांडे मेरे सामने नंगी बैठी थी ऑर रो रही थी. दोनो की चूत और गांद मे से मेरे लंड का पानी बह रहा था ऑर दोनो के बदन पसीने ऑर पिसाब से भीग कर चमक रहे थे. अब हम तीनो टाय्लेट से बाहर आ गये ऑर बेडरूम मे आ गये. वहाँ पे उन दोनो ने टवल से अपने जिस्म को साफ किया. दोनो की हालत ऐसी थी कि उनसे चला भी नही जा रहा था.

वो धीरे धीरे चलती हुई बेडरूम मे आई. अब मुझे होश आया तो मैं सोचने लगा के ये तो ग़लत हो गया सुबह मेरी मोम ऑर आंटी आएँगी तो इन दोनो रंडियों की हालत देख कर उन्हे सब पता चल जाएगा. मेरे दिल मे ये बात आते ही मैने दोनो को कहा के देखो बेहन्चोदियो अब तो तुम मुझसे गांद ऑर चूत मरवा चुकी हो अब एक काम करो मेरे साथ भाग चलो वरना तुम लोगो की बड़ी बैइज़्ज़ती होगी ऑर तुम्हारी मोम की भी. वो बोली नही हम मोम को सब कुछ बता देंगे ऑर तुम्हे सज़ा दिलवाएंगवे. यह सोच कर मैं डर गया फिर मैने अपने एक दोस्त जिसका नाम अमित था उसे फोन किया ऑर उसे शॉर्ट मे सारी बाते बताई. अमित एक अमीर परिवार का बिगड़ा हुआ लड़का था ऑर उनका कई सहरों मे काम था. वो सुनते ही बोला घबरा मत मैं अभी गाड़ी लेकर आ रहा हू.

थोड़ी देर मे अमित अंदर आया मैने कहा क्या करना है तो वो बोला के इन रंडियों को गाड़ी मे बिठा कर ले चलते है रास्ते मे कही मार कर फैंक देंगे. मुझे कुछ समझ नही आ रहा था. हमने दोनो को ज़बरदस्ती बार खड़ी गाड़ी मे बिठाया उनके बदन पर कुछ फटे हुए कपड़ों के अलावा कुछ नही था इसलिए हमने उनके कुछ कपड़े अलमारी से लिए ऑर चल दिए क्योंकि अभी हमारा इरादा पक्का नही था कि उनके साथ क्या करना है.

फिर हम निकल पड़े अमित कार चला रहा था ओर हम तीनो पीछे बैठे थे मैं अब भी उनसे छेड़ छाड़ कर रहा था ऑर कभी उनकी गांद मे कभी चूत मे उंगली कर रहा था. इस तरह हम काफ़ी दूर निकल आए तो अमित बोला कि क्या करना है मैने कहा इन्हे किसी दूसरे सहर मे ले चलते है जहाँ इनके साथ रहेंगे ऑर मोज करेंगे. वो बोला ठीक है ऑर उसने गाड़ी एक दूसरे सहर की तरफ कर दी जहाँ पे उनक बिज़्नेस था ऑर उनका फार्म हाउस भी था. करीब 3-4 घंटे बाद हम उसके फार्म हाउस पर पहुँच गये जो कि सहर से 10 किमी पहले था. वहाँ पे 1 रसोइया रहता था. सुबह के 8.00 बजे थे ऑर हम फार्म हाउस पे पहुँचे. हमने नॉक किया तो नोकर ने दरवाजा खोला तो हम चारो अंदर आए. हमने रश्मि ऑर गुड़िया को एक शॉल मे लपेटा हुआ था जिससे उनके फटे हुए कपड़े नज़र ना आए. अंदर लेजाकार हमने उनको बेड पे लिटा दिया ऑर बाहर से कुण्डी लगा कर हम दूसरे रूम मे बैठ गये. फिर हमने खाना बनवाया ऑर उनको भी दिया उन्होने खाना खाया ऑर हमने कहा कि अब तुम लोग आराम करो क्योंकि अब से तुम हमारी रांड़ हो ऑर हम तुम्हे अपनी कमाई का साधन बनाएँगे ऑर रोज 15-20 आदमियों से चुद्वायेन्गे. ये सुन कर वो रोने लगी तो मैने कहा यार घर वाले हमे ढूँढते हुए यहाँ आ जाएँगे तो अमित ने बोला कि हम इन्हे लेकर गुजरात चले जाएँगे जहाँ पे हमे कोई नही ढूंड सकता ऑर वहाँ पे उसके 2-3 दोस्त है जो अकेले ही रहते है वो हमारे रहने का भी इंतज़ाम कर देंगे. मुझे उसकी बात सही लगी

हम वहाँ 3-4 घंटे रुकने के बाद गाड़ी मे बैठ कर गुजरात चल दिए. अमित ने रास्ते मे से अपने दोस्त को फोन कर दिया ऑर कहा कि हमारे लिए एक फ्लॅट किराए का इंतज़ाम कर दे इस तरह हम चल दिए हमे पहुँचने मे करीब 20 घंटे लगने वाले थे. करीब रात को 11.00 बजे जब हमारी गाड़ी राजस्थान के रेतीले इलाक़े मे से गुजर रही थी तो अमित बोला के यार थक गया हू कुछ देर आराम करने के बाद चल्लेन्गे.

उसने गाड़ी सड़क से उतार के साइड मे रोक दी थी ऑर हम चारो ने खाना खाया. अब अमित बोला कि यार लंड पे खारिश हो रही है ऑर 2 रंडिया भी है चलो खारिस मिटाते है. अमित आगे बैठा था ऑर हम तीनो पीछे बैठे थे. अमित ने ड्राइवर सीट का दरवाजा खोला ऑर बाहर आ गया. मैं भी गेट खोल कर बाहर आ गया. अब हम दोनो गाड़ी से बाहर थे ऑर रश्मि ऑर गुड़िया गाड़ी की पिछली सीट पे बैठी हुई थी. उन्होने शाल हटा दी थी ऑर अब वो फटे हुए कपड़ों मे बैठी थी जिस मे से उनका बदन आधा अधूरा नंगा दिख रहा था. अमित पीछे गया ऑर गाड़ी के अंदर जाकर बैठ गया. उसने देखा कि 2 रंडिया अधनंगी हालत मे बैठी है तो उसका लंड खड़ा हो गया. उसने गुड़िया को बाहर जाने को बोला जब गुड़िया ने मना किया तो उसने गुड़िया के बाल पकड़ कर उसे बाहर खीच लिया ऑर ज़मीन पे गिरा के उसकी गांद पे लात मारी ऑर बोला रांड़ की औलाद साली मुझे ना कहती है तू जानती नही मैं कॉन हू तेरी मा चोद दूँगा साली कुतिया अब देख तेरी बेहन का क्या हाल करता हू. गुड़िया बहुत ज़ोर से रोने लगी तो मैं गुड़िया के पास आया ऑर उसके पैर पकड़ कर घसीटते हुए उसे गाड़ी की दूसरी ओर ले गया.

पूरी ज़मीन पे रेत पड़ी हुई थी. रश्मि के सारे कपड़ो ऑर बदन पे रेत लग गयी थी ऑर उसकी कमर मे ज़मीन पर घसीटे जाने के कारण थोड़ा सा दर्द भी हो रहा था. अब अमित गाड़ी मे गया ऑर उसने रश्मि की तरफ देखा, अमित की आँखों मे वासना सॉफ चमक रही थी. उसने रश्मि के फटे हुए गाउन मे हाथ डाला ऑर उसके बूब्स पकड़ लिए ओर बोला वाह रांड़ क्या बूब्स है तेरे तू तो साली किसी भी मर्द की हालत सिर्फ़ अपने बूब दिखा कर ही खराब कर सकती है. यह कहते हुए उसने रश्मि के मम्मो को ज़ोर ज़ोर से दबाना शुरू कर दिया. रश्मि सूबक रही थी ऑर उसने अपने दोनो पैर गाड़ी की सीट के उपर कर रखे थे ऑर डुबक कर बैठी थी. अमित थोड़ी देर तक उसके मम्मो को सहलाता रहा फिर उसने रश्मि के पैर खीच कर लंबे कर दिए ऑर उसकी जाँघो पर बैठ गया फिर उसने अपने हाथ से उसकी चूत को पकड़ कर ज़ोर से खीच दिया. रश्मि चिहुक उठी फिर उसने अपनी एक उंगली रश्मि की चूत मे डाल दी. रश्मि की चूत डर के मारे बिल्कुल सुखी हुई थी. अमित की उंगली भी बहुत टाइट उसकी चूत मे अंदर बाहर हो रही थी. रश्मि की आँखों मे दर्द ऑर डर के कारण आँसू आ रहे थे. इसी बीच अमित ने अपना अंगूठा रश्मि की गांद के छेद से लगाया ऑर ज़ोर से दबा कर अंदर डाल दिया.

अब रश्मि की चूत मे अमित की उंगली ऑर गांद मे अमित का अंगूठा था. अमित ने उंगली ऑर अंगूठे की मदद से रश्मि की चूत को पकड़ कर उसे उपर की ओर उठाने लगा जिससे रश्मि को ऑर दर्द हो रहा था. वो चिल्लाने लगी हाईइ क्या कर रहे हो इस तरह तो मैं मर जाउन्गि तो अमित बोला मदर्चोद तुझे मारने के लिए ही ले जा रहे थे अगर तू जिंदा बचना चाहती है तो साली हमे मज़े दे ऑर हमारी रांड़ बन के रह. यह कह कर अमित ने अपनी शर्ट ओर पैंट निकाल दी ऑर अपनी बनियान भी अब वो सिर्फ़ अंडरवेर मे था ऑर उसका लंड अंडरवेरसे काफ़ी हद के बाहर आने को हो रहा था. उसने रश्मि का हाथ पकड़ा ऑर अपने लंड के उपर रख दिया. रश्मि ने लंड की लंबाई का एहसास होते ही डर के मारे अपना हाथ हटा लिया. अमित ने उसके गालो पर ज़ोर से थप्पड़ मारा ऑर बोला रांड़ अभी तो मेरे लंड से डर रही है जब तेरी चूत मे पूरा डंडा डालूँगा तब क्या करेगी. उसने फिर उसका हाथ पकड़ के ज़ोर से मोड़ दिया जिससे रश्मि की चीख निकल गयी. इधर मैं गुड़िया के पेट पे बैठा हुआ था ऑर उसके बूब्स को बड़ी बेरेहमी से नोच रहा था. बीच बीच मे मैं उसके फेस पे हल्के हल्के थप्पड़ भी मार रहा था जिससे उसे दर्द हो रहा था ऑर उसका पेट भी मेरे वज़न से दब रहा था.

अब अमित ने रश्मि का हाथ अपने लंड पे रख कर उसे सहलाने के लिए कहा. रश्मि उसका लंड अंडरवेर के उपर से से सहला रही थी. अमित बोला चल रांड़ अब मेरा कच्छा निकाल. रश्मि ने अमित का अंडरवेअर थोड़ा नीचे कर दिया जिससे अमित का लंड साँप की तरह फूंकर्ता हुआ बाहर आ गया. अमित ने रश्मि का सिर पीछे से पकड़ा ऑर उसे अपने लंड पे झुका दिया. रश्मि ने मूह नही खोला तो अमित ने पीछे से उसकी पीठ पर ज़ोर से गाड़ी की चाभी चुबा दी जिससे रश्मि ने चीखने के लिए मूह खोला ऑर अमित ने उसे ज़ोर से अपने लंड पे दाब दिया. अब अमित का लंड रश्मि के गले तक जाकर अटक गया. रश्मि की साँस रुक सी गयी थी. अब अमित ने उसके बाल पकड़े ऑर तेज़ी से उसका मूह अपने लंड पे चलाने लगा, उपर नीचे करने लगा. अमित का लंड रश्मि के थूक से भीग कर गाड़ी की लाइट मे बिल्कुल काले नाग की तरह चमक रहा था.

रश्मि का हर धक्के के साथ थोड़ा सा थूक निकल जाता जो बह कर अमित की झांतो को गीला कर रहा था. अमित करीब 20-25 मिनिट तक उसका मूह अपने लंड पे चलाता रहा. रश्मि की गर्दन दर्द करने लगी थी ऑर उसको सांस लेने मे भी परेसानि हो रही थी. अमित का लंड भी पूरे उबाल पर था ऑर अचानक उसने रश्मि का सिर पकड़ कर ज़ोर से अपने लंड पे दबा दिया. अमित का लंड रश्मि के मूह मे जाकर फस गया रश्मि की आँखे दर्द के मारे चौड़ी हो गयी थी ऑर उसके गले से गु गु की आवाज़ निकल रही थी. वो दर्द के मारे तड़प रही थी. फिर अमित के लंड का पानी निकला ऑर रश्मि के गले मे गिरने लगा. रश्मि को ना चाहते हुए भी अमित का सारा पानी पीना पड़ा. अब अमित ने लंड उसके मूह से बाहर निकाला ओर रश्मि को पकड़ कर गाड़ी से बाहर ले आया. उसने रश्मि को भी गुड़िया के पास मे लिटा दिया ऑर उसके पेट पे बैठ गया. रश्मि का पेट दबने की वजह से उसे दर्द हो रहा था वो बोली प्ल्ज़ उठ जाओ मुझे उल्टी हो जाएगी. अमित ने ये सुनते ही अपनी 3 उंगलिया रश्मि के मूह मे डाल दी ऑर बोला साली रांड़ मेरे लंड का पानी अगर बाहर निकाला तो तेरी मा चोद दूँगा. अब अमित ने एक हाथ से रश्मि का लेफ्ट बूब पकड़ लिया ऑर दूसरे हाथ से पास लेटी हुई गुड़िया का लेफ्ट बूब पकड़ लिया. इसी तरह मैने दोनो लड़कियों का राइट बूब अपने दोनो हाथ मे पकड़ लिया. अब हम उन दोनो के चारों मम्मो को हॉर्न की तरह दबा रहे थे ऑर उनके पेट पे उछल रहे थे. उनकी हालत बुरी हो चुकी थी. फिर अमित उठा ऑर उसने रश्मि को पकड़ के उठाया ऑर लेटी हुई गुड़िया के पैरों के पास बिठा दिया. फिर उसने रश्मि के कमर पे पैर रख के उसे नीचे दबाया जिससे उसका मूह गुड़िया की चूत के पास आ गया. अब अमित ने रश्मि को कहा चल साली मा की लोदी अपनी बेहन की चूत चाट. रश्मि ने अपनी जीभ निकाली ऑर गुड़िया की चूत चाटने लगी. अमित ने उसकी कमर पे लात मारी

ऑर कहा साली ज़ोर से चाट तेरी बेहन की सिसकियाँ सुननी चाहिए. लात लगते ही रश्मि एकदम से गुड़िया के उपर गिर गयी ऑर तुरंत उठ कर गुड़िया की चूत ज़ोर ज़ोर से चाटने लगी. उसने अपनी जीभ गुड़िया की चूत मे डाल दिया ऑर चाटने लगी. अब अमित ने रश्मि के पीछे जाके उसकी कमर को पकड़ के उपर उठा लिया ऑर उसके पीछे जाके उसकी गांद पे 3-4 थप्पड़ मारे ऑर फिर अपना लंड निकाल कर उसकी गांद पे लगा के एक जोरदार धक्का मारा तो रश्मि आगे की तरफ गिर पड़ी जिससे अमित का लंड उसकी गांद से बाहर निकल गया. अब मैं बीच मे आया ऑर मैने रश्मि को फिर उसी पोज़िशन मे करके उसके पेट मे हाथ डाल के पकड़ लिया ऑर अमित ने फिर अपना लंड उसकी गांद पा लगा के जोरदार धक्का मारा. रश्मि चिल्ला उठी मर गयी………..बचाओ………कोई.. तो ………..बचाओ. प्ल्ज़ अपना लंड निकाल लो…………मेरी गांद फॅट रही हैउ……..इस तरह चिल्लाति रही.

मैने रश्मि की कमर पकड़ रखी थी ऑर अमित उसकी गांद मे अंदर तक अपना लंड डालने की कोशिश कर रहा था. जब अमित का काफ़ी लंड रश्मि की गांद मे चला गया तो अमित ने तेज तेज धक्के मारने शुरू कर दिए. रश्मि हर धक्के के साथ आगे की ओर जाने लगती पर मैने उसकी कमर को पकड़ा हुआ था. अब अमित ने स्पीड बढ़ा दी ऑर उसका लंड रश्मि की गांद मे अंदर बाहर हो रहा था. अब मैं नीचे लेटी गुड़िया के दोनो तरफ पैर करके खड़ा हो गया ऑर मैने अपना लंड रश्मि के मूह मे डाल दिया. अब रश्मि की गांद मे ऑर मूह मे एक एक लंड था. अमित उसे धक्का देता तो

मेरा लंड उसके मूह मे अंदर तक चला जाता ऑर जब अमित लंड बाहर निकालता तो वो मेरा लंड भी उसके मूह से निकल जाता. इस तरह हम दोनो उसे काफ़ी देर तक चोद्ते रहे. अमित हर धक्के के साथ कहता ले रंडी ऑर ले मेरा लंड अपनी गांद मे, तेरी गांद का भुर्ता बना दूँगा, तेरी ऐसी हालत कर दूँगा कि मा की लोदी तुझे अपनी दोनो टाँगे चौड़ी कर के चलना पड़ेगा. अमित का लंड उसकी गांद मे किसी बम्बू की तरह जा रहा था.

दोस्तो आगे का हाल ये था कि जब गुड़िया की मम्मी हॉस्पिटल से घर आई तो उन्होने गुड़िया और रश्मि को घर नही पाया और उधर मैं भी घर नही था उन्होने पुलिस मे रिपोर्ट दर्ज करा दी . पुलिस ने बहुत जल्दी ही हमे ढूँढ लिया और हम पर अपहरण और बलात्कार का केस चला और अमित और मुझे 7 साल की सज़ा हुई और आज हम जेल मे रह कर अपने करमो की सज़ा काट रहे है

दोस्तो सेक्स आनंद देता है इसमे कोई शक नही लेकिन अपने साथी की रज़ामंदी से अगर वही सेक्स किसी से ज़बरदस्ती किया जाय तो वैसा ही हाल होता है जैसा अमित और इस भाई का हुआ दोस्तो ये कहानी यही ख़तम होती है फिर मिलेंगे एक और नई कहानी के साथ आपका दोस्त राज शर्मा

समाप्त



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